रामायण पाठ- चौपाई, सम्पुट- संग्रह-Pandit V.K.Tiwari(plam.Horo,vastu.Muhurt,Kundli milaan,)9424446706Bangalore560102
🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट संग्रह
अखंड रामायण पाठ हेतु सम्पुट एवं चौपाई संग्रह
(शास्त्रीय प्रमाण सहित)
🔖 उद्देश्य अनुसार चौपाई, सम्पुट, अर्थ, लाभ, ग्रंथ प्रमाण एवं पाठ विधि सहित एक
सम्पूर्ण संग्रह
📌 नोट: सम्पुट केवल मंत्र रूप में हो, किसी मनमाने तरीके से चौपाइयों के जोड़ न हों। सम्पुट का प्रयोग श्रद्धा अनुसार करें, परन्तु मूलपाठ में बदलाव उचित नहीं।
🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
1. 🚫 रोग नाश एवं मानसिक कष्ट शांति
📜 चौपाई:
"नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर
हनुमत बीरा॥"
📘 सुंदरकांड
📖 सम्पुट: “ॐ हनुमते नमः” / “ॐ ह्रीं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्”
🎯 लाभ: पुरानी बीमारियाँ, मानसिक कष्ट, तांत्रिक बाधा दूर
🕯️ विधि: सुंदरकांड पाठ के पहले/बाद में 108 बार या प्रत्येक दोहा के पूर्व
2. 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🍼 संतान प्राप्ति
📜 चौपाई:
"जेहि सुत चाहसि होहि सुखारी। पूजहि
मन कामना महतारी॥"
📘 बालकांड (शिव विवाह कथा)
📖 सम्पुट: “ॐ नमो भगवते रामाय पुत्रदं देहि मे शुभम्”
🎯 लाभ: संतान प्राप्ति में बाधा, गर्भधारण में सफलता
🕯️ विधि: बालकांड पाठ, पुष्प व दीप अर्पण सहित
3. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🎓 विद्या एवं परीक्षा में सफलता
📜 चौपाई:
"बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन
कुमार। बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं हरहु कलेस विकार॥"
📘 बालकांड – मंगलाचरण
📖 सम्पुट: “ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः”
🎯 लाभ: विद्यार्थियों के लिए, परीक्षा में सफलता हेतु
🕯️ विधि: प्रतिदिन प्रातः पाठ, सफेद पुष्प से पूजन
4. 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
💼 रोजगार प्राप्ति/सुरक्षा
📜 चौपाई:
"राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ
विश्राम।"
📘 सुंदरकांड
📖 सम्पुट: “जय श्रीराम जय श्रीराम”
🎯 लाभ: कार्यस्थल में सफलता, नौकरी प्राप्ति
🕯️ विधि: सुंदरकांड पाठ मंगलवार/शनिवार को
5. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
💰 ऋण मुक्ति
📜 चौपाई:
"मो सम दीन न दयालु तुम्ह सम
कोई।"
📘 अयोध्याकांड
📖 सम्पुट: “ॐ नमो भगवते ऋण विमोचकाय रामाय नमः”
🎯 लाभ: कर्ज़ मुक्ति, आर्थिक तंगी से उबार
🕯️ विधि: अयोध्याकांड पाठ में प्रतिदिन यथाशक्ति जोड़ें
6. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
⚖️ मुकदमे में विजय, शत्रु नाश
📜 चौपाई:
"राम नाम बिनु निपट जड़, जिमी कछु कहन न जाय।"
📘 लंका कांड
📖 सम्पुट: “ॐ राम विजयाय नमः”
🎯 लाभ: न्यायिक मामले में विजय
🕯️ विधि: लंका कांड पाठ करते हुए, हनुमान पूजन के साथ
