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21july 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नामाक्षर,राशि & Remedies |Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

 

21july 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 जन्म नक्षत्र, नामाक्षर,राशि & Remedies |

Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

-By Renowned Astrologer,Vastu ,Palmist-V.K.Tiwari(Since1972)

🕉- 🔷 जन्म नक्षत्र - नाम असफलताएँ  दे सकता है CondultP_plz.

1-     ;🔷 A name based solely on Birth Nakshatra can cause failures —Consult;

2-      https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/06/common-mistakes-in-name-selection.html

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4-     🔹 Get the Accurate Horoscope

5-      🔷 कुंडली निर्माण (Horoscope Making)
42 दशाएँ .,-विशोत्तरी दशा?— सभी कुंडलियों में लागू नहीं होती;-

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):

📌 डॉ.आर.दीक्षित🏛 वास्तु विशेषज्ञ(Vastu Expert)📌 डॉ.एस.तिवारीवैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)

📧 (Email): tiwaridixitastro@gmail.com; 91 9424446706
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Lucky Suggestion- Name , Mobile,Vchicle,Flat  number Colours Suggestion

  त्वदीये दिवसे वयं सुहित चिन्तकाः। भवतु दिनं तव मङ्गलम्

                             दिन की मंगलमय शुभकामनाएँ!

 

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📅 दिन | Day: सोमवार
🗓️
तिथि | Tithi: एकादशी (कामिका एकादशीकृष्ण पक्ष)
🌙
चंद्र राशि | Moon Rashi: वृष
🌟
नक्षत्र | Nakshatra: रोहिणी
🔹
योग: सर्वार्थ सिद्धि + रवि योग (21.08 बजे तक)
महत्व: सर्व दोष नाशक विशेष दिवससभी कार्यों में सफलता संभव


🪔 क्या करें? | What to Do Today?
विशेष व्रत: कामिका एकादशी व्रत (व्रत) एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
एकादशी व्रत वर्जित: एकादशी, व्रत करना अशुभ है।

 परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

देवता पूजन: भगवान विष्णु पूजनशंख, तुलसी, पीला पुष्प
पूजा समय: प्रातः 06:00 – 08:15 (सर्वश्रेष्ठ) | शाम 17:30 – 19:00
दीपक: पीत वस्त्र में रखे हुए पीतल के दीपक में गाय के घी से दीपक जलाएं
वर्तिका: 2 या 4 – कुमकुम मिश्रित, दिशाउत्तर या पूर्व

📿 मंत्र:

नमो भगवते वासुदेवाय ||
विष्णवे नमः ||
पद्मनाभाय नमः ||

📘 ग्रंथ प्रमाण: 🔹 पद्म पुराण में एकादशी के प्रभाव का विशेष उल्लेख हैयह व्रत समस्त पापों का नाशक, वैकुण्ठगामी और सौभाग्यवर्धक कहा गया है।
🔹
स्कंद पुराण के अनुसार, कामिका एकादशी पर विष्णु पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

🎁 दान:
पीले फल, पीताम्बर वस्त्र, तांबे का लोटा, पंचामृत

📕 अर्थ: रोहिणी नक्षत्र, विशेषकर सोमवार को, स्त्रियों द्वारा नए वस्त्र या गहने पहनना मानसिक अशांति, चंद्र दोष और वैवाहिक क्लेश का कारण बन सकता है।

 

Āj naye vastra aur ābhūṣhaṇ prayog ke prabhāv
(Effects of Wearing New Clothes and Jewelry Today)

- 1-आज नयी वस्तु (वस्त्र, आभूषण, चूड़ी) प्रयोग करने के भविष्य में प्रभाव
When Using a New Item (Clothing, Jewelry, Bangles) Today: Its Future Impact

भविष्य में जब भी इस वस्त्र/वस्तु का प्रयोग करेंगे:
Whenever You Use This Item in the Future:

📕 निम्न नक्षत्र में जन्म लेने वालों का दिन सुखद और अनुकूल होगा (People born under the following Nakshatras will have a favorable and pleasant day):

  • (भविष्य-यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, सभी मंगल शुभ कार्य, देव - देवी दर्शन, संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा, आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे।)
    (Future journeys, new ventures, worship, oaths, construction, applications, policy-making, planning, meeting high officials, donations, all auspicious works, deity visits, agreements, marriage, banking-related new accounts, and other long-term goal-oriented tasks will be successful.)

