ग्रह मैत्री राशि से लेना स्थूल सतही ,अनुचित | ज्योतिष ग्रंथों के आधार पर नाड़ी को छोड़कर सभी दोषों का परिहार , केवल राशि के स्वामी में मित्रता , लग्नेश के स्वामी मित्रता , नवांश राशि के स्वामी में मित्रता होने पर परिहार हो जाता है | - राशि लगभग 60 घंटे अबधि की होती है । राशि अर्थात समूह Group , दो से अधिक नक्षत्र का समूह।जैसे मेष राशि , अश्वनी , भरणी एवं कृत्तिका नक्षत्र का आधा भाग। जब नक्षत्र ले रहे तो उसका स्वामी भी लेना चाहिए।प्रत्येक नक्षत्र के चार चरण होते हैं । 06 घंटे लगभग एक चरण की अवधि होगी । नक्षत्र का स्वामी पृथक होता है और उसके चारों चरणों के स्वामी भी पृथक पृथक होते हैं। विशेष- जन्म नक्षत्र के द्वारा अभी तक किसी भी सॉफ्टवेयर में ,जन्म नक्षत्र के स्वामी कौन हैं ? नक्षत्र के चरणों के स्वामी कौन हैं ?, गणना नहीं की जाती है ।न ही ज्योतिषियों का अधिकांश न क्षत्र के चरणों के आधार पर मैत्री का प्रयोग करता है | ग्रह मैत्री जैसी बड़ी बात को राशि का आधार पर लिया जाता है | इसकी तुलना में जब नक्षत्र के चरणों के स्वामी
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