7. 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
. 🏡 स्वयं का घर, भूमि लाभ
📜 चौपाई:
"सकल पदारथ एहि जग माहीं। करमहीन नर
पावत नाहीं॥"
📘 उत्तरकांड
📖 सम्पुट: “ॐ श्रीराम गृहलाभाय नमः”
🎯 लाभ: भूमि लाभ, गृह निर्माण या खरीद में सफलता
🕯️ विधि: शनिवार को उत्तरकांड के पाठ में जोड़ें
8. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🌟 प्रसिद्धि/पदोनत्ति
📜 चौपाई:
"रामचन्द्र के चरित सुहाए। कलप कल्प
प्रति नव नित गाए॥"
📘 बालकांड
📖 सम्पुट: “ॐ रामाय कीर्त्यै नमः”
🎯 लाभ: नाम यश प्राप्ति, सार्वजनिक प्रसिद्धि
🕯️ विधि: किसी भी शुभवार को बालकांड पाठ से पूर्व जोड़ें
सटीक चौपाई (उत्तरकांड):
"धरउँ धरनि कौतुहल चाही।
होइ बिनु करम मिलइ नहि काहू॥"
📘 उत्तरकांड
– श्रीराम का उपदेश (लव-कुश
संवाद)
📖 सम्पुट: “ॐ श्रीराम गृहलाभाय नमः”
🎯 लाभ: स्वयं का घर प्राप्त करना, भूमि विवाद में सफलता
🕯️ विधि:
उत्तरकांड
पाठ शनिवार को, भूमिपूजन अथवा गृह
निर्माण पूर्व विशेष उपयोग
सटीक चौपाई (उत्तरकांड):
"धरउँ धरनि कौतुहल चाही।
होइ बिनु करम मिलइ नहि काहू॥"
📘 उत्तरकांड
– श्रीराम का उपदेश
(लव-कुश संवाद)
📖 सम्पुट: “ॐ श्रीराम गृहलाभाय नमः”
🎯 लाभ: स्वयं का घर प्राप्त करना, भूमि विवाद में सफलता
🕯️ विधि: उत्तरकांड पाठ शनिवार को, भूमिपूजन अथवा गृह
निर्माण पूर्व विशेष उपयोग
📚 शास्त्रीय
आशय:
यह चौपाई "कर्म" के बिना कोई भी इच्छा पूर्ण नहीं होती –
इस सिद्धांत को प्रकट करती है। गृह/भूमि लाभ हेतु इसका प्रयोग
उपयुक्त है क्योंकि यह प्रयत्नशील व्यक्ति को फलदायी कर्म में प्रेरित करती है।
9. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🤝 मित्रता एवं संबंध सुधार
📜 चौपाई:
"प्रभु प्रताप प्रताप हरहु जनि संका। राम लखन दोउ भ्राता बंका॥"
📘 अरण्यकांड – शबरी
संवाद
📖 सम्पुट: “ॐ सौमित्राय नमः”
🎯 लाभ: मित्रों के बीच गलतफहमी दूर करना, सच्चे मित्र प्राप्त करना
🕯️ विधि: अरण्यकांड पाठ सोमवार को करें; ताम्बूल (पान) अर्पण करें
10. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
👩👦 माँ और पुत्र के प्रेम हेतु
📜 चौपाई:
"मातु पिता गुरु प्रनत हित बानी। करउँ सदा संतन
परवानी॥"
📘 अयोध्याकांड
📖 सम्पुट: “ॐ मातृस्नेहाय रामाय नमः”
🎯 लाभ: संतान
के प्रति ममता, माँ के प्रति भक्ति भाव
🕯️ विधि: अयोध्याकांड
पाठ में जोड़ें, चावल व दूध से अर्पण
11. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🧠 संतान की शिक्षा एवं सफलता
📜 चौपाई:
"सकल गुण निधान राम सौं। सहज कृपालु बिचार न कौं॥"
📘 बालकांड
📖 सम्पुट: “ॐ रामाय पुत्र विवेक प्रदाय नमः”
🎯 लाभ: संतान की बुद्धि, चरित्र व सफलता में वृद्धि
🕯️ विधि: बालकांड पाठ बुधवार को; पीली मिठाई का भोग
12. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🛡️ संतान की रोगों से रक्षा
📜 चौपाई:
"पुत्र समेत सकल परिवार। राखेहु नाथ पवनसुत बारं बार॥"
📘 सुंदरकांड
