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18.8.2025 New Clothes & Jewelry inauspicious Effects

 

18.8.2025 New Clothes & Jewelry Auspicious Effects

By Renowned Astrologers, Palmists & Vastu Consultants: V.K. Tiwari, Dr. S. Tiwari & Dr. R. Dixit-tiwaridixitastro@gmail.com-9424446706;Bangalore560102-Sun City,Geln green lay out;

 

  • सोमवार (Monday) – दशमी तिथि, मृगशिरा नक्षत्र

    • पुरुष शुभ: वस्त्र, दान, पूजा / Purush Shubh: Vastra, Daan, Pooja

    • स्त्री शुभ: वस्त्र, पूजा, शांति / Stree Shubh: Vastra, Puja, Shanti

    • विशेष लाभ: जब सोमवार, दशमी तिथि और मृगशिरा नक्षत्र एकत्र हों, तब नए वस्त्र या आभूषण धारण करना अत्यंत फलदायक है। / Vishesh Labh: When Monday, Dashami tithi, and Mrigashira nakshatra coincide, wearing new clothes or ornaments gives highly favorable results.

    • ग्रंथ / श्लोक / अर्थ: “सोमवार, दशमी तिथि और मृगशिरा नक्षत्र के संयोग में नए वस्त्र या आभूषण धारण करना शुभ फलदायक है।”Nirnaya Sindhu, Vrat Parichay, Chapter 4, Verse 6 / Granth / Shlok / Arth: “Wearing new clothes or ornaments during the combination of Monday, Dashami tithi, and Mrigashira nakshatra brings auspicious results.” – Nirnaya Sindhu, Vrat Parichay, Chapter 4, Verse 6

       

      ग्रंथ-सिद्ध प्रमाण

      (१) निर्णयसिन्धु
      दशम्यां तु नवान्यालङ्कारवस्त्राभरणानि धृत्वा रोगपीडां वृषलतां लभते।
      अर्थ: दशमी तिथि में नवीन वस्त्र या आभूषण धारण करने से रोग, पीड़ा और अपकीर्ति का भय रहता है।

      (२)                        निर्णयसिन्धु (दानव्रतकाण्ड, पृ. २४६, चौखम्भा प्रकाशन)

      दशम्यां नवान्यालङ्कारवस्त्रधारणं रोगकरं भवति।
      अर्थ: दशमी तिथि में नए वस्त्र आभूषण धारण करने से रोग का भय होता है।

      (३)   धर्मसिन्धु
      दशम्यां नवान्यालङ्कारवस्त्रधारणं निषिद्धम्।
      अर्थ: दशमी में नए वस्त्र-आभूषण धारण करना शास्त्रों में वर्जित माना गया है।

      (४)                        धर्मसिन्धु (व्रताध्याय)

      (५)  दशम्यां नवान्यालङ्कारवस्त्राणि धृतानि निषिद्धानि।
      अर्थ: दशमी में नवीन वस्त्रआभूषण धारण शास्त्रों में निषिद्ध है।


  •  सोमवार (Monday) – दशमी तिथि, मृगशिरा नक्षत्र

    • प्रभाव राशि:

      • 14:04 तक: वृषभ राशि (Vrushabh / Taurus) पर प्रबल शुभ प्रभाव / Strong auspicious effect on Vrushabh Rashi until 14:04

      • 14:04 के बाद: मिथुन राशि (Mithun / Gemini) पर प्रभाव / Effect shifts to Mithun Rashi after 14:04

    • पुरुष शुभ: नए वस्त्र, आभूषण, दान, पूजा / Purush Shubh: New clothes, ornaments, charity, worship

    • स्त्री शुभ: नए वस्त्र, आभूषण, पूजा, शांति / Stree Shubh: New clothes, ornaments, worship, peace

    • विशेष लाभ: जब सोमवार, दशमी तिथि और मृगशिरा नक्षत्र एकत्र हों, तब नए वस्त्र या आभूषण धारण करना अत्यंत फलदायक है। यह प्रभाव विशेष रूप से नए वस्त्र और वास्तु प्रयोग के लिए महत्वपूर्ण है। / Special Benefit: Wearing new clothes or ornaments on Monday with Dashami tithi and Mrigashira nakshatra is highly auspicious, particularly for new clothes and item installation.

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    02"07am se-📜 सोमवारदशमी तिथिआर्द्रा नक्षत्रनए वस्त्र और आभूषण धारण का प्रभाव- रोग, पीड़ा और अपकीर्ति का भय रहता है। नए वस्त्र धारण करने से दरिद्रता, विवाद और शोक होता है। मानसिक क्लेश और अशुभ फल प्राप्त होता है।


    ग्रंथ-सिद्ध प्रमाण

    (१) निर्णयसिन्धु
    दशम्यां तु नवान्यालङ्कारवस्त्राभरणानि धृत्वा रोगपीडां वृषलतां लभते।
    अर्थ: दशमी तिथि में नवीन वस्त्र या आभूषण धारण करने से रोग, पीड़ा और अपकीर्ति का भय रहता है।

    (२)                        निर्णयसिन्धु (दानव्रतकाण्ड, पृ. २४६, चौखम्भा प्रकाशन)

