महाशिवरात्रि पर्व 11 मार्च2021 ही –कतिपय प्रामाणिक ज्ञातव्य तथ्य शिवरात्रि व्रत अर्थातआयु एवं एश्वर्य –सप्रमाण) ( पंडित विजेंन्द्र कुमार तिवारी -9424446706 , सम्बद्ध-दिव्य विश्वेश्वर पंचांग /तिथि पत्रक ; JYOTISH9999@GMAIL । COM ) विषय -जनहित मे अति आवश्यक , कृपया अपने प्रबुद्ध पाठको को सत्य जानकारी से अवगत , निवेदित || संदर्भ- समाचार पत्र मे भ्रामक (त्रुटि पूर्ण) महाशिव रात्री व्रत की जानकारी प्रकाशन विषयक | 1- मकर संक्रांति भी त्रुटि पूर्ण 15 जनवरी प्रकाशित हुई | शिवरात्रि संबन्धित प्रमाण –अनेकों ग्रंथ मे हैं कतिपय ग्रंथो का उल्लेख – *13 फरवरी को प्रदोष ,10.34 से चतुर्दशी (दृक ) 14 फरवरी को केवल 00.46 तक चतुर्दशी | उसके बाद अमावस्या | *ईशान संहिता - माघ कृष्ण चतुर्दशी की महादशा में करोड़ों सूर्य के समान लिंग रूप से उत्पन्न हुए शिवरात्रि व्रत में तिथि तत्काल व्यापिनी ली जाना चाहिए | ( 13 फरवरी को इस नियम के अनुसार रात्रि 10:00 बज कर 34 मिनट पर चतुर्दशी तिथि इस आधार पर तब तत्काल व्यापिनी सिद्धांत लागू होता है | - प्रदोष
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