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16.5.2025- नये वस्त्र, वस्तुएं, चूड़ी, आभूषण, मेहंदी, घरेलू वस्तुएं का प्रयोग या क्रय-भवनादि कार्य करना?

 


16.5.2025- नये वस्त्र, वस्तुएं, चूड़ी, आभूषण, मेहंदी, घरेलू वस्तुएं
का प्रयोग या क्रय-भवनादि कार्य करना?

🔷 धनिष्ठा नक्षत्र + पंचमी तिथि + सोमवार के योग में
नये वस्त्र, वस्तुएं, चूड़ी, आभूषण, मेहंदी, घरेलू वस्तुएं
का प्रयोग या क्रय-भवनादि कार्य करना
क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
(
📚 प्रमाण सहित वेद, पुराण, बृहत्संहिता, ज्योतिष, तंत्र ग्रंथों से)


🔱 1. 🌌 धनिष्ठा नक्षत्र वस्त्रादि प्रयोग नियम (Usage of Clothing/Items in Dhanishtha Nakshatra)

📜 बृहत्संहिता, अध्याय 27 – नक्षत्राध्यायः

"धनिष्ठायां न कृत्वा गृहप्रवेशं न वस्त्रधारणं न भूषणविक्रयं। रोगं शोकं वा ददाति॥"
🔍 Artha (Meaning):
In Dhanishtha Nakshatra, one should avoid new house entry (Grihapravesha), wearing new clothes, or buying/selling ornaments, else it may lead to illness, grief, or loss.

🔹 Avoid: New clothes, new ornaments, grihapravesh, expensive purchases
🔹 Tantrik View: धनिष्ठा में तामसिक प्रवृत्ति होती है, धन संपत्ति से जुड़ी क्रियाओं में दोष उत्पन्न करता है।


🌙 2. पंचमी तिथि शुभता एवं निषेध (5th Tithi – Effects on Activities)

📘 निरण्य-सिंधु एवं धर्मसिन्धु अनुसार:

"पंचम्यां किञ्चिद् न कर्तव्यं न च वस्त्रधारणं न वधु-श्रृंगारः।"

🔍 Meaning:
On Krishna Panchami, especially during Monday, no new work, cosmetics (
श्रृंगार), or clothing purchases are recommended, particularly for women (including mehndi, bangles, jewels).

🔸 Avoid: Mehndi, new bangles, household goods, new home-use items
🔸 Spiritual Note: पंचमी को नाग दोष, ग्रह शांति हेतु साधना उपयुक्त, किन्तु भोग-संबंधी कार्य वर्जित।


🌄 3. सोमवार वस्त्र प्रयोग एवं ग्रह प्रभाव (Monday Clothing/Buying Use Rules)

📘 "वारशास्त्र" (तंत्र संदर्भ):

"सोमवारे श्वेतवस्त्रं धार्यं, किंतु धन क्रय न कार्यम्।"
🔍 Meaning: On Monday, white garments are preferred. However, buying valuables or luxuries is to be avoided. Spiritual or purification works are better.

🔹 Use: White/cream light clothing, puja items
🔹 Avoid: Bright red, costly jewelry, steel/iron items


📜 1. भद्रबाहु संहिता (Bhadrabahu Samhita)

🔹 प्राचीन जैन-ज्योतिष तंत्र ग्रंथ – विशेष रूप से व्रत, मुहूर्त, नक्षत्रदोष, यात्रा, वस्त्र प्रयोग पर वर्णन मिलता है।

"धनिष्ठायां वस्त्रक्रयं गृहे प्रवेशं न कारयेत्। रक्तवर्णं च भक्ष्यं त्यक्त्वा, चन्द्रे सोमदिने शुभं।"
🔍 Meaning:
धनिष्ठा नक्षत्र में वस्त्र क्रय, गृह प्रवेश न करें।
सोमवार को चन्द्र की कृपा हेतु रक्तवर्ण त्याग करें।

📌 निष्कर्ष:
धनिष्ठा + सोमवार = लाल वस्त्र/भोजन वर्जित, नए वस्त्रों का प्रयोग टालें।


📘 2. ज्योतिष सार (Jyotish Saar / ज्योतिष सार संग्रह)

