30.7.2025 नव वस्त्र व आभूषण प्रयोग -प्रभाव-By Pt.V.K.tiwari,Dr .S Tiwari& Dr R .Dixit-(Astrologer,palmist & vastu)
30.7.2025 नव वस्त्र व आभूषण के प्रयोग से संबंधित प्रभाव-By Pt.V.K.tiwari,Dr .S Tiwari& Dr R .Dixit-(Astrologer,palmist & vastu)
(नव वस्त्र व आभूषण के प्रयोग से संबंधित प्रभावों का, ज्योतिष ग्रंथों - शास्त्रों से प्रमाण)
नए वस्त्र,आभूषण,वस्तु प्रयोग, क्रय , करने - शुभ-अशुभ फल: प्रमाण
2. 🔹 बालबोध ज्योतिष संग्रह (Balbodh Jyotish Samucchay)
➡️ नव वस्त्र प्रयोग व तिथि-नक्षत्र मिलान पर दृष्टिकोण:
"पंचमी
शुभदा ज्ञेया स्त्रीणां वस्त्रधारणे।
उत्तरफाल्गुनी श्रेया मंगलदिने च विशेषतः॥"
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🔖 संकलित निष्कर्ष ग्रंथों से:
🌼 दिन – बुधवार | Tithi –
Shashthi | Nakshatra – Hasta | Rashi – Kanya (Moon in Virgo)
नव वस्त्र, वस्तुएं, आभूषण, चूड़ियाँ प्रयोग पर प्रभाव और शास्त्रीय फल
(Benefits and scriptural effects of wearing new clothes,
items, ornaments, bangles on Wednesday–Shashthi–Hasta–Moon in Virgo) 🔮 परिणाम |
Outcome:
➡️ गृहस्थ सुख, आर्थिक उन्नति, वैवाहिक सामंजस्य व मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि।
Brings
domestic bliss, financial upliftment, marital harmony, and social respect
🔸
शास्त्रवाक्य:
“षष्ठ्यां हस्ते बुधे सौम्ये शुभवस्त्रप्रयोगतः।
आभरणानि यत्नेन धारणीयानि सदा शुभम्॥”
🌿 Granth Reference (निरण्यसिंधु, व्रतसार, मुहूर्त चिंतामणि)
षष्ठी तिथि, हस्त नक्षत्र और बुधवार का संयोग यदि कन्या राशि में चंद्रमा के साथ हो, तो यह विशेष रूप से नवीन वस्त्र (new clothes), आभूषण (ornaments), और चूड़ियाँ (bangles) पहनने के लिए अत्यंत शुभ संयोग है।
✅ 🌺 प्रयोग के प्रभाव | Effects of Usage:
🌿 फल/परिणाम | Results:
✅ वाणी सिद्धि, व्यापारिक लाभ, सौंदर्य
वृद्धि
✅ वैवाहिक जीवन में माधुर्य, मानसिक स्थिरता
✅ चंद्रमा-कन्या संयोग से विश्लेषण क्षमता बढ़ती है
✅ बुध का प्रभाव – निर्णय, वाणी व व्यापार में चमत्कारी लाभ
- 🧿 चूड़ियों का पहनना इस दिन नारी शक्ति की वृद्धि करता है और सौभाग्य बढ़ाता है।
Wearing bangles enhances feminine energy and good fortune. - 👗 नए वस्त्र पहनने से मानसिक स्थिरता और वाणी में सौम्यता आती है,
New clothes stabilize the mind and soften speech due to Moon in Virgo. - 💍 आभूषण धारण करने से धनलाभ, सौंदर्य और आकर्षण में वृद्धि होती है –
Ornaments attract wealth, beauty, and charm – enhanced on Mercury's day.
🪬 हस्त नक्षत्र में किया गया श्रृंगार कौशल और सेवा कार्यों में उन्नति देता है।
Adornment under Hasta Nakshatra boosts skill and service growth.