📖 सम्पुट: “ॐ हनुमते बालरक्षाय नमः”
🎯 लाभ: शिशु
रोग, बाल कष्ट, नजर दोष से रक्षा
🕯️ विधि: सुंदरकांड
पाठ करते समय संतान का नाम लेकर पाठ करें; दूर्वा व गाय के
दूध का प्रयोग
👶 संतान की रक्षा एवं दीर्घायु हेतु
📜 चौपाई:
"राखउँ बालकु लाज निहारी। मोरे हिये परम सिखारी॥"
📘 स्रोत: बालकांड – श्रीराम द्वारा बालक रक्षा का भाव
📖 सम्पुट: “ॐ श्रीराम पुत्र रक्षकाय नमः”
🎯 लाभ: शिशु की रक्षा, रोगों से बचाव, अकाल मृत्यु से सुरक्षा
🕯️ विधि: बालकांड अथवा सुंदरकांड पाठ करते समय, बालक का नाम लेते हुए प्रतिदिन 21 बार जप करें; बालक के शयन स्थान पर दीपक जलाएं।
11. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
👻 भूत-प्रेत बाधा एवं तांत्रिक प्रकोप से रक्षा
📜 चौपाई:
"भूत पिशाच निकट नहिं आवै। महावीर जब नाम सुनावै॥"
📘 स्रोत: सुंदरकांड, हनुमान चालीसा
📖 सम्पुट: “ॐ ह्रीं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्”
🎯 लाभ: नकारात्मक ऊर्जा, ऊपरी बाधा, भय दूर
🕯️ विधि: रात्रि में सुंदरकांड या हनुमान चालीसा पाठ, घर के चारों कोनों में दीपक जलाकर; 11 बार यह चौपाई उच्चारित करें।
12. 🎖️ पद प्राप्ति/स्थानोन्नति
·
📜 चौपाई:
"भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या
हितकारी॥"
· 📘 स्रोत: बालकांड, राम जन्मोत्सव
· 📖 सम्पुट: “ॐ श्रीराम पदप्राप्तये नमः”
·
🎯 लाभ: शासन,
प्रशासन, नौकरी में उच्च पद लाभ
🕯️ विधि: नवमी
तिथि या रविवार को पाठ करें
🕉️ चौपाई का संस्कृत अनुवाद (अनुवाद अर्थ सहित)
🔹 मूल चौपाई:"भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी॥"
श्रीराम दयालु, कृपालु तथा दीनों पर विशेष कृपा करने वाले हैं। वे कौसल्या माता के हित हेतु प्रकट हुए।
"हरषित महतारी मुनि मन हारी, अद्भुत रूप निहारी॥"
🔸 संस्कृत अनुवाद:
हृष्टा जाता जननी, मुनिनां चित्तं हृतं, अद्भुतं रूपं दृष्ट्वा॥
जननी कौसल्या अत्यंत प्रसन्न हुईं और ऋषियों का चित्त श्रीराम के अद्भुत रूप को देखकर आकर्षित हो गया।
🔱 कर्मकाण्डीय विधान: ‘पद-प्राप्ति / स्थानोन्नति’ हेतु प्रयोग
📅 उपयुक्त तिथि/समय:
- नवमी तिथि, विशेषकर चैत्र शुक्ल नवमी (राम नवमी)
- अथवा कोई भी रविवार (सूर्य-शक्ति संबंध होने से पद-लाभ में सहायक)
🔱 कर्मकाण्डीय विधान: ‘पद-प्राप्ति / स्थानोन्नति’ हेतु प्रयोग
📅 उपयुक्त तिथि/समय:
- नवमी तिथि, विशेषकर चैत्र शुक्ल नवमी (राम नवमी)
- अथवा कोई भी रविवार (सूर्य-शक्ति संबंध होने से पद-लाभ में सहायक)
🕯️ विधान विधि (पद्धति):
1. स्नान एवं संकल्प:
- प्रातःकाल स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें।
- श्रीराम की प्रतिमा/चित्र के समक्ष दीपक, पुष्प, चन्दन आदि अर्पित करें।
- संकल्प लें:
"अहं श्रीरामचरणसेवा-सिद्ध्यर्थं, शासनपदप्राप्त्यर्थं, इदं पाठं करिष्ये।"
2. पूजन सामग्री:
सामग्री |
विशेषता |
पीला फूल |
श्रीराम प्रिय |
तुलसी-दल |
विशिष्ट रामार्चन हेतु |