अनुकूल होगा (Favorable Nakshatras):

  • अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, चित्रा, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद
    (Ashwini, Krittika, Mrigashira, Ardra, Pushya, Magha, Uttaraphalguni, Chitra, Swati, Anuradha, Moola, Uttarashada, Dhanishta, Shatabhisha, Uttarabhadrapada.)

🔹 सकारात्मक प्रभाव वाले अक्षर:
यदि किसी व्यक्ति, वस्तु, कंपनी, या स्थान का नाम चू, चे, चो, ला; , , , ; , वे, वो, का, की; कु; , , ; हु, हे, हो, डा; म़ा, मी, मू, मे; टे, टा, टी, टू; पे, पो, रा, री; रू, रे, रो, ता; ना, नी, नू, ने; ये, यो, भा, भी; भे, भो, जा, जी; , गी, गू, गे; गो, सा, सी, सू; दू, , से शुरू होता है, तो इन क्षेत्रों में सफलता मिलने की संभावना अधिक है।
If a person, object, company, or place has a name starting with Chu, Che, Cho, La; A, I, U, Ai; O, Ve, Vo, Ka, Ki; Ku; Gha, Da, Cha; Hu, He, Ho, Da; Ma, Mi, Mu, Me; Te, Ta, Ti, Tu; Pe, Po, Ra, Ri; Ru, Re, Ro, Ta; Na, Ni, Nu, Ne; Ye, Yo, Bha, Bhi; Bhe, Bho, Ja, Ji; Ga, Gi, Gu, Ge; Go, Sa, Si, Su; Du, Th, Jh, then there is a high possibility of success in these fields.

🔹 संभावित बाधाओं वाले अक्षर:
यदि नाम (व्यक्ति, वस्तु, कंपनी, स्थान) का पहला अक्षर सी, सू, से, सो, , रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते, का, की, कू, , , , के, को, है, तो आज का दिन व्यस्तता, विवाद, या किसी सुख में बाधा ला सकता है।
If the first letter of the name (person, object, company, place) is Si, Su, Se, So, Da, Ra, Ri, Ru, Re, Ro, Ta, Ti, Tu, Te, Ka, Ki, Ku, Gha, Da, Cha, Ke, Ko, H, then today may bring busyness, disputes, or obstacles in comfort.


राशिफल (Horoscope)

तुला, कुम्भ, मिथुन: सुख में बाधा हो सकती है।

Libra, Aquarius, Gemini: There may be obstacles to happiness.

कर्क और सिंह: श्रेष्ठ दिन रहेगा।

Cancer and Leo: It will be an excellent day.


राशिफल (Horoscope) - विस्तृत विवरण

1. मेष राशि (Aries) – चु, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

सामान्य दृष्टिकोण: यह समय अत्यंत शुभकारी है। सफलता और इच्छाओं की पूर्ति होगी।
General Outlook: This period is highly auspicious. Success and fulfillment of desires are assured.

आर्थिक पक्ष: धन लाभ होगा। निवेश के अच्छे परिणाम मिलेंगे।
Financial Aspect: There will be financial gains. Investments will yield good results.

सामाजिक जीवन: संबंध मजबूत होंगे। सम्मान और प्रशंसा मिलेगी।
Social Life: Relationships will strengthen. Respect and appreciation will be received.

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। छोटी समस्याएं हल हो जाएंगी।
Health: Health will be good. Minor issues will be resolved easily.


2. वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो

सामान्य दृष्टिकोण: विलासिता और आनंद का समय।
General Outlook: A period of luxury and enjoyment.

आर्थिक पक्ष: आर्थिक स्थिरता बनी रहेगी। छोटे लाभ मिल सकते हैं।
Financial Aspect: Financial stability will be maintained. Small profits are likely.

सामाजिक जीवन: पुराने मित्रों से मुलाकात होगी। प्रेम जीवन सुखद रहेगा।
Social Life: Meetings with old friends. Love life will be pleasant.

स्वास्थ्य: अच्छा रहेगा। ऊर्जावान महसूस करेंगे।
Health: Good health. You will feel energetic.


3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कु, , , , के, को, हा

सामान्य दृष्टिकोण: वित्तीय चुनौतियां हो सकती हैं। खर्चों पर नियंत्रण रखें।
General Outlook: Financial challenges may arise. Control expenses.

आर्थिक पक्ष: अप्रत्याशित खर्चे हो सकते हैं। जोखिम से बचें।
Financial Aspect: Unexpected expenses may arise. Avoid risks.

