नए वस्त्र एवं वस्तु प्रयोग:10.6.2025
विशेष संयोग (Special Combination from 11:21 AM):
🕚 समय: 11:21 पूर्वाह्न (AM) से
📅 वार: मंगलवार (Tuesday)
🌌 नक्षत्र: अनुराधा नक्षत्र – सायं 06:02 PM तक (Anuradha Nakshatra till 06:02 PM)
🌙 चंद्र स्थिति: वृश्चिक
राशि में चंद्रमा (Moon in Scorpio)
पूर्णिमा तिथि पर नवीन वस्त्र, चूड़ी, आभूषण, एवं वस्तु-प्रयोग की शास्त्रीय दृष्टि से स्थिति, फल, एवं शास्त्र प्रमाण निम्नानुसार प्रस्तुत हैं — संक्षिप्त, द्विभाषीय (Hindi-English), श्लोक सहित: भद्रबाहु संहिता के अनुसार मंगलवार + अनुराधा + पूर्णिमा पर नए वस्त्र एवं वस्तु प्रयोग:
श्लोक:
"मङ्गलवारं अनुराधे पूर्णिमायां
शुभकामनाः।
नवे वस्त्रे
धारने तिष्ठन्ति दीर्घं यशस्सदा॥"
(भद्रबाहु
संहिता, ज्योतिष सार)
अर्थ: मंगलवार अनुराधा नक्षत्र की पूर्णिमा तिथि में नए वस्त्र धारण करने से आयु, यश, और सौभाग्य में वृद्धि होती है। नए वस्त्र एवं आभूषण पहनना शुभ माना गया है, जिससे सामाजिक मान-प्रतिष्ठा भी बढ़ती है।
4. प्रयोग के विशेष फल:
- नए वस्त्र: सामाजिक सम्मान, परिवार में सौहार्द, और मनोबल बढ़ता है।
- नई वस्तुएं (वस्त्र, आभूषण, उपकरण): घर में समृद्धि आती है, आर्थिक उन्नति होती है।
- आभूषण: सौंदर्य व व्यक्तित्व में वृद्धि होती है, साथ ही वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
5. उपयोग हेतु सुझाव:
- नए वस्त्र लाल, पीला, केसरिया या धात्विक रंगों में हो तो मंगल ग्रह का प्रभाव और भी अधिक शुभ रहता है।
- धूप, दीप, और मंत्रोच्चारण के साथ वस्त्र धारण करें।
- मंगलवार पर विशेषकर हनुमान या मंगल देव की पूजा उपयुक्त है।
- अनुराधा नक्षत्र की शक्ति के लिए ॐ रंभः रंभाय नमः मंत्र का जाप करें।
- पूर्णिमा के दिन व्रत या उपवास करने से फल और भी उत्तम होता है।
मंगलवार + अनुराधा नक्षत्र + पूर्णिमा पर नए वस्त्र, आभूषण और वस्तुओं का प्रयोग बहुत शुभ है। यह संयोजन आयु, यश, समृद्धि, और सौभाग्य को बढ़ाता है। भद्रबाहु संहिता में इसे विशेष रूप से फलदायक बताया गया है।
🔶 पूर्णिमा तिथि व नवीन प्रयोग (Purnima and New Item Usage)
📅 तिथि: शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा
🔆 प्रयोग: नए वस्त्र, आभूषण, चूड़ी, वस्त्र, सामग्री आदि का प्रथम उपयोग
🌿 शुभता: पूर्णिमा तिथि का स्वभाव शुभ, सौम्य, व सुखदायक
होता है — विशेषकर
चंद्रमा के शुभ नक्षत्रों (जैसे अनुराधा) में हो तो।
📜 शास्त्रीय श्लोक (Scriptural Shloka):
1.
"पूर्णिमायां शुभं वस्त्रं भूषणं रत्नसंयुतम्।
युक्तं
सौम्ये ग्रहस्थाने प्रयोगः स्यात् फलप्रदः॥"
— धर्मसिन्धु, तिथि निर्णय
खंड
🔸 अर्थ (Meaning):
पूर्णिमा
तिथि पर यदि ग्रहों की स्थिति सौम्य हो (जैसे चंद्रमा शुभ नक्षत्र में हो), तो नवीन वस्त्र, रत्न, चूड़ी, आभूषण आदि का
प्रयोग शुभ फलदायक माना गया
है।
2.
"पूर्णिमायां दिवा राजा स्नेहं लभते प्रजासु।
वस्त्रभूषणसंपन्नो
दीर्घमायुः सुखं भवे॥"
— नारदीय
धर्मसूत्र, पर्व विशेष
वर्णन
🔸 अर्थ (Meaning):
जो व्यक्ति
पूर्णिमा के दिन दिवा समय में (अभिजीत या विजय मुहूर्त में) नवीन वस्त्र, भूषण आदि
धारण करता है, वह लंबी आयु, जनप्रियता
और वैभव प्राप्त
करता है।
1. श्लोक: अनुराधा नक्षत्र का प्रभाव स्त्रियों पर
ग्रंथ: बृहत्संहिता (Varahamihira), नक्षत्र-फल अध्याय
🔸 श्लोक:
"अनुराधा स्थायिकानां स्त्रीणां सौन्दर्यवर्धिनी।
भूषणेषु च
युक्तायां सौभाग्यं समुपजायते॥"
🔹 अर्थ (Meaning):
अनुराधा
नक्षत्र स्त्रियों के लिए सौंदर्य को बढ़ाने वाला तथा भूषण धारण
करने पर सौभाग्य को बढ़ाने वाला होता है।
🔸 Translation:
Anuradha Nakshatra enhances a woman’s beauty and brings marital fortune,
especially when adorned with ornaments.
