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तिथि -शुभ स्पर्श, वर्जनीय कर्मों का ज्ञानPratipada To Poornima

 

तिथि -शुभ स्पर्श, वर्जनीय कर्मों का ज्ञान

🌸 तिथि अनुसार: शुभ वर्जनीय स्पर्श, अंग, वर्जित फल/फूल/अन्न, निषिद्ध कार्य, हवन विधान, देवता, मंत्र, उपयुक्त रंग

(Sacred Body Touch, Prohibited Touch, Forbidden Foods/Works, Daily Ritual Guide by Tithi) 🌸 प्रस्तावना (Introduction – Bilingual): “तिथि अनुसार निषिद्ध एवं वर्जनीय कर्मों का ज्ञानवैदिक जीवन की शुद्धता सिद्धि हेतु अनिवार्य है।” "Knowing what to avoid on each lunar day (Tithi) is essential for maintaining purity and achieving spiritual success in Vedic life."

हर तिथि विशेष ऊर्जा एवं देवत्व से युक्त होती है। जैसे कुछ तिथियाँ शुभ आरंभ के लिए श्रेष्ठ मानी जाती हैं, वैसे ही कुछ विशेष तिथियों में कुछ कार्य, फल, फूल, शरीर स्पर्श, आहार, आदि वर्जित माने गए हैं। इन निषेधों का पालन करने से शरीर, मन, और कर्म की शुद्धि होती है और देवताओं की कृपा सहजता से प्राप्त होती है।

तिथि अनुसार निषिद्ध कार्य (Tithi-wise Prohibited Rituals – Grantha-Pramāṇa Sāhita) (❌ निषिद्ध अंग, फल/फूल/अन्न, कर्म – With Scriptural Reference)

🌸 तिथि अनुसार: शुभ स्पर्श, वर्जनीय अंग, वर्जित फल/फूल/अन्न, निषिद्ध कार्य, हवन विधान, देवता, मंत्र, उपयुक्त रंग

(Sacred Body Touch, Prohibited Touch, Forbidden Foods/Works, Daily Ritual Guide by Tithi)

 


🌑 प्रथमा | Pratipada

🔹 देवता: ब्रह्मा
शुभ कार्य: नया लेखन, भवन प्रवेश
🌈 रंग: सफेद | White
🧭 दिशा: पूर्व | East
🙌 स्पर्श: मस्तक (Forehead)
💐 वर्जित: मदार, कटु फल
🍲 Avoid: अरबी, लहसुन | Taro, Garlic
🕉️ मंत्र: ॐ ब्रह्मणे नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: अश्विनी, रोहिणी
अशुभ नक्षत्र: भरणी, आर्द्रा
🕑 शुभ लग्न: वृषभ, कन्या
अशुभ लग्न: वृश्चिक, सिंह (मध्याह्न)


🌒 द्वितीया | Dvitīyā

🔹 देवता: कुबेर
शुभ कार्य: धन-संचय, निवेश
🌈 रंग: पीला | Yellow
🧭 दिशा: उत्तर | North
🙌 स्पर्श: मुख (Mouth)
💐 वर्जित: नींबू, पीला कनेर
🍲 Avoid: मांस, सेम, मसूर | Non-veg, Beans
🕉️ मंत्र: ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: मृगशिरा, अनुराधा
अशुभ नक्षत्र: अश्लेषा, कृत्तिका
🕑 शुभ लग्न: मिथुन, मकर
अशुभ लग्न: कर्क (रात्रि)


🌓 तृतीया | Tritīyā

🔹 देवता: गौरी/पार्वती
शुभ कार्य: सुहाग, श्रृंगार, स्त्री प्रसन्नता
🌈 रंग: गुलाबी | Pink
🧭 दिशा: ईशान | Northeast
🙌 स्पर्श: हृदय (Heart)
💐 वर्जित: हरसिंगार, टेसू
🍲 Avoid: बैंगन, करेला, खट्टा अचार
🕉️ मंत्र: ॐ पार्वत्यै नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: पुष्य, अनुराधा
अशुभ नक्षत्र: मूल, भरणी
🕑 शुभ लग्न: तुला, मीन
अशुभ लग्न: सिंह (संध्या)


