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03.07. 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 – जन्म नक्षत्र, नामाक्षर,राशि & Remedies | Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

03.07. 2025 – भविष्य Bilingual 🌞 जन्म नक्षत्र, नामाक्षर,राशि & Remedies |

Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today's Remedies

-By Renowned Astrologer,Vastu ,Palmist-V.K.Tiwari(Since1972)

🕉 Vastu & Vedic Astrology by Dr. R.Dixit–Dr. S.Tiwari |

1-   - 🔷 जन्म नक्षत्र - नाम असफलताएँ दे सकता है CondultP_plz.

2-     ;🔷 A name based solely on Birth Nakshatra can cause failures —Consult;

3-      https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/06/common-mistakes-in-name-selection.html

4-     🔹 Get the Accurate Horoscope

5-      🔷 कुंडली निर्माण (Horoscope Making)
विशोत्तरी दशा?— सभी कुंडलियों में लागू नहीं होती;-42 प्रकार की दशाएँ .,दशा ही भाग्य का रहस्य Remedies Work Only When Dasha Is Accurate!

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):

📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)
📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)

6-     📧 ईमेल (Email): ✨ tiwaridixitastro@gmail.com;Jyotish9999@gmail.com
📞 संपर्क (Contact): 📲 +91 9424446706
विवाह मिलान (Marriage Matching)
रत्न परामर्श (Gemstone Consultation

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1. चंद्र राशि: कन्या | Moon Sign: Virgo
2.
नक्षत्र: हस्त (चित्रा – 13:51 के बाद) | Nakshatra: Hasta (Chitra from 13:51 onwards)
3.
तिथि: अष्टमी (नवमी – 14:08 बजे से प्रारंभ) | Tithi: Ashtami (Navami starts after 2:08 PM)
4.
व्रत / उपवास: दुर्गा अष्टमी (गुप्त नवरात्रि) | Vrat / Fast: Durga Ashtami (Gupt Navratri)


🔶 अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 – 12:48 | Abhijit Muhurat: 12:00 PM – 12:48 PM
🔹 यह समय सभी महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अत्यंत शुभ है। | This period is highly auspicious for all important tasks.
🔹 हवन एवं पूजा हेतु यह श्रेष्ठ समय है। | Ideal for Havan and Puja.
🔹 ग्रह शांति हेतु हवन करना आज विशेष फलदायी रहेगा। | Performing a havan for planetary peace is especially beneficial today.


सर्वसिद्धि योग | Sarva Siddhi Yoga
🔸 यह योग कई दोषों से मुक्ति दिलाता है व नए कार्यों में सफलता प्रदान करता है।
| This yoga helps eliminate multiple doshas and brings success in new endeavors.

यदि चंद्र राशि से भविष्यफल शुभ हो, तो सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
| If the daily horoscope from Moon Sign is positive, success in all endeavors is assured.

⚠️ हालांकि, नीचे दिए गए अक्षरों से आरंभ होने वाले नाम (व्यक्ति, स्थान, कंपनी आदि) वालों के लिए यह दिन व्यय, व्यस्तता, विवाद या बाधा देने वाला हो सकता है
| However, for people/entities whose names begin with the following letters, the day may bring stress, disputes, or delays:

सी, सू, से, सो, , रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते, का, की, कू, , , , के, को, | C, Su, Se, So, Da, Ra, Ri, Roo, Re, Ro, Ta, Ti, Too, Te, Ka, Ki, Ku, Gh, Da, Chh, Ke, Ko, Ha

🟢 बाकी सभी नामों के लिए दिन उत्तम रहेगा। |

The day will remain auspicious for all other starting name letters.


  • 🔮 राशिफल (Horoscope) - ज्योतिष शिरोमणि वी के तिवारी (9424446706) 🔮

·         -------------------------------------------------------------------------------------------------- आज नए वस्त्र एवं आभूषण धारण करने के संभावित प्रभाव

·         ✨ Effects of Wearing New Clothes & Jewelry Today

·         If someone wears new clothes, bangles, necklaces, earrings, bindis, or ornaments,
🔆 this combination is considered highly auspicious for attracting prosperity (Shri), enhancing beauty, and promoting marital harmony.
Especially for women, wearing new clothes, jewellery, or bangles under such conditions brings notable grace, charm, and the blessings of Goddess Lakshmi.

