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27.08.2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & Remedies Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

 

27.08.2025 – भविष्य Bilingual 🌞जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & Remedies
Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

🪔 By Renowned Astrologer, Vastu Expert & Palmist – V.K. Tiwari (Since 1972)

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):

📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)
📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)

📧 ईमेल (Email): ✨ tiwaridixitastro@gmail.com
📞 संपर्क (Contact): 📲 +91 9424446706
कुंडली निर्माण (Horoscope Making)
विवाह मिलान (Marriage Matching)
रत्न परामर्श (Gemstone Consultation)


🌸 विनायकि गणेश चतुर्थी | Vinayaki Ganesh Chaturthi 🌸

🪔 श्री गणेश प्राकट्य दिन | Shri Ganesh Prakatya Din
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को विनायकी गणेश चतुर्थी कहा जाता है। यह दिन श्री गणेश जी के प्राकट्य का माना गया है। इस दिन व्रत रखने से विघ्न-बाधा दूर होती है और बुद्धि, विद्या, आरोग्य तथा सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। | On Bhadrapada Shukla Chaturthi, Vinayaki Ganesh Chaturthi is observed. It is believed to be the appearance day of Lord Ganesha. Fasting on this day removes obstacles and grants wisdom, health, and prosperity.

🌺🙏 इस दिन गणेश पूजन में दुर्वा, मोदक, चंदन, और लाल पुष्प अर्पित करना अत्यंत शुभ माना गया है। | Offering Durva grass, Modak, Sandal, and Red flowers to Lord Ganesha on this day is highly auspicious

🌟 व्रत ज्योतिषीय संयोग | Vrat & Astrological Combination
इस वर्ष व्रत चित्रा नक्षत्र तथा कन्या राशि में बुधवार के दिन पड़ रहा है, जो विशेष फलप्रद है। बुध ग्रह स्वयं गणपति के अधिपति माने जाते हैं, अतः यह संयोग शुभ और सिद्धिदायक है। | This year, the fast coincides with Chitra Nakshatra, Virgo sign, and Wednesday. Since Mercury (Budh) is associated with Lord Ganesha, this combination is considered especially auspicious and fruitful. चन्द्र-दर्शन निषेधभाद्रपद शुक्ल चतुर्थी (भद्रा/भाद्रशुक्ल चतुर्थी) – 27 अगस्त 2025

🙏 शास्त्रों में स्पष्ट कहा गया है कि भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को रात्रि में चन्द्रमा का दर्शन वर्जित है। इसे चन्द्र-दर्शन निषेध कहते हैं। कारण यह है कि इस दिन चन्द्रदर्शन से मिथ्या आरोप (झूठा कलंक, अपयश) लगता है।

📜 ग्रन्थ प्रमाण (श्लोक)
निर्ण्यसिन्धु व्रतखण्ड, भद्रशुक्लचतुर्थीव्रतनिर्णयः:

भाद्रे मासि चतुर्थ्यां तु
चन्द्रदर्शनमाचरेत्
मिथ्या दोषं लभेत् सद्यः
श्रीकृष्णेनोदितं यथा

(अर्थभाद्रपद शुक्ल चतुर्थी की रात्रि में यदि कोई चन्द्रमा का दर्शन करता है तो उसे मिथ्या दोष प्राप्त होता है। यही कारण है कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण पर स्यमंतक मणि चोरी का झूठा कलंक लगा था।)

⚠️ निषेध का कारण
इस दिन चन्द्रमा का दर्शन करने से व्यक्ति पर अपवाद, झूठा आरोप, बदनामी, कार्यविघ्न का योग बनता है।

🌙 अपवाद उपाय
यदि भूल से दर्शन हो जाए तो:

  • श्रीकृष्ण की कथा या स्यमंतक मणि उपाख्यान सुनना चाहिए।
  • नमो भगवते वासुदेवाय या गणेश गायत्री मंत्र का जप करें।

📅 27 अगस्त 2025 (बुधवार)
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी (विनायक चतुर्थी) पर यह चन्द्र-दर्शन निषेध लागू है।


👉 क्या आप चाहेंगे कि मैं 27.8.2025 के लिए चन्द्र-दर्शन निषिद्ध समयावधि (कितने बजे से कितने बजे तक) भी सटीक रूप से पंचांग अनुसार निकाल दूँ?

🌸 शिवा चतुर्थी | Shiva Chaturthi 🌸

📖 महत्व | Significance
प्रत्येक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को शिवा चतुर्थी कहा जाता है। इसे संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान शिव और श्री गणेश दोनों के पूजन का माना गया है। | Every month, the Krishna Paksha Chaturthi is called Shiva Chaturthi, also known as Sankashti Chaturthi. It is dedicated to the worship of Lord Shiva as well as Lord Ganesha.

