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28.08.2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & Remedies Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies


🪔 By Renowned Astrologer, Vastu Expert & Palmist – V.K. Tiwari (Since 1972)


📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):

📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)
📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)

📧 ईमेल (Email): ✨ tiwaridixitastro@gmail.com
📞 संपर्क (Contact): 📲 +91 9424446706
कुंडली निर्माण (Horoscope Making)
विवाह मिलान (Marriage Matching)
रत्न परामर्श (Gemstone Consultation)


🔯 पञ्चाङ्ग स्थिति / Panchang Details

  • तिथि (Tithi): शुक्ल पंचमी
  • वार (Day): गुरुवार (बृहस्पति का दिनधर्म, ज्ञान, एवं व्रत-पूजन हेतु श्रेष्ठ)
  • नक्षत्र (Nakshatra): चित्रा (रचनात्मकता, सौंदर्य, शिल्पकला, नूतन वस्त्र-आभूषण हेतु अनुकूल) नक्षत्र (Nakshatra): 🔴 swati🔥

·         राशि (Moon Sign): तुला राशि (शुक्र की राशिसौंदर्य, अलंकरण, स्त्री-सौभाग्य कलात्मक कार्यों हेतु शुभ) 📅 दिन (Day):


🪔 मंत्र एवं लाभ / Mantras & Benefits

  1. पंचमी मंत्र-लाभ / Panchami Mantra Benefits
    👉 " नमो भगवते वासुदेवाय" जप से ऋण, शत्रु रोग निवारण।
    👉 Panchami tithi is auspicious for worshipping Vishnu – chanting grants victory & prosperity.
  2. स्कन्द षष्ठी का प्रभाव / Skanda Shasthi Mantra Benefits
    👉 यद्यपि आज पंचमी है, किन्तु स्कन्द (कार्तिकेय) के मंत्र का स्मरण विशेष बल देता है।
    👉 " सरवनभवाय नमः" का जप साहस, संतान सुख एवं कार्य-विजय दिलाता है।

👗 नये वस्त्र, वस्तु, आभूषण, श्रृंगार एवं चूड़ी प्रयोग के प्रभाव

  • ग्रंथों के अनुसार गुरुवार की शुक्ल पंचमी स्वाती नक्षत्र का योग स्त्रियों के लिए नूतन वस्त्र, आभूषण श्रृंगार धारण का परम मंगलकारी समय है।
    👉 इससे सौंदर्य, सौभाग्य, दाम्पत्य सुख, संतान आनंद और लक्ष्मी-कृपा की वृद्धि होती है।
  • नये वस्त्र (New Clothes): आज धारण करने से वाणी मधुर होगी, व्यक्तित्व आकर्षक होगा, समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
  • आभूषण (Jewels/Ornaments): गले के आभूषण से मान-सम्मान और हाथ की चूड़ी/अंगूठी से दाम्पत्य-सुख प्रबल होगा।
  • श्रृंगार (Cosmetics/Adornment): विशेषकर काजल, बिंदी, इत्र का प्रयोग सुख-शांति और सौंदर्य-कांति को बढ़ाएगा।
  • वस्तु / Shringar Items: आज घर में नये पात्र, बर्तन या गृहसज्जा सामग्री लाने से समृद्धि लक्ष्मी का वास होगा।

·         *******************************************************************

·        
01🔹 जन्म नक्षत्र (Birth Nakshatra) – यदि निम्नलिखित नक्षत्र हों, तो आज का दिन सुखद और अनुकूल रहेगा।
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेशा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद।
(If the birth Nakshatra is one of the following, today will be favorable and pleasant.)

·          (Bharani, Rohini, Ardra, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Vishakha, Jyeshtha, Purvashadha, Shravan, Shatabhisha, Purva Bhadrapada.)

·         📌 सकारात्मक कार्यों के लिए अनुकूल (Auspicious for Positive Activities):
भविष्य-यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, सभी मंगल शुभ कार्य, देव-देवी दर्शन, संधि, विवाह, बैंक संबंधित नए खाते खोलना आदि।
(Future travel, new work, worship, oath-taking, construction, applications, policy-making, planning, meeting senior officials, donations, all auspicious activities, temple visits, agreements, marriage, opening new bank accounts, etc.)

·         2-🔹 नाम का प्रथम अक्षर निम्नलिखित है, तो दैनिक व्यावहारिक कार्यों में सफलता मिलेगी।

·         (If the first letter of your name matches the following, success in daily practical tasks is likely.)
व्यावहारिक कार्य में सफलता -स्थान प्रवेश, मित्रता, सहयोग, व्यापारिक कार्य आदि।
(Housewarming, friendship, cooperation, business activities, etc.)