  • 🔹 जब भी इस वस्त्र या आभूषण को भविष्य में उपयोग करेंगे तो:
  • यदि कोई नए वस्त्र, चूड़ी, हार, कर्णफूल, बिंदी या गहने धारण करे
    🔆 तो यह योग "श्री-वृद्धि", "सौंदर्य-वर्धन", "वैवाहिक सौख्य" का उत्तम सूचक है। यदि कोई व्यक्ति (विशेषतः स्त्रियाँ) नए वस्त्र, आभूषण या चूड़ियाँ धारण करती हैं, तो उन्हें विशेष रूप से सौंदर्य, आकर्षण और श्री (लक्ष्मी) की प्राप्ति होती है।

🔵 आज का शुभ संकेत | Auspicious Indications for TodayFrom13:51

यदि जन्म नक्षत्र निम्न में से कोई हो तो दिन अनुकूल रहेगा।
If the birth Nakshatra is one of the following, the day will be favorable.

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, सभी मंगल कार्य, देव-दर्शन, संधि, विवाह, बैंक संबंधित कार्य) सफल होंगे।
(Future travel, new ventures, worship, oaths, construction, applications, policy-making, planning, meetings with senior officials, charity, all auspicious deeds, deity visits, agreements, marriage, banking & long-term commitments will be successful.)

शुभ नक्षत्र | Favorable Nakshatras:
(Bharani, Rohini, Ardra, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Vishakha, Jyeshtha, Purvashada, Shravana, Shatabhisha, Purva Bhadrapada)


📜 राशि भविष्य (Horoscope) – वेद, पुराण एवं ग्रंथों के अनुसार

🔹 आज का राशिफल वेद, पुराण एवं अन्य शास्त्रों के श्लोकों के आधार पर प्रस्तुत किया गया है।


🏹 मेष (Aries) – आर्थिक लाभ एवं शांति

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "यस्य नास्ति स्वयं प्रज्ञा शास्त्रं तस्य करोति किम्।"
— (
हितोपदेश 1.20)

📖 अर्थ: जो व्यक्ति स्वयं बुद्धिमान है, उसे किसी अन्य शास्त्र की आवश्यकता नहीं।

🔹 वित्त/व्यवसाय: आर्थिक लाभ होगा, रुका हुआ धन मिल सकता है। (Financial gains, pending money recovered.)
🔹 स्वास्थ्य: मानसिक शांति बनी रहेगी। (Peaceful mind, good health.)
🔹 प्रेम: दाम्पत्य जीवन सुखी रहेगा। (Happy married life.)
🔹 फल: लाल वस्त्र दान करना लाभकारी रहेगा। (Donating red clothes will be beneficial.)


🏡 वृषभ (Taurus) – सफलता और सहयोग

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "विचार्य कार्याणि कृतानि पूर्वं न शोचते बुद्धिमान् यः।"
— (
मनुस्मृति 7.45)

📖 अर्थ: बुद्धिमान व्यक्ति सोच-समझकर कार्य करता है, जिससे बाद में पछताना नहीं पड़ता।

🔹 वित्त/व्यवसाय: सफलता मिलेगी, प्रतिष्ठा बढ़ेगी। (Success and recognition.)
🔹 स्वास्थ्य: मनोबल मजबूत रहेगा। (Strong morale, good health.)
🔹 प्रेम: मित्रों से सहयोग मिलेगा। (Support from friends.)
🔹 फल: गाय को हरा चारा खिलाएँ। (Feed green fodder to cows.)


🌬 मिथुन (Gemini) – व्यापार में सतर्कता आवश्यक

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "गच्छता लभते मार्गं स्थितेन किं लाभः।"
— (
महाभारत, अनुशासन पर्व 46.15)

📖 अर्थ: जो निरंतर प्रयास करता है, वही लक्ष्य प्राप्त करता है।

🔹 वित्त/व्यवसाय: व्यापार में कठिनाइयाँ हो सकती हैं। (Business challenges.)
🔹 स्वास्थ्य: मानसिक तनाव रहेगा, सतर्क रहें। (Mental stress, be cautious.)
🔹 प्रेम: धैर्य बनाए रखें। (Maintain patience.)
🔹 फल: पक्षियों को दाना डालें। (Feed grains to birds.)


🌊 कर्क (Cancer) – भावनाओं पर नियंत्रण रखें

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "संयमः परमं सौख्यं न संयमात् सुखं कुतः।"
— (
योग वशिष्ठ 4.32)

📖 अर्थ: आत्मसंयम ही सर्वोच्च सुख का कारण है।

🔹 वित्त/व्यवसाय: खर्चे बढ़ सकते हैं। (Increased expenses.)
🔹 स्वास्थ्य: मानसिक अस्थिरता रहेगी। (Mental instability.)
🔹 प्रेम: संबंधों में उतार-चढ़ाव रह सकता है। (Ups and downs in relationships.)
🔹 फल: शिवलिंग पर जल अर्पित करें। (Offer water to Shiva Lingam.)