📜 2. श्लोक: पूर्णिमा तिथि और स्त्री सौंदर्य/सौभाग्य हेतु
ग्रंथ: धर्मसिन्धु, तिथिनिर्णय खंड
🔸 श्लोक:
"पूर्णिमायां स्त्रियो युक्ताः शोभनैः वस्त्रभूषणैः।
दर्शयन्ति
सौभाग्यं स्वं धनधान्यसमन्वितम्॥"
🔹 अर्थ (Meaning):
जो
स्त्रियाँ पूर्णिमा के दिन नवीन वस्त्र, भूषण, चूड़ियाँ आदि धारण करती हैं, उनके
सौंदर्य और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
🔸 Translation:
Women adorned with beautiful new clothes and ornaments on Purnima radiate
auspiciousness and prosperity.
✅ संक्षिप्त निष्कर्ष (Brief Conclusion):
🔹 अनुराधा + पूर्णिमा तिथि पर
स्त्रियों द्वारा चूड़ी, वस्त्र, आभूषण आदि
का प्रयोग
= सौंदर्य +
सौभाग्य + स्थायित्व का उत्तम संयोग।
= Brings beauty, fortune, and lasting well-being for women.
✅ पूर्णिमा प्रयोग के लाभ (Benefits of Using New Items on Purnima):
- मानसिक प्रसन्नता एवं आत्मबल में वृद्धि (Mental positivity & confidence boost)
- सौंदर्य, आकर्षण, और समाज में सम्मान (Enhanced grace & social respect)
- धन-वैभव व ऐश्वर्य वृद्धि का योग (Improved fortune & prosperity)
- विशेषकर स्त्रियों के लिए सौभाग्यवृद्धि का कारक (Especially auspicious for women’s marital bliss)
🔴 सावधानी (Caution):
यदि चंद्रमा अशुभ नक्षत्र (जैसे कृत्तिका, भरणी आदि) में हो, या चंद्र-द्वादश दोष बने (चंद्रमा जन्म राशि से 12वें में हो), तो नए वस्त्र-भूषण के प्रयोग से दुर्बलता, मानसिक तनाव हो सकता है।
🕐 आज के लिए उपयुक्त समय (Today’s Best Time for New Item Use):
🔹 अभिजीत मुहूर्त: 11:53 AM – 12:45 PM
🔹 रवियोग समापन: 06:02 PM तक
🔹 नक्षत्र: अनुराधा (शुभ) — सायं 06:02 PM तक
📌 निष्कर्ष (Conclusion):
👉 यदि वस्त्र, आभूषण या नई वस्तु का प्रयोग आज (पूर्णिमा + अनुराधा) दोपहर 12:45 PM से पहले किया जाए, तो वह शत
प्रतिशत शुभ व लाभकारी होगा।
✅ संयोग विशेष – मंगलवार + अनुराधा नक्षत्र:
🔹 धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण:
शिव पुराण व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अनुराधा
नक्षत्र मंगल
कार्यों, शुभारंभ, संगठन, साहसिक निर्णय, अथवा आयुर्वृद्धि के प्रयोजन हेतु अत्यंत
अनुकूल होता है।
🔹 मंगलवार + अनुराधा संयोग:
यह संयोग
विशेषकर दांपत्य, संतान, साहस, कार्यारंभ, यात्रा, औषध-सेवन आदि के लिए
लाभदायक माना गया है।
🔸 Scriptural Reference (Brihat Samhita, Nakshatra
Chapter):
“अनुराधा स्थायिकानां च रक्षणे च विशेषतः।
राज्ञां च
प्रतिष्ठायां च कार्यसिद्धिर्भवत्यलम्॥”
(Brihat Samhita)
👉 अर्थ: अनुराधा नक्षत्र स्थायीय कार्य, रक्षा, राज्य
प्रतिष्ठा और स्थायित्वपूर्ण निर्णयों में सफलता देता है।
💡 11:21 AM से आगे दिन में क्या करें? (Post 11:21 AM Advice):
🟢
उपयुक्त
कार्य (Favorable
Tasks):
• नए
कार्यारंभ (New
Beginnings)
• यात्रा
प्रारंभ (Starting
Journeys)
• सलाह या
निर्णय लेना (Taking
decisions)
• आयुर्वर्धक
व्रत/संकल्प (Longevity
rituals – e.g., वट पूर्णिमा)
• नौकरी, इंटरव्यू, वकालत, राजकीय
कार्य
🔴 टालने योग्य कार्य (To
Avoid):
• कोई भी
कार्य जिसमें अत्यधिक क्रोध, व्यग्रता या विवाद की संभावना हो।
• चंद्रमा
वृश्चिक में होने से मानसिक असंतुलन का संकेत देता है।
🎯 विशेष मंत्र (Recommended Mantra):
🙏 “ॐ श्री अनुराधा नक्षत्र अधिष्ठात्री भगवति मित्राय
नमः”
(For strength, balance, and graceful outcomes today)
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