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24july 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नाम,राशि & Remedies |

 

24july 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 जन्म नक्षत्र, नाम,राशि & Remedies |

Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

-By Renowned Astrologer,Vastu ,Palmist-V.K.Tiwari(Since1972)

🕉- 🔷 जन्म नक्षत्र - नाम असफलताएँ  दे सकता है CondultP_plz.

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📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):

📌 डॉ.आर.दीक्षित🏛 वास्तु विशेषज्ञ(Vastu Expert)📌 डॉ.एस.तिवारीवैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)

📧 (Email): tiwaridixitastro@gmail.com; 91 9424446706
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 त्वदीये दिवसे वयं सुहित चिन्तकाः। भवतु दिनं तव मङ्गलम्

                             दिन की मंगलमय शुभकामनाएँ!

 

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आज का विवरण (Today's Panchang Summary)

🧾 24 जुलाई 2025 – दिन विशेष विश्लेषण | Special Day Analysis – 24 July 2025

🔹 📅 वारगुरु वार (गुरु ग्रह का प्रभाव) | Day – Thursday (Influenced by Jupiter)
👉
गुरुवार ज्ञान, गुरुत्व, शुभ आरंभ और धर्म कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।
👉 Thursday is ideal for spiritual learning, wisdom, auspicious beginnings, and dharmic actions.


🔹 🗓️ तिथिअमावस्या (हारीयाली अमावस्यादर्श अमावस्या) | Tithi – Amavasya (Hariyali Amavasya – Darsha Amavasya)
👉
यह तिथि पितरों के तर्पण, ध्यान और आत्मशुद्धि के लिए विशेष मानी जाती है।
👉 This day is sacred for ancestor offerings, introspection, and inner cleansing.


🔹 🌙 चंद्र राशि – 10:59 बजे तक कर्क राशि | Moon Sign – Cancer till 10:59 AM
👉
कर्क राशि में चंद्रमा होने से भावनात्मक गहराई और परिवार केंद्रित कार्यों का प्रभाव होता है।
👉 Moon in Cancer enhances emotional depth and family-oriented activities.


🔹 🌟 नक्षत्रपुनर्वसु (16:44 बजे तक), फिर पुष्य आरंभ | Nakshatra – Punarvasu (till 16:44), then Pushya begins
👉
पुनर्वसु में शुभ कार्य आरंभ, ज्ञान प्राप्ति, और नवीनीकरण उचित है।
👉 Punarvasu is auspicious for learning, fresh beginnings, and intellectual clarity.

👉 16:44 के बाद पुष्य नक्षत्र आरंभयह सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र माना गया है।
👉 After 16:44, Pushya begins – the most auspicious nakshatra for all good deeds.


🔹 योगसर्वार्थ सिद्धि योग ️ | Ravi योगनहीं है | Yoga – Sarvartha Siddhi Yoga present ️, but Ravi Yoga absent ❌
👉
सर्वार्थ सिद्धि योग से सभी कार्यों में सफलता की संभावना प्रबल होती है।
👉 Sarvartha Siddhi Yoga enhances the chances of success in all undertakings.


🔹 🛕 व्रतहरियाली अमावस्या | श्रावण मास की पवित्र अमावस्या
👉
इस दिन पवित्र व्रत, वृक्षारोपण, गौ-सेवा, और पितृ तर्पण विशेष फलदायी माने गए हैं।
👉 Hariyali Amavasya is ideal for fasting, tree plantation, cow service, and ancestor rituals.


🔹 👚 वस्त्र एवं वस्तु प्रयोग का प्रभाव (श्लोक एवं ग्रंथ अनुसार) | Use of new clothes/things – Scriptural effect
👉
पुनर्वसु एवं पुष्य नक्षत्र संयोग में नए वस्त्र/वस्तु का प्रयोग शुभ होता है।
👉 Using new clothes or items during Punarvasu + Pushya nakshatra is considered highly auspicious.

https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/07/24-2025.html


🔹 🔥 तिथि + नक्षत्र + वारसयुक्त प्रभाव | Combined effect of Tithi + Nakshatra + Day
👉
गुरुवार + पुष्य नक्षत्र + अमावस्यात्रिवेणी योग विशेष सिद्धिदायक माना गया है।
👉 Thursday + Pushya + Amavasya form a rare triple-auspicious combination for success in spiritual and worldly deeds.


