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27-28july 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नाम,राशि & Remedies | Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

 


27-28july 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 जन्म नक्षत्र, नामा,राशि & Remedies |

Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

-By Renowned Astrologer,Vastu ,Palmist-V.K.Tiwari(Since1972)

🕉- 🔷 जन्म नक्षत्र - नाम असफलताएँ भी देता है Condult_plz.

1-     ;🔷 A name based solely on Birth Nakshatra can cause failures —Consult;

*( https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/06/common-mistakes-in-name-selection.html)

🔹 Get the Accurate Horoscope

2-      🔷 कुंडली निर्माण (Horoscope Making)
42 दशाएँ .,-विशोत्तरी दशा?— सभी कुंडलियों में लागू नहीं होती;-

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):

📌 डॉ.आर.दीक्षित🏛 वास्तु विशेषज्ञ(Vastu Expert)📌 डॉ.एस.तिवारीवैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)

📧 (Email): tiwaridixitastro@gmail.com; 91 9424446706
 त्वदीये दिवसे वयं सुहित चिन्तकाः। भवतु दिनं तव मङ्गलम्

                             दिन की मंगलमय शुभकामनाएँ!

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🔷 आज का विवरण | Today's Panchang Summary 🔷
📅 27
जुलाई 2025 – रविवार | 27.7.2025 – Sunday
🌸
तृतीया तिथि | Tritiya Tithi
🌿
गौरी पूजन | Gauri Puja
💚
हरियाली तीज पूजा उत्सव | Hariyali Teej Pujotsav
🧣
हरे वस्त्र धारण करें | Wear Green Clothes
🍃
हरी वस्तुओं का उपयोग शुभ | Use Green Items for Auspiciousness
🍲
भोजन में मूंग, पलक, धनिया शुभ | Eat Moong, Spinach, Coriander
🌟
नक्षत्रमघा | Magha Nakshatra
नए वस्त्र वर्जित | Avoid Wearing New Clothes

🔷 शुभ स्पर्श: ह्रदय – “इं इन्दुमत्यै नमः ह्रदि” (Heart)
🔷
वर्जनीय स्पर्श: जंघा (Thighs)
🔷
वर्जित फल/फूल: नींबू, पीला कनेर (Lemon, Yellow Oleander)
🔷
वर्जित अन्न/सब्जी: अरबी, मांसाहार (Taro, Non-Veg)
🔷
वर्जित कार्य: निंदा, विवाद (Criticism, Disputes)
🔷
देवता: कुबेर (Kuber)
🔷
मंत्र: “ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय नमः
🔷
व्रत/हवन: धन लाभ हेतु (For Wealth Gain)
🔷
वस्त्र रंग: 🟡 पीला (Yellow))

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📅 28 जुलाई 2025 – सोमवार | 28.7.2025 – Monday
🌙 चंद्र राशिसिंह | Moon Sign – Leo
🌸 चतुर्थी तिथि | Chaturthi Tithi
🕉️ सावन सोमवार व्रत | Sawan Somvar Vrat
🕉️ शिव पूजा करें | Worship Lord Shiva

🟤 भद्रा काल प्रभाव – 11:06 से 23:34 तक |

 🌺 भविष्य पुराण प्रमाणदुर्गा पूजा हेतु श्रेष्ठ भद्रा प्रार्थना मंत्र :

Bhadra Kaal Active: 11:06 AM – 11:34 PM
🔸
भविष्य पुराण प्रमाणित भद्रा मंत्र:
"छाया सूर्य सुते देवि विष्टि अरिष्टार्थ दायिनि।
पूजितासि यथा शक्त्या भद्रे भद्र प्रदा भव।।"

📿 भद्रा के 12 पवित्र नाम 👉 प्रातःकाल या भद्राकाल में उच्चारण लाभकारी
धन्या, दधिमुखी, भद्रा, महामारी, खरानना, कालरात्रि, महारुद्रा, विष्टि, कुलपुत्रिका, भैरवी, महाकाली, असुराणां क्षयंकरी https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/07/2872025.html

नए वस्त्र/वस्तु/कर्मारंभ- https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/07/28-2025.html


28.7.2025-Future

अनिष्ट नाशक उपाय-https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/07/28-july-2025-somvar-chaturthi-tithi.html 

जन्म नक्षत्र निम्न हो तो आज  का दिन सुखद अनुकूल होगा

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.