🦁 सिंह (Leo) – मान-सम्मान और शांति

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "यः प्रमादात् कुर्वते कर्म तस्य नश्यति तत्फलम्।"
— (
गरुड़ पुराण, अचिन्त्य खंड 4.15)

📖 अर्थ: जो व्यक्ति बिना विचार किए कार्य करता है, उसका परिश्रम व्यर्थ हो सकता है।

🔹 वित्त/व्यवसाय: बकाया धन मिलेगा। (Pending money recovery.)
🔹 स्वास्थ्य: मानसिक शांति बनी रहेगी। (Mental peace.)
🔹 प्रेम: मित्रों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। (Good time with friends.)
🔹 फल: तांबे का दान करें। (Donate copper.)


🌾 कन्या (Virgo) – वित्तीय सतर्कता आवश्यक

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।"
— (
भगवद्गीता 2.47)

📖 अर्थ: कर्म करें, लेकिन फल की चिंता न करें।

🔹 वित्त/व्यवसाय: धन हानि की संभावना। (Possible financial loss.)
🔹 स्वास्थ्य: कमजोरी महसूस होगी। (Feeling weak.)
🔹 प्रेम: कठिनाइयाँ संभव हैं। (Possible difficulties in love.)
🔹 फल: कन्याओं को भोजन कराएँ। (Feed young girls.)


🌊 कुंभ (Aquarius) – अधिक परिश्रम की आवश्यकता

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः।"
— (
हितोपदेश 2.4)

📖 अर्थ: सोते हुए शेर के मुख में मृग स्वयं नहीं आते, प्रयास आवश्यक है।

🔹 वित्त/व्यवसाय: अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। (More effort required.)
🔹 स्वास्थ्य: अनिद्रा, थकान हो सकती है। (Insomnia, fatigue.)
🔹 प्रेम: विवाद से बचें। (Avoid conflicts.)
🔹 फल: काले तिल दान करें। (Donate black sesame seeds.)


🐟 मीन (Pisces) – वित्तीय स्थिति कमजोर

🔷 शास्त्रीय संदर्भ:
👉 "सत्यं वद धर्मं चर।"
— (
तैत्तिरीयोपनिषद् 1.11.1)

📖 अर्थ: सत्य बोलें और धर्म का पालन करें।

🔹 वित्त/व्यवसाय: आर्थिक स्थिति कमजोर रहेगी। (Weak financial condition.)
🔹 स्वास्थ्य: पाचन और श्वसन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। (Digestion and breathing issues.)
🔹 प्रेम: समन्वय की कमी रह सकती है। (Lack of coordination in love.)
🔹 फल: भगवान विष्णु की पूजा करें। (Worship Lord Vishnu.)

🚩 शुभ दिन की शुभकामनाएँ! 🚩

आज का उपाय (Today's Remedy)

मंत्र (Mantra):
🔹 "ॐ त्वष्टाये नमः।" (Om Tvashtaye Namah.)

वायुदेव पूजन (Worship of Vayu Dev):
🔹 वायुदेव की पूजा करने से शक्ति और संतोष प्राप्त होते हैं। (Worshiping Lord Vayu grants strength and satisfaction.)

📖 ऋग्वेद 1.90.9 मंत्र:
"
नमस्ते वायो, त्वमेव प्रत्यक्ष ब्रह्मासि, त्वामेव प्रत्यक्षं ब्रह्म वदिष्यामि। तन्मामवतु।"
(Salutations to Vayu, you are the visible Brahman. I declare you as the visible Brahman. Protect me.)

📖 अन्य मंत्र (Alternate Mantra):
"
ऊँ वां वायवे प्रारणधिपतये हरिण वाहनाय अकुश हस्ताय सपरिवाराय नमः।"
(Om Vam Vayave Praranadhipataye Harina Vahanaya Akush Hastaya Sapariwaraya Namah.)

दान (Charity):
गाय का घी दान करें (Donate cow ghee.)
वस्त्र दान से सुख-सौभाग्य बढ़ता है। (Donating clothes enhances happiness and prosperity.)


 

🙏 इन उपायों को करने से मानसिक शांति और ग्रह दोषों से मुक्ति संभव है।
By following these remedies, one may attain peace of mind and relief from planetary afflictions.

संपर्क करें:
Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Sun City, Bangalore


एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है।

 परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।



कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य-

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email: tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...