🔥 हवन एवं यज्ञ (Fire Rituals & Offerings): samany varjit;grah shanti varjit


 

  • आज इन नक्षत्रों में जन्मे जातकों के लिए विशेष शुभता (सुख, शांति, सफलता, विजय के योग) 📜16:43tak
  •  भरणी (Bharani), रोहिणी (Rohini), आर्द्रा (Ardra), पुष्य (Pushya), अश्लेषा (Ashlesha), पूर्वाफाल्गुनी (Purva Phalguni), हस्त (Hasta), स्वाती (Swati), अनुराधा (Anuradha), ज्येष्ठा (Jyeshtha), पूर्वाषाढ़ा (Purva Ashadha), श्रवण (Shravana), शतभिषा (Shatabhisha), उत्तर भाद्रपद (Uttara Bhadrapada), रेवती (Revati)

🕒 14:47 से विशेष शुभता एवं सफलता प्रदान करने वाला काल प्रारंभ
📿
निम्न जन्म नक्षत्रों वाले जातकों के लिए अत्यंत लाभकारी समय


🌟 🔯 शुभ नक्षत्र जिन पर 14:47 से सकारात्मक प्रभाव होगा:

Ashwini (अश्विनी), Krittika (कृत्तिका), Mrigashira (मृगशिरा), Punarvasu (पुनर्वसु), Ashlesha (अश्लेशा), Magha (मघा), Uttara Phalguni (उत्तराफाल्गुनी), Chitra (चित्रा), Vishakha (विशाखा), Jyeshtha (ज्येष्ठा), Mula (मूल), Uttara Ashadha (उत्तराषाढ़ा), Dhanishtha (धनिष्ठा), Purva Bhadrapada (पूर्वा भाद्रपद), Revati (रेवती)


📌 📈 लाभकारी क्षेत्र (Areas of Gain):

  • साक्षात्कार, आवेदन, निर्णय लेना, क्रय-विक्रय, यात्रा प्रारंभ, विद्या/जॉब संबंधी शुभ समाचार
  • धनागम, मान-सम्मान में वृद्धि, परिश्रम का फल तुरंत मिलना

🪔 🔮 विशेष निर्देश:

  • इस समय कोई भी शुभ कार्य, नई वस्तु का प्रयोग, वस्त्र/गहने पहनना, पूजा, हवन, निर्णय लेनाइन नक्षत्रों के जातकों के लिए विशेष फलदायक रहेगा।
  • यदि आपका चंद्र नक्षत्र उपरोक्त में से है, तो 14:47 से रात्रि तक कोई भी कार्य आरंभ करना "फलवर्धक" "सफलतादायक" होगा।

" श्रीं ह्रीं क्लीं नमः"
(
सिद्धि, सौभाग्य और शुभता हेतु इस समय 11 या 21 बार जप करें)

  •  
  • आज का राशिफल (राशि भविष्य) – 16:43
  • (Today's Horoscope – Until 16:43: PM)

1. मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

  • आज का दिन: सामान्य रूप से विशेष लाभकारी नहीं होगा।
    Today may not be particularly beneficial.
  • आर्थिक स्थिति: कमजोर।
    Financial condition may be weak.
  • व्यस्तता एवं समस्याएँ: उत्पन्न हो सकती हैं।
    Workload and problems may arise.
  • कार्य सफलता: आशा के अनुसार नहीं मिलेगी।
    Success in work may not be as expected.
  • व्यापार और राजनीति: प्रतिकूल स्थिति।
    Unfavorable conditions in business and politics.

2. वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो

  • व्यापार में सफलता: उत्तम योग हैं।
    Good success in business.
  • मनोबल: अच्छा रहेगा।
    Strong confidence.
  • रुके हुए कार्यों की प्रगति: संतोषजनक।
    Pending tasks will progress satisfactorily.
  • नए कार्य एवं निर्णय: उत्तम दिन है।
    A favorable day for new projects and decisions.
  • व्यापार में लाभ: स्थिति उत्कृष्ट।
    Excellent business profits.
  • विवाद और मुकदमे: विजय होगी।
    Success in disputes and legal matters.
  • प्रयासों के परिणाम: सुखद रहेंगे।
    Efforts will bring pleasant results.
  • सुझाव:
    • राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।
    (Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को,

  • नए समाचार या प्रिय आत्मीय से मिलन: आनंदित करने वाला।
    Meeting with a loved one will bring joy.
  • आर्थिक स्थिति: कमजोर।
    Weak financial condition.
  • पारिवारिक चिंता एवं कष्ट: रहेगा।
    Family concerns and difficulties may arise.
  • कार्य की प्रगति: आशा के अनुरूप नहीं होगी।
    Work progress may not meet expectations.
  • व्यापार में सफलता: मिलेगी।
    Business success is likely.
  • रोजगार: सामान्य स्थिति।
    Stable job condition.
  • विशेष कार्य, उपदेश एवं यात्रा: अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।
    Low chances of desired outcomes in travel or special projects.

4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

  • नए कार्य में सफलता: उत्तम।
    Great success in new ventures.
  • महत्वपूर्ण सूचनाएँ: प्राप्त होंगी।
    You will receive important news.
  • राजनीतिक और सामाजिक वर्ग के लिए: विशेष दिन।
    A special day for politicians and social workers.
  • लंबी यात्रा: स्थगित रखें।
    Postpone long travel plans.
  • आर्थिक स्थिति: उत्तम।
    Strong financial condition.
  • पारिवारिक सुख: यथेष्ट।
    Good family happiness.

5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

  • विजय और सफलता: सामान्य रूप से मिलेगी।
    Moderate success and victory.
  • यात्रा के योग: प्रबल हैं।
    Strong chances of travel.
  • आकस्मिक खर्च: संभव है।
    Unexpected expenses may arise.
  • अनावश्यक विवाद: से बचें।
    Avoid unnecessary arguments.
  • शारीरिक कष्ट: बढ़ सकता है।
    Health problems may increase.
  • दैनिक दिनचर्या: कठिनाई हो सकती है।
    Daily routine may be challenging.
  • सुझाव:
    • सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।
    (Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

6. कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो

  • सफलता के योग: प्रत्येक दृष्टि से।
    Success is likely in all aspects.
  • राजनीति और समाज: श्रेष्ठ दिन।
    A great day for political and social activities.
  • महत्वपूर्ण विवाद में विजय: मिलेगी।
    Success in legal or important disputes.
  • व्यापारिक लाभ: उत्कृष्ट स्थिति।
    Excellent business profits.
  • सुझाव:
    • सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।
    (Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

7. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

  • दैनिक गतिविधियाँ: सफलता मिलेगी।
    Success in daily activities.
  • कार्य की प्रगति: प्रसन्नता होगी।
    Work progress will bring happiness.
  • यश और प्रतिष्ठा: वृद्धि होगी।
    Fame and reputation will increase.
  • 18:26 pm se-सुझाव:
    • राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।
    (Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

  • परिवार में विवाद: आकस्मिक स्थिति बन सकती है।
    Sudden family disputes may arise.
  • कार्य में रुकावटें: आशा के विपरीत।
    Obstacles in work contrary to expectations.
  • आर्थिक स्थिति: सामान्य रहेगी।
    Financial condition will remain stable.

9. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे

  • परिवार में विवाद: संभव।
    Possible family conflicts.
  • निर्णय लेने का दिन: विशेष उपयोगी नहीं है।
    Not a great day for major decisions.
  • कार्यक्षेत्र, मित्रता, सार्वजनिक संबंध और प्रेम संबंध: अच्छे रहेंगे।
    Work, friendships, and public relations will be good.
  • सुझाव:
    • सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।
    (Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

10. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

  • आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।
    Excellent financial condition.
  • यश और प्रतिष्ठा: वृद्धि होगी।
    Increase in fame and reputation.
  • नए कार्य: शुरू करने के लिए उत्तम दिन।
    Good day to start new ventures.
  • सुझाव: 18:26 to -
  • राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।
  • (Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

11. कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो,

  • विरोधियों पर विजय: प्राप्त होगी।
    Victory over opponents.
  • सफलता: आशा के अनुरूप मिलेगी।
    Success as expected.
  • आर्थिक स्थिति: उत्तम दिन है।
    Good financial day.
  • सुझाव:
    • राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।
    (Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

12. मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

  • परिवार में मतभेद: संभव।
    Possible family disagreements.
  • प्रतियोगिता: सफलता मिलेगी।
    Success in competitions.
  • आर्थिक स्थिति: कमजोर रह सकती है।
    Financial instability may persist.

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सफल कार्य

शिल्प, आभूषण, विवाह, यज्ञ, जलाशय, शांति कार्य।

पितृ पूजा आयु, धन, बल की प्राप्ति।

उपाय

मूंग का भोजन करें।

भगवत गीता का 7वां अध्याय पढ़ें।

वर्जित

तिल का तेल, लाल रंग की वस्तुएं, कांसे के बर्तन का उपयोग।

तुलसी व बेल पत्र तोड़ना, बाल/नाखून काटना।

मंत्र

ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:।

ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च नमः।
स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नमः। जलं तर्पयामि।

By following these remedies, one can neutralize Jupiter’s negative effects and attain wisdom, success, and prosperity. 🟡✨
इन उपायों को करने से गुरु ग्रह की अशुभता दूर होगी और ज्ञान, सफलता एवं समृद्धि प्राप्त होगी। 🟡✨

गुरुवार के अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

1-- सौभाग्य सफलता वृद्धि के लिए

स्नान जल मे मिला नदी

या तीर्थ जल,-चमेली पुष्प ,सफेद के अभाव मे

 पीली सरसों ,गूलर ,मुलेठी ,मिला कर स्नान करे |

    

2-बाधा मुक्ति के लिए दान-

पीला अनाज ,चना, शकर, पीले पुष्प gYnh] dslj] dsyk] ixMh] ihiy

पीला वस्त्र पीला फल पपीता केला आदि दान करे|

3-दान किसको दे -

गुरु,ज्ञानी पुरुष,ब्राह्मण या ज्ञान,शिक्षा कर्म करने वाले को या विष्णु,कृष्ण,राम मंदिर मे दान H

phaVh] iqtkjh Lo.kZ foØsrk /keZ LFkku मे करना चाहिए |

गुरु ग्रह का गायत्री मंत्र-

ओम अंगिरसाय विद्महे दिव्य देताय धीमहि

तन्नो जीवः प्रचोद्यात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरूवे नमः ॥

जैन मंत्र-

ॐ ह्रीं णमो आयरियाणं 

ॐ ह्रीं गुरु ग्रहारिष्ट निवारकश्री महावीर जिनेन्द्राय नम

सर्वशांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (.अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

(11,31 या 54 जाप्य)

 

देवता: आग्नि (अग्निदेव)
अधिदेवता: ब्रह्मा
मुहूर्त: प्रातःकाल (सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक)
(
स्रोत: मुहूर्त चिंतामणि, बृहहत्संहिता)

अग्नि देवता और ब्रह्मा अधिदेवता के संरक्षण में है।
ॐ अग्नये नमः।
अर्थ:
अग्निदेव को प्रणाम।

उत्तर दिशा,

 सफेद रंग,

 सफेद वर्तिका,

 तांबे का दीपक और प्रातःकाल का पूजन शुभ है।
अग्निदेव के मंत्रों का जाप समृद्धि और शांति देता है।
दान व भोजन में सफेद वस्त्र, दूध, गुड़ आदि श्रेष्ठ हैं।

दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व खाएं––

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एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है।

 परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।


कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य-

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
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Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

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संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...