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30.6. 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नामाक्षर,राशि & Remedies | Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

30.6. 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 जन्म नक्षत्र, नामाक्षर,राशि & Remedies |

Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

-By Renowned Astrologer,Vastu ,Palmist-V.K.Tiwari(Since1972)

🕉 Vastu & Vedic Astrology by Dr. R.Dixit–Dr. S.Tiwari |

1-     - 🔷 जन्म नक्षत्र पर रखा गया नाम जीवन में असफलताएँ दे सकता है Way only 16 varg कुंडली

2-     ;🔷 A name based solely on Birth Nakshatra can cause failures —Consult; https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/06/common-mistakes-in-name-selection.html

3-   🔹 सही कुंडली (सही दशा)  - बनवाएँ:

4-     🔹 Get the Accurate Horoscope

5-      🔷 विशोत्तरी दशा?— सभी कुंडलियों में लागू नहीं होती;-42 प्रकार की दशाएँ .,दशा ही भाग्य का रहस्य Remedies Work Only When Dasha Is Accurate!

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आज का दिन:

·         दिन: सोमवार

·         तिथि: शश्ठी - 09:24 से आरंभ;
नक्षत्र: 07:20 से पूर्व फाल्गुनी, चंद्र राशि सिंह में।

व्रत/उपवास:
समद शश्ठी व्रत और स्कंद पूजा (मंत्रों के साथ)। यह दिन विशेष रूप से उपवास और पूजा के लिए उपयुक्त है। शुभ समय:

·         अभिजीत मुहूर्त (12:00 – 12:48 PM): यह समय सभी महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शुभ है। नए वस्त्र पहनने का समय अभिजीत मुहूर्त में विशेष लाभकारी होता है।

हवन एवं पूजा:

·         हवन: ग्रह शांति के लिए हवन करना शुभ है।

·         शिव अभिषेक: शिव का अभिषेक करना भी इस दिन के लिए अत्यंत लाभकारी है।

रवि योग: कई दोषों से मुक्ति और नए कार्यों की सफलता का योग है।


  • 🔮 राशिफल (Horoscope) - ज्योतिष शिरोमणि वी के तिवारी (9424446706) 🔮

·         -------------------------------------------------------------------------------------------------- आज नए वस्त्र एवं आभूषण धारण करने के संभावित प्रभाव

·         ✨ Effects of Wearing New Clothes & Jewelry Today

  • 🔹 जब भी इस वस्त्र या आभूषण को भविष्य में उपयोग करेंगे तो:
    ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

·         शुभ नक्षत्र (Auspicious Nakshatras)

·         आश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद
(Ashwini, Bharani, Rohini, Ardra, Pushya, Magha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Anuradha, Moola, Purvashadha, Shravana, Shatabhisha, Uttara Bhadrapada)

·         📌 इन नक्षत्रों में जन्मे व्यक्तियों के लिए यह दिन सफलता और सुख प्रदान करेगा।
(For people born under these Nakshatras, today will be a successful and joyful day.)

·        

·         ⚠️ नाम के प्रथम अक्षर (First Letter of Name) के प्रभाव

·         🔹 निम्नलिखित अक्षरों से शुरू होने वाले नाम वाले व्यक्ति, कंपनियाँ, स्थान, या संस्थान के लिए दिन बाधक सिद्ध हो सकता है:
(For individuals, businesses, places, or organizations whose names start with the following letters, today may bring challenges.)

·         🚫 "ये, यो, , भी, भू, , , , भे, मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे, चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ"

·         📌 इस नाम वाले लोगों को अनुष्ठान, पूजा, दान, क्रय-विक्रय, निर्णय लेने से बचना चाहिए।
(People with these initials should avoid rituals, worship, donations, buying-selling, or making big decisions today.)

·         शेष सभी नामों के लिए दिन सामान्य रहेगा।
(For all other names, the day will be normal and favorable.)

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·         🔮 राशिफल (Zodiac Predictions) | आज का भविष्य

·         🔮 Today's Horoscope & Predictions

·        

जन्म नक्षत्र निम्न हो तो आज  का दिन सुखद अनुकूल होगा

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.