सामाजिक जीवन: विवादों से बचें।
Social Life: Avoid conflicts.

स्वास्थ्य: तनाव से बचें।
Health: Avoid stress.


4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

सामान्य दृष्टिकोण: सफलता का समय। मेहनत का फल मिलेगा।
General Outlook: A time for success. Hard work will be rewarded.

आर्थिक पक्ष: निवेश लाभकारी रहेंगे।
Financial Aspect: Investments will be profitable.

सामाजिक जीवन: पारिवारिक संबंध मजबूत होंगे।
Social Life: Family relationships will strengthen.

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
Health: Good health.


5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

सामान्य दृष्टिकोण: आत्मविश्वास बढ़ेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी।
General Outlook: Confidence will increase. Success in tasks is assured.

आर्थिक पक्ष: आय के नए स्रोत बनेंगे।
Financial Aspect: New sources of income will emerge.

सामाजिक जीवन: सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
Social Life: Social reputation will enhance.

स्वास्थ्य: मानसिक शांति बनी रहेगी।
Health: Mental peace will prevail.


6. कन्या राशि (Virgo) – ढो, पा, पी, पू, , , , पे, पो

सामान्य दृष्टिकोण: कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी।
General Outlook: Success in the workplace.

आर्थिक पक्ष: निवेश करने से पहले सोच-विचार करें।
Financial Aspect: Think carefully before investing.

सामाजिक जीवन: मित्रों के साथ समय बिताएंगे।
Social Life: You will spend time with friends.

स्वास्थ्य: पेट संबंधी समस्याओं से बचें।
Health: Avoid digestive issues.


7. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

सामान्य दृष्टिकोण: नए अवसर मिलेंगे। आत्मविश्वास बढ़ेगा।
General Outlook: New opportunities will arise. Confidence will increase.

आर्थिक पक्ष: आय के स्रोत बढ़ सकते हैं।
Financial Aspect: Sources of income may increase.

सामाजिक जीवन: नए लोगों से संपर्क होगा।
Social Life: You will connect with new people.

स्वास्थ्य: ऊर्जा बनी रहेगी।
Health: Energy levels will be good.


8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

सामान्य दृष्टिकोण: महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय।
General Outlook: A time to make important decisions.

आर्थिक पक्ष: खर्चों पर ध्यान दें।
Financial Aspect: Keep an eye on expenses.

सामाजिक जीवन: पारिवारिक विवादों से बचें।
Social Life: Avoid family disputes.

स्वास्थ्य: सतर्क रहें।
Health: Be cautious.


9. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे

सामान्य दृष्टिकोण: यात्रा के योग हैं।
General Outlook: Travel is on the cards.

आर्थिक पक्ष: लाभकारी समय रहेगा।
Financial Aspect: Profitable time ahead.

सामाजिक जीवन: परिवार के साथ समय बिताएं।
Social Life: Spend time with family.

स्वास्थ्य: संतुलित आहार लें।
Health: Maintain a balanced diet.


10. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी

सामान्य दृष्टिकोण: मेहनत का फल मिलेगा।
General Outlook: Hard work will pay off.

आर्थिक पक्ष: निवेश के अवसर मिलेंगे।
Financial Aspect: Investment opportunities will arise.

सामाजिक जीवन: पुराने दोस्त मिल सकते हैं।
Social Life: You may meet old friends.

स्वास्थ्य: तनाव से बचें।
Health: Avoid stress.


11. कुम्भ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

सामान्य दृष्टिकोण: नवीन विचार आएंगे।
General Outlook: New ideas will come.

आर्थिक पक्ष: व्यय नियंत्रण में रखें।
Financial Aspect: Keep expenses under control.

सामाजिक जीवन: मित्रों का सहयोग मिलेगा।
Social Life: Friends will be supportive.

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
Health: Pay attention to health.


12. मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

सामान्य दृष्टिकोण: शुभ समय रहेगा।
General Outlook: Auspicious time ahead.

आर्थिक पक्ष: लाभकारी दिन रहेगा।
Financial Aspect: Profitable day.

सामाजिक जीवन: परिवार का सहयोग मिलेगा।
Social Life: Family support will be there.

स्वास्थ्य: शरीर को आराम दें।
Health: Give rest to your body.

