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22.08.2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & Remedies Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

 


22.08.2025 – भविष्य Bilingual 🌞जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & Remedies
Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies
🪔 By Renowned Astrologer, Vastu Expert & Palmist – V.K. Tiwari (Since 1972)


 

📚 विशेष परामर्शदाता:
🔹 डॉ. आर. दीक्षित🏛 वास्तु विशेषज्ञ
🔹 डॉ. एस. तिवारी🔱 वैदिक ज्योतिषाचार्य
📧 Email: tiwaridixitastro@gmail.com | 📞 +91 9424446706


22 अगस्त 2025 (Friday | Shukravar)
🌙 नक्षत्र (Nakshatra): आश्लेषा (Ashlesha) – चन्द्रमा कर्क राशि में
🕉 तिथि (Tithi): कृष्ण चतुर्दशीअमावस्या आरम्भ 11:56 AM से

🔹 विशेष योग और दोष:

·         पितृ/पितोरी अमावस्या प्रारम्भ – 11:56 बजे से

·         घोर चतुर्दशी (Darsha/Amavasya Puja)

·         भद्रा (Bhadra) – प्रारम्भ 12:50 PM से, भूमि संबंधित कार्यों पर निषेध प्रभाव

·         व्यतीपात योग – 16:11 बजे तक (अशुभ फलकारक, नये कार्य, विवाह, सौंदर्य-श्रृंगार हेतु वर्जित)

·         आश्लेषा मूल दोषविशेषकर नये वस्त्र, आभूषण, चूड़ी, मेंहदी, श्रृंगार आदि कार्यों पर प्रतिकूल फल

·         https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/08/22-2025-result.html

·         नये वस्त्र, वस्तु, आभूषण, श्रृंगार, विवाह, यात्रा, गृहकार्य, पूजा = पूर्णतः वर्जित।
केवल श्राद्ध, पितृ-तर्पण, दान (अन्न, तिल, वस्त्र), शिव-पूजन, महामृत्युंजय जप, दीपदान = परम शुभ।
भोजन में सात्त्विक आहार ही लें, तामसिक वस्तुएँ वर्जित।

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उपयोगी कार्य (Auspicious Activities):

ध्वज, पताका निर्माण, राज-संबंधी कार्य, वास्तु, संगीत, विद्या से जुड़े काम।
(Flag/banner making, royal affairs, Vastu, music, and education-related work.)

कार्य के पूर्व एवं घर से प्रस्थान पूर्व (Before starting work or leaving home):

कामदेव की पूजा करने से उत्तम भार्या सहयोग एवं सभी कामनाएं पूर्ण होती हैं।
(Worshipping Kamdev brings better spousal support and fulfillment of all desires.)
🔹 मंत्र (Mantra): काम देवाय नम: (Om Kam Devaya Namah)

विशेष उपाय (Special Remedies):

🔹Must- यह सभी के लिए उपयोगी है, परंतु सिंह, धनु, कुम्भ राशि के लिए विशेष रूप से लाभकारी।
(This is beneficial for everyone, but especially for Leo, Sagittarius, and Aquarius signs.)

परहेज (Avoidance):

🔹 बैंगन भोजन एवं आंवले से बने व्यंजन का प्रयोग करें।
(Avoid consuming brinjal (eggplant) and dishes made from Indian gooseberry (Amla).)

  आज नए वस्त्र एवं आभूषण धारण करने के संभावित प्रभाव

Effects of Wearing New Clothes & Jewelry Today

🔹 जब भी इस वस्त्र या आभूषण को भविष्य में उपयोग करेंगे तो:
हानि, व्यय, आकस्मिक खर्च बढ़ सकता है। कार्य लंबित रह सकते हैं, सफलता में रुकावटें सकती हैं।
(Whenever these clothes or jewelry are used in the future, there may be loss, expenses, sudden financial burdens, and obstacles in success.)