🌔 चतुर्थी | Chaturthī

🔹 देवता: गणेश
शुभ कार्य: नई शुरुआत, विघ्न निवारण
🌈 रंग: सिंदूरी | Vermilion
🧭 दिशा: दक्षिण-पूर्व | Southeast
🙌 स्पर्श: नाभि (Navel)
💐 वर्जित: दूब, आक
🍲 Avoid: मांस, प्याज, अधिक तला-भुना
🕉️ मंत्र: ॐ गणपतये नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: हस्त, स्वाति
अशुभ नक्षत्र: अश्लेषा, भरणी
🕑 शुभ लग्न: वृषभ, मकर
अशुभ लग्न: वृश्चिक (दोपहर)

 

🌖 पंचमी | Panchamī

🔹 देवता: नाग / सरस्वती
शुभ कार्य: विद्या आरंभ, स्त्री पूजा, जप
🌈 रंग: नीला | Blue
🧭 दिशा: उत्तर-पश्चिम | Northwest
🙌 स्पर्श: जंघा (Thighs)
💐 वर्जित: नागदौन, दूब
🍲 Avoid: बैंगन, मूली, मांस
🕉️ मंत्र: ॐ नमः नागाय / ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: पुष्य, मृगशिरा
अशुभ नक्षत्र: अश्लेषा, भरणी
🕑 शुभ लग्न: मिथुन, तुला
अशुभ लग्न: वृश्चिक (दोपहर)


🌗 षष्ठी | Ṣaṣṭhī

🔹 देवता: कात्यायनी / स्कंदमाता
शुभ कार्य: संतान रक्षा, दुर्गा पूजा
🌈 रंग: केसरिया | Saffron
🧭 दिशा: दक्षिण | South
🙌 स्पर्श: पृष्ठ (Back)
💐 वर्जित: कनेर, आक
🍲 Avoid: इमली, दही, भिंडी
🕉️ मंत्र: ॐ कात्यायन्यै नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: हस्त, रोहिणी
अशुभ नक्षत्र: कृत्तिका, अश्लेषा
🕑 शुभ लग्न: कर्क, कन्या
अशुभ लग्न: सिंह (संध्या)


🌘 सप्तमी | Saptamī

🔹 देवता: सूर्य
शुभ कार्य: आरोग्य साधना, स्नान दान
🌈 रंग: लाल | Red
🧭 दिशा: पूर्व | East
🙌 स्पर्श: आँखें (Eyes)
💐 वर्जित: आक, सफेद पुष्प
🍲 Avoid: खट्टे फल, भारी भोजन
🕉️ मंत्र: ॐ घृणिः सूर्याय नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: पुष्य, श्रवण
अशुभ नक्षत्र: भरणी, मूल
🕑 शुभ लग्न: मेष, मकर
अशुभ लग्न: सिंह (दोपहर)


🌒 अष्टमी | Asṭamī

🔹 देवता: दुर्गा
शुभ कार्य: शक्ति उपासना, उपवास
🌈 रंग: लाल | Red
🧭 दिशा: दक्षिण-पश्चिम | Southwest
🙌 स्पर्श: नाभि (Navel)
💐 वर्जित: रजनीगंधा, रक्त पुष्प
🍲 Avoid: प्याज, लहसुन, तामसिक आहार
🕉️ मंत्र: ॐ दुर्गायै नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: मृगशिरा, अश्विनी
अशुभ नक्षत्र: अश्लेषा, कृत्तिका
🕑 शुभ लग्न: तुला, वृषभ
अशुभ लग्न: वृश्चिक (मध्य)


🌔 नवमी | Navamī

🔹 देवता: सिद्धिदात्री / चामुंडा
शुभ कार्य: तंत्र पूजा, सिद्धि साधना
🌈 रंग: नीला | Blue
🧭 दिशा: उत्तर | North
🙌 स्पर्श: पाद (Feet)
💐 वर्जित: लाल फूल, धतूरा
🍲 Avoid: शराब, मांस, प्याज
🕉️ मंत्र: ॐ सिद्धिदात्र्यै नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: स्वाति, श्रवण
अशुभ नक्षत्र: भरणी, अश्लेषा
🕑 शुभ लग्न: मीन, तुला
अशुभ लग्न: सिंह, वृश्चिक