·         ली, लू, ले, लो; , , , , , वि, वू (Li, Lu, Le, Lo; A, I, U, O, Va, Vi, Vu)
कू, के, को, घी, घु, घे, घो, , , , छी, छे, छो, छु

·         (Ku, Ke, Ko, Ghi, Ghu, Ghe, Gho, Gh, D, Ch, Chi, Che, Cho, Chu)
के, को, , हि, डी, डु, डे, ड़ो (Ke, Ko, H, Hi, Di, Du, De, Do)
मो, टा, टी, टू; पू, , , ; रू, रे, रो, ता (Mo, Ta, Ti, Tu; Pu, Sha, Na, Tha; Ru, Re, Ro, Ta)
ती, तू, ते, तो; नो, या, यी, यू (Ti, Tu, Te, To; No, Ya, Yi, Yu)
भू, धा, धि, धू, ढे, ढो, फा, फी, फु, फे, फ़ो,

·         (Bhu, Dha, Dhi, Dhu, Dhe, Dho, Pha, Phi, Phu, Phe, Pho, Dha)
, खी, खू, खे, खो; गो, सा, सी, सू; से, सो, दा, दी, दे, दो

·         Kh, Khi, Khu, Khe, Kho; Go, Sa, Si, Su; Se, So, Da, Di, De, Do)

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·         दैनिक राशिफल | Daily Horoscope

·         मेष (Aries)

·         📉 वित्तीय: खर्च बढ़ सकता है, व्यापार में अनिश्चितता रहेगी।
📉 Financial: Expenses may increase, and business may face uncertainty.
⚠️
सामाजिक: राजनीति में मतभेद संभव हैं।
⚠️ Social: Differences in politics are possible.
😟 स्वास्थ्य: मानसिक तनाव से बचें।
😟 Health: Avoid mental stress.

·         वृष (Taurus)

·         💰 वित्तीय: व्यापार में लाभ और नए अवसर मिलेंगे।
💰 Financial: Profits and new opportunities in business.
😊 सामाजिक: कार्यस्थल पर अनुकूल माहौल रहेगा।
😊 Social: A favorable environment at the workplace.
🏋स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
🏋Health: Good health will prevail.

·         मिथुन (Gemini)

·         💵 वित्तीय: आर्थिक लाभ और कार्यों में सफलता मिलेगी।
💵 Financial: Financial gains and success in work.
🤝
सामाजिक: मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।
🤝 Social: Support from friends.
💪 स्वास्थ्य: मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत रहेंगे।
💪 Health: You will remain mentally and physically strong.

·         कर्क (Cancer)

·         📉 वित्तीय: आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
📉 Financial: You may face financial challenges.
🎭 सामाजिक: जनसंपर्क से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी।
🎭 Social: Success for those in public relations.
⚠️
स्वास्थ्य: अनिद्रा और थकान महसूस हो सकती है।
⚠️ Health: Insomnia and fatigue may occur.

·         सिंह (Leo)

·         💼 वित्तीय: आजीविका के लिए अधिक मेहनत करनी होगी।
💼 Financial: More effort is required for livelihood.
⚠️
सामाजिक: प्रेम संबंधों में तनाव हो सकता है।
⚠️ Social: Tension in love relationships is possible.
🩺
स्वास्थ्य: मानसिक और शारीरिक थकान रहेगी।
🩺 Health: Mental and physical fatigue will persist.

·         कन्या (Virgo)

·         💰 वित्तीय: धन-संपत्ति अर्जित करने के योग हैं।
💰 Financial: Opportunities for wealth accumulation.
🏡 सामाजिक: परिवार और मित्रों से मेल-जोल बढ़ेगा।
🏡 Social: Increased bonding with family and friends.
😊 स्वास्थ्य: मानसिक शांति बनी रहेगी।
😊 Health: Mental peace will be maintained.

·         तुला (Libra)

·         📈 वित्तीय: व्यापार में लाभ होगा।
📈 Financial: Business will be profitable.
⚔️
सामाजिक: शत्रुओं पर विजय मिलेगी।
⚔️ Social: Victory over enemies.
⚠️
स्वास्थ्य: दांपत्य जीवन में तनाव संभव है।
⚠️ Health: Marital stress is possible.