शुभ नक्षत्र (Auspicious Nakshatras)

आश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद
(Ashwini, Bharani, Rohini, Ardra, Pushya, Magha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Anuradha, Moola, Purvashadha, Shravana, Shatabhisha, Uttara Bhadrapada)

📌 इन नक्षत्रों में जन्मे व्यक्तियों के लिए यह दिन सफलता और सुख प्रदान करेगा।
(For people born under these Nakshatras, today will be a successful and joyful day.)


⚠️ विशेष सावधानी (Special Caution)

उत्तराषाढ़ा के अंतिम 2, 3, 4 चरण, एवं श्रवण, धनिष्ठा के प्रथम 1, 2 चरण में जन्मे लोग तथा मकर, कन्या, वृष राशि के लिए सफलता की संभावना कम रहेगी।
(People born in the last 2, 3, 4 phases of Uttara Ashadha and first 1, 2 phases of Shravana and Dhanishta Nakshatras, as well as Capricorn, Virgo, and Taurus signs, may have lower chances of success today.)

📌 सुझाव: केवल दैनिक नियमित कार्य करें।
(Suggestion: Focus only on daily routine tasks.)


⚠️ नाम के प्रथम अक्षर (First Letter of Name) के प्रभाव

🔹 निम्नलिखित अक्षरों से शुरू होने वाले नाम वाले व्यक्ति, कंपनियाँ, स्थान, या संस्थान के लिए दिन बाधक सिद्ध हो सकता है:
(For individuals, businesses, places, or organizations whose names start with the following letters, today may bring challenges.)

🚫 "ये, यो, , भी, भू, , , , भे, मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे, चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, "

📌 इस नाम वाले लोगों को अनुष्ठान, पूजा, दान, क्रय-विक्रय, निर्णय लेने से बचना चाहिए।
(People with these initials should avoid rituals, worship, donations, buying-selling, or making big decisions today.)

शेष सभी नामों के लिए दिन सामान्य रहेगा।
(For all other names, the day will be normal and favorable.)

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🔮 राशिफल (Zodiac Predictions) | आज का भविष्य

🔮 Today's Horoscope & Predictions


मेष (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

⚠️ कार्यक्षेत्र में संघर्ष रहेगा, व्यापार में भी कुछ चुनौतियाँ सकती हैं। धैर्य और आत्मसंयम बनाए रखें, जल्दबाजी में निर्णय लें।
(Struggles at the workplace, challenges in business. Maintain patience and self-discipline, avoid hasty decisions.)


वृषभ (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो

नए अवसरों की प्राप्ति होगी, आर्थिक रूप से दिन अनुकूल रहेगा। परिवार में कोई शुभ समाचार मिल सकता है जिससे मन प्रसन्न रहेगा।
(New opportunities, financial stability. Good news in the family will bring happiness.)


मिथुन (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को,

⚠️ स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें, पुरानी बीमारी परेशान कर सकती है। अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रखें, धन की तंगी सकती है।
(Be cautious about health, old ailments may trouble you. Control unnecessary expenses to avoid financial strain.)


कर्क (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

नौकरी में प्रमोशन या नए प्रोजेक्ट का अवसर मिल सकता है। कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए दिन अनुकूल रहेगा, भाग्य का साथ मिलेगा।
(Possibility of promotion or a new project in job. A good day to make important decisions with luck in your favor.)


सिंह (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

⚠️ व्यवसाय में जोखिम लेने से बचें, धन हानि की संभावना है। दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप करें, विवाद से बचें और धैर्य रखें।
(Avoid taking business risks, chances of financial loss. Do not interfere in others’ matters, avoid conflicts, and be patient.)


कन्या (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो

आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा और मानसिक शांति मिलेगी।
(Financial stability improves, blocked money may be recovered. Good time with family, leading to mental peace.)


तुला (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

नए अवसर मिल सकते हैं, करियर में उन्नति के योग हैं। विवाह योग्य लोगों को शुभ समाचार मिल सकता है, दांपत्य जीवन मधुर रहेगा।
(New opportunities, career advancement possible. Good news for marriage-eligible individuals, marital life will be harmonious.)


