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📄16.08.2025 – भविष्य Bilingual 🌞जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & Remedies
Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies
🪔 By Renowned Astrologer, Vastu Expert & Palmist – V.K. Tiwari (Since 1972)


🔷 जन्म नक्षत्र नाम चयन की चेतावनी | Birth Star & Name Selection Warning

🔴 जन्म नक्षत्र पर आधारित नाम असफलताएँ दे सकता है।
🟡 A name based solely on Birth Nakshatra can lead to recurring failures.
📎 Consult for accurate analysis:
🔗 Common Mistakes in Name Selection →


📜 कुंडली निर्माण संदर्भ | Horoscope Accuracy Note

📌 कुंडली निर्माण (Horoscope Making)केवल विशोत्तरी दशा ही नहीं,   42 दशाएँ    होती हैं।
📌 Note: Vimshottari Dasha is not always applicable in every horoscope. Always verify with divisional charts.

📚 विशेष परामर्शदाता:
🔹 डॉ. आर. दीक्षित🏛 वास्तु विशेषज्ञ
🔹 डॉ. एस. तिवारी🔱 वैदिक ज्योतिषाचार्य
📧 Email: tiwaridixitastro@gmail.com | 📞 +91 9424446706


🌌 नक्षत्र एवं तिथि | Nakshatra & Tithi

  • Bharni  नक्षत्र समाप्तrohni नक्षत्र प्रारंभ
    janmashtmi –vaishnav(Vishni diksha prapty ,sadhu sanyasi)
  • मेष राशि प्रारंभ
  • Din shanivar ;tithi ashtmi21:34tak

📅 पर्व एवं व्रत | Festivals & Observances

16 .8.2025-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजन विधि एवं शुभ समय - ग्रंथ प्रमाण सहित

https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/08/1682025.html

 

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🔮 आज नयी वस्तु (वस्त्र, आभूषण, चूड़ी) प्रयोग करने के भविष्य में अशुभ प्रभाव

🔮 Future Negative Effects of Using New Items (Clothes, Jewelry, Bangles) Today

आज के दिन नये वस्त्र, आभूषण या चूड़ी पहनने से भविष्य में अशुभ प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए विशेष सतर्कता बरतें और अनावश्यक खरीदारी से बचें।
Using new clothes, jewelry, or bangles today may have negative future consequences, so exercise caution and avoid unnecessary shopping.


शुभ नक्षत्र एवं अनुकूल कार्य | Auspicious Nakshatras & Favorable Activities

🔹 🚀 भविष्य-यात्रा एवं नए कार्य | Future Plans & New Venturesव्यापार विस्तार, नौकरी, उच्च अधिकारी से मिलना।
(Business expansion, job opportunities, meetings with senior officials.)

🔹 🙏 पूजा-पाठ एवं आध्यात्मिक कार्य | Religious & Spiritual Activitiesमंदिर दर्शन, देव-देवी पूजन, व्रत, दान।
(Temple visits, deity worship, fasting, charity.)

🔹 📜 कानूनी एवं प्रशासनिक कार्य | Legal & Administrative Mattersशपथ, नीतिगत निर्णय, योजना निर्माण, सरकारी कार्य।
(Oaths, policy-making, planning, official work.)

🔹 🏡 निर्माण एवं संपत्ति कार्य | Construction & Property Mattersघर खरीदना, निर्माण कार्य, स्थान परिवर्तन।
(Buying a house, construction work, relocation.)

🔹 💍 शुभ कार्य | Auspicious Activitiesशादी, सगाई, संधि वार्ता, बैंक खाता खोलना।
(Weddings, engagements, agreements, opening bank accounts.)

यदि जन्म नक्षत्र भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, अश्लेषा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, उत्तरभाद्र में से कोई एक है, तो आज कार्य शुभ एवं सफल होंगे।
If your birth nakshatra (lunar mansion) is Bharani, Rohini, Mrigashira, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Chitra, Vishakha, Jyeshtha, Purvashada, Shravana, Dhanishta, Uttarabhadra, then the following activities will be successful today.


📌 नाम का प्रथम अक्षर और सफलता | Name’s First Letter & Success

📌 First Letter of Name & Success

अगर आपके नाम का पहला अक्षर नीचे दिए गए किसी भी वर्ण से शुरू होता है, तो आज के दिन दैनिक जीवन के कार्यों में सफलता मिलेगी।
If your name starts with any of the letters below, you will achieve success in daily tasks today.