चने का भोग |
प्रसन्नता हेतु |
घी का दीपक |
दक्षिण दिशा की ओर |
· 13. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार
चौपाई/सम्पुट
✈️ यात्रा सुरक्षा एवं सफलता
📜 चौपाई:
"सुनु सुत तात धर्म तू कहहिं। साधु संगति परम हित
लहहिं॥"
📘 स्रोत: अरण्यकांड, राम-लक्ष्मण संवाद
📖 सम्पुट: “ॐ रामाय यात्रासिद्धये नमः”
🎯 लाभ: यात्रा में सुरक्षा, असुविधा निवारण
🕯️ विधि: यात्रा पूर्व दीप-पूजन कर पाठ करें
14. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🧘 आध्यात्मिक उन्नति एवं आत्मशुद्धि
📜 चौपाई:
"रामहि केवल प्रेमु पिआरा। जान लेहु जो जाननिहारा॥"
📘 स्रोत: अरण्यकांड, शबरी संवाद
📖 सम्पुट: “ॐ श्रीराम प्रेमात्मने नमः”
🎯 लाभ: भक्ति, ध्यान में वृद्धि, आत्मबल की प्राप्ति
🕯️ विधि: एकांत/प्रातः समय, पुष्प व जल अर्पण कर पाठ करें
15. 🏆 प्रतिस्पर्धा एवं सर्वत्र विजय
📜 चौपाई:
"सकल सुमंगल दायक रघुनायक गुन गान।
साधक सुरसिद्ध नवत नव हरषहिं सुनि बखान॥"
📘 स्रोत: सुंदरकांड, हनुमान द्वारा श्रीराम की स्तुति
📖 सम्पुट: “ॐ विजयाय श्रीरामाय नमः”
🎯 लाभ: प्रतियोगिता, राजनीति, परीक्षा या जीवन संघर्ष में विजय
🕯️ 15. 🌍 विदेश यात्रा / सेटलमेंट
📜 चौपाई:
"सोई कर फलु भगत हित लागा। राम भक्ति रच चहहिं
सुजागा॥"
📘 स्रोत: अरण्यकांड – शबरी संवाद
📖 सम्पुट: “ॐ श्रीराम विदेशगम्याय नमः
”🎯 लाभ: विदेश जाने की बाधाएँ दूर, वीज़ा/नौकरी सफलता
🕯️ विधि: मंगलवार/गुरुवार को अरण्यकांड पाठ, जल पात्र में तुलसी अर्पण करें
16. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🧒 संतान की शिक्षा व चरित्र विकास
📜 चौपाई:
"भए ग्यान गुन साधु संगत, राम कथा रति
लागी॥"
📘 स्रोत: उत्तरकांड – श्रीराम के अनुशासन प्रसंग
📖 सम्पुट: “ॐ रामसुता विद्यार्थिने नमः”
🎯 लाभ: संतान की एकाग्रता, व्यवहार सुधार, सद्गुण वृद्धि
🕯️ विधि: रविवार को पाठ, बच्चे के सिर पर हाथ रख कर पाठ सुनाना श्रेष्ठ
17. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🕯️ पूर्वज दोष शांति / पितृ कार्य हेतु
📜 चौपाई:
"पिता मातु गुरु नावहिं माथा। प्रभु प्रताप तिन्हहि भगति
त्रिबाथा॥"
📘 स्रोत: अयोध्याकांड – भरत चरित्र
📖 सम्पुट: “ॐ पितृभ्यः श्रीराम नमः”
🎯 लाभ: पितृ दोष शांति, श्राद्ध में लाभ, पूर्वजों की कृपा प्राप्ति
🕯️ विधि: अमावस्या या श्राद्ध पक्ष में तिल जल व पुष्प के साथ पाठ करें
18. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
व्यापार में वृद्धि, अधिकारियों से सहयोग एवं उच्चवर्ग की कृपा
📜 चौपाई:
"जो जन राम चरन रति धारा। तिन्ह के कारज सकल सिधारा॥"
📘 स्रोत: अरण्यकांड,
शबरी संवाद
📖 सम्पुट: “ॐ श्रीरामाय व्यापारी वश्य करणाय नमः”
🎯 लाभ:
- व्यापार में लगातार घाटे की रोकथाम
- सरकारी/प्रशासनिक अधिकारियों से सहयोग
- उच्च
वर्ग (राजनीति, प्रशासन, बड़े
क्लाइंट) से कृपा
🕯️ विधि: - मंगलवार या गुरुवार को अरण्यकांड पाठ करें
