रक्षा बंधन 2018 - तीन दिन बांधे रक्षा सूत्र- ( चतुर्दशी श्रवण माह ऋग्वेदीय ब्राह्मण , पुर्णिमा यजुर्वेदी ब्राह्मण एवं हरतालिका तीज को सामवेदीय ब्राह्मण का रक्षा पर्व राखी मनाया जाता है | इस प्रकार 25 अगस्त ,26 अगस्त एवं 12 सितंबर को राखी पर्व है | इन तीन तारीखों मे भी सभी वर्ग या वेद आधारित जन समुदाय राखी मना सकते हैं | इस वर्ष श्रेष्ठ ग्रहयोग 12 सितंबर को ज्योतिष की दृष्टि से है | ) परंपरा भाई-भान के पर्व के रूप मे बनी | यथार्थ मे “रक्षा –सूत्र” अथवा सूत , धागे से बंता है एवं जिसकी सुरक्षा हम चाहते है हैं उनको बांधने सा अभिप्राय है | ब्राह्मण गुरु या पंडित द्वारा राजा या शासक को , क्योकि शासक से ही पंडित की प्रतिष्ठा सुख एवं समृद्धि संभव है | कोई भी किसी को भी राखी बांध सकता है जिसकी सुरक्षा आप चाहते हों | मन –बेटे को , पत्नी पति को (आज पत्नी भी समानता से कर्म प्रवृत्त है इसलिए पति भी पत्नी को रकल्ही उसकी सुरक्षा के लिए बांध सकता है | राखी विशेष तिथि मे एवं विशेष नक्षत्र मे बांधने से अभीप्राय वर्ष मे जब सूर्य सिंह राशि प
ज्योतिषी,वास्तु रत्न, हस्तरेखा ,अनुष्ठान,धर्म,व्रत,पर्व, |