अश्विनी कृत्तिका रोहिणी आर्द्रा पुष्य मघा उत्तराफाल्गुनी हस्त स्वाती अनुराधा मूल उत्तराषाढा श्रवण शतभिषा उत्तर भाद्रपद.

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    प्रचलित नाम के प्रथम अक्षर को  -

नौकरी,गृह प्रवेश,शहर,मुल्ल्ला,रहने का स्थान,दैनिक कार्य,व्यापारिक कार्य,,आदि कार्य में सफलता -विवाह,संस्कार,भविष्य,यात्रा,नया कार्य आरम्भ मिलेगी-

🌟 जिनके नाम के अक्षर शुभ नक्षत्रों से जुड़ते हैं अनुकूलता व सफलता का दिन
For names linked to auspicious Nakshatras – Favorable & Successful Day
शुभ अक्षर (Auspicious Initials): , , , , , , , , , , , , , , , , ,
• Associated Nakshatras:
अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद
नए कार्य की शुरुआत, परिवार में आनंद, सौम्यता रहेगी।
• Good time for new beginnings, family peace, harmony.
स्वास्थ्य, प्रयास व संवाद में सकारात्मक परिणाम।
• Positive outcomes in health, effort and communication.
उपाय: विजय या अमृत मुहूर्त में प्रमुख कार्य करें।
• Do key tasks in Vijay or Amrit Muhurat.

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🌑 नाम के , , , अक्षर वाले व्यक्तियों के लिए दिन चुनौतिपूर्ण:
For names beginning with ‘B, P, J, KH’ – Challenging Day
यात्रा, ज्वाइनिंग, आवेदन, व्यवहारिक कार्यों में विघ्न संभव।
• Travel, joining, proposals may face delays or rejections.
विवाद या जोखिम से बचाव जरूरी।
• Avoid disputes or taking risky decisions.
मानसिक तनाव और असमर्थता महसूस हो सकती है।
• You may feel mental pressure or indecisiveness.
उपाय: धूमावती जप व तिल/नीले वस्त्र का दान करें।
• Remedy: Chant Dhumavati mantra and donate sesame or blue cloth.


नक्षत्र जन्म वाले लोग: सफल

  • सफलता पूर्ण रहेगा: अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद।

बाधा नाश उपाय:

कर्क, वृष, कन्या, मकर राशि वालों के लिए तिथि दोष के उपाय चाहिए।


🌟 1. मेष राशि (Aries) – (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

अधिक परिश्रम की आवश्यकता होगी।
नींद व तनाव से जुड़ी समस्या संभव।
मानसिक उलझन रह सकती है।
• Extra effort is required today.
• Remedy: Perform religious donation or chanting.


🌟 2. वृषभ राशि (Taurus) – (, , , , वा, वी, वू, वे, वो)

खर्च या धन हानि हो सकती है।
गलत सलाह से बचें।
यात्रा या निवेश टालें।
• Financial loss possible; avoid new suggestions.
• Remedy: Stay silent and avoid decisions.


🌟 3. मिथुन राशि (Gemini) – (का, की, कू, , , , के, को, ह)

मित्र व परिवार का साथ मिलेगा।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
नए विचारों का समर्थन होगा।
• You will get support from close ones.
• Remedy: Start new work; good cooperation likely.


🌟 4. कर्क राशि (Cancer) – (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

विलासितापूर्ण वस्तुएँ मिलेंगी।
नया कार्य लाभ देगा।
पदोन्नति के योग बन रहे हैं।
• Time favors luxury and elevation.
• Remedy: Start fresh tasks for success.


🌟 5. सिंह राशि (Leo) – (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

स्वादिष्ट भोजन और पारिवारिक सुख मिलेगा।
भावनात्मक सहयोग की कमी हो सकती है।
आत्मनिर्भर रहें।
• Emotional detachment may occur.
• Remedy: Lower expectations from others.