यदि आपके नाम का पहला अक्षर ली, लू, ले, लो, , , , , , , वि, वू, के, को, , हि, डी, डु, डे, ड़ो, मो, टा, टी, टू, पू, , , , पे, पो, रा, री, ती, तू, ते, तो, नो, या, यी, यू, भू, धा, धि, धू, ढे, ढो, फा, फी, फु, फे, फ़ो, , , खी, खू, खे, खो, , गी, गू, गे, दू, दे, दो, , थी, थू, थे, थो, , झी, झो, झे में से कोई भी है, तो आज का दिन आपके लिए दैनिक कार्यों में सफलता दिलाने वाला रहेगा।
If your name starts with any of these letters Li, Lu, Le, Lo, A, I, U, Ai, O, Va, Vi, Vu, Ke, Ko, Ha, Hi, Di, Du, De, Do, Mo, Ta, Ti, Tu, Pu, Sha, Na, Tha, Pe, Po, Ra, Ri, Ti, Tu, Te, To, No, Ya, Yi, Yu, Bhu, Dha, Dhi, Dhu, Dhe, Dho, Pha, Phi, Phu, Phe, Pho, Dha, Kha, Khi, Khu, Khe, Kho, Ga, Gi, Gu, Ge, Du, De, Do, Tha, Thi, Thu, The, Tho, Jha, Jhi, Jho, Jhe, then today will bring success in your daily activities.

विशेष रूप से व्यावसायिक लेन-देन, मित्रता, सहयोग, व्यापारिक निर्णय, नए संपर्क बनाना, सामाजिक मेलजोल और किसी भी महत्वपूर्ण बातचीत के लिए यह दिन अनुकूल है।
This day is especially favorable for business transactions, friendships, partnerships, trade decisions, networking, social interactions, and any important discussions.

Today

शुभ कार्य | Favorable Activities:

  • गणितीय और ज्योतिषीय कार्य | Mathematical & astrological tasks
  • कपड़े सिलना | Sewing clothes
  • जल, सजावट, अलंकरण से जुड़े कार्य | Water, decoration, and ornamentation-related tasks
  • लकड़ी, दरवाजे, छत से संबंधित कार्य | Wood, doors, and roofing tasks
  • व्यापार के लिए शुभ दिन | Auspicious for business

👗 नए वस्त्रों का प्रभाव | Effect of New Clothes:

  • कपड़े फटने या दाग लगने की संभावना।
    (Clothes may get torn or stained.)
  • आग और आकाश तत्व से जुड़े नुकसान की आशंका।
    (Potential risk from fire and sky elements.)

🎁 दान करें | Donate:नमक | Salt

🌱 प्राथमिकता दें | Prioritize:

  • खुदाई, बीज बोना (अनाज रोपण) | Digging, sowing seeds (grain planting)
  • भूमि, घर से जुड़े कार्य | Land & house-related activities

🍽 अनुकूल भोजन | Favorable Food:

  • दही, खीर, घी, उड़द, मिश्री, लहसुन
    (Curd, Kheer, Ghee, Urad dal, Mishri, Garlic)

🚫 वर्जित भोजन | Forbidden Food:

  • नींबू, खीर, चावल, तिल, हरी सब्जियां
    (Lemon, Kheer, Rice, Sesame seeds, Green vegetables)

आज का राशिफल | Daily Horoscope

📌 मिथुन, तुला, कुम्भ राशियों को विशेष उपाय करने चाहिए।
📌 वृष, कन्या, तुला, मकर राशि के लिए आज नए कार्य और यात्रा वर्जित हैं।


🐏 मेष राशि (Aries) – (Chu, Che, Cho, La, Li, Lu, Le, Lo, A)

🔹 स्वास्थ्य (Health): मान-सम्मान एवं स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी, व्यापार में लाभ होगा।
🔹 सफलता (Success): कार्यों में सरलता से सफलता मिलेगी, यश और प्रताप बढ़ेंगे।
🔹 परिवार (Family): परिवार एवं परिचितों से सहयोग प्राप्त होगा, गृह सुख मिलेगा।
🔹 सामाजिक जीवन (Social Life): मित्रों और अधिकारियों से संबंध मजबूत होंगे।
🔹 राजनीति (Politics): राजनीतिक दृष्टि से यह समय बहुत अच्छा है।


