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23Aug 2025– Lucky Hours task& zodiac sign ,भाग्यशाली समय (Lucky Hours) & कार्य (Auspicious Tasks) परामर्श

 

23Aug 2025 Lucky Hours task& zodiac sign - Right Work, Right Time —Right Zodiac,

Muhurt- Golden Moment of Success 🌟 
सही समय, सही राशि-काम ;कार्य समय सफलता का सुनहरा मुहूर्त!
🌟! Conquer Hurdles, Ensure Success
🔷 कौन सा काम, किस राशि वाले, किस समय करें -सफलता मिले – कार्य समय (मुहूर्त)
(Auspicious & Rare Time Indicators for Starting Special Tasks) 
(V.K.Tiwari-9424446706; Tiwaridixitastro@gmail.com;
 Kundli,Palmistry,Vastu,baby naminf,Mobile ,flat.Vechile number- Consult)
 Planet-Guided
🌟 Select Auspicious Time – For Work & Rashi |
"तिथि, दिन, गण्डान्त, विष घटी, (मुहूर्त )दोष शमन "
बलिनि लग्ने दोषा नश्यन्ति इति सिद्धान्तः
शुभ ग्रह युक्त लग्न - हजारों - दोषों का शमन.

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आज के भाग्यशाली समय (Lucky Hours)  शुभ कार्य (Auspicious Tasks)

🕉️भाग्यशाली समय (Lucky Hours) व राशि-आधारित कार्य

 "येन लग्ने शुभे कार्यं तेन कार्यं सफलं भवेत्।" (मुहूर्त चिंतामणि)

    "अनुकूले शुभे काले कुर्वीत कर्म संयतः।" (कालनिर्णय)
    "मूर्तिमान् कार्य-सिद्धिः काल-मुहूर्ताधीनता।" (निरण्यसिन्धु)

"दिवस-रात्र्योः समये निश्चयेन शुभाशुभम्।" (भद्रबाहु संहिता

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    Shubh Time depends on Local Sunrise (स्थानीय सूर्योदय समय पर ही शुभ समय निर्भर करता है)।
    यदि आपके नगर का सूर्योदय 06:03AM से अलग है, तो उपरोक्त समयों को उतना ही ± (Add or Subtract) कर लें।
    Example (उदाहरण): यदि सूर्योदय 06:12 AM है, तो हर शुभ समय को +10 मिनट आगे कर लीजिए।
  • 23aug-: आपके शहर के सूर्योदय (06:08) सूर्यास्त (18:36) समय के अनुसार निम्न सभी शुभ-अशुभ मुहूर्तों के समयों में आवश्यकतानुसार संशोधन करें।

    🌿 शुभ समय-सूची (कार्य-विशेष सहित)

  • अभिजित मुहूर्त — 11:57 से 12:47
    उपयुक्त: महत्वपूर्ण कार्य प्रारंभ, सरकारी कार्य, सौदे, गृह प्रवेश
  • विजय मुहूर्त — 14:27 से 15:17
    उपयुक्त: युद्ध, वाद-विवाद में जीत हेतु प्रयास, निवेश, नया व्यापार
  • गोधूलि मुहूर्त — 18:36 से 18:59
    उपयुक्त: गृह प्रवेश, पूजा, मंगल कार्य का प्रारंभ
  • सायाह्न सन्ध्या — 18:36 से 19:45
    उपयुक्त: संध्या आरती, देव पूजन, आध्यात्मिक साधना
  • अमृत काल — 22:27 से 24:05 (24 अगस्त)
    उपयुक्त: कोई भी दीर्घकालिक मंगल कार्य, विशेषकर विवाह
  • निशिता मुहूर्त — 23:59 से 00:45 (24 अगस्त)
    उपयुक्त: देवी-देवता का पूजन, तांत्रिक कार्य, मंत्र-सिद्धि