🌕 दशमी | Daśamī

🔹 देवता: यम / विष्णु
शुभ कार्य: धार्मिक यात्रा, जप, दान
🌈 रंग: हल्का नीला | Sky Blue
🧭 दिशा: पश्चिम | West
🙌 स्पर्श: हृदय (Heart)
💐 वर्जित: धतूरा, कनेर
🍲 Avoid: अधिक मसालेदार भोजन
🕉️ मंत्र: ॐ यमाय नमः / ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
🔆 शुभ नक्षत्र: रोहिणी, अनुराधा
अशुभ नक्षत्र: मूल, अश्लेषा
🕑 शुभ लग्न: मिथुन, कर्क
अशुभ लग्न: वृश्चिक, सिंह


🌖 एकादशी | Ekādaśī

🔹 देवता: विष्णु
शुभ कार्य: व्रत, उपवास, ध्यान
🌈 रंग: पीला | Yellow
🧭 दिशा: उत्तर | North
🙌 स्पर्श: मस्तक (Forehead)
💐 वर्जित: तुलसी पत्र (दक्षिणायन में)
🍲 Avoid: चावल, मसूर, नमक
🕉️ मंत्र: ॐ नारायणाय नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: श्रवण, रेवती
अशुभ नक्षत्र: भरणी, अश्लेषा
🕑 शुभ लग्न: मीन, कन्या
अशुभ लग्न: वृश्चिक (दोपहर)


🌗 द्वादशी | Dvādaśī

🔹 देवता: हयग्रीव / विष्णु
शुभ कार्य: अन्नदान, ब्राह्मण पूजन
🌈 रंग: सफेद | White
🧭 दिशा: पूर्व | East
🙌 स्पर्श: मुख (Mouth)
💐 वर्जित: आक, कनेर
🍲 Avoid: बैंगन, करेला
🕉️ मंत्र: ॐ हयग्रीवाय नमः
🔆 शुभ नक्षत्र: अश्विनी, रोहिणी
अशुभ नक्षत्र: भरणी, अश्लेषा
🕑 शुभ लग्न: मेष, तुला
अशुभ लग्न: सिंह, वृश्चिक


🌘 त्रयोदशी | Trayodaśī

🔹 देवता: रुद्र / त्रयोदश लिंग
शुभ कार्य: अभिषेक, शिव पूजन
🌈 रंग: भस्मरंगी | Ash-grey
🧭 दिशा: ईशान | Northeast
🙌 स्पर्श: गला (Neck)
💐 वर्जित: कनेर, आक
🍲 Avoid: प्याज, लहसुन, दही
🕉️ मंत्र: ॐ नमः शिवाय
🔆 शुभ नक्षत्र: अनुराधा, स्वाति
अशुभ नक्षत्र: मूल, भरणी
🕑 शुभ लग्न: मीन, वृषभ
अशुभ लग्न: सिंह (रात्रि)


🌑 चतुर्दशी | Caturdaśī

🔹 देवता: काली / शिव
शुभ कार्य: तंत्र, रक्षा साधना
🌈 रंग: काला | Black
🧭 दिशा: पश्चिम | West
🙌 स्पर्श: चरण (Feet)
💐 वर्जित: रक्त पुष्प, दूब
🍲 Avoid: मांस, शराब
🕉️ मंत्र: ॐ कालीकायै नमः / ॐ नमः शिवाय
🔆 शुभ नक्षत्र: अश्विनी, पुष्य
अशुभ नक्षत्र: भरणी, अश्लेषा
🕑 शुभ लग्न: कर्क, मकर
अशुभ लग्न: वृश्चिक (मध्याह्न)


🌑 अमावस्या / 🌕 पूर्णिमा

🔹 देवता: पितृ / चंद्र
शुभ कार्य: पितृ तर्पण / चंद्र पूजन
🌈 रंग: सफेद | White
🧭 दिशा: दक्षिण (अमावस्या) / उत्तर (पूर्णिमा)
🙌 स्पर्श: मस्तक (Forehead)
💐 वर्जित: कनेर, आक
🍲 Avoid: मांस, लहसुन, अत्यधिक भोजन
🕉️ मंत्र:

  • ॐ पितृभ्यः नमः (अमावस्या)

  • ॐ सोमाय नमः (पूर्णिमा)
    🔆 शुभ नक्षत्र: रोहिणी, श्रवण
    अशुभ नक्षत्र: भरणी, अश्लेषा
    🕑 शुभ लग्न: वृषभ, मीन
    अशुभ लग्न: सिंह, वृश्चिक