🐂 वृष राशि (Taurus) – (I, U, E, O, Va, Vi, Vu, Ve, Vo)

🔸 योजनाएं (Plans): योजनाओं को क्रियान्वित करने से पहले सोच-विचार करें।
🔸 सावधानियां (Precautions): सगे-सम्बन्धियों से व्यर्थ की शत्रुता संभव है।
🔸 यात्रा और खर्च (Travel & Expenses): अनायास यात्रा और खर्च के योग बन सकते हैं।
🔸 कार्य स्थल (Workplace): कार्य की अधिकता बनी रहेगी।
🔸 स्वास्थ्य (Health): स्वास्थ्य में बाधाएं संभव हैं।
🔸 विशेष सलाह (Advice): 🚫 आज नया कार्य और यात्रा वर्जित है।


👯 मिथुन राशि (Gemini) – (Ka, Ki, Ku, Gha, Da, Cha, Ke, Ko, Ha)

🔹 भाग्य (Luck): भाग्य की समस्या रहेगी, लेकिन लाभ की स्थिति उत्तम है।
🔹 स्वास्थ्य (Health): शरीर स्वस्थ रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): स्थाई लाभ की योजना बनेगी, परंतु खर्च बढ़ेगा।
🔹 मंगल कार्य (Auspicious Work): धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
🔹 यात्रा (Travel): यात्रा के योग प्रबल हैं।
🔹 विशेष सलाह (Advice): धैर्य रखें, विवाद से बचें और अति आवश्यक होने पर ही प्रतिक्रिया दें।


🦀 कर्क राशि (Cancer) – (Hi, Hu, He, Ho, Da, Di, Du, De, Do)

🔸 प्रेम जीवन (Love Life): प्रेम में अपमान का सामना हो सकता है।
🔸 कार्य स्थल (Workplace): सुविधाएं प्राप्त होंगी।
🔸 यात्रा (Travel): यात्रा स्थगित रखें।
🔸 नए कार्य (New Work): 🚫 नया कार्य और जनसंपर्क टालें।
🔸 परिवार (Family): परिवार सामान्य रूप से सुखी रहेगा।


🦁 सिंह राशि (Leo) – (Ma, Mi, Mu, Me, Mo, Ta, Ti, Tu, Te)

🔹 परिवार और कार्य स्थल (Family & Workplace): मतभेद हो सकते हैं।
🔹 सम्मान (Reputation): अनपेक्षित अपमान से बचें।
🔹 स्वास्थ्य (Health): अनिद्रा और तनाव रह सकता है।
🔹 विशेष सलाह (Advice): अति उत्साह से बचें, धैर्य रखें।


🌾 कन्या राशि (Virgo) – (To, Pa, Pi, Pu, Sha, Na, Tha, Pe, Po)

🔸 सफलता (Success): कार्यों की सफलता संदिग्ध हो सकती है।
🔸 विरोध (Conflicts): मतभेद और विवाद की स्थिति बन सकती है।
🔸 स्वास्थ्य (Health): मानसिक और शारीरिक कष्ट से बचने के लिए शांत रहें।
🔸 विशेष सलाह (Advice): 🚫 आज नया कार्य और यात्रा वर्जित है।


⚖️ तुला राशि (Libra) – (Ra, Ri, Ru, Re, Ro, Ta, Ti, Tu, Te)

🔹 स्वास्थ्य (Health): आज आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): व्यापार में लाभ की संभावना कमजोर है।
🔹 सफलता (Success): कार्यस्थल पर बाधाएं सकती हैं।
🔹 विशेष सलाह (Advice): 🚫 नया कार्य करें, आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता दें।


🦂 वृश्चिक राशि (Scorpio) – (To, Na, Ni, Nu, Ne, No, Ya, Yi, Yu)

🔸 स्वास्थ्य (Health): मनोबल ऊंचा रहेगा।
🔸 आर्थिक स्थिति (Finance): निवेश फायदेमंद रहेगा।
🔸 सामाजिक स्थिति (Social Life): सम्मान बढ़ेगा, शत्रुओं पर विजय मिलेगी।