- बुधवार (Mercury's Day) – वाणी, बुद्धि, व्यापार, गणना, लेखन, मंत्र शक्ति के लिए श्रेष्ठ।
- षष्ठी तिथि – युद्ध, प्रयास, उपासना, सौंदर्य वृद्धि के लिए शुभ।
- हस्त नक्षत्र – कुशलता, हाथों के कार्य, सौंदर्य प्रसाधन, सेवा, कलात्मक कार्यों हेतु उत्तम।
- कन्या चंद्रमा – मानसिक स्थिरता, स्वच्छता, तर्क, सेवा भाव, शुभ निर्णय के लिए उपयुक्त।
📜
भद्रबाहु संहिता (BhadraBahu Samhita) –
"षष्ठ्यां हस्ते
बुधे सौम्ये
कन्यायां चंद्रमंडले।
नववस्त्रं सुवर्णानि चूडिकाः शुभदायकाः॥"
जब षष्ठी तिथि, हस्त नक्षत्र, बुधवार और चंद्रमा कन्या राशि में हों –
उस समय नए वस्त्र, चूड़ियाँ और स्वर्णाभूषणों का प्रयोग शुभ फलदायक होता है। यह प्रयोग दीर्घकालीन सौभाग्य, शारीरिक आकर्षण, धनलाभ, एवं वाणी सिद्धि देता है।
🌿
विशेष प्रयोग | Special Application:
🔸 गंध-युक्त हरे रंग का वस्त्र,
🔸 चांदी की चूड़ी या मूंगे की अंगूठी,
🔸 तुलसी, दूर्वा या अपराजिता पुष्प से श्रृंगार,
इनका प्रयोग करने से शुभता कई गुना बढ़ जाती है।
Using green aromatic clothes, silver bangles/coral rings, and
Tulsi/Durva/Aparajita flowers enhances the auspiciousness manifold
📿 नव वस्त्र, आभूषण, चूड़ी धारण करने से पूर्व की पूर्ण विधिपूर्वक प्रक्रिया, जिससे उसका अलौकिक और शास्त्रोक्त शुभ प्रभाव प्राप्त हो। यह विधि पुराणों, भद्रबाहु संहिता, ललिता तंत्र, व्रतसार आदि के निर्देशों पर आधारित है:
वस्त्र / आभूषण / चूड़ी शुद्धिकरण:
- उन्हें पहले गंगाजल, केवड़ा या गुलाब जल में कुछ समय रखें।
- धूप, दीप व मंत्र द्वारा अभिमंत्रित करें।
📿 शुद्धिकरण मंत्र (सभी के लिए):
"ॐ पवित्रं चरितं देवि वस्त्राणां शुभ कारणम्।
गंधद्वारं धन्य रूपं मम सौभाग्य वर्धनम्॥"
👗 4. वस्त्र धारण विधि व मंत्र:
📌 जब वस्त्र धारण करें, तब यह मंत्र जपें:
"ॐ वसनं मे जगदंबे शुभं कुरु मम सदा।
सौम्यं सौभाग्यमायुष्यमायातु मे त्वया सह॥"
👉 इससे वस्त्रों के माध्यम से आने वाली शक्ति स्थायी होती है।
💍 आभूषण धारण पूर्व मंत्र (Ornaments):
📌 प्रत्येक आभूषण धारण करते समय यह श्लोक बोलें:
"रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषां जयम्।
कांतिं सौभाग्यमायुष्यमायातु मम भूषणैः॥"
👉 यह मंत्र देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है।
🧿 चूड़ी धारण पूर्व मंत्र:
📿 चूड़ियों को दोनों हाथों में पहनते समय यह तांत्रिक देवी मंत्र जपें:
"ॐ चूडा मणि प्रभा देवी सौभाग्यं मे प्रयच्छतु।
कांचन वर्णा कनकाभा चूडिके मम सदा शुभं भव॥"
👉 विशेषतः कांच की चूड़ियाँ धारण करने पर मानसिक शांति, दाम्पत्य सुख और नारी शक्ति की वृद्धि होती है।
🔥. दीपक जलाना (Mandatory):
- वस्त्र या चूड़ी पहनने से पूर्व एक दीपक (घी/तिल) जरूर जलाएँ।
- दीपक के पास कुछ चावल, दूर्वा, पुष्प व हल्दी रखें।
📿 दीपक मंत्र:"ॐ दीप ज्योतिर्नमोस्तुते। त्रैलोक्यं तिमिरापहम्॥"
🌷 8. देवी का आह्वान (पूजन मंत्र):
📿 चूड़ी, वस्त्र और आभूषण धारण करने से पहले करें:
"ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं सौम्यायै दुर्गायै नमः।
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके॥"
🙏 मंत्र बोलकर देवी से प्रार्थना करें कि वस्त्र/चूड़ी/भूषण आपके जीवन में सौंदर्य, रक्षा और सौभाग्य बढ़ाएं।
✅ 📜 प्रभाव / लाभ:
- वस्त्रों से मानसिक संतुलन, व्यवहार में माधुर्य आता है।
- आभूषणों से व्यक्तित्व में आकर्षण और लक्ष्मी शक्ति का वास होता है।
- चूड़ियों से नारीत्व, दाम्पत्य सौख्य और मनोबल की वृद्धि होती है।
- मंत्र एवं विधि से ये वस्तुएँ ‘सजीव’ होकर आपके भाग्य को उत्तम बनाती हैं।
✅ यदि अत्यावश्यक हो, तो यह उपाय करें:
🔹 "ॐ शुभं करोति कल्याणम्" – 11 बार उच्चारण करें।
🔹 चंद्रमा के दर्शन के बाद ही वस्त्र/गहना धारण करें।
🔹 वस्त्र धारण से पूर्व पंचामृत से स्नान करने का संकेत शास्त्र में है।
सारांश (Summary):
- घर में वस्तु रखना (Keeping
an Object at Home):
If an object is inauspicious, it can bring disruption, financial troubles, health issues, and family discord. - दुबारा प्रयोग (Reusing
the Item):
Reusing a negative object can block good fortune, reduce confidence, and bring suffering and inconvenience. It can also impact your ability to make good decisions.
सावधानी (Caution):
Always be mindful of the timing and energy of the objects you
keep at home or reuse, as they have a significant influence on your well-being
and future outcomes.
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