- पीला पुष्प, चंदन, और गुड़ अर्पित करें
- पाठ से पूर्व 11 या 21 बार सम्पुट जप करें
विधि: मंगलवार/रविवार को पाठ, केसर मिश्रित जल अर्पण करें
19. 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
👑 प्रदेश प्रमुख/राजा/मंत्री का सहयोग व प्रशंसा
📜 चौपाई:
"कीरति भनिति भूति भलि सोई। सुरसरि सम सब कहँ हित
होई॥"
📘 स्रोत: बालकांड, गुरु वशिष्ठ द्वारा श्रीराम के गुणों की प्रशंसा
📖 सम्पुट: “ॐ रामाय राज्यसौभाग्यदायकाय नमः”
🎯 लाभ: उच्च पदधारी व्यक्तियों से सम्मान, सहयोग और संरक्षण प्राप्त करना
🕯️ विधि: बालकांड या सुंदरकांड पाठ पूर्व लाल पुष्प व अक्षत अर्पण सहित करें
20. . 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🔍 जांच में सफलता/आरोपों से रक्षा
📜 चौपाई:
"सचिव सचिव धरम नृप दंडू। को न भय कर मानब अनंडू॥"
📘 स्रोत: लंका
कांड, विभीषण नीति संवाद
📖 सम्पुट: “ॐ सत्यधर्मपरायणाय रामाय नमः”
🎯 लाभ: जांच-पड़ताल
में सफलता, आरोपों से मुक्ति, सत्य की
विजय
🕯️ विधि: पाठ
के समय शुद्ध घी का दीपक जला, प्रत्येक चौपाई पूर्व में 11
बार सम्पुट जोड़ें
21😠 क्रोध पर विजय एवं शांति स्थापना
📜 चौपाई:
"जिन्ह कें रहे भावना जैसी। प्रभु मूरति तिन्ह देखी
तैसी॥"
📘 स्रोत: अरण्यकांड, शबरी प्रसंग
📖 सम्पुट: “ॐ शान्ताय रामाय नमः”
🎯 लाभ: क्रोध नियंत्रण, मन में शांति, सामंजस्य की स्थापना
🕯️ विधि: नियमित पाठ प्रातःकाल, तुलसी पत्र व शीतल जल अर्पण के साथ करें
🧘 22🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
नौकरी में स्थिरता एवं पदोन्नति
📜 चौपाई:
"सुनु भारत
भावी प्रबल, बिलखि कहेउ मुनिनाथ।
हानि लाभ जीवनमरण, जस अपजस विधि हाथ॥"
📘 स्रोत: अयोध्या कांड, श्रीराम का भरत को उत्तर
📖 सम्पुट: “ॐ स्थिराय रोजगार सिद्धिदायकाय रामाय नमः”
🎯 लाभ: नौकरी में स्थिरता, पदोन्नति, स्थानांतरण से रक्षा
🕯️ विधि: सोमवार या शनिवार को पाठ करें, तिल व शमीपत्र अर्पण के साथ
23. 🔰 प्रमुख उद्देश्य अनुसार चौपाई/सम्पुट
🏠 परिवार में सामंजस्य व प्रेम
📜 चौपाई:
"जासु नाम जपि सुनि हरषाहीं। भवसागर तरहीं नर
ताहीं॥"
📘 स्रोत: अरण्यकांड, शबरी संवाद
📖 सम्पुट: “ॐ सौहार्दप्रियाय रामाय नमः”
🎯 लाभ: घर में प्रेम, संवाद, क्लेशों की समाप्ति, पारिवारिक सुख
🕯️ विधि: शुक्रवार अथवा पूर्णिमा को पुष्प, दूध व
मिश्री के साथ पाठ करें
...📚 विशेष - कांड अनुसार सम्पुट उपयोग
📖 कांड विशेष सम्पुट सूची (विस्तारित रूप)
हर कांड की प्रकृति और उसमें प्रयुक्त होने योग्य सम्पुट के साथ:
कांड |
प्रमुख उद्देश्य |
अनुशंसित सम्पुट |
पूरक देवता |
बालकांड |
विद्या, संतान |
“ॐ श्रीरामाय नमः” |
माँ सरस्वती |
अयोध्याकांड |
गृह कलह, ऋण मुक्ति |
“ॐ रामाय ऋणविनाशाय नमः” |
श्रीराम |
अरण्यकांड |
संघर्ष, रक्षा |
“ॐ दुर्गे दुर्गार्तिनाशिनि नमः” |
माँ दुर्गा |
किष्किंधाकांड |
संगठन, सहायिकी |
“ॐ हनुमते विजयाय” |
हनुमान जी |
सुंदरकांड |