🏹 धनु राशि (Sagittarius) – (Ye, Yo, Bha, Bhi, Bhu, Dha, Fa, Dha, Bhe)

🔹 स्वास्थ्य (Health): उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): असंतोषजनक स्थिति रह सकती है।
🔹 विशेष सलाह (Advice): धैर्य रखें, अति आवश्यक होने पर ही प्रतिक्रिया दें।


🐊 मकर राशि (Capricorn) – (Bho, Ja, Ji, Khi, Khu, Khe, Kho, Ga, Gi)

🔸 स्वास्थ्य (Health): जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🔸 आर्थिक स्थिति (Finance): जोखिम भरे निवेशों से बचें।
🔸 विशेष सलाह (Advice): 🚫 नया कार्य और यात्रा वर्जित है।


🌊 कुंभ राशि (Aquarius) – (Gu, Ge, Go, Sa, Si, Su, Se, So, Da)

🔹 ख्याति और प्रतिष्ठा (Reputation): मान-सम्मान बढ़ेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): धन प्राप्ति के योग हैं।
🔹 घर और परिवार (Family): सुख-शांति बनी रहेगी।
🔹 व्यापार (Business): नए सौदों में सतर्कता बरतें।


🐟 मीन राशि (Pisces) – (Di, Du, Tha, Jha, Na, De, Do, Cha, Chi)

🔸 आर्थिक स्थिति (Finance): धन हानि की संभावना है।
🔸 व्यवहार (Behavior): विवादों से बचें, सतर्क रहें।
🔸 कार्यालय (Workplace): बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।


🔹 विशेष निष्कर्ष (Key Takeaways)

📌 सौभाग्य (Fortune): कार्यक्षेत्र में उन्नति, मानसिक और शारीरिक प्रभाव सकारात्मक रहेंगे।
📌 सावधानियां (Prevention): कन्या, तुला, मकर, वृष राशि के जातकों को आज नया कार्य और यात्रा नहीं करनी चाहिए।
📌 सुख-शांति (Peace & Harmony): धैर्य रखें, विवादों से बचें, और आत्मविश्वास बनाए रखें।

शुभ दिन हो! 🙏

🏡 कार्य एवं यात्रा से पूर्व के विशेष नियम | Special Rules Before Work & Travel

🙏 शुभ आरंभ | Auspicious Start:

  • घर से निकलने से पहले भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।
    (
    इससे बुद्धि तेज होती है, रूप-सौंदर्य बढ़ता है और दीर्घायु प्राप्त होती है।)
  • Worship Lord Kartikeya before leaving home. (This enhances intelligence, beauty, and longevity.)

🚫 वर्जित कार्य | Prohibited Activities:

  • नीम उत्पाद (जैसे दातुन) का प्रयोग | Use of neem products (e.g., neem stick for brushing teeth)
  • तैल अभ्यंग (तेल मालिश) | Oil massage
  • पितृकर्म | Ancestral rituals
  • आवागमन (यात्रा) | Travel
  • काष्ठ-कर्म (लकड़ी से जुड़े कार्य) | Wood-related work

💎 विशेष अनुशंसा | Special Recommendation:

  • भोजन में स्वर्ण जल (गोल्ड चार्ज्ड वॉटर) को शामिल करें।
    (Include gold-charged water in your diet.)

🔮 आज के शुभ कार्य और सावधानियां | Auspicious Activities & Precautions for अरिष्ट नाशक नक्षत्र उपाय मंत्र (Kritika Nakshatra Remedies and Mantras)

  • कृतिका नक्षत्र के लिए (For Kritika Nakshatra)
  • वैदिक मंत्र (Vedic Mantra)
  • 🔸 संस्कृत:
    अयमग्नि सहत्रिणो वाजस्य शांति गवं वनस्पति: मूर्द्धा कबोरीणाम
    अग्नये नम:
  • 🔹 English Translation:
    Om! May this Agni, the bearer of a thousand treasures, bring peace to cattle, vegetation, and all life.
    Om Agnaye Namah!