🌟 6. कन्या राशि (Virgo) – (टो, , पी, पू, , , , पे, पो)

धन हानि संभव, लेन-देन से बचें।
किसी बात पर झगड़ा हो सकता है।
भावनाओं पर नियंत्रण रखें।
• Financial caution is advised.
• Remedy: Stay calm, avoid conflicts.


🌟 7. तुला राशि (Libra) – (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

प्रतिष्ठा में वृद्धि, यश प्राप्ति।
अटका धन मिलने की संभावना।
पद और प्रभाव बढ़ेगा।
• Recognition and recovery of money possible.
• Remedy: Utilize the day for pending gains.


🌟 8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

इच्छाएँ पूर्ण होंगी।
कार्यों में सराहना मिलेगी।
अनुकूल समय का सदुपयोग करें।
• Wish fulfillment and honor are likely.
• Remedy: Start any new initiative today.


🌟 9. धनु राशि (Sagittarius) – (ये, यो, , भी, भू, , , , भे)

मन अस्थिर रह सकता है।
परिणाम मिश्रित रहेंगे।
यात्राओं से थकान हो सकती है।
• Mixed results, mental unrest likely.
• Remedy: Be patient and composed.


🌟 10. मकर राशि (Capricorn) – (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी)

स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
कार्यों में रुकावट संभव।
पैसे की कमी खलेगी।
• Problems and financial tension may rise.
• Remedy: Avoid arguments; focus on health.


🌟 11. कुंभ राशि (Aquarius) – (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द)

मानसिक शांति और घरेलू सुख मिलेगा।
पारिवारिक मेल-जोल बढ़ेगा।
काम में रुचि बनी रहेगी।
• Peaceful mind and comfort at home.
• Remedy: Make most of favorable atmosphere.


🌟 12. मीन राशि (Pisces) – (दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची)

सफलता के अवसर बनेंगे।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी।
• Day of success, romance, and wellness.
• Remedy: Form new friendships, express love.


कार्य शुभ -गणित,ज्योतिष,खुदाई के कार्य-कुंवा-तालाब-बावड़ी जेसे कार्य शुभ हे….
Avoid नए वस्त्र - अचानक बीमारी ( स्वास्थ्य हानी )की संभावना होती हे
-ध्यान रखें- व्यापार, पानी, द्वार,गृह,छत ,सजावट, अग्नि, लकड़ी,श्रंगार,
दान करें- तिल,नमक और गुड का….
इसमें स्थिर( कंट्रोल), कल्याणकारक सम्बन्धी कार्यो को प्राथमिकता देवे;
नक्षत्र भोजन- -आलू,उड़द, इलायची का सेवन लाभकारी होता हे….आंवला
-निम्न वस्तु नहीं खानी चाहिए सीताफल,आलू,खीर,तिल,खीर..
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नियमित पूजा अर्चना के पूर्व निम्न मंत्र –

अनेक आपत्ति विपत्ति में अल्पता एवं सुख, सफलता, सृजित करेंगे

आज - अरिष्ट नाशक मंत्र
वेद मंत्र पूर्व फाल्गुनी:
ॐ भग प्रणेतर्भग सत्यराधो भगे मां धियमुद वाद दन्न:।
भग प्रजाननाय गोभिरश्वैर्भग प्रणेतृभिर्नुवन्त: स्याम:।
ॐ भगाय नम:।

पौराणिक मंत्र:
भगं रथवरारुढं व्दिभुंज शंख चक्रकम्।
फाल्गुनी देवतां ध्यायेत् भक्ताभीष्ट वरप्रदाम्।।

नक्षत्र देवता मंत्र:
ॐ भगाय नमः।
नक्षत्र मंत्र:
ॐ पूर्व फाल्गुनीभ्यां नमः।

·         ******************************************************

🔹 विशेष उपाय (Special Remedies)

 स्कंद शश्ठी मंत्र विशेष रूप से भगवान स्कंद (मुरुगन) की पूजा और व्रत के लिए उपयोगी है।

"ॐ श्री स्कन्दाय नमः"
"ॐ श्रीं ह्लीं क्लीं श्री स्कन्दाय नमः"