·         वृश्चिक (Scorpio)

·         🏡 वित्तीय: भौतिक और पारिवारिक सुख प्राप्त होगा।
🏡 Financial: Material and family happiness will be achieved.
सामाजिक: प्रेम जीवन सुखमय रहेगा।
Social: Love life will be joyful.
🎭 स्वास्थ्य: मानसिक प्रसन्नता बनी रहेगी।
🎭 Health: Mental happiness will continue.

·         धनु (Sagittarius)

·         😔 वित्तीय: खर्च बढ़ सकता है, असंतोष रहेगा।
😔 Financial: Expenses may rise, leading to dissatisfaction.
⚠️
सामाजिक: क्रोध और विवाद से बचें।
⚠️ Social: Avoid anger and disputes.
🚫 स्वास्थ्य: मानसिक बेचैनी हो सकती है।
🚫 Health: Mental restlessness may occur.

·         मकर (Capricorn)

·         🏠 वित्तीय: घर और कार्यस्थल पर सुखद समय रहेगा।
🏠 Financial: A pleasant time at home and workplace.
😊 सामाजिक: परिवार के साथ समय बिताएंगे।
😊 Social: You will spend time with family.
🍽 स्वास्थ्य: अच्छा भोजन और मानसिक संतोष मिलेगा।
🍽 Health: Good food and mental satisfaction.

·         कुंभ (Aquarius)

·         🎯 वित्तीय: लक्ष्य प्राप्ति होगी।
🎯 Financial: Goals will be achieved.
🍛 सामाजिक: स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेंगे।
🍛 Social: Enjoy delicious food.
👑 स्वास्थ्य: सफलता और सम्मान मिलेगा।
👑 Health: Success and respect will be gained.

·         मीन (Pisces)

·         🤝 वित्तीय: प्रभावशाली लोगों से लाभ मिलेगा।
🤝 Financial: Benefits from influential people.
📚 सामाजिक: शिक्षा और राजनीति में सफलता मिलेगी।
📚 Social: Success in education and politics.
📈 स्वास्थ्य: मानसिक शांति बनी रहेगी।
📈 Health: Mental peace will be maintained.

·         आपका दिन शुभ हो! | Have a great day! 🚀

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🔷 जन्म नक्षत्र नाम चयन की चेतावनी | Birth Star & Name Selection Warning

🔴 जन्म नक्षत्र पर आधारित नाम असफलताएँ दे सकता है।
🟡 A name based solely on Birth Nakshatra can lead to recurring failures.
📎 Consult for accurate analysis:
🔗 Common Mistakes in Name Selection →


🌸 स्त्री वर्ग हेतुशुक्ल पंचमी + गुरुवार + स्वाती नक्षत्र में नये वस्त्र, आभूषण श्रृंगार का फल
(
ग्रन्थ-आधारित श्लोक सहित – Bilingual)


📖 ग्रन्थ प्रमाण / Scriptural Reference

🔹 ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्णजन्म खंड (अध्याय 75):
"
पञ्चम्यां गुरुवारे तु नारीभिः कृतमङ्गलम्।
वस्त्राभरणसंपन्नं सौभाग्यं विवर्धते॥"

अर्थ (Meaning):
गुरुवार की पंचमी तिथि को स्त्रियों द्वारा वस्त्र आभूषण धारण करने से उनका सौंदर्य, सौभाग्य और वैवाहिक सुख दीर्घकाल तक बना रहता है।


🔹 नारद पुराण (उत्तर खंड):
"
स्वात्यां पञ्चमी शुभ्रा बृहस्पतिवारे विशेषतः।
स्त्रीणां सौभाग्यसमृद्ध्यै नूतनं धारणं शुभम्॥"

अर्थ (Meaning):
स्वाती नक्षत्र में पड़ने वाली शुक्ल पंचमी विशेषकर गुरुवार को, स्त्रियों द्वारा नये वस्त्र-आभूषण धारण करना सौभाग्य, ऐश्वर्य और पति-पत्नी के बीच मधुरता को बढ़ाने वाला होता है।


🌺 स्त्री वर्ग के लिए विशेष फल

  1. नये वस्त्र धारण सेवाणी में मधुरता, रूप में आभा और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति।
  2. आभूषण धारण सेदाम्पत्य-सुख, संतान-सुख एवं लक्ष्मी का वास
  3. श्रृंगार सामग्री प्रयोग सेपति-पत्नी में मधुरता, सौंदर्य-वृद्धि और मानसिक शांति
  4. चूड़ी धारण सेदीर्घायु सौभाग्य (सौभाग्यवतीत्व) और वैवाहिक जीवन की स्थिरता