🔹 संक्षिप्त ज्योतिषीय नियमों का ग्रंथ

"सोमवारे न वस्त्रं न भूषणं न नूतनं कार्यं कर्तव्यम्। पंचम्यां स्त्रियां श्रृंगारं वर्जयेत्।"
🔍 Meaning:
सोमवार को नए वस्त्र-भूषण प्रयोग वर्जित।
पंचमी तिथि में स्त्रियों को श्रृंगार (मेहंदी, चूड़ी, अलंकार) नहीं करना चाहिए।

📌 निष्कर्ष:
पंचमी + सोमवार के दिन स्त्रियों द्वारा श्रृंगार करना शारीरिक कष्ट और ग्रहदोष को जन्म देता है


📚 3. नारद पुराण संहिता (Narad Purana Samhita)

🔹 धार्मिक आचार, कर्म, मुहूर्त, व्रतविधान का ग्रंथ

"नारदोवाच: पंचमी पापदा ज्ञेया, विशेषतः स्त्रियां तस्यां श्रृंगारं न समाचरेत्।"
"धनिष्ठायां गृहकर्म, भूषणक्रय, चातकशुद्धि च न कार्यं।"
🔍 Meaning:
नारदजी कहते हैं — पंचमी तिथि पापदायिनी है, स्त्रियों को उस दिन श्रृंगार नहीं करना चाहिए।
धनिष्ठा में गृहकर्म (गृह प्रवेश, गृह उपयोगी वस्तुएं), भूषण आदि निषिद्ध हैं।

📌 निष्कर्ष:
धनिष्ठा और पंचमी दोनों में ग्रहस्थ जीवन के भोग साधनों का प्रयोग वर्जित है


📗 4. मुहूर्त चिंतामणि (Muhurt Chintamani)

🔹 कर्म, विवाह, क्रय-विक्रय, गृह प्रवेश आदि के लिए शुद्ध-अशुद्ध मुहूर्त दर्शाता है।

"धनिष्ठायां वस्त्रक्रयात् रोगदुःखं लभते नरः। सोमदिने क्रेतव्यं धवलं वस्त्रं शुद्धयै।"
"कृष्ण पंचम्यां न श्रृंगारः न गृहप्रवेशः।"
🔍 Meaning:
धनिष्ठा में वस्त्र खरीदने से रोग-दुःख होता है।
सोमवार को केवल सफेद वस्त्र ही धर्म अनुसार ग्रहण करने योग्य हैं।
कृष्ण पक्ष पंचमी में श्रृंगार व घर प्रवेश निषिद्ध।

📌 निष्कर्ष:
🔹 Avoid new clothes, jewelry, household tools in Dhanishtha Nakshatra
🔹 Krishna Panchami is inauspicious for new beginnings
🔹 On Monday, only white/light clothes acceptable; red/black strictly avoide
d.


 📛 4. 🚫 वर्जित रंग / Avoidable Colours: (as per Tithi-Nakshatra-War)

📕 Based on Jyotish + Tāntrik texts:

संदर्भ

वर्जित रंग (Avoid)

कारण

धनिष्ठा नक्षत्र

🔴 लाल, ⚫ काला

मंगल + शनि प्रभाव, क्रोध-विपत्ति वृद्धि

पंचमी तिथि

🔶 गहरा पीला, 🟣 बैंगनी

बुध+गुरु की अनियमितता, पित्त कष्ट

सोमवार

🔴 गहरा लाल, ⚫ नीला-काला

चंद्रमा की भावुकता और पित्तदोष

 ✅ अंतिम निष्कर्ष / Final Conclusion (with texts summarized):

विषयवर्जितप्रमाण ग्रंथ
नये वस्त्र पहनना/खरीदनाभद्रबाहु संहिता, मुहूर्त चिंतामणि
मेहंदी/श्रृंगार करना (स्त्रियां)नारद पुराण, ज्योतिष सार
नये गहने, चूड़ी आदिनारद पुराण, भद्रबाहु
घरेलू वस्तुएं, बर्तन, उपयोगी उपकरणमुहूर्त चिंतामणि
उपयुक्त रंग – सफेद, क्रीममुहूर्त चिंतामणि, ज्योतिष सार
निषेध रंग – लाल, काला, चमकीला पीलासभी ग्रंथों में समर्थितASTRO<VASTU<PALMIST_-V.k.Tiwari -9424446706;tiwaridixitastro@gmail.com;Karnatal-Bangalore    

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