यह मंत्र भगवान कार्तिकेय (स्कंद) को समर्पित है और यह उनके आशीर्वाद के लिए जपा जाता है।स्कंद पूजा में मंत्र जाप का महत्व:

·         सकल संकटों से मुक्ति

·         नवीन ऊर्जा और साहस

·         संतान सुख और समृद्धि की प्राप्ति

शुभ कार्य:

  • निवेश और नए उद्यम शुरू करना इस नक्षत्र में अत्यंत शुभ होता है।
  • यह समय शुभ शुरुआत के लिए उपयुक्त है, जैसे कोई नया कार्य प्रारंभ करना, यात्रा पर जाना आदि।

नई वस्त्र:

  • नई वस्त्र पहनना इस नक्षत्र में व्यक्तिगत विकास और संपत्ति को बढ़ावा देने के लिए शुभ है।

जो चीज़ें बचें (Avoid):

  • जल कार्य (Water related activities) जैसे जल में उतरना या नदियों में स्नान।
  • घर बनवाना या खुदाई करना इस नक्षत्र में शुभ नहीं माना जाता।

दान:

  • गुड़ का दान करना इस नक्षत्र में शुभ माना जाता है। यह दान विशेष रूप से जीवन में समृद्धि और शांति लाता है।

आहार:

  • घी, मिठाइयाँ, और चावल इस दिन के लिए उपयुक्त आहार होते हैं। इनका सेवन करने से शारीरिक और मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है।
  • घी विशेष रूप से लाभकारी है, क्योंकि यह ऊर्जा और आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है।

जो खाद्य पदार्थ बचें (Avoid):

  • खट्टा भोजन, लहसुन, और जड़ वाली सब्जियाँ इस दिन से बचनी चाहिए, क्योंकि ये नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

यह नक्षत्र व्यक्तिगत जीवन में सुख, समृद्धि और सतर्क निर्णयों का प्रतीक है।

क्या आप इस दिन कुछ विशेष योजना बना रहे हैं, जैसे कोई नया निवेश या शुभ कार्य शुरू करने का?

·         . • Good for: Investments, starting new ventures, and auspicious beginnings.

·          New clothes: Enhance personal growth and wealth.

·          Things to avoid: Water, building houses, and digging.

·         Donate: Jaggery. • Food: Ghee, sweets, and rice.

·         Beneficial food: Ghee

·         . • Avoid: Sour food, garlic, and root vegetables.hindi

·        

·         🚗 यात्रा सुझाव (Travel Guidance)

·         🔹 यात्रा से पहले पान या काले तिल खाकर निकलें, सफलता एवं सुरक्षा मिलेगी।
(Eat betel leaf or black sesame before travel for success and protection.)

·        

·         💡 यह राशिफल आपकी सफलता और समृद्धि के लिए शुभ हो! 🚀
(May this detailed horoscope bring you success and prosperity!
🚀)

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Kundali Matching Expertise

Our expertise includes detailed analysis of Nadi Dosha, Mangal Dosha, Bhakoot Dosha, and Apvaad Niyam (exception rules) for accurate Kundali matching.

Key Considerations in Kundali Matching:

  1. Nadi Dosha:
    • There are 3-5 Nadi types affecting compatibility.
    • 13 Nakshatras naturally do not have Nadi Dosha.
  2. Mangal Dosha:
    • More than 35 exception rules apply for nullifying Mangal Dosha.
  3. Navamsa (D-9 Chart) Analysis:
    • Includes 5 Nadis, 9 Planets, and Lagna Rashi examination.
    • Each Nakshatra’s 4 phases (charanas) are evaluated.
  4. Unique Features:
    • Our analysis considers 30 key compatibility factors, whereas traditional Ashtakoot matching evaluates only 8 factors.

Marriage Compatibility Report:

  • A detailed, printable compatibility report of 6-10 pages is provided.
  • This depth of analysis is rare and not commonly available elsewhere.

For precise Kundali matching and remedies, feel free to connect.

संपर्क करें:
Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Sun City, Bangalore


एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है।

 परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।



कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य-

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email: tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२


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गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...