🔶 प्रतिपदा (Pratipada)

🌟 देवता / Deity: ब्रह्मा 📜 व्रत/पर्व / Vrat or Festival: नववर्ष प्रारंभ, घटस्थापना 🛕 पूजन / Worship: ब्रह्मा पूजन, वास्तु पूजन 🎨 शुभ रंग / Auspicious Color: सफेद, पीला (White, Yellow) 🧭 शुभ दिशा / Auspicious Direction: पूर्व (East) 👗 वस्त्र / Dress: हल्के रंग के वस्त्र (Light-colored clothes) 🚫 वर्जित क्रियाएं / Forbidden Actions: क्रोध, विवाद, अपशब्द 🍋 वर्जित फल/फूल / Forbidden Fruits/Flowers: कटहल, पीला कनेर (Jackfruit, Yellow Oleander) 🌾 वर्जित अन्न/सब्जी / Forbidden Grains/Vegetables: चना, मांसाहार (Gram, Non-Veg) 🍚 क्या खाएं / What to Eat: फल, मिश्री, पंचामृत 🕉️ मंत्र / Mantra: “ॐ ब्रह्मणे नमः” 🔥 व्रत/हवन उद्देश्य / Vrat/Havan Purpose: वर्षारंभ, नवीन कार्य शुभारंभ 📖 ग्रंथ प्रमाण / Text Reference: मुहूर्त चिंतामणि, ब्रह्म वैवर्त पुराण


🔶 द्वितीया (Dvitīyā)

🌟 देवता / Deity: श्रीविष्णु 📜 व्रत/पर्व / Vrat or Festival: यम द्वितीया, भाई दूज (कार्तिक) 🛕 पूजन / Worship: यम व्रत, भाई पूजन 🎨 शुभ रंग / Auspicious Color: हरा, नीला (Green, Blue) 🧭 शुभ दिशा / Auspicious Direction: दक्षिण (South) 👗 वस्त्र / Dress: नीले वस्त्र (Blue clothing) 🚫 वर्जित क्रियाएं / Forbidden Actions: बहस, भाई से कटु व्यवहार 🍋 वर्जित फल/फूल / Forbidden Fruits/Flowers: कटहल, लाल कनेर (Jackfruit, Red Oleander) 🌾 वर्जित अन्न/सब्जी / Forbidden Grains/Vegetables: बेंगन, मांसाहार (Brinjal, Non-Veg) 🍚 क्या खाएं / What to Eat: खीर, गुड़ युक्त पकवान 🕉️ मंत्र / Mantra: “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” 🔥 व्रत/हवन उद्देश्य / Vrat/Havan Purpose: भाई की दीर्घायु हेतु 📖 ग्रंथ प्रमाण / Text Reference: मुहूर्त चिंतामणि, धर्मसिंधु


🔶 तृतीया (Tritiyā)

🌟 देवता / Deity: कुबेर, गज लक्ष्मी 📜 व्रत/पर्व / Vrat or Festival: सौभाग्य तृतीया, अक्षय तृतीया, लक्ष्मी व्रत 🛕 पूजन / Worship: गज लक्ष्मी पूजन, धन प्राप्ति हेतु व्रत 🎨 शुभ रंग / Auspicious Color: सुनहरा, सफेद (Golden, White) 🧭 शुभ दिशा / Auspicious Direction: उत्तर (North) 👗 वस्त्र / Dress: रेशमी या पीले वस्त्र (Silk or Yellow clothing) 🚫 वर्जित क्रियाएं / Forbidden Actions: बाल कटवाना, असत्य वचन, अपव्यय 🍋 वर्जित फल/फूल / Forbidden Fruits/Flowers: नींबू, पीला कनेर (Lemon, Yellow Oleander) 🌾 वर्जित अन्न/सब्जी / Forbidden Grains/Vegetables: अरबी, मांसाहार (Taro, Non-Veg) 🍚 क्या खाएं / What to Eat: खीर, साबूदाना, दूध युक्त प्रसाद 🕉️ मंत्र / Mantra: “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय नमः” 🔥 व्रत/हवन उद्देश्य / Vrat/Havan Purpose: धन वृद्धि, व्यवसायिक लाभ 📖 ग्रंथ प्रमाण / Text Reference: मुहूर्त चिंतामणि, नारद पुराण, भविष्योत्तर पुराण