वृश्चिक (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

⚠️ कार्यस्थल पर समस्याएं सकती हैं, वरिष्ठ अधिकारियों से विवाद से बचें। धन की स्थिति अस्थिर रह सकती है, सोच-समझकर खर्च करें।
(Workplace challenges, avoid conflicts with seniors. Financial instability possible, spend wisely.)


धनु (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे

⚠️ तनाव बढ़ सकता है, मानसिक रूप से परेशान रह सकते हैं। योजना बनाकर कार्य करें, जल्दबाजी में कोई गलत निर्णय लें।
(Stress levels may rise, leading to mental disturbances. Plan your actions carefully, avoid impulsive decisions.)


मकर (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

रुके हुए कार्य पूरे होंगे, पुराने निवेश से लाभ मिलने के योग हैं। कोई नया व्यवसाय शुरू करने के लिए दिन शुभ रहेगा।
(Pending tasks will be completed, gains from past investments likely. An auspicious day to start a new business.)


कुंभ (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो,

प्रभावशाली व्यक्तियों से मुलाकात लाभदायक सिद्ध होगी। आत्मविश्वास मजबूत रहेगा और नए अवसरों का लाभ उठाने का समय है।
(Meeting influential people will be beneficial. Strong self-confidence, good time to take advantage of new opportunities.)


मीन (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

⚠️ मानसिक तनाव रहेगा, भावनात्मक रूप से अस्थिर महसूस कर सकते हैं। स्वास्थ्य पर ध्यान दें, किसी शुभ समाचार से राहत मिलेगी।
(Mental stress, possible emotional instability. Take care of health, good news may bring relief.)


🔹 विशेष उपाय (Special Remedies)

शुभ कार्य (Auspicious Tasks)

🔹 धार्मिक अनुष्ठान, व्यवसाय की नई शुरुआत, कानूनी कार्य, घर की सफाई शुभ रहेगी।
(Religious rituals, business inauguration, legal matters, and home cleaning will be favorable.)

🔹 दान-पुण्य (Donation & Offerings)

🔹 केसर का दान करें, किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं, नाग देवता की पूजा करें।
(Donate saffron, feed the needy, and worship serpent deities for blessings.)

🔹 जप एवं मंत्र (Chanting & Mantras)

📿 नमोSस्तु सर्पेभ्यो के पृथ्विमनु:
📿 आश्लेषायै नमः।
(Om Namo’stu Sarpebhyo Ke Cha Prithvimanuh. Om Ashleshayai Namah.)


🚗 यात्रा सुझाव (Travel Guidance)

🔹 यात्रा से पहले पान या काले तिल खाकर निकलें, सफलता एवं सुरक्षा मिलेगी।
(Eat betel leaf or black sesame before travel for success and protection.)


💡 यह राशिफल आपकी सफलता और समृद्धि के लिए शुभ हो! 🚀✨
(May this detailed horoscope bring you success and prosperity!
🚀✨)

📜 शास्त्रीय प्रमाण (Granth Shlok)

🔴 चतुर्दश्यां तु यः कुर्यात् नूतनं वस्त्र-भूषणम्।
मूलाश्लेषायुतायां तस्य दुःखं प्रजायते॥

➡️ अर्थ (Meaning): जो व्यक्ति चतुर्दशी तिथि और आश्लेषा नक्षत्र में नये वस्त्र, आभूषण या श्रृंगार करता है, उसे जीवन में दुःख, कलह और मानसिक क्लेश सहना पड़ता है।


🙏 Darsha Amavasya (पितृ/पितोरी अमावस्या) पूजा-मंत्र

  • Puja Deity (देवता): पितृगण भगवान शिव
  • Mool Mantra:
    पितृभ्यः स्वधा नमः
    नमः शिवाय
  • Vidhi: प्रातः स्नान, तिलोदक तर्पण, अन्न-जल अर्पण, संध्या दीपदान।
  • फल: पितृ तुष्टि, कुल शांति, पितृदोष निवारण।

⚠️ Vyatipaat Dosh (व्यतीपात दोष)