🌟 धार्मिक मान्यता | Religious Belief

·         इस व्रत का पालन करने से जीवन की संकट-बाधाएँ दूर होती हैं।

·         यह व्रत करने वाले को शिव एवं गणेश दोनों की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।

·         संतान, सुख-समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है।
| Observing this fast removes obstacles and difficulties in life. The devotee receives the blessings of Lord Shiva and Lord Ganesha. It bestows children, prosperity, and health.

🔱 पूजन विधि | Puja Method
1️ प्रातः स्नान कर संकल्प लें।
2️ शिवलिंग पर जल, बिल्वपत्र, धतूरा और अक्षत अर्पित करें।
3️ गणेश जी को दूर्वा, मोदक और लाल पुष्प अर्पित करें।
4️ नमः शिवाय तथा गं गणपतये नमः मंत्रों का जप करें।
| Take a vow after morning bath, offer water, bilva leaves, dhatura, and rice to Shiva. Offer Durva grass, Modaks, and red flowers to Ganesha. Chant Om Namah Shivaya and Om Gam Ganapataye Nama

🌺 फल | Benefits
इस व्रत से पापों का क्षय, संतोष, आयु वृद्धि, धन, संतान सुख और सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। | This fast destroys sins, grants contentment, longevity, wealth, progeny happiness, and success in all endeavors.


 

🔵 आज का शुभ संकेत | Auspicious Indications for Today

यदि जन्म नक्षत्र निम्न में से कोई हो तो दिन अनुकूल रहेगा।
If the birth Nakshatra is one of the following, the day will be favorable.

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, सभी मंगल कार्य, देव-दर्शन, संधि, विवाह, बैंक संबंधित कार्य) सफल होंगे।
(Future travel, new ventures, worship, oaths, construction, applications, policy-making, planning, meetings with senior officials, charity, all auspicious deeds, deity visits, agreements, marriage, banking & long-term commitments will be successful.)

शुभ नक्षत्र | Favorable Nakshatras:
(Bharani, Rohini, Ardra, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Vishakha, Jyeshtha, Purvashada, Shravana, Shatabhisha, Purva Bhadrapada)


राशि भविष्य (Horoscope) – Hindi & English

1. मेष (Aries)

  • वित्त/व्यवसाय (Finance/Business): आर्थिक लाभ, रुका हुआ धन मिलेगा। (Financial gains, pending money recovered.)
  • स्वास्थ्य (Health): मन शांत रहेगा। (Peaceful mind, good health.)
  • प्रेम (Love): दाम्पत्य जीवन सुखी रहेगा। (Happy married life.)

2. वृष (Taurus)

  • वित्त/व्यवसाय: सफलता मिलेगी, प्रतिष्ठा बढ़ेगी। (Success and recognition.)
  • स्वास्थ्य: मनोबल मजबूत रहेगा। (Strong morale, good health.)
  • प्रेम: मित्रों से सहयोग मिलेगा। (Support from friends.)

3. मिथुन (Gemini)

  • वित्त/व्यवसाय: व्यापार में कठिनाइयाँ। (Business challenges.)
  • स्वास्थ्य: मानसिक तनाव, सतर्क रहें। (Mental stress, be cautious.)
  • प्रेम: धैर्य बनाए रखें। (Maintain patience.)

4. कर्क (Cancer)

  • वित्त/व्यवसाय: खर्चे बढ़ सकते हैं। (Increased expenses.)
  • स्वास्थ्य: मानसिक अस्थिरता। (Mental instability.)
  • प्रेम: संबंधों में उतार-चढ़ाव। (Ups and downs in relationships.)

5. सिंह (Leo)

  • वित्त/व्यवसाय: बकाया धन मिलेगा। (Pending money recovery.)
  • स्वास्थ्य: मानसिक शांति। (Mental peace.)
  • प्रेम: मित्रों संग अच्छा समय। (Good time with friends.)

6. कन्या (Virgo)

  • वित्त/व्यवसाय: धन हानि की संभावना। (Possible financial loss.)
  • स्वास्थ्य: कमजोरी महसूस होगी। (Feeling weak.)
  • प्रेम: कठिनाइयाँ संभव। (Possible difficulties in love.)

7. तुला (Libra)

  • वित्त/व्यवसाय: आर्थिक उन्नति। (Financial growth.)
  • स्वास्थ्य: रोगों से मुक्ति। (Relief from illnesses.)
  • प्रेम: दाम्पत्य जीवन सुखद। (Harmonious married life.)

8. वृश्चिक (Scorpio)

  • वित्त/व्यवसाय: खर्चे बढ़ सकते हैं। (Increased expenses.)
  • स्वास्थ्य: मानसिक बेचैनी। (Mental restlessness.)
  • प्रेम: अनपेक्षित समस्याएँ। (Unexpected issues in love.)

