शिव पूजा निष्फल हो जाएगी , क्या नही किया तो ? रहस्य पटाक्षेप। ( रुद्राक्ष कौन पहन सकता है ? त्रिपुंड कौन लगा सकता है ? नैवेद्य निर्माल्य ग्राह्य -अग्राह्य ?) शिव पूजन:प्रारंभिक तैयारी- किसी भी कार्य के अनुकूल परिणाम के लिए पूर्ण फल प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि , उस कार्य की जो विधि process हो अथवा उसका अनुपालन किया जाना चाहिए। शिवजी संपूर्ण भारतवर्ष में सर्वाधिक लोकप्रिय देव के रूप में अवस्थित है।शिव जी की पूजा करते समय जाने अनजाने में भी यदि हम विधि या process की अवज्ञा , अवहेलना , उल्लंघन करतेहैं तो निश्चित रूप से हमें पूर्ण फल या हमें अपने प्रयास के परिणाम पूर्ण तरह नहीं प्राप्त होते हैं ।इसलिए शिव भक्तों के लिए कतिपय आवश्यक बिंदुओं पर ध्यान दिया जाना अपरिहार्य है- 1 - शिवपूजा किस स्थान पर करना उत्तम- तीर्थ स्थान , सबसे बड़ी नदियों के किनारे , शिवालय मंदिर एवं बिल्व वृक्ष की छाया में या उसकी जड़ के संमीप की गई शिव पूजा का विशेष महत्व एवं फल वर्णित है. 2- शिवपूजा उत्तर की ओर मुँह कर करना चा
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