  • Nature (स्वभाव): सर्व कार्य विघ्नकारक, विवाद, हानि।
  • Devata: भगवान विष्णु।
  • Upay (Remedy):
    • मंत्र: नमो भगवते वासुदेवाय
    • तुलसी पर जल, पीला वस्त्र दान, व्रत।

🔱 Aghori Chaturdashi (अघोर चतुर्दशी)

  • Deity (देवता): भगवान रुद्र (Shiva in Aghora form)
  • Upasana: रात्रि में काला तिल, जल, अक्षत से शिवाभिषेक।
  • Mool Mantra:
    अघोरेभ्यो घोरेभ्यो घोरघोरतरभ्यः।
    सर्वेभ्यः सर्वशर्वेभ्यो नमस्ते रुद्र रूपेभ्यः॥
  • फल: पाप नाश, अकालमृत्यु भय से मुक्ति, ऋणमोचन।

·         📌 संयुक्त प्रभाव (Joint Result)

➡️ Naye vastr, abhuṣhan, shringar, grih-vasthu karya पूर्णतः अशुभ
➡️ Keval Shiv Puja, Pitra-tarpan, दान, व्रत, दीपदान से महान फल
➡️ जो स्त्री-पुरुष आज व्रत करके त्र्यम्बकं यजामहे महामृत्युंजय मंत्र का 108 जप करेंगे, उन्हें कालभय रोग-शोक से रक्षा प्राप्त होगी। Friday – Remedies for Venus (Shukra) for Removing Negativity & Success

शुक्रवार शुक्र ग्रह हेतु अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय


1️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति के लिए दान

What to Donate?

  • Rice, silver, sugar crystals (mishri), white flowers, curd, white clothes, white sandalwood, and fragrant substances.

दान क्या करें?

  • चावल, चांदी, मिश्री, सफेद पुष्प, दही, सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य।

Whom to Donate To?

  • Donate to a white cow, a girl (kanya), or at a Goddess temple.

दान किसे दें?

  • सफेद गाय, कन्या या देवी मंदिर में दान करें।

2️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

Consume raw milk or barley before stepping out.
If Venus is favorable in the birth chart, consuming curd (yogurt) is highly beneficial.

क्या खाएं?

  • कच्चा दूध, जौ (Barley)
  • यदि जन्म कुंडली में शुक्र अच्छा हो, तो दही का सेवन अवश्य करें।

🔹 For Prosperity & Success | समृद्धि सफलता के लिए 🔹

  • Worship Lord Venus (Shukra) and chant the following powerful mantras.
  • शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Venus Gayatri Mantra | शुक्र ग्रह गायत्री मंत्र

🕉 "Om Bhrugujaya Vidmahe |
Divya Dehaya Dhimahi |
Tanno Shukrah Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam |
Paro Rajasay Savadom ||"

🕉 "ओम भृगुजाय विद्महे |
दिव्यदेहाय धीमहि |
तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रस अमृतम |
परो रजसे सावादोंम ||"

🕉 Venus Beej Mantra | शुक्र बीज मंत्र

🕉 "Om Dram Dreem Droum Sah Shukraya Namah ||"
🕉 " द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ||"

🔹 Jain Mantra for Venus | जैन शुक्र ग्रह मंत्र 🔹

  • Remember Lord Suvidhinath or Lord Pushpadanta for planetary peace.
  • श्री सुविधिनाथ या श्री पुष्पदंत भगवान का स्मरण करें।

🕉 "Om Hreem Shukra Graharishta Nivaraka |
Shri Pushpadanta Nath Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 " ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

📿 Chant 11, 31, or 54 times for maximum benefits.
📿 (11, 31 या 54 जाप करें)।


By following these remedies, one can neutralize Venus’s negative effects and attain beauty, wealth, luxury, and happiness. ⚪✨
इन उपायों को करने से शुक्र ग्रह की अशुभता दूर होगी और सौंदर्य, धन, ऐश्वर्य एवं सुख की प्राप्ति होगी। ⚪✨