🔶 चतुर्थी (Chaturthī)

🌟 देवता / Deity: श्री गणेश 📜 व्रत/पर्व / Vrat or Festival: संकष्टी चतुर्थी, वक्रतुंडी चतुर्थी 🛕 पूजन / Worship: गणपति पूजन, दूर्वा अर्पण 🎨 शुभ रंग / Auspicious Color: लाल, सिंदूरी (Red, Vermilion) 🧭 शुभ दिशा / Auspicious Direction: पूर्व (East) 👗 वस्त्र / Dress: लाल वस्त्र (Red clothing) 🚫 वर्जित क्रियाएं / Forbidden Actions: झूठ बोलना, उधार देना 🍋 वर्जित फल/फूल / Forbidden Fruits/Flowers: केवड़ा, सेमल (Kewda, Semal) 🌾 वर्जित अन्न/सब्जी / Forbidden Grains/Vegetables: लहसुन, प्याज, मांसाहार 🍚 क्या खाएं / What to Eat: तिल, मूंग, गुड़ 🕉️ मंत्र / Mantra: “ॐ गं गणपतये नमः” 🔥 व्रत/हवन उद्देश्य / Vrat/Havan Purpose: विघ्नों की शांति हेतु, कार्यसिद्धि 📖 ग्रंथ प्रमाण / Text Reference: गणेश पुराण, मुहूर्त चिंतामणि


🔶 पंचमी (Panchamī)

🌟 देवता / Deity: नागदेवता, सरस्वती 📜 व्रत/पर्व / Vrat or Festival: नाग पंचमी, सरस्वती पंचमी 🛕 पूजन / Worship: नाग पूजन, विद्या आराधना 🎨 शुभ रंग / Auspicious Color: हरा, पीला (Green, Yellow) 🧭 शुभ दिशा / Auspicious Direction: पश्चिम (West) 👗 वस्त्र / Dress: हरे या पीले वस्त्र (Green or Yellow clothing) 🚫 वर्जित क्रियाएं / Forbidden Actions: भूमि खुदाई, वाद-विवाद 🍋 वर्जित फल/फूल / Forbidden Fruits/Flowers: दूर्वा, लाल गुलाब (Durva, Red Rose) 🌾 वर्जित अन्न/सब्जी / Forbidden Grains/Vegetables: भिंडी, मांसाहार 🍚 क्या खाएं / What to Eat: दूध, चावल, तिलयुक्त भोजन 🕉️ मंत्र / Mantra: “ॐ नमः नागाय” 🔥 व्रत/हवन उद्देश्य / Vrat/Havan Purpose: सर्प दोष शांति, विद्या प्राप्ति 📖 ग्रंथ प्रमाण / Text Reference: स्कंद पुराण, मुहूर्त चिंतामणि


🔶 षष्ठी (Shaṣṭhī)

🌟 देवता / Deity: स्कंद (कार्तिकेय), षष्ठी माता 📜 व्रत/पर्व / Vrat or Festival: स्कंद षष्ठी, बाल रक्षा व्रत 🛕 पूजन / Worship: षष्ठी माता पूजन, बाल आरोग्य हेतु 🎨 शुभ रंग / Auspicious Color: नारंगी, लाल (Orange, Red) 🧭 शुभ दिशा / Auspicious Direction: दक्षिण (South) 👗 वस्त्र / Dress: नारंगी वस्त्र (Orange clothing) 🚫 वर्जित क्रियाएं / Forbidden Actions: बच्चों पर क्रोध, अशुद्धता 🍋 वर्जित फल/फूल / Forbidden Fruits/Flowers: लाल कनेर, नींबू 🌾 वर्जित अन्न/सब्जी / Forbidden Grains/Vegetables: कद्दू, बैंगन, मांसाहार 🍚 क्या खाएं / What to Eat: गुड़, चावल, तिल, हल्दी मिश्रित भोजन 🕉️ मंत्र / Mantra: “ॐ षष्ठी देव्यै नमः” 🔥 व्रत/हवन उद्देश्य / Vrat/Havan Purpose: बाल रक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा 📖 ग्रंथ प्रमाण / Text Reference: स्कंद पुराण, भविष्य पुराण, मुहूर्त चिंतामणि

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गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...