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नक्षत्र कृत अरिष्ट नाशक मंत्र (Nakshatra Krit Arishta Nashak Mantra)

पौराणिक मंत्र (Pauranik Mantra):

प्रजापतीश्वतुर्बाहुः कमंडल्वक्षसूत्रधृत्। वराभयकरः शुध्दौ रोहिणी देवतास्तु मे॥
Prajāpatiśvaturbāhuḥ kamaṇḍalvakṣasūtradhṛt
varābhayakaraḥ śuddhau rohiṇī devatāstu me

अर्थ: यह मंत्र प्रजापति के आशीर्वाद से शुद्धता और सुरक्षा प्रदान करता है।
Meaning: This mantra grants purity and protection through the blessings of Prajapati.


नक्षत्र देवता मंत्र (Nakshatra Devata Mantra):

ॐ ब्रम्हणे नमः। ॐ प्रजापतये नमः॥
Om Brahmaṇe Namaḥ
Om Prajāpataye Namaḥ

अर्थ: ब्रह्मा और प्रजापति की आराधना से ज्ञान और समृद्धि प्राप्त होती है।
Meaning: Worship of Brahma and Prajapati bestows wisdom and prosperity.


वेद मंत्र (Vedic Mantra):

ॐ ब्रहमजज्ञानं प्रथमं पुरस्ताद्विसीमत: सूरुचोवेन आव:।
Om Brahmajñānaṁ Prathamaṁ Purastādvisīmataḥ Sūruco Vena Āvaḥ

अर्थ: यह वेद मंत्र ब्रह्मज्ञान और आध्यात्मिक शक्ति को जागृत करता है।
Meaning: This Vedic mantra awakens divine knowledge and spiritual power.

 


Vedic Mantra and Remedies

Nakshatra & Sacred Tree

  • Nakshatra (Constellation): Palaniyo
  • Sacred Worship Tree: Kuchala (Nux Vomica)

Vedic Mantra:

अश्विनौ तेजसाचक्षु: प्राणेन सरस्वती वीर्य्यम वाचेन्द्रो बलेनेन्द्राय दधुरिन्द्रियम।
अश्विनी कुमाराभ्यो नमः।

Mantra Benefits:

This Vedic mantra is especially beneficial for individuals with Cancer (Karka) Rashi (names starting with H, D). It provides mental peace, health, and prosperity when chanted regularly.


Kundali Matching Expertise

Our expertise includes detailed analysis of Nadi Dosha, Mangal Dosha, Bhakoot Dosha, and Apvaad Niyam (exception rules) for accurate Kundali matching.

Key Considerations in Kundali Matching:

🪔 क्या करें? | What to Do Today?
विशेष व्रत: कामिका एकादशी व्रत (चातुर्मासिक व्रत)
देवता पूजन: भगवान विष्णु पूजनशंख, तुलसी, पीला पुष्प
पूजा समय: प्रातः 06:00 – 08:15 (सर्वश्रेष्ठ) | शाम 17:30 – 19:00
दीपक: पीत वस्त्र में रखे हुए पीतल के दीपक में गाय के घी से दीपक जलाएं
वर्तिका: 2 या 4 – कुमकुम मिश्रित, दिशाउत्तर या पूर्व

📿 मंत्र:

नमो भगवते वासुदेवाय ||
विष्णवे नमः ||
पद्मनाभाय नमः ||

📘 ग्रंथ प्रमाण: 🔹 पद्म पुराण में एकादशी के प्रभाव का विशेष उल्लेख हैयह व्रत समस्त पापों का नाशक, वैकुण्ठगामी और सौभाग्यवर्धक कहा गया है।
🔹
स्कंद पुराण के अनुसार, कामिका एकादशी पर विष्णु पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

🎁 दान:
पीले फल, पीताम्बर वस्त्र, तांबे का लोटा, पंचामृत

⚠️ विशेष चेतावनी: रोहिणी नक्षत्र में स्त्रियों को नए वस्त्र, चूड़ी, आभूषण धारण वर्जित माने गए हैं।

 

🔹 ज्योतिष शिरोमणि – V K Tiwari 9424446706
📞 (9424446706, Astro Vastu & Palmist)

⚠️ विशेष सूचना | Special Note:
👉 आज पहने गए नए वस्त्र आभूषण भविष्य में जलरोग, कष्ट या संकट का कारण बन सकते हैं। (New clothes & jewelry worn today may cause water-related health issues or troubles in the future.)

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संपर्क :
Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Sun City, Bangalore


एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है।

 परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।


कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य-

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email: tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

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28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...