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20 जून 2025 -नए वस्त्र, चूड़ी, आभूषण या नई वस्तुएं प्रयोग/धारण करें, तो उसका भविष्य फल क्या होगा?

 


20 जून 2025 -नए वस्त्र, चूड़ी, आभूषण या नई वस्तुएं प्रयोग/धारण करें, तो उसका भविष्य फल क्या होगा?

🔆 20 जून 2025 (शुक्रवार) का पंचांग
🗓 तिथि: दशमी (पूर्णा)
🌙 नक्षत्र: रेवती (प्रारंभ 20 जून को रात 9:50 बजे से)
🕘 दिन: शुक्रवार
📿 वार स्वामी: शुक्र (वस्त्र, सौंदर्य, सुख, कला, दांपत्य का कारक)


🌸 शुभ प्रयोग हेतु प्रश्न:
यदि 20 जून 2025 को रात्रि 9:50 बजे के बाद नए वस्त्र, चूड़ी, आभूषण या नई वस्तुएं प्रयोग/धारण करें, तो उसका भविष्यफल क्या होगा?

भविष्य में सौभाग्य, सफलता और मानसिक संतुलन कैसे देगा यह हम नीचे बाइलिंग्वल (हिंदीअंग्रेज़ी) रूप में शास्त्रसम्मत ढंग से प्रस्तुत कर रहे हैं:


🔱 रेवती + दशमी + शुक्रवारत्रिगुणी शुभता

📜 बृहत्संहिता श्लोक:
"
रेवत्यां स्थाप्यं वस्तु, दशम्यां विजयप्रदम्। शुक्रे सौख्यकरं प्रोक्तं, नूतनं शुभमस्तु तत्॥"
रेवती नक्षत्र में स्थापित वस्तु, दशमी में आरंभ, और शुक्रवार में प्रयोग की गई वस्तु ये सभी कार्य सौभाग्य, विजय और मानसिक सुख प्रदान करते हैं।
A new item initiated in Revati Nakshatra, under Dashami Tithi, and on Friday ensures success, comfort, and enduring fortune.


🌟 जब वही वस्त्र या वस्तु दुबारा प्रयोग की जाए, तो फल:

  1. जब वह वस्तु दुबारा प्रयोग की जाएगी जैसे किसी परीक्षा, साक्षात्कार, या महत्वपूर्ण उत्सव में यह भाग्य को सक्रिय करती है।
  2. यह वस्तु या वस्त्र वाणी, व्यवहार और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
  3. यह वस्तु भविष्य में सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है, विशेषकर किसी निर्णायक क्षण में।
  1. When the same item is used again — like during exams, interviews, or celebrations — it activates good fortune.
  2. The cloth or object enhances speech, behavior, and confidence.
  3. It emits positive vibrations especially during critical or decision-making moments.

🏡 यदि वह वस्तु घर में रखी जाए:

  • रेवती में खरीदी या धारण की गई वस्तु यदि घर में स्थापित रहे, तो वह घर के वातावरण में संतुलन, पोषण और सुख का संचार करती है।
  • वह वस्तु गृहलक्ष्मी और पारिवारिक संबंधों को मज़बूत करती है।
  • If such an object remains in the home, it infuses the space with balance, nourishment, and peace.
  • It also strengthens family bonding and household harmony.

🎯 विशेष उपयोग परीक्षा, साक्षात्कार, बैठक आदि में:

अवसर

वस्त्र / वस्तु का प्रभाव

परीक्षा

आत्मविश्वास, मानसिक स्पष्टता

साक्षात्कार

प्रभावी संप्रेषण, आकर्षण

व्यवसायिक बैठक

अनुकूल निर्णय, यश प्राप्ति

वैवाहिक चर्चा / उत्सव

शांति, मधुरता, संस्कारजनित प्रभाव

 

1-🔸 श्लोक (बृहत्संहिता):
"रेवत्यां धनधान्यं स्यात्, मित्रलाभो भविष्यति।"
🔹 रेवती नक्षत्र में आरंभ किया गया कार्य धन-संपत्ति और अनुकूल संबंध देता है।
🔹 Work started under Revati Nakshatra gives wealth and harmonious relationships.

2-2. शुक्रवार + दशमी + रेवती योग:
🔸 यह संयोग सुंदर वस्त्र, आभूषण, प्रेम और लक्ष्मी-सुख हेतु उत्तम माना गया है।

🔸 श्लोक (मुहूर्त चिंतामणि):
"
शुक्रे रेवत्यां तिथौ दशम्यां, नूतनं वस्त्रं शुभं सुखदं च।"
🔹 रेवती नक्षत्र, शुक्रवार और दशमी तिथि में नए वस्त्र धारण करना शुभ, सौंदर्यवर्धक और लाभप्रद होता है।
🔹 Wearing new clothes on a Friday under Revati Nakshatra and Dashami Tithi brings beauty, prosperity, and happiness.


