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करवा चौथ -27अक्टूबर 2018 (दाम्पत्य सुख पति -पत्नी एवं सास-बहु के सम्बन्ध प्रगाढ़ता का पर्व)

9424446706; -560102;560103 पिन ;astrologer-kundli nirman.ratn paramrsh,palmist. vastu consultant Reply Forward Pandit vijendrakumar tiwari ,jyotish9999@gmail.com ,9424446706 01nov-karva chouth- कर्क चतुर्थी-पूजा मुहूर्त मंत्र एवं कथा ( दाम्पत्य सुख पति -पत्नी एवं सास-बहु के सम्बन्ध प्रगाढ़ता का पर्व) ( सिद्ध योग प्रारम्भ-04:39 पर्यंत)              उत्तर-दक्षिण   भारत करवा चौथ उपवास संकलप -- 06:33 to 20:15 ;                           चंद्र देव पूजा समय -- 17:36 to 18 :54 चंद्रोदय   समय   -चंद्र पूजा का एवं अर्ध्य जल द्वारा देने का विशेष महत्व है अतः चंद्र का उदय किस समय होगा , यह ज्ञात होना आवश्यक है | आत्मीय पाठको के लिए प्रस्तुत है विवरण |        ( संदर्भ ग्रंथ-वामन पुराण)                  वामन पुराण-यह पर्व शिव , शिवा , कार्तिकेय , एवं चन्द्रमा की पूजा द्वारा सौभाग्य वृद्धि के लिए किया जाना चाहिए | नव विवाहिता एवं सौभाग्यवती नारी द्वारा किया                                               किसके द्वारा सर्व प्रथम किया गया –                       

सौभाग्य,धन,ऋण मुक्ति, सुयोग्य वर -अश्वनी माह -शरद / रास पूनम 24 अक्टूबर 2018

  सौ भाग्य , धन , ऋण मुक्ति , सुयोग्य वर -अश्वनी माह -शरद / रास पूनम   24 अक्टूबर 2018                                                          पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी "ज्योतिष शिरोमणि " jyotish9999@gmail.com पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ-23अक्टूबर रात्रि 10:36 ; समाप्ति-24अक्टूबर रात्रि -10: 14 24 अक्टूबर को शरद पूर्णिम क्यो ?- “ अश्वनी पौर्णमासी परा ग्राह्या |” दो दिन पूर्णिमा होने पर दूसरे दिन की पूर्णिमा को शारद पूर्णिमा कहा गया है | प्रदोष कालीन पूर्णिमा होना अनिवार्य है , जो कि 24 अक्टूबर   को है | कोजागर पूर्णिमा क्यों - ?" को जाग्रत" कौन जाग रहा है ? अश्वनी मास की पूर्णिमा को रात्रि जागरण किए जाने का उल्लेख लिंग पुराण में है रात्रि जागरण से एवं चंद्र पूजा से ईश्वर की प्राप्ति होती है | इसे कोजागरी व्रत भी कहते हैं , क्योंकि इस रात्रि में जागरण करना एवं पूजा करना लक्ष्मी की श्रेष्ठ माना गया है। पुराण के अनुसार एरावत हाथी पर स्थित इंद्र , धन की देवी लक्ष्मी का चांदनी रात मे