16 जून 2025
वस्त्र, चूड़ी, गृहवस्तु प्रयोग
योग: धनिष्ठा नक्षत्र + सोमवार + पंचक + त्रिपुष्कर योग + रवि योग (13:32 से)
प्रश्न: क्या इस स्थिति में नये वस्त्र, चूड़ी, गृहवस्तु आदि का प्रयोग करना उचित है?
प्रमाण ग्रंथ: धर्मसिंधु, निर्णयसिंधु, भद्रबाहु संहिता, मुहूर्त चिंतामणि, मुहूर्तमार्तण्ड, नारद पुराण, बृहत्संहिता
🔍 1. योग स्थिति विवरण (16जून 2025):
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वार: सोमवार
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नक्षत्र: धनिष्ठा (पंचक का प्रथम नक्षत्र)
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तिथि: पंचमी समाप्त – 13:31 तक; षष्ठी प्रारंभ – 13:32 से
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पंचक: सक्रिय
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त्रिपुष्कर योग: सक्रिय
-
रवि योग: 13:32 से प्रारंभ
📜 2. शास्त्रीय विचार:
(क) पंचक दोष में निषेध:
“पञ्चके न कर्तव्यं वस्त्रालंकारभोजनम्। धनिष्ठा विशेषेण वर्ज्यं।” — निर्णयसिंधु
“पञ्चकनक्षत्रेषु न वस्त्रं, न धातूनि, न गृहभोजनं।” — भद्रबाहु संहिता
“स्त्रिया नूतनालंकारं पञ्चके विशेषतः न धारयेत्।” — नारद पुराण
(ख) त्रिपुष्कर योग:
“त्रिपुष्करे कृतं कर्म तद् त्रिगुणं भवति शुभं।” — मुहूर्त चिंतामणि
→ लेकिन जब त्रिपुष्कर पंचक या अन्य दोष से युक्त हो, तो फल क्षीण होता है।
(ग) रवि योग:
“रवियोगे क्रियाम् आरभेत्, ग्रहदोषे अपि शम्यते।” — बृहत्संहिता
→ रवि योग सामान्य दोषों को शमित कर सकता है, लेकिन पंचक जैसे महादोष को नहीं।16.5.2025-🔖 विषय: नये वस्त्र, चूड़ी, गृह उपयोगी वस्तुएँ – प्रयोग एवं निषेध (धनिष्ठा नक्षत्र, सोमवार, पंचमी-शष्ठी तिथि संदर्भ में)
📚 आधार ग्रंथ: धर्मसिंधु, निर्णयसिंधु, भद्रबाहु संहिता, ज्योतिषसार, मुहूर्त चिंतामणि, मुहूर्तमार्तण्ड, विभिन्न पुराणादि।
🔹 योग: वैधृति (अशुभ योग)11.05till; — विशेषकर पंचमी में हानिप्रद
❌ प्रातः 13:31 तक पंचमी + धनिष्ठा + सोमवार = वर्जनीय प्रयोग (बहुविध प्रमाण सहित):
🔸 1. वर्जित कार्य व प्रयोग – प्रातः 13:31 बजे तक
क्र.
वर्जित वस्तुएँ व क्रियाएँ
कारण / दोष
1.
नये वस्त्र धारण / क्रय
पंचमी सोम योग +11:05am tak- वैधृति योग
= दोष (धर्मसिंधु)
2.
नई चूड़ी पहनना / खरीदना
ग्रहदोष व पंचक दोष संभाव्य
3.
गृह-उपयोगी धातु/वस्त्र खरीदना
(धनिष्ठा में अर्धचंद्र) दोष
4.
भोजन में: तिल, मसूर, बैंगन, दही, उड़द
पंचमी सोम संयोजन दोष (नारद पुराण, तंत्र शास्त्र)
5.