⚠️ अशुभ समय ग्रह-विशेष पूजन संकेत

  1. राहुकाल — 09:15 से 10:49
    • वर्जित कार्यकोई भी नया कार्य, यात्रा, लेन-देन, सौदा, शुभारंभ
    • प्रभावबाधा, हानि, विवाद की संभावना
    • पूजाराहु शांति हेतु दुर्गा / कालभैरव पूजा शुभ
  2. यमगण्ड — 13:56 से 15:29
    • वर्जित कार्ययात्रा, विशेषकर दक्षिण दिशा की; शुभ कार्य प्रारंभ
    • प्रभावरोग, कष्ट, मानसिक तनाव
    • पूजामंगल शांति हेतु हनुमान / मंगल ग्रह पूजा शुभ
  3. गुलिक काल — 06:08 से 07:42, 06:58 से 07:48
    • वर्जित कार्यसंपत्ति क्रय-विक्रय, दीर्घकालिक अनुबंध
    • प्रभावकार्य में देरी, बाधा
    • पूजाशनि शांति हेतु शनि देव पूजा / तैलाभिषेक शुभ
  4. दुर्मुहूर्त — 06:08 से 06:58
    • वर्जित कार्यसभी शुभ कार्य, पूजा का प्रारंभ
    • प्रभावकार्य विफल होना
    • पूजाकोई विशेष ग्रह पूजन नहीं, केवल शांतिपाठ
  5. वर्ज्य — 12:35 से 14:14
    • वर्जित कार्यमांगलिक कार्य, यात्रा, विवाह-सगाई
    • प्रभावहानि, विघ्न
    • पूजासामान्य शांति पाठ, विष्णु स्तुति
  6. गण्ड मूल
  7.  
    • वर्जित कार्यनवजात संस्कार, यात्रा
    • प्रभावबालकों हेतु अशुभ, मानसिक अशांति
    • पूजागण्डमूल नक्षत्र शांति पूजा
  8. बाण (चोर) — 07:34 से पूर्ण रात्रि
    • वर्जित कार्यचोरी से संबंधित भय, विवाह से बचना
    • प्रभावधन हानि, वैवाहिक जीवन में कलह
    • पूजाशिव पूजा / पार्वती पूजा
  • AVOIDAny new Work- TIM E-09:59-12:14
  • (राहुकाल या यमगण्ड+ मंगल,,शनि ,सूर्य,-होरा में)
  • शांति-पूजन नहीं करना चाहिए।

·         Only Routine Work-✅   Auspicious Tasks: Diplomacy, negotiation, partnership, law, art, fashion.    

 शुभ कार्य | Auspicious Actions:
वस्त्र पहनना | Wearing clothes
कृषि, बागवानी | Farming, gardening
विवाह, यज्ञ | Marriage, sacred rituals
व्यापार, यात्रा | Business, travel
पीतल से जुड़ा कार्य | Brass-related work
वर्जनीय | Avoid: कोर्ट कार्य, हिंसक निर्णय
📘 तुलायां विवाह व्यापारे शुभः” – Dharma Sindhu
विशेष | Note: Ideal for love, farming, rituals, भागीदारी, विधि, कला, फैशन।

📌 Work Type: semi Permanent /Unstable

Avoid: Aggression, isolated tasks.
वर्जित: आक्रामकता, एकाकी कार्य।
🔻 Rashi ki Safalta Sandigdh: Aries, Cancer
🔻 राशि की सफलता संदिग्ध: मेष, कर्क
🎯 Suitability: Educational , Interview , Meeting , Marketing ⚠️, Consultancy , Loan

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NORMAL AuspiciousTIME-12:20-12:45

  • वृश्चिक (-होरा बृहस्पति, शुक्र, चन्द्र, बुध )— उपासना/पूजन, दान-जप, शांत-कर्म में - पूजन -करना चाहिए।

     Auspicious Tasks: Research, investigation, medicine, occult, transformation.
       शुभ कार्य: अनुसंधान, जाँच, चिकित्सा, रहस्य, परिवर्तन।

📌 शुभ कार्य | Auspicious Actions:
राज्याभिषेक | Coronation
गोपनीय कार्य | Secretive work
नौकरी ज्वाइन | Joining duty
रिसर्च कार्य | Research tasks
वर्जनीय | Avoid: विवाह, भावना से निर्णय
📘 वृश्चिके रहस्यकर्मणि सिद्धिः” – Ratnakar
विशेष | Note: Great for military, strategy, joining new roles
📌 Work Type: Permanent/स्थायी
Avoid: Superficial, trivial tasks.
वर्जित: सामान्य, तुच्छ कार्य।
🔻 Rashi ki Safalta Sandigdh: Taurus, Aquarius
🔻 राशि की सफलता संदिग्ध: वृषभ, कुम्भ
🎯 Suitability: Educational ⚠️, Interview , Meeting , Marketing , Consultancy , Loan