  • पौराणिक मंत्र (Puranic Mantra)
  • 🔸 संस्कृत:
    कृतिका देवतामाग्निं मेशवाहनं संस्थितम्।
    स्त्रुक् स्तुवाभीतिवरधृक्सप्तहस्तं नमाम्यहम्॥
  • 🔹 English Translation:
    I bow to Kritika Nakshatra’s deity, Agni, who rides a ram,
    Holding the sacrificial ladle and granting protection with seven hands.

  • नक्षत्र मंत्र (Nakshatra Mantra)
  • 🔸 संस्कृत:
    आग्नेय नम:
    कृतिकाभ्यो नम:
  • 🔹 English Translation:
    Om! Salutations to Agni.
    Om! Salutations to the Kritika Nakshatra.
  • These mantras help in pacifying malefic effects and enhancing positive energies **************************************************

मुक्ति के लिए दान

What to Donate?
• Black gram (urad dal), sesame (til), black clothes, blue flowers, and loban (benzoin resin).
📖 (Source: Lal Kitab, Brihat Samhita, Tantra Shastra)

दान क्या करें?
उड़द, तिल, काले वस्त्र, नीले पुष्प, लोबान।
📖 (स्रोत: लाल किताब, बृहत संहिता, तंत्र शास्त्र)

Whom to Donate To?
• Donate to a black cow, an elderly person, or a servant.
📖 (Source: Skanda Purana, Vishnu Dharma Sutra, Jyotish Shastra)

दान किसे दें?
काली गाय, वृद्ध, सेवक।
📖 (स्रोत: स्कंद पुराण, विष्णु धर्मसूत्र, ज्योतिष शास्त्र)

3️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

Consume sesame rice, urad dal, or ginger before stepping out.
If Saturn is unfavorable in your birth chart, avoid eating urad dal.
📖 (Source: Ayurveda texts, Jyotish Shastra, Lal Kitab)

क्या खाएं?
तिल-भात, उड़द, अदरक में से कोई या सभी पदार्थ।
जिनका शनि ठीक हो, वे उड़द का प्रयोग करें।
📖 (स्रोत: आयुर्वेद ग्रंथ, ज्योतिष शास्त्र, लाल किताब)

🔹 For Success & Removing Saturn’s Negative Effects | सफलता के लिए

Worship Lord Shani and chant the following powerful mantras.
📖 (Source: Yajurveda, Shiva Purana, Brihat Parashara Hora Shastra, Tantra Shastra)

शनि देव की पूजा करें और निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।
📖 (स्रोत: यजुर्वेद, शिव पुराण, बृहत्पराशर होरा शास्त्र, तंत्र शास्त्र)

🕉 Shani Gayatri Mantra | शनि गायत्री मंत्र

🕉 "Om Surya Putraya Vidmahe |
Mrityu Rupaya Dhimahi |
Tanno Saurih Prachodayat ||"

📖 (Source: Rigveda, Yajurveda, Agni Purana)

🕉 " सूर्य पुत्राय विद्महे |
मृत्यु रूपाय धीमहि |
तन्नो सौरिः प्रचोदयात् ||"
📖 (स्रोत: ऋग्वेद, यजुर्वेद, अग्नि पुराण)

🔹 Alternative Mantra

🕉 "Om Bhagabhavaya Vidmahe |
Mrityu Rupaya Dhimahi |
Tanno Shanih Prachodayat ||"

📖 (Source: Yajurveda, Skanda Purana, Tantra Shastra)

🕉 "ऊँ भगभवाय विद्महे |
मृत्युरूपाय धीमहि |
तन्नो शनिः प्रचोदयात् ||"
📖 (स्रोत: यजुर्वेद, स्कंद पुराण, तंत्र शास्त्र)

🕉 "Om Pram Preem Proum Sah Shanaischaraya Namah ||"
📖 (Source: Brihat Parashara Hora Shastra, Lal Kitab, Tantra Shastra)

🕉 " प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ||"
📖 (स्रोत: बृहत्पराशर होरा शास्त्र, लाल किताब, तंत्र शास्त्र)

🔹 Jain Mantra for Saturn | जैन शनि ग्रह मंत्र

For planetary peace, remember Lord Shitalnath or Lord Munisuvrat Nath.
📖 (Source: Jain scriptures, Jain astrology texts)

श्री शीतलनाथ या श्री मुनिसुव्रतनाथ भगवान का स्मरण करें।
📖 (स्रोत: जैन ग्रंथ, जैन ज्योतिष ग्रंथ)