लाल, पीला वस्त्र या रत्न पहनना
धनिष्ठा में मंगली दोष (बृहत्संहिता, मुहूर्त चिंतामणि)
त्याज्यं, पंचम्यां मूलवर्जनम्॥”
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- षष्ठी (15:32 बजे से) षष्ठी (Krishna Shashthi): -🔹 नक्षत्र (Nakshatra): धनिष्ठा –
✅ प्रयोग योग्य वस्तुएँ (शुभ):
🔸 धनिष्ठा नक्षत्र में तिथि शुद्ध होने पर, विशेषतः
षष्ठी में दोपहर 13:13 के बाद निम्न वस्तुओं का प्रयोग शुभ रहेगा:
- नये वस्त्र, गृहस्थ उपयोगी वस्तुएँ – जैसे पर्दे, चादर, बर्तन आदि
- सौंदर्य प्रसाधन (सिंदूर, बिंदी, इत्र आदि)
- सजावटी चूड़ियाँ – धातु या काँच की (विशेषतः सोमवार को शुभफलकारक)
- नवीन गहने – चाँदी/प्लैटिनम विशेष रूप से
- गृह पूजन/वास्तु उपयोगी सामग्री – जैसे पूजा पात्र, कलश, दीपक, हवन सामग्री
🔖 धार्मिक प्रमाण:
📜 मुहूर्त चिंतामणि (अध्याय शुभाशुभ विचार):“षष्ठ्यां वस्त्रगृहोपयोगं, चंद्रे शुभे शुभायते।”
📜 भद्रबाहु संहिता :
“धनिष्ठायां गृहस्थवस्त्राणि, कृत्यानि सौख्यमावहंति।”
अर्थ: धनिष्ठा नक्षत्र व षष्ठी तिथि में नये वस्त्र, गृहोपयोगी वस्तुओं का प्रयोग सौभाग्यवर्धक माना गया है।
❌ वर्जित वस्तुएँ (निषेध):
- नए वस्त्रों का प्रयोग (विशेषतः पंचमी तिथि + सोमवार + धनिष्ठा योग = दोष संभव)
- पीला, गहरा लाल, धूसर रंग के वस्त्र – मस्तिष्क व शारीरिक पीड़ा कारक
- ज्वलनशील वस्तुएँ – दीपक तेल, रसायन, प्लास्टिक सामान
- मांसाहारी पदार्थ, लहसुन-प्याज, अधिक तले पदार्थ, सोमवार एवं पंचमी की दृष्टि से वर्ज्य
🔖 शास्त्रीय प्रमाण:
📜 धर्मसिंधु (पर्वाधिकार):“पंचम्यां सोमवारे तु, वस्त्रं न धारयेत् कदाचित्। रोगपीडां हरेत् तत्र, चंद्रदोषे विशेषतः॥”
📜 निर्णयसिंधु (षडवर्गीय मुहूर्त विचार):
“न धनिष्ठायां नित्यकर्मवस्त्रादि प्रवेशनम्। शुभदृष्टे यदि न चंद्रग्रहदोषश्च॥”
🍽 वर्जित भोज्य पदार्थ (Don’ts):
- तीखा, अधिक तला हुआ खाना
- मसूर, उड़द, काले तिल से बने पदार्थ
- मांस-मदिरा वर्जित (सोमवार व्रत संदर्भ)
- चावल, सत्तू, सरसों तेल भोजन में त्याज्य
🔖 मुहूर्तमार्तण्ड :
“धनिष्ठायां शाकमूलं, क्षारं तिक्तं न भोज्यते।
सोमवारे दधि🔖 विषय: 16 जून 2025 – धनिष्ठा नक्षत्र, पंचमी तिथि, सोमवार में नये वस्त्र, चूड़ी व गृह उपयोगी वस्तुओं का प्रयोग – शास्त्र सम्मत निर्देश
📚 प्रामाणिक ग्रंथ: धर्मसिंधु, निर्णयसिंधु, भद्रबाहु संहिता, नारद पुराण, बृहत्जातक, पराशर होरा, मुहूर्त चिंतामणि, मुहूर्तमार्तण्ड, रामायण, तंत्र शास्त्र आदि।
❌ प्रातः 13:31 तक पंचमी + धनिष्ठा + सोमवारा = वर्जनीय प्रयोग (बहुविध प्रमाण सहित):
🔸 1. वर्जित कार्य व प्रयोग – प्रातः 13:31 बजे तक
क्र. |
वर्जित वस्तुएँ व क्रियाएँ |
कारण / दोष |
1. |
नये वस्त्र धारण / क्रय |
पंचमी सोम योग +11:05am tak- वैधृति योग = दोष (धर्मसिंधु) |
2. |
नई चूड़ी पहनना / खरीदना |
ग्रहदोष व पंचक दोष संभाव्य |
3. |
गृह-उपयोगी धातु/वस्त्र खरीदना |
(धनिष्ठा में अर्धचंद्र) दोष |
4. |
भोजन में: तिल, मसूर, बैंगन, दही, उड़द |
पंचमी सोम संयोजन दोष (नारद पुराण, तंत्र शास्त्र) |
5. |
लाल, पीला वस्त्र या रत्न पहनना |
धनिष्ठा में मंगली दोष (बृहत्संहिता, मुहूर्त चिंतामणि) |
त्याज्यं, पंचम्यां मूलवर्जनम्॥”
🗓 दिन, तिथि व नक्षत्र विवरण – 16जून 2025 (भारत, IST)
🔹 वार (Day): सोमवार
🔹 तिथि:
- पंचमी (Krishna Panchami): प्रातः से 13:31 बजे तक
- षष्ठी (Krishna Shashthi): 13:32 बजे से रात्रि तक
🔹 नक्षत्र:- धनिष्ठा: 13:13 बजे तक, तत्पश्चात शतभिषा आरंभ
🔹 योग: वैधृति (अशुभ योग) — विशेषकर पंचमी में हानिप्रद
📊 3. निर्णय सारणी:
तत्व | स्थिति | प्रयोग निर्णय | प्रमाण ग्रंथ | |||||
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
पंचक | सक्रिय (धनिष्ठा) | ❌ वर्ज्य | निर्णयसिंधु, भद्रबाहु संहिता | |||||
त्रिपुष्कर योग | ✔ शुभ | ⚠ पंचक दोष से क्षीण | मुहूर्त चिंतामणि | |||||
रवि योग (13:32 से) | ✔ शुभ | ⚠ दोष शमन सीमित | बृहत्संहिता | |||||
चूड़ी / श्रृंगार | ❌ वर्ज्य | नारद पुराण | ||||||
गृहवस्त्र / बर्तन / उपकरण | ❌ वर्ज्य | तंत्रसार | -------------------- | |
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