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NORMAL -AuspiciousTIME-14:45-15:35

     Auspicious Tasks: Research, investigation, medicine, occult, transformation.
शुभ कार्य: अनुसंधान, जाँच, चिकित्सा, रहस्य, परिवर्तन।

📌 शुभ कार्य | Auspicious Actions:
राज्याभिषेक | Coronation
गोपनीय कार्य | Secretive work
नौकरी ज्वाइन | Joining duty
रिसर्च कार्य | Research tasks
वर्जनीय | Avoid: विवाह, भावना से निर्णय
📘 वृश्चिके रहस्यकर्मणि सिद्धिः” – Ratnakar
विशेष | Note: Great for military, strategy, joining new roles
📌 Work Type: Permanent/स्थायी
Avoid: Superficial, trivial tasks.
वर्जित: सामान्य, तुच्छ कार्य।
🔻 Rashi ki Safalta Sandigdh: Taurus, Aquarius
🔻 राशि की सफलता संदिग्ध: वृषभ, कुम्भ
🎯 Suitability: Educational ⚠️, Interview , Meeting , Marketing , Consultancy , Loan


Best- AuspiciousTIME-18:40--19:45

📌 शुभ कार्य | Auspicious Actions:
वस्त्र/आभूषण पहनना | Wear clothes & ornaments
कृषि, प्लांटेशन | Agriculture, plantation
जल यात्रा, भूमि निवेश | Water/land-related business
अस्त्र निर्माण | Weapons manufacturing
वर्जनीय | Avoid: भावुक निर्णय
📘 कुम्भे नवीन निर्माणं श्रेष्ठम्” – Kaumudi 
विशेष | Note: Ideal for technology, innovation, planning

🎯 Suitability: Educational ×, Interview ×, Meeting ×, Marketing ×, Consultancy ×, Loan ×

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Normal- AuspiciousTIME-21:40-22:40

      Auspicious Tasks: Courageous acts, surgery, military affairs, police, machinery, metal works.
       शुभ कार्य: शौर्य कार्य, सर्जरी, सैन्य कार्य, पुलिस, मशीनरी, धातु कार्य।

📌 शुभ कार्य | Auspicious Actions:
साहसिक निर्णय | Daring decisions
सेना/युद्ध कार्य | Military/War-related work
नौकरी आवेदन | Job applications
राज्याभिषेक | Royal coronation
यात्रा प्रारंभ | Starting travel
जमीन खुदाई | Land excavation
नवीन वस्त्र आभूषण धारण | Wearing new clothes/jewelry
• Agreement
हस्ताक्षर | Contract signing
वर्जनीय | Avoid: विवाह, सलाह, स्थिर निवेश
📘 मेषे लग्ने क्षिप्रकर्मणि सिद्धिः” – Muhurat Chintamani
विशेष | Note: Excellent for adventure, bold steps, sng
📌 Work Type: Temporary / अस्थायीUnstable
Avoid: Marriage, emotional decisions.
वर्जित: विवाह, भावनात्मक निर्णय।
🔻 Rashi ki Safalta Sandigdh: Cancer, Scorpio
🔻 राशि की सफलता संदिग्ध: कर्क, वृश्चिक
🎯 Suitability: Educational , Interview , Meeting , Marketing , Consultancy ⚠️, Loan

·         AuspiciousTIME-23:20-00:40

  • पूजन, दान-जप, शांत-कर्म - करना चाहिए।(-होरा बृहस्पति, शुक्र, चन्द्र, बुध)

      Auspicious Tasks: Wealth planning, art, beauty, decoration, clothing.
 शुभ कार्य: धन योजना, कला, सौंदर्य, सजावट, वस्त्र

📌 शुभ कार्य | Auspicious Actions:
वस्त्र पहनना | Wearing clothes
कृषि कार्य | Agriculture
जलाशय निर्माण | Building water tanks/ponds
विवाह, गृह प्रवेश | Marriage, House entry
दुकान शुरू करना | Opening a shop
पशु खरीदना | Buying cattle
वस्तु विक्रय या दान | Selling or donating items
वर्जनीय | Avoid: मुकदमेबाज़ी, तेजी के निर्णय
📘 स्थूल कार्ये वृषभे योगः” –