भविष्य में उस वस्त्र या आभूषण से मिलने वाले फल:

(Each sentence bilingual with meaning and effect)

  1. वस्त्र से मानसिक शांति एवं आकर्षण की वृद्धि होगी।
    The cloth will enhance mental peace and attraction.
  2. चूड़ी या आभूषण से वैवाहिक प्रेम और सौंदर्य में वृद्धि होगी।
    Bangles or jewelry will increase marital harmony and personal charm.
  3. यह प्रयोग आर्थिक सौभाग्य और लक्ष्मीगृह वृद्धि का संकेत देता है।
    This usage points toward future prosperity and increase in wealth.
  4. ऐसे वस्त्र-आभूषण द्वारा भविष्य में शुभ समाचार, मित्रों से सहयोग और यात्रा लाभ प्राप्त होंगे।
    These items will bring good news, friendly support, and travel benefits in future.
  5. धारित वस्त्रों से सामाजिक प्रभाव एवं साख में वृद्धि होती है।
    The worn garments will elevate your social influence and reputation.
  6. यदि वस्त्र सफेद, गुलाबी या हल्के रंगों के हों, तो शुक्र बलवान होता है और दांपत्य जीवन में संतुलन आता है।
    If the clothes are white, pink, or light-colored, Venus is strengthened and marital balance is attained.

🔹 अग्निपुराण:
"
वस्त्रं च भूषणं नित्यं शुक्रवारे शुभप्रदम्।"
Meaning: On Fridays, using new clothes or ornaments brings continuous good fortune.
Hindi:
शुक्रवार को नए वस्त्र या आभूषण धारण करना निरंतर शुभता देने वाला होता है।


20 जून 2025 को day 9:50 के बाद, नए वस्त्र, चूड़ी, आभूषण या किसी भी वस्तु का प्रयोग अत्यंत शुभ रहेगा। यह आपके भविष्य में सौंदर्य, सौख्य, प्रेम, आर्थिक लाभ और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगा।इस समय पर नए वस्त्र, चूड़ी या वास्तु वस्तुएं प्रयोग करें:

  • यह संयोजन शुभ और स्वागतयोग्य माना जाता है।
  • दशमी + अश्विनी नक्षत्र विशेषताएँ:
    • श्लोक (मुहूर्त चिंतामणि):
      अश्विन्यां दशम्यां तिथौ नूतनं वस्त्रं सौभाग्यदम्।
      दशमी और अश्विनी में नया वस्त्र पहनना सौभाग्य और समृद्धि देगा।
    • प्रभाव:
      1. ऋद्धिसिद्धि की वृद्धि
      2. नवोन्मेष और ताजगी का अनुभव
      3. युवा ऊर्जा एवं उत्साह का संचार

🔱 शास्त्रीय प्रमाण के साथ रेवती नक्षत्र का फल:

🔸 श्लोक बृहत्संहिता (विंध्येश्वर कांड)

"रेवत्यां स्थापने ग्राह्यं, यात्रायां सौम्यविक्रयः।
धनधान्यप्रदं नक्षत्रं, सौख्यं सौम्यं च दर्शयेत्॥"

रेवती नक्षत्र में आरंभ की गई वस्तुएँ जैसे कि भवन, वस्त्र, चूड़ी, गहने आदि सुख, समृद्धि, और कोमल सौंदर्य प्रदान करती हैं।

🔹 English Meaning:
Items initiated or used under Revati Nakshatra bring happiness, wealth, calm energy, and beauty-related gains.


🌺 रेवती + दशमी + शुक्रवार = विशेष शुभ योग

🔸 🔮 भविष्य में परिणाम (Predicted Effects) – बाइलिंग्वल रूप में:

  1. रेवती में प्रयुक्त वस्त्र-गहने मानसिक शांति व कोमलता लाते हैं।
    Clothes or ornaments used under Revati create mental peace and gentleness.
  2. ऐसे प्रयोग से आगे चलकर परिवारिक सामंजस्य और सद्भाव बढ़ेगा।
    This leads to improved family harmony and emotional bonding over time.
  3. चूड़ी या आभूषण सौंदर्य, सौभाग्य और ससुराल पक्ष से लाभ बढ़ाते हैं।
    Bangles and ornaments increase beauty, luck, and benefit from in-laws.
  4. रेवती शुक्रवार को प्रयोग हुई वस्तु से दांपत्य जीवन सुखद होता है।
    Items used on Revati + Friday improve marital life and inner satisfaction.
  5. वस्त्र/वस्तु भविष्य में प्रेम, कला और आर्थिक विनिमय में सहयोग देंगे।
    Such items will help in love, arts, and prosperous exchanges.
  6. शुक्र ग्रह के कारण सुंदरता, सौम्यता, धन और स्त्रीसुख में वृद्ध‍ि होती है।
    Venus's influence adds beauty, elegance, prosperity, and feminine happiness.