अश्विनी कृत्तिका रोहिणी आर्द्रा पुष्य मघा उत्तराफाल्गुनी हस्त स्वाती अनुराधा मूल उत्तराषाढा श्रवण शतभिषा उत्तर भाद्रपद.

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   प्रचलित नाम के प्रथम अक्षर को  -

नौकरी,गृह प्रवेश,शहर,मुल्ल्ला,रहने का स्थान,दैनिक कार्य,व्यापारिक कार्य,,आदि कार्य में सफलता -विवाह,संस्कार,भविष्य,यात्रा,नया कार्य आरम्भ मिलेगी-

🌟 जिनके नाम के अक्षर शुभ नक्षत्रों से जुड़ते हैं अनुकूलता सफलता का दिन
For names linked to auspicious Nakshatras – Favorable & Successful Day
शुभ अक्षर (Auspicious Initials): , , , , , , , , , , , , , , , , ,
• Associated Nakshatras:
अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद
नए कार्य की शुरुआत, परिवार में आनंद, सौम्यता रहेगी।
• Good time for new beginnings, family peace, harmony.
स्वास्थ्य, प्रयास संवाद में सकारात्मक परिणाम।
• Positive outcomes in health, effort and communication.
उपाय: विजय या अमृत मुहूर्त में प्रमुख कार्य करें।
• Do key tasks in Vijay or Amrit Muhurat.

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🌑 नाम के , , , अक्षर वाले व्यक्तियों के लिए दिन चुनौतिपूर्ण:
For names beginning with ‘B, P, J, KH’ – Challenging Day
यात्रा, ज्वाइनिंग, आवेदन, व्यवहारिक कार्यों में विघ्न संभव।
• Travel, joining, proposals may face delays or rejections.
विवाद या जोखिम से बचाव जरूरी।
• Avoid disputes or taking risky decisions.
मानसिक तनाव और असमर्थता महसूस हो सकती है।
• You may feel mental pressure or indecisiveness.
उपाय: धूमावती जप तिल/नीले वस्त्र का दान करें।
• Remedy: Chant Dhumavati mantra and donate sesame or blue cloth.


नक्षत्र जन्म वाले लोग: सफल

  • सफलता पूर्ण रहेगा: अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद।

बाधा नाश उपाय:

कर्क, वृष, कन्या, मकर राशि वालों के लिए तिथि दोष के उपाय चाहिए।


🌟 1. मेष राशि (Aries) – (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, )

अधिक परिश्रम की आवश्यकता होगी।
नींद तनाव से जुड़ी समस्या संभव।
मानसिक उलझन रह सकती है।
• Extra effort is required today.
• Remedy: Perform religious donation or chanting.


🌟 2. वृषभ राशि (Taurus) – (, , , , वा, वी, वू, वे, वो)

खर्च या धन हानि हो सकती है।
गलत सलाह से बचें।
यात्रा या निवेश टालें।
• Financial loss possible; avoid new suggestions.
• Remedy: Stay silent and avoid decisions.


🌟 3. मिथुन राशि (Gemini) – (का, की, कू, , , , के, को, )

मित्र परिवार का साथ मिलेगा।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
नए विचारों का समर्थन होगा।
• You will get support from close ones.
• Remedy: Start new work; good cooperation likely.


🌟 4. कर्क राशि (Cancer) – (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

विलासितापूर्ण वस्तुएँ मिलेंगी।
नया कार्य लाभ देगा।
पदोन्नति के योग बन रहे हैं।
• Time favors luxury and elevation.
• Remedy: Start fresh tasks for success.


🌟 5. सिंह राशि (Leo) – (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

स्वादिष्ट भोजन और पारिवारिक सुख मिलेगा।
भावनात्मक सहयोग की कमी हो सकती है।
आत्मनिर्भर रहें।
• Emotional detachment may occur.
• Remedy: Lower expectations from others.