9. धनु (Sagittarius)

  • वित्त/व्यवसाय: धन लाभ, संपत्ति वृद्धि। (Financial gains, asset growth.)
  • स्वास्थ्य: मानसिक शांति। (Mental peace.)
  • प्रेम: सुखद समय। (Pleasant time in love.)

10. मकर (Capricorn)

  • वित्त/व्यवसाय: सफलता मिलेगी। (Success in work.)
  • स्वास्थ्य: सामान्य रूप से अच्छा। (Generally good health.)
  • प्रेम: संबंधों में मजबूती। (Stronger relationships.)

11. कुंभ (Aquarius)

  • वित्त/व्यवसाय: अधिक परिश्रम करना पड़ेगा। (More effort required.)
  • स्वास्थ्य: अनिद्रा, थकान। (Insomnia, fatigue.)
  • प्रेम: विवाद से बचें। (Avoid conflicts.)

12. मीन (Pisces)

  • वित्त/व्यवसाय: आर्थिक स्थिति कमजोर। (Weak financial condition.)
  • स्वास्थ्य: पाचन, श्वसन समस्याएँ। (Digestion and breathing issues.)
  • प्रेम: समन्वय की कमी। (Lack of coordination in love.)

आज का उपाय (Today's Remedy):

मंत्र (Mantra):
🔹 "ॐ त्वष्टाये नमः।" (Om Tvashtaye Namah.)

वायुदेव पूजन (Worship of Vayu Dev):
🔹 वायुदेव की पूजा करने से शक्ति और संतोष प्राप्त होते हैं। (Worshiping Lord Vayu grants strength and satisfaction.)

📖 ऋग्वेद 1.90.9 मंत्र:
"
नमस्ते वायो, त्वमेव प्रत्यक्ष ब्रह्मासि, त्वामेव प्रत्यक्षं ब्रह्म वदिष्यामि। तन्मामवतु।"
(Salutations to Vayu, you are the visible Brahman. I declare you as the visible Brahman. Protect me.)

📖 अन्य मंत्र (Alternate Mantra):
"
ऊँ वां वायवे प्रारणधिपतये हरिण वाहनाय अकुश हस्ताय सपरिवाराय नमः।"
(Om Vam Vayave Praranadhipataye Harina Vahanaya Akush Hastaya Sapariwaraya
Namah.)

दान (Charity):

  • गाय का घी दान करें (Donate cow ghee.)
  • वस्त्र दान से सुख-सौभाग्य बढ़ता है। (Donating clothes enhances happiness and prosperity.)

 

📖 संदर्भ ग्रंथ: गणेश पुराण, पद्म पुराण
🐘 देवता: गणेश (Ganesh)
🔮 श्राद्ध फल: शत्रु बाधा निवारण। (गणेश पुराण, उत्तर खंड अध्याय 15)
🚫 वर्जित भोजन: नमक। (पद्म पुराण, सृष्टि खंड अध्याय 39)
🍽 अनुशंसित भोजन: नमक रहित भोजन करें। (गणेश पुराण अध्याय 18)
🎁 अनुशंसित दान: तिल एवं मूली का दान करें। (पद्म पुराण)
🕉 मंत्र: श्री गणेशाय नमः।

Wednesday – Remedies for Prosperity & Success 🟢

🟢 बुधवार - अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय 🟢

1️ For Good Fortune & Prosperity | सौभाग्य वृद्धि के लिए

Bathing Ritual:

  • Mix river or pilgrimage water, rice, pearls, honey, nutmeg, and long pepper (Pipramool) in bathwater and take a bath.
    स्नान विधि:
  • स्नान जल में नदी या तीर्थ जल, चावल, मोती, शहद, जायफल, पिपरामूल मिलाकर स्नान करें।

 

2️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति हेतु दान

  • Donate: Green gram (moong dal), green clothes, green bangles, spinach, fruits, camphor.
  • Whom to Donate To? Girls, traders, and transgender individuals.

2️ दान करें:

  • मूंग, हरा वस्त्र, हरी चूड़ी, पालक, फल, कपूर।
  • दान प्राप्तकर्ता: कन्या, व्यापारी, किन्नर।

 

3️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

  • Consume moong, sesame seeds, coriander, or milk.
  • If Mercury (Budh) is favorable in your chart, you may also have curd.