🔹 मुहूर्त चिंतामणि:

"रेवती शुभदा ज्ञेया, सौम्या सौंदर्यवर्धिनी।"
Arth:
रेवती शुभ, कोमल एवं सौंदर्य में वृद्धि देने वाली होती है।


🔮 यदि रेवती में यह धारण किया गया भविष्यफल सारांश:

वस्तु

संभावित प्रभाव (फल)

नए वस्त्र

सुंदरता, यश, मानसिक सुख

नई चूड़ी

दांपत्य संतुलन, आकर्षण

आभूषण

वैवाहिक सुख, आर्थिक लाभ

नई वस्तु (जैसे घड़ी, फोन आदि)

सौम्यता, परिपक्व निर्णय शक्ति

🌈 रेवती में प्रयुक्त होने योग्य वस्तुएँ:

तत्व

उपयुक्त विकल्प

फल

रंग

हल्का हरा, चाँदी जैसा सफेद, हल्का पीला

बुध को बल, मनःशांति, संतुलन

धातु

चाँदी (Silver), कांसा (Bronze), सफेद सोना

शुभ निर्णय शक्ति, संयम

🔸 1. भद्रबाहु संहिता — (प्राचीन जैन-ज्योतिष ग्रंथ)

"रेवत्यां सौम्यवर्णं वस्त्रं, रत्नं पन्नकं समाचरेत्।
रजतं शुद्धमाल्यं च, बुधदिने समर्पयेत्॥"

रेवती नक्षत्र में हल्के रंगों (सौम्यवर्ण) के वस्त्र, पन्ना रत्न तथा चाँदी के शुद्ध आभूषणों का प्रयोग करें। विशेषकर यदि यह शुक्रवार को हो, तो और भी उत्तम है।

🔹 English:
In Revati Nakshatra, one should wear soft-colored clothes, emerald gemstone, and pure silver ornaments—especially auspicious if done on a Friday.


🔸 2. बृहत्जातक वराहमिहिर (अध्याय 1- नक्षत्रफलं)

"रेवत्यां सौम्यदृष्टिर्देयाः, शुभवस्त्रं रजतं च।
वाक्सिद्धिर्बुधबलात् स्यात्, सौख्यं च प्रजायते॥"

रेवती में शांत, सौम्य दृष्टिकोण रखना चाहिए; शुभ वस्त्र और चाँदी धारण करना उत्तम है। बुध के प्रभाव से वाणी सिद्धि (speech clarity) और सुख की प्राप्ति होती है।

In Revati, one should maintain calmness and wear auspicious clothes and silver. Due to Mercury's strength, one attains eloquence and comfort.


🔸 1. भद्रबाहु संहिताअध्याय: नक्षत्र उपयोग

"रेवत्यां नूतनं वस्त्रं, शुक्लवर्णं शुभप्रदम्।
रजतं सुवर्णभूषणं, सौम्यं पूषणप्रीतिकम्॥"

रेवती नक्षत्र में नया वस्त्र यदि श्वेतवर्णीय हो तथा आभूषण चाँदी या स्वर्ण के हों, तो पूषण देव प्रसन्न होते हैं और यह वस्तुएँ दीर्घकालीन सुखदायक सिद्ध होती हैं।

New white-colored garments and silver/golden ornaments worn during Revati Nakshatra please Pushan and bring lasting peace and protection.


🔸 2. बृहत्संहिता वराहमिहिर, नक्षत्रफल अध्याय:

"रेवत्यां स्निग्धवस्त्राणि, स्वर्णमाल्यं च धारयेत्।
सुखं शांति प्रदं नक्षत्रं, पूषणस्तत्र अधिष्ठितः॥"

रेवती में स्निग्ध (मुलायम, शांत) वस्त्र जैसे रेशमी वस्त्र, स्वर्णाभूषण शुभ माने गए हैं। यह नक्षत्र मानसिक सुख, शांति और यात्रा में सफलता देता है।


🎨 रंग, धातु और रत्न रेवती नक्षत्र के अनुसार (नए प्रयोग हेतु):

श्रेणी

अनुशंसित विकल्प

कारण

रंग

श्वेत (सफेद), हल्का पीला, सोने जैसा पीतवर्ण

सूर्य-पूषण से संबंधित सौम्यता और सौभाग्य हेतु

धातु

चाँदी, स्वर्ण

पूषण को प्रिय, दीर्घायु, रक्षा और मानसिक संतुलन हेतु

 

 

 

निष्कर्ष:

रेवती नक्षत्र में नया वस्त्र या आभूषण धारण करने हेतु:

  • रंग: सफेद, हल्का पीला, रेशमी सौम्य रंग
  • धातु: चाँदी या स्वर्ण

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