📖 ग्रन्थ प्रमाण / Scriptural References

🔹 गरुड़ पुराण (आचार काण्ड):
"
पीतवस्त्रं गुरौ पुण्यं लक्ष्मीप्रियकरं स्मृतम्।"

अर्थ: गुरुवार को पीले वस्त्र धारण करना स्त्रियों को लक्ष्मी-कृपा धर्म-फल प्रदान करता है।


🔹 विष्णुधर्मोत्तर पुराण:
"
स्वेतवस्त्रं सुखायैव हरिप्रीत्यै प्रशस्यते।"

अर्थ: शुक्ल (सफेद) वस्त्र धारण करने से स्त्रियों को शांति, सुख और पति-पत्नी में सौहार्द की वृद्धि होती है।


🔹 नारद स्मृति:
"
स्वात्यां रजतः श्रेष्ठं स्त्रीणां सौख्यप्रदं स्मृतम्।
काञ्चनं लक्ष्म्यनुग्राह्यं शुभं चीरं पञ्चम्याम्॥"

अर्थ: स्वाती नक्षत्र में स्त्रियों को रजत (चाँदी) का आभूषण सौख्य शांति देता है, जबकि स्वर्ण (सोना) लक्ष्मी-कृपा एवं ऐश्वर्य का वर्धक है।


👗 रंग अनुसार फल / Results by Color

  • पीला (Yellow): गुरु-कृपा, लक्ष्मी-सुख, संतान-सुख
  • सफेद (White): मानसिक शांति, दाम्पत्य मधुरता, पवित्रता
  • हरा (Green – स्वाती नक्षत्र हेतु): संतुलन, आकर्षण आर्थिक स्थिरता

💍 धातु अनुसार आभूषण फल / Jewellery Metal Effects

  • सोना (Gold): लक्ष्मी-कृपा, वैवाहिक सुख और सामाजिक प्रतिष्ठा
  • चाँदी (Silver): शांति, मानसिक स्थिरता और रोगनाश
  • तांबा (Copper): गृह-शांति, संतान लाभ और स्वास्थ्य रक्षा

🌺 संक्षेप / In Summary

👉 गुरुवार की शुक्ल पंचमी + स्वाती नक्षत्र में स्त्रियों द्वारा पीले/सफेद वस्त्र, और सोना-चाँदी के आभूषण धारण करना सौंदर्य, सौभाग्य, लक्ष्मी-कृपा और दाम्पत्य-सुख का वर्धक है।
👉 हरे वस्त्र एवं तांबे-चाँदी की धातु भी इस योग में विशेष फलदायक हैं।


 संक्षेप

👉 ग्रंथों के अनुसार गुरुवार की शुक्ल पंचमी स्वाती नक्षत्र का योग स्त्रियों के लिए नूतन वस्त्र, आभूषण श्रृंगार धारण का परम मंगलकारी समय है।
👉 इससे सौंदर्य, सौभाग्य, दाम्पत्य सुख, संतान आनंद और लक्ष्मी-कृपा की वृद्धि होती है।

 

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📜 कुंडली निर्माण संदर्भ | Horoscope Accuracy Note

📌 कुंडली निर्माण (Horoscope Making)केवल विशोत्तरी दशा ही नहीं,   42 दशाएँ    होती हैं।
📌 Note: Vimshottari Dasha is not always applicable in every horoscope. Always verify with divisional charts.

 

 

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Kundali Matching Expertise-no where else

Our expertise includes detailed analysis of Nadi Dosha, Mangal Dosha, Bhakoot Dosha, and Apvaad Niyam (exception rules) for accurate Kundali matching.

Key Considerations in Kundali Matching:

  1. Nadi Dosha:
    • There are 3-5 Nadi types affecting compatibility.
    • 13 Nakshatras naturally do not have Nadi Dosha.
  2. Mangal Dosha:
    • More than 35 exception rules apply for nullifying Mangal Dosha.
  3. Navamsa (D-9 Chart) Analysis:
    • Includes 5 Nadis, 9 Planets, and Lagna Rashi examination.
    • Each Nakshatra’s 4 phases (charanas) are evaluated.
  4. Unique Features:
    • Our analysis considers 30 key compatibility factors, whereas traditional Ashtakoot matching evaluates only 8 factors.

Marriage Compatibility Report:

  • A detailed, printable compatibility report of 6-10 pages is provided.
  • This depth of analysis is rare and not commonly available elsewhere.

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एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है। परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।



कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email:
tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२


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28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...