 Dharma Sindhu-Stabl nature work
विशेष | Note: Ideal for beauty, investing, housewarming

📌 Work Type: Stable / स्थायी
Avoid: Fast decisions, risky investments.
वर्जित: त्वरित निर्णय, जोखिम वाले निवेश।
🔻 Rashi ki Safalta Sandigdh: Leo, Aquarius
🔻 राशि की सफलता संदिग्ध: सिंह, कुम्भ
📅 Best Tithi/Day: Panchami (5th), Friday
📅 श्रेष्ठ तिथि/वार: पंचमी, शुक्रवार
🎯 Suitability: Educational , Interview ⚠️, Meeting , Marketing , Consultancy , Loan

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AVOID-AuspiciousTIME-01:20-03:00

    Auspicious Tasks: Education, speech, interview, communication, legal writing.
     शुभ कार्य: शिक्षा, वाणी, साक्षात्कार, संचार, विधिक लेखन।

📌 शुभ कार्य | Auspicious Actions:
काम, कला, विज्ञान | Art, science, technology
लेखन, शिल्प | Writing, craftsmanship
राज्य कार्य | Royal tasks
• Resume
बनाना | Resume making
वर्जनीय | Avoid: गृह प्रवेश, प्रेम निर्णय
📘 मिथुनो बुधबलसम्पन्ने कार्ये शुभः” – Kalnirnaya-

All  normal stable unstable work semi Permanent/Unstable both
विशेष | Note: Excellent for giving advice, applying intellect
📌 Work Type: Temporary / अस्थायी
Avoid: Surgery, construction, emotional confrontation.
वर्जित: सर्जरी, निर्माण, भावनात्मक विवाद।
🔻 Rashi ki Safalta Sandigdh: Pisces, Virgo
🔻 राशि की सफलता संदिग्ध: मीन, कन्या
🎯 Suitability: Educational , Interview , Meeting , Ma

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pt.V.K.Tiwari-Astro Palmist Vastu-(Since1972)

*(1-Muhurt,2-Kundi creation&Kudli match ,Child Birth Remdy & best suitable time for Child birth date-

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🔱 उग्र देवता पूजा हेतु उपयुक्त समय

  1. निशीथ काल (मध्यरात्रि पूजा)
    ⏰ रात्रि 11:45 बजे से 12:45 बजे तक
    – काली, धूमावती, भैरव साधना के लिए श्रेष्ठ।
    – इस समय मंत्रसिद्धि और तांत्रिक प्रयोग शीघ्र सफल होते हैं।

  2. प्रदोष काल (सूर्यास्त के बाद का समय)
    ⏰ सूर्यास्त से लगभग 2 घंटे (लगभग 6:45 PM – 8:45 PM)
    – भैरव, दुर्गा, काली पूजन हेतु उपयुक्त।
    – दीप, धूप, नैवेद्य अर्पण करने से उग्र ग्रह दोष शांत होते हैं।

  3. अमावस्या रात्रि का मध्य (गहन अंधकार समय)
    ⏰ रात्रि 12:00 से 3:00 बजे तक
    – धूमावती व महाकाली की साधना का सर्वश्रेष्ठ समय।
    – इस समय जप-हवन से भूतप्रेत बाधा, रोग-बाधा, दरिद्रता का नाश होता है।


📜 शास्त्रीय प्रमाण

"अमावास्यायां रात्रौ तु कालीभैरवपूजनम्।
सिद्धिकरं भवेन्नित्यं सर्वविघ्नविनाशनम्॥"
(तंत्रसार)

अर्थ: अमावस्या की रात्रि में काली-भैरव पूजन करने से सिद्धि प्राप्त होती है और सभी विघ्नों का नाश होता है।


🌑 विशेष निर्देश

  • दुर्गा पूजा – प्रदोष एवं मध्यरात्रि में दीपदान एवं सप्तशती पाठ।

  • काली पूजा – मध्यरात्रि, श्मशान या मंदिर में हवन व बलिदान (नैवेद्य) सहित।

  • भैरव पूजा – प्रदोष व रात्रि 12 बजे के बीच तेल-दीपक, मदिरा-नैवेद्य से।

  • धूमावती पूजा – अमावस्या मध्यरात्रि, नींबू-दीप व धूप से।




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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...