🕉 Jain Mantra for Saturn

🕉 "Om Hreem Shani Graharishta Nivaraka |
Shri Munisuvrat Nath Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

📖 (Source: Jain scriptures, Jain tantra texts)

🕉 " ह्रीं शनि ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री मुनिसुव्रत नाथ जिनेन्द्राय नमः |
सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"
📖 (स्रोत: जैन ग्रंथ, जैन तंत्र ग्रंथ)

📿 Chant 11, 31, or 54 times for maximum benefits.
📿 (11, 31 या 54 जाप करें)

By following these remedies, one can pacify Saturn’s negative effects and achieve stability, discipline, and success in life. ⚫✨
इन उपायों को करने से शनि ग्रह की अशुभता दूर होगी और जीवन में स्थिरता, अनुशासन एवं सफलता प्राप्त होगी। ⚫✨

 

 शनिवार

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

-सुख,सौभाग्य वृद्धि के लिए

स्नान जल मे काले तिल मिला कर स्नान करे | |

-पीपल वृक्ष की जड़ के समीप तैल का दीपक लगाए |

मंत्र बोले-ॐपिप्पलाद ऋषये नमः |

-  बाधा मुक्ति के लिए दान-उड़द ,तिल,काला,वस्त्र,,

नीले पुष्प,लोभान,करे |

दान -काली गाय,वृद्ध,सेवक,को दे सकते है||

घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिएतिल,भात ,उड़द,अदरख मे सेकोई या सभी पदार्थ उपयोग करना चाहिए |जिन का शनि ठीक हो वे उड़द प्रयोग करे |

सफलता के लिए -आज के मंत्र-

शनि का गायत्री मंत्र-

त्रिपद मंत्र की तुलना मे श्रेष्ठ पंच पाद गायत्री मंत्र प्रयोग करे  -

सूर्य पुत्राय विद्महे ,मृत्यु रुपाय धीमहि ,तन्नो सौरिः प्रचोदयात्

आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |  या

ऊॅ भगभवाय विद्महे मृत्युरूपाय धीमहि तन्नौ शनिः प्रचोदयात्

|आपो ज्योति रस अमृतम | आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥

जैन मंत्र-

णमो लोए सव्वसाहूणं|

ह्रीं शनि ग्रहा अरिष्ट निवारक णमो लोए सव्वसाहूणं|

श्री मुनि सुव्रत नाथ जिनेन्द्राय नम: सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

 

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Kundali Matching Expertise

Our expertise includes detailed analysis of Nadi Dosha, Mangal Dosha, Bhakoot Dosha, and Apvaad Niyam (exception rules) for accurate Kundali matching.

Key Considerations in Kundali Matching:

  1. Nadi Dosha:
    • There are 3-5 Nadi types affecting compatibility.
    • 13 Nakshatras naturally do not have Nadi Dosha.
  2. Mangal Dosha:
    • More than 35 exception rules apply for nullifying Mangal Dosha.
  3. Navamsa (D-9 Chart) Analysis:
    • Includes 5 Nadis, 9 Planets, and Lagna Rashi examination.
    • Each Nakshatra’s 4 phases (charanas) are evaluated.
  4. Unique Features:
    • Our analysis considers 30 key compatibility factors, whereas traditional Ashtakoot matching evaluates only 8 factors.

Marriage Compatibility Report:

  • A detailed, printable compatibility report of 6-10 pages is provided.
  • This depth of analysis is rare and not commonly available elsewhere.

For precise Kundali matching and remedies, feel free to connect.

संपर्क करें:
Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Sun City, Bangalore


एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है। परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।



कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email:
tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

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रामचरितमानस की चौपाईयाँ-मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक (ramayan)