शुक्रग्रह हेतु   -

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

शुक्र गायत्री मंत्र-

ओम भृगुजाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि

तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ॥

जैन मंत्र-

श्री सुविधिनाथ भगवान या श्री पुष्पदंत भगवान

ॐ ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक-श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा। |

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

बाधा मुक्ति के लिए दान- चावल ,चांदी मिश्री ,सफेद पुष्प,

1-दही ,सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य दान करे | |

2-दान किसे दे - सफ़ेद गाय कन्या या देवी मंदिर मे दान करे ||

3-दिन के दोष निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं

कच्चा दूध ,जौ barly | यदि जन्म कुंडली मे शुक्र अच्छा हो उनको दही अवश्य उपयोग करना चाहिए |

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🔷 जन्म नक्षत्र नाम चयन की चेतावनी | Birth Star & Name Selection Warning

🔴 जन्म नक्षत्र पर आधारित नाम असफलताएँ दे सकता है।
🟡 A name based solely on Birth Nakshatra can lead to recurring failures.
📎 Consult for accurate analysis:
🔗 Common Mistakes in Name Selection →


📜 कुंडली निर्माण संदर्भ | Horoscope Accuracy Note

📌 कुंडली निर्माण (Horoscope Making)केवल विशोत्तरी दशा ही नहीं,   42 दशाएँ    होती हैं।
📌 Note: Vimshottari Dasha is not always applicable in every horoscope. Always verify with divisional charts.

 

 

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Kundali Matching Expertise-no where else

Our expertise includes detailed analysis of Nadi Dosha, Mangal Dosha, Bhakoot Dosha, and Apvaad Niyam (exception rules) for accurate Kundali matching.

Key Considerations in Kundali Matching:

  1. Nadi Dosha:
    • There are 3-5 Nadi types affecting compatibility.
    • 13 Nakshatras naturally do not have Nadi Dosha.
  2. Mangal Dosha:
    • More than 35 exception rules apply for nullifying Mangal Dosha.
  3. Navamsa (D-9 Chart) Analysis:
    • Includes 5 Nadis, 9 Planets, and Lagna Rashi examination.
    • Each Nakshatra’s 4 phases (charanas) are evaluated.
  4. Unique Features:
    • Our analysis considers 30 key compatibility factors, whereas traditional Ashtakoot matching evaluates only 8 factors.

Marriage Compatibility Report:

  • A detailed, printable compatibility report of 6-10 pages is provided.
  • This depth of analysis is rare and not commonly available elsewhere.

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Location: Sun City, Bangalore


एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है। परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।



कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email:
tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

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श्राद्ध क्या है ? “ श्रद्धया यत कृतं तात श्राद्धं | “ अर्थात श्रद्धा से किया जाने वाला कर्म श्राद्ध है | अपने माता पिता एवं पूर्वजो की प्रसन्नता के लिए एवं उनके ऋण से मुक्ति की विधि है | श्राद्ध क्यों करना चाहिए   ? पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध किया जाना अति आवश्यक है | श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम ? यदि मानव योनी में समर्थ होते हुए भी हम अपने जन्मदाता के लिए कुछ नहीं करते हैं या जिन पूर्वज के हम अंश ( रक्त , जींस ) है , यदि उनका स्मरण या उनके निमित्त दान आदि नहीं करते हैं , तो उनकी आत्मा   को कष्ट होता है , वे रुष्ट होकर , अपने अंश्जो वंशजों को श्राप देते हैं | जो पीढ़ी दर पीढ़ी संतान में मंद बुद्धि से लेकर सभी प्रकार की प्रगति अवरुद्ध कर देते हैं | ज्योतिष में इस प्रकार के अनेक शाप योग हैं |   कब , क्यों श्राद्ध किया जाना आवश्यक होता है   ? यदि हम   96  अवसर पर   श्राद्ध   नहीं कर सकते हैं तो कम से कम मित्रों के लिए पिता माता की वार्षिक तिथि पर यह अश्वनी मास जिसे क्वांर का माह    भी कहा ज...

श्राद्ध रहस्य प्रश्न शंका समाधान ,श्राद्ध : जानने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?

संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...