🌟 6. कन्या राशि (Virgo) – (टो, , पी, पू, , , , पे, पो)

धन हानि संभव, लेन-देन से बचें।
किसी बात पर झगड़ा हो सकता है।
भावनाओं पर नियंत्रण रखें।
• Financial caution is advised.
• Remedy: Stay calm, avoid conflicts.


🌟 7. तुला राशि (Libra) – (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

प्रतिष्ठा में वृद्धि, यश प्राप्ति।
अटका धन मिलने की संभावना।
पद और प्रभाव बढ़ेगा।
• Recognition and recovery of money possible.
• Remedy: Utilize the day for pending gains.


🌟 8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

इच्छाएँ पूर्ण होंगी।
कार्यों में सराहना मिलेगी।
अनुकूल समय का सदुपयोग करें।
• Wish fulfillment and honor are likely.
• Remedy: Start any new initiative today.


🌟 9. धनु राशि (Sagittarius) – (ये, यो, , भी, भू, , , , भे)

मन अस्थिर रह सकता है।
परिणाम मिश्रित रहेंगे।
यात्राओं से थकान हो सकती है।
• Mixed results, mental unrest likely.
• Remedy: Be patient and composed.


🌟 10. मकर राशि (Capricorn) – (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी)

स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
कार्यों में रुकावट संभव।
पैसे की कमी खलेगी।
• Problems and financial tension may rise.
• Remedy: Avoid arguments; focus on health.


🌟 11. कुंभ राशि (Aquarius) – (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, )

मानसिक शांति और घरेलू सुख मिलेगा।
पारिवारिक मेल-जोल बढ़ेगा।
काम में रुचि बनी रहेगी।
• Peaceful mind and comfort at home.
• Remedy: Make most of favorable atmosphere.


🌟 12. मीन राशि (Pisces) – (दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची)

सफलता के अवसर बनेंगे।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी।
• Day of success, romance, and wellness.
• Remedy: Form new friendships, express love.


नियमित पूजा अर्चना के पूर्व निम्न मंत्र अनेक आपत्ति विपत्ति में अल्पता एवं सुख, सफलता, सृजित करेंगे

आज - अरिष्ट नाशक मंत्र
वेद मंत्र पूर्व फाल्गुनी:
भग प्रणेतर्भग सत्यराधो भगे मां धियमुद वाद दन्न:
भग प्रजाननाय गोभिरश्वैर्भग प्रणेतृभिर्नुवन्त: स्याम:
भगाय नम:

पौराणिक मंत्र:
भगं रथवरारुढं व्दिभुंज शंख चक्रकम्।
फाल्गुनी देवतां ध्यायेत् भक्ताभीष्ट वरप्रदाम्।।

नक्षत्र देवता मंत्र:
भगाय नमः।
नक्षत्र मंत्र:
पूर्व फाल्गुनीभ्यां नमः।

1.    ऊँ ह्रीं अर्हं सोम ग्रहा अरिष्ट निवारक-श्री पद्मप्रभ जिनेन्द्राय नमः सर्व शांतिं कुरू कुरू स्वाहा।

या  -ऊँ ह्रीं णमो अरिहंताणं।

 या

. ऊँ नमोऽर्हते भवते श्रीमते चन्द्र प्रभ तीर्थंकराय विजय यक्षज्वाला-मालिनी यक्षी सहिताय ऊँ आं क्रौं ह्रीं ह्यः सोम महाग्रह! मम (...................) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्व शांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा। (11000 जाप्य)

 

🔷 शुभ स्पर्श: स्कंध – “ईं ईशान्यै नमः स्कन्धयोः
🔷
वर्जनीय स्पर्श: पैर
🔷
वर्जित फल/फूल: चंपा, आक
🔷
वर्जित अन्न/सब्जी: गोभी, मूली
🔷
वर्जित कार्य: क्रोध, अपवित्र कार्य
🔷
देवता: गणेश | मंत्र: " गं गणपतये नमः"
🔷
व्रत/हवन: विघ्ननाश हेतु
🔷
वस्त्र रंग: 🟠 सिंदूरी

 


दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व खाएं––

दही curd,जीरा संपर्क :

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Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
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एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है।

 परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।


कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य-

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email: tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
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-५६०१०२

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...