*****मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक रामचरितमानस की चौपाईयाँ-       रामचरितमानस के एक एक शब्द को मंत्रमय आशुतोष भगवान् शिव ने बना दिया |इसलिए किसी भी प्रकार की समस्या के लिए सुन्दरकाण्ड या कार्य उद्देश्य के लिए लिखित चौपाई का सम्पुट लगा कर रामचरितमानस का पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होती हैं | -सोमवार,बुधवार,गुरूवार,शुक्रवार शुक्ल पक्ष अथवा शुक्ल पक्ष दशमी से कृष्ण पक्ष पंचमी तक के काल में (चतुर्थी, चतुर्दशी तिथि छोड़कर )प्रारंभ करे -   वाराणसी में भगवान् शंकरजी ने मानस की चौपाइयों को मन्त्र-शक्ति प्रदान की है-इसलिये वाराणसी की ओर मुख करके शंकरजी को स्मरण कर  इनका सम्पुट लगा कर पढ़े या जप १०८ प्रतिदिन करते हैं तो ११वे दिन १०८आहुति दे | अष्टांग हवन सामग्री १॰ चन्दन का बुरादा , २॰ तिल , ३॰ शुद्ध घी , ४॰ चीनी , ५॰ अगर , ६॰ तगर , ७॰ कपूर , ८॰ शुद्ध केसर , ९॰ नागरमोथा , १०॰ पञ्चमेवा , ११॰ जौ और १२॰ चावल। १॰ विपत्ति-नाश - “ राजिव नयन धरें धनु सायक। भगत बिपति भंजन सुखदायक।। ” २॰ संकट-नाश - “ जौं प्रभु दीन दयालु कहावा। आरति हरन बेद जसु गावा।। जपहिं ना...

दुर्गा जी के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए?

दुर्गा जी   के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों   के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए ? अभिषेक किस पदार्थ से करने पर हम किस मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं एवं आपत्ति विपत्ति से सुरक्षा कवच निर्माण कर सकते हैं | दुर्गा जी को अर्पित सामग्री का विशेष महत्व होता है | दुर्गा जी का अभिषेक या दुर्गा की मूर्ति पर किस पदार्थ को अर्पण करने के क्या लाभ होते हैं | दुर्गा जी शक्ति की देवी हैं शीघ्र पूजा या पूजा सामग्री अर्पण करने के शुभ अशुभ फल प्रदान करती हैं | 1- दुर्गा जी को सुगंधित द्रव्य अर्थात ऐसे पदार्थ ऐसे पुष्प जिनमें सुगंध हो उनको अर्पित करने से पारिवारिक सुख शांति एवं मनोबल में वृद्धि होती है | 2- दूध से दुर्गा जी का अभिषेक करने पर कार्यों में सफलता एवं मन में प्रसन्नता बढ़ती है | 3- दही से दुर्गा जी की पूजा करने पर विघ्नों का नाश होता है | परेशानियों में कमी होती है | संभावित आपत्तियों का अवरोध होता है | संकट से व्यक्ति बाहर निकल पाता है | 4- घी के द्वारा अभिषेक करने पर सर्वसामान्य सुख एवं दांपत्य सुख में वृद्धि होती...

श्राद्ध:जानने योग्य महत्वपूर्ण बातें |

श्राद्ध क्या है ? “ श्रद्धया यत कृतं तात श्राद्धं | “ अर्थात श्रद्धा से किया जाने वाला कर्म श्राद्ध है | अपने माता पिता एवं पूर्वजो की प्रसन्नता के लिए एवं उनके ऋण से मुक्ति की विधि है | श्राद्ध क्यों करना चाहिए   ? पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध किया जाना अति आवश्यक है | श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम ? यदि मानव योनी में समर्थ होते हुए भी हम अपने जन्मदाता के लिए कुछ नहीं करते हैं या जिन पूर्वज के हम अंश ( रक्त , जींस ) है , यदि उनका स्मरण या उनके निमित्त दान आदि नहीं करते हैं , तो उनकी आत्मा   को कष्ट होता है , वे रुष्ट होकर , अपने अंश्जो वंशजों को श्राप देते हैं | जो पीढ़ी दर पीढ़ी संतान में मंद बुद्धि से लेकर सभी प्रकार की प्रगति अवरुद्ध कर देते हैं | ज्योतिष में इस प्रकार के अनेक शाप योग हैं |   कब , क्यों श्राद्ध किया जाना आवश्यक होता है   ? यदि हम   96  अवसर पर   श्राद्ध   नहीं कर सकते हैं तो कम से कम मित्रों के लिए पिता माता की वार्षिक तिथि पर यह अश्वनी मास जिसे क्वांर का माह    भी कहा ज...

श्राद्ध रहस्य प्रश्न शंका समाधान ,श्राद्ध : जानने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?

संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...