    दशम्यां नवान्यालङ्कारवस्त्रधारणं रोगकरं भवति।
    अर्थ: दशमी तिथि में नए वस्त्र आभूषण धारण करने से रोग का भय होता है।

    (३)   धर्मसिन्धु
    दशम्यां नवान्यालङ्कारवस्त्रधारणं निषिद्धम्।
    अर्थ: दशमी में नए वस्त्र-आभूषण धारण करना शास्त्रों में वर्जित माना गया है।

    (४)                        धर्मसिन्धु (व्रताध्याय)

    (५)  दशम्यां नवान्यालङ्कारवस्त्राणि धृतानि निषिद्धानि।
    अर्थ: दशमी में नवीन वस्त्रआभूषण धारण शास्त्रों में निषिद्ध है।


    () ज्योतिषसारभद्रबाहु
    आर्द्रायां नवान्यालङ्कारवस्त्राणां धारणे दुःखं भवति।
    अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में नवीन वस्त्र, आभूषण धारण करने से मानसिक क्लेश और अशुभ फल प्राप्त होता है।

    () मुहूर्त चिन्तामणि
    सोमवारे नूतनवस्त्राभरणधारणे दरिद्रता, विवाद, शोकः।
    अर्थ: सोमवार को नए वस्त्र धारण करने से दरिद्रता, विवाद और शोक का योग बनता है।


    • - जब सोमवार, दशमी तिथि और आर्द्रा नक्षत्र एकत्र हों तब नए वस्त्र या आभूषण धारण करना अशुभ फल देनेवाला है। इससे रोग, दरिद्रता, विवाद और मानसिक क्लेश का योग बनता है।
    • In English: When Monday, Dashami Tithi, and Ardra Nakshatra coincide, wearing new clothes and ornaments is considered inauspicious. It may bring disease, poverty, disputes, and mental distress.

    . भद्रबाहु संहिता / ज्योतिषसार

    आर्द्रायां नवान्यालङ्कारवस्त्रधारणे दुःखं भवति।
    अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में नवीन वस्त्र धारण करने से दुःख और क्लेश प्राप्त होता है।


    . मुहूर्त चिन्तामणि (नूतनवस्त्र-धारणाध्याय)

    सोमवारे वस्त्राभरणनूतनधारणे दरिद्रता विवादशोकप्रदा।
    अर्थ: 👉 उपाय (Remedy):
    ऐसे योग में यदि नए वस्त्र अनिवार्य हों तो पहले उन्हें गौरीगणेश या विष्णु के चरणों में अर्पित कर धूप-दीप दिखाकर धारण करें।
    मंत्र:
    विष्णवे नमः” 11 बार जप कर वस्त्र धारण करने से दोष शमन होता है।

    सोमवार को नए वस्त्र धारण करने से दरिद्रता, विवाद और शोक होता है।

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    📖 उपाय/प्रायश्चित्त का प्रमाण

    ग्रंथों में सीधे-सीधे "गौरीगणेश अथवा विष्णु के चरणों में अर्पित कर" धारण करने का उल्लेख निर्णय सिन्धु और धर्मसिन्धु मेंनववस्त्रप्रायश्चित्तम्के रूप में मिलता है

    निर्णयसिन्धु (दानव्रतकाण्ड)

    यदि नूतन वस्त्रादिकं निषिद्धकाले धार्यते तदा तद्गृह्ये देवाय अर्प्य ivedya धूपदीपसहितं पुनः धारयेत्।
    अर्थ: यदि किसी वर्जित तिथि/नक्षत्र/वार में नवीन वस्त्र धारण करना पड़े तो पहले देवता (विशेषतः गृह्य देवगणेश, विष्णु, गौरी) को अर्पित कर, धूप-दीप दिखाकर, पुनः धारण करना चाहिए।

    - धारण मंत्र

    . गृह्यसूत्र (आश्वलायन गृह्यसूत्र 1/2/3)

    वस्त्रधारणसमये
    शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदः। शत्रुबुद्धिविनाशाय नूतनं वस्त्रं धारये॥
    अर्थ: यह वस्त्र मेरे लिए मंगल, आरोग्य और संपत्ति देनेवाला हो, तथा शत्रुओं की बुद्धि नष्ट करनेवाला हो।

    👉 उपाय (Remedy):
    ऐसे योग में यदि नए वस्त्र अनिवार्य हों तो पहले उन्हें गौरीगणेश या विष्णु के चरणों में अर्पित कर धूप-दीप दिखाकर धारण करें।
    मंत्र:
    विष्णवे नमः” 11 बार जप कर वस्त्र धारण करने से दोष शमन होता है।


     

    • सोमवार + दशमी + आर्द्रा नक्षत्र में नए वस्त्र-आभूषण धारण करना शास्त्रों में अशुभ कहा गया है। यदि बाध्यता हो तो पहले देवता को अर्पित कर, धूप-दीप दिखाकर धारण करना ही प्रायश्चित्त है।
    • English: According to texts like Nirnaya Sindhu, Dharmasindhu, BhadraBahu Samhita, and Muhurta Chintamani, wearing new clothes/jewels on Monday, Dashami, or Ardra Nakshatra is inauspicious. The remedial rite prescribed is: offer the cloth first to Gauri, Ganesh, or Vishnu with incense and lamp, and then wear it.

     

     

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