विघ्ननाश, तंत्र-रक्षा |
“ॐ ह्रीं हनुमते रुद्रात्मकाय नमः” |
हनुमान जी |
लंका कांड |
शत्रु विजय, न्याय |
“ॐ राम विजयाय नमः” |
श्रीराम |
उत्तरकांड |
गृह लाभ, संन्यास |
“ॐ श्रीराम गृहलाभाय नमः” |
श्रीराम |
1. मेष लग्न
कार्य: नए कार्य की शुरुआत, संघर्षों में विजय
सम्पुट: “ॐ रामाय
विजयदायकाय नमः”
चौपाई:
"राम सिया
सहित सुखदायक। संकट हरि संकट नाशक॥"
लाभ: कार्य में सफलता, प्रतिद्वंद्वियों
पर विजय
2. वृष लग्न
कार्य: परिवार और धन संबंधी काम
सम्पुट: “ॐ
सौभाग्यवर्धनाय रामाय नमः”
चौपाई:
"सकल विघ्न
नाशक राम। सदा सुख समृद्धि दायक॥"
लाभ: परिवार में
सुख, धन की
वृद्धि
3. मिथुन लग्न
कार्य: शिक्षा, वाणिज्य और यात्रा
सम्पुट: “ॐ
विद्यासिद्धिदायकाय रामाय नमः”
चौपाई:
"विद्या धन
समृद्धि देहू। राम चरणों में मन लगाऊ॥"
लाभ: शिक्षा में
सफलता, व्यापार में
वृद्धि
4. कर्क लग्न
कार्य: भावनात्मक स्थिरता, पारिवारिक सामंजस्य
सम्पुट: “ॐ
सौहार्दप्रियाय रामाय नमः”
चौपाई:
"जासु नाम
जपि सुनि हरषाहीं। भवसागर तरहीं नर ताहीं॥"
लाभ: घर में
प्रेम और शांति
5. सिंह लग्न
कार्य: नेतृत्व, पदोन्नति और मान-सम्मान
सम्पुट: “ॐ
कीर्तिवर्धनाय रामाय नमः”
चौपाई:
"कीरति भनिति
भूति भलि सोई। सुरसरि सम सब कहँ हित होई॥"
लाभ: पदोन्नति, सम्मान और
मान
6. कन्या लग्न
कार्य: न्याय, जांच और विवाद निवारण
सम्पुट: “ॐ
सत्यधर्मपरायणाय रामाय नमः”
चौपाई:
"सचिव सचिव
धरम नृप दंडू। को न भय कर मानब अनंडू॥"
लाभ: विवादों में
विजय, न्यायिक
सफलता
7. तुला लग्न
कार्य: सामाजिक संबंध, सौहार्द और व्यापार
सम्पुट: “ॐ
सौमित्रेयाय रामाय नमः”
चौपाई:
"सखा मित्र
बन्धु सम मिल। राम नाम ध्याय सकल हित॥"
लाभ: मित्रता
बढ़े, व्यापारिक
सौहार्द
8. वृश्चिक लग्न
कार्य: गुप्त कार्य, मनोवैज्ञानिक शांति
सम्पुट: “ॐ
मनसशान्तिदायकाय रामाय नमः”
चौपाई:
"मन मन्द
निराश भय छूटी। राम नाम रस रस भली॥"
लाभ: मानसिक
शांति, रहस्यमय
कार्यों में सफलता
9. धनु लग्न
कार्य: यात्रा, धर्म, और दर्शन कार्य
सम्पुट: “ॐ
धर्मसंस्थापक रामाय नमः”
चौपाई:
"धर्मं चर
राम चरण। तिहुँ लोक सुख संधान॥"
लाभ: यात्रा सफल, धर्म-कार्य
में सिद्धि
10. मकर लग्न
कार्य: नौकरी में स्थिरता, पदोन्नति
सम्पुट: “ॐ स्थिराय
रोजगारसिद्धिदायकाय रामाय नमः”
चौपाई:
"सुनु भारत
भावी प्रबल, बिलखि कहेउ
मुनिनाथ। हानि लाभ जीवन मरण, जस अपजस विधि हाथ॥"
लाभ: नौकरी में
स्थिरता, पदोन्नति, स्थानांतरण
से रक्षा
11. कुम्भ लग्न
कार्य: नवाचार, विद्या, सामाजिक कार्य
सम्पुट: “ॐ नवसृष्टिकारक
रामाय नमः”
चौपाई:
"नव नवीन
कर्म समृद्धि। राम नाम रस रस भली॥"
लाभ: नये कार्य
सफल, सामाजिक मान
12. मीन लग्न
कार्य: कला, सृजनात्मक कार्य, शांति
सम्पुट: “ॐ
शान्तिप्रदायकाय रामाय नमः”
चौपाई:
"शान्ति भली
राम चरण। मन प्रफुल्ल सदा तरल॥"
लाभ: मानसिक शांति, कला में
सफलता
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