3️ उपाय:

  • घर से निकलने से पहले मूंग, तिल, धनिया, दूध में से कोई पदार्थ खाएं।
  • जिनका बुध अनुकूल हो वे दही अवश्य लें।

🔹 For Stress Relief & Success | तनाव, परेशानी रोकने एवं सफलता के लिए

  • Worship Mercury (Budh) and chant the following powerful mantras.
  • बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Mercury Gayatri Mantra | बुध ग्रह गायत्री मंत्र

🕉 "Om Saumyarupaya Vidmahe |
Banesaya Dhimahi |
Tanno Budhah Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam ||"

🕉 "ओम सौम्यरूपाय विद्महे |
बाणेशाय धीमहि |
तन्नो बुध प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रस अमृतम ||"

🕉 Budh Beej Mantra | बुध बीज मंत्र

🕉 "Om Bram Breem Broum Sah Budhaya Namah ||"
🕉 "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ||"

 

🔹 Jain Mantra for Mercury | जैन बुध ग्रह मंत्र 🔹

  • Remember Lord Vimalnath or Lord Mallinath for protection from Mercury afflictions.
  • श्री विमलनाथ या श्री मल्लिनाथ भगवान का स्मरण करें।

🕉 "Om Hreem Namo Uvajjhayanam ||"
🕉 "ॐ ह्रीं णमो उवज्झायाणं ||"

🕉 "Om Hreem Budhagraha Arishta Nivaraka |
Shri Mallinath Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं बुधग्रह अरिष्ट निवारक |
श्री मल्लिनाथ जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरू कुरू स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

 

बुधवार

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-सौभाग्य वृद्धि के लिए

1-स्नान जल मे नदी या तीर्थ जल,चावल,मोती  शहद,

जायफल ,पिपरामुल ,नदी या तीर्थ जल; मिला कर स्नान करे ||

 2- बाधा मुक्ति के लिए दान- मूंग ,हरा वस्त्र ,हरी चूड़ी,पालक ,फल कपूर |         

  दान दे -कन्या,व्यापारी, किन्नर को दे    |

3-दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं––मूंग ,तिल,धनिया ,दूध मे से कोई पदार्थ || जिनका बुध अनुकूल हो वे दही Curd अवश्य ले सकते हैं |

तनाव ,परेशानी रोकने एवं सफलता के लिए मंत्र-

बुध ग्रह का गायत्री मंत्र-

ओम सौम्यरूपाय विद्महे बाणेशाय धीमहि

तन्नो बुध प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |

ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ॥

जैन मंत्र-

श्री विमलनाथ या श्री मल्लिनाथ भगवान का स्मरण करे-

ॐ ह्रीं णमो उवज्झायाणं |

ॐ ह्रीं बुधग्रह अरिष्ट निवारक-श्री मल्लिनाथ जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरुकुरु स्वाहा।

मम (.अपना नाम.) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

 

By following these remedies, one can neutralize Mercury’s negative effects and attain intelligence, financial success, and peace. 🟢✨
इन उपायों को करने से बुध ग्रह की अशुभता दूर होगी और बुद्धि, व्यापार में सफलता एवं शांति प्राप्त होगी। 🟢✨

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🔷 जन्म नक्षत्र नाम चयन की चेतावनी | Birth Star & Name Selection Warning

🔴 जन्म नक्षत्र पर आधारित नाम असफलताएँ दे सकता है।
🟡 A name based solely on Birth Nakshatra can lead to recurring failures.
📎 Consult for accurate analysis:
🔗 Common Mistakes in Name Selection →


📜 कुंडली निर्माण संदर्भ | Horoscope Accuracy Note

📌 कुंडली निर्माण (Horoscope Making)केवल विशोत्तरी दशा ही नहीं,   42 दशाएँ    होती हैं।
📌 Note: Vimshottari Dasha is not always applicable in every horoscope. Always verify with divisional charts.

 

 

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Kundali Matching Expertise-no where else

Our expertise includes detailed analysis of Nadi Dosha, Mangal Dosha, Bhakoot Dosha, and Apvaad Niyam (exception rules) for accurate Kundali matching.

Key Considerations in Kundali Matching:

  1. Nadi Dosha:
    • There are 3-5 Nadi types affecting compatibility.
    • 13 Nakshatras naturally do not have Nadi Dosha.
  2. Mangal Dosha:
    • More than 35 exception rules apply for nullifying Mangal Dosha.
  3. Navamsa (D-9 Chart) Analysis:
    • Includes 5 Nadis, 9 Planets, and Lagna Rashi examination.
    • Each Nakshatra’s 4 phases (charanas) are evaluated.
  4. Unique Features:
    • Our analysis considers 30 key compatibility factors, whereas traditional Ashtakoot matching evaluates only 8 factors.

Marriage Compatibility Report:

  • A detailed, printable compatibility report of 6-10 pages is provided.
  • This depth of analysis is rare and not commonly available elsewhere.

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एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है। परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।



कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

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Email:
tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

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संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...