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14.4.2025Bilingual Horoscope , Remedies &What to do today (Hindi-English) – By renowned Astrovastu&palmist(Since-1972,Awarded-Jyotish Shiromani 1976-Jaipur))

 

 14.4.2025Bilingual Horoscope , Remedies &What to do today (Hindi-English) –

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)📧 ईमेल (Email): ✨ tiwaridixitastro@gmail.com📞 संपर्क (Contact): 📲 +91 9424446706
कुंडली निर्माण (Horoscope Making)विवाह मिलान (Marriage Matching)रत्न परामर्श (Gemstone Consultation)


📅 माह (Month): वैशाख | Maah: Vaishakh
🌑 पक्ष (Paksha): कृष्ण पक्ष | Krushna paksha

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📅 दैनिक पंचांग | Daily Panchang

📅 दिन (Day): सोमवार | Somvar, 🕕 ब्रह्म मुहूर्त (Brahma Muhurta): 04:35 - 05:31, 🌕 तिथि (Tithi): 08:25 से द्वितीया | Dwitiya from 08:25, 🦁 चंद्र राशि (Moon Sign): तुला | Tula, ✨   नक्षत्र (Nakshatra): स्वाति | Swati, 📿 योग (Yoga): शुभ | Shubh, 🕰करण (Karana): शुभ | Shubh, 🔥 राहु काल (Rahu Kaal): 07:41 - 09:14 (दुर्गा पूजा हेतु श्रेष्ठ | Best for Durga Puja), 🌿 पर्व (Festival) / व्रत (Fasting): वैशाखी | Vaishakhi, 🔗 गलंतिका बंधन (Galantika Bandhan)

 🔥 रुद्राभिषेक (Rudra Abhishek): 08:25 तक शुभ (Auspicious till 08:25, Grants prosperity),

 🔥 वज्र योग (Vajra Yoga): 22:39 तक (Avoid new auspicious works till 22:39), 🕰शुभ समय (Shubh Muhurta): 14:24 - 15:24 (Best time for important works)

 🔱 वैशाख मास | कृष्ण पक्ष | तुला राशि | चित्रा नक्षत्र | हवन की उपयुक्तता ✅ सामान्य हवन, गणेश हवन, रुद्र शिव यज्ञ हवन ❌ विष्णु यज्ञ हवन ✅ दुर्गा हवन (Best for prestige & political success) 🚀 आपका दिन मंगलमय हो! | Have a great and auspicious day!

🔹 जन्म नक्षत्र (Birth Nakshatra) – यदि निम्नलिखित नक्षत्र हों, तो आज का दिन सुखद और अनुकूल रहेगा।

(If the birth Nakshatra is one of the following, today will be favorable and pleasant.)

📌 सकारात्मक कार्यों के लिए अनुकूल (Auspicious for Positive Activities):
भविष्य-यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, सभी मंगल शुभ कार्य, देव-देवी दर्शन, संधि, विवाह, बैंक संबंधित नए खाते खोलना आदि।
(Future travel, new work, worship, oath-taking, construction, applications, policy-making, planning, meeting senior officials, donations, all auspicious activities, temple visits, agreements, marriage, opening new bank accounts, etc.)

🌟 शुभ नक्षत्र (Auspicious Nakshatras):
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेशा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद।
(Bharani, Rohini, Ardra, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Vishakha, Jyeshtha, Purvashadha, Shravan, Shatabhisha, Purva Bhadrapada.)


🔹 यदि नाम का प्रथम अक्षर निम्नलिखित है,

तो दैनिक व्यावहारिक कार्यों में सफलता मिलेगी।

(If the first letter of your name matches the following, success in daily practical tasks is likely.)

📌 दैनिक कार्यों में सफलता (Success in Daily Activities):
स्थान प्रवेश, मित्रता, सहयोग, व्यापारिक कार्य आदि।
(Housewarming, friendship, cooperation, business activities, etc.)

   Name शुभ अक्षर (Auspicious First Name Letters):
ली, लू, ले, लो; , , , , , वि, वू (Li, Lu, Le, Lo; A, I, U, O, Va, Vi, Vu)
कू, के, को, घी, घु, घे, घो, , , , छी, छे, छो, छु (Ku, Ke, Ko, Ghi, Ghu, Ghe, Gho, Gh, D, Ch, Chi, Che, Cho, Chu)
के, को, , हि, डी, डु, डे, ड़ो (Ke, Ko, H, Hi, Di, Du, De, Do)
मो, टा, टी, टू; पू, , , ; रू, रे, रो, ता (Mo, Ta, Ti, Tu; Pu, Sha, Na, Tha; Ru, Re, Ro, Ta)
ती, तू, ते, तो; नो, या, यी, यू (Ti, Tu, Te, To; No, Ya, Yi, Yu)
भू, धा, धि, धू, ढे, ढो, फा, फी, फु, फे, फ़ो, (Bhu, Dha, Dhi, Dhu, Dhe, Dho, Pha, Phi, Phu, Phe, Pho, Dha)
, खी, खू, खे, खो; गो, सा, सी, सू; से, सो, दा, दी, दे, दो (Kh, Khi, Khu, Khe, Kho; Go, Sa, Si, Su; Se, So, Da, Di, De, Do)

📜 Daily Horoscope | दैनिक राशिफल


Aries (मेष) 🔥

"Dharyam Paramo Labhah, Santosha Paramam Sukham." (Mahabharata)
"धैर्यं परमो लाभः, सन्तोषः परमं सुखम्।" (महाभारत)
👉 Meaning | अर्थ: Patience is the greatest profit, and contentment is the greatest happiness.
👉 अर्थ: धैर्य सबसे बड़ा लाभ है और संतोष सबसे बड़ा सुख है।

📉 Financial | वित्तीय: Expenses may increase, and business may face uncertainty.
📉 खर्च बढ़ सकता है, व्यापार में अनिश्चितता रहेगी।

⚠️ Social | सामाजिक: Differences in politics are possible.
⚠️ राजनीति में मतभेद संभव हैं।

😟 Health | स्वास्थ्य: Avoid mental stress.
😟 मानसिक तनाव से बचें।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Avoid travel, be patient in work.
यात्रा से बचें, कार्यों में धैर्य रखें।


Taurus (वृष) 🌿

"Yatra Naryastu Pujyante, Ramante Tatra Devatah." (Manusmriti 3.56)
"यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः।" (मनुस्मृति 3.56)
👉 Meaning | अर्थ: Where women are respected, divine beings reside.
👉 अर्थ: जहाँ नारी का सम्मान होता है, वहाँ देवताओं का वास होता है।

💰 Financial | वित्तीय: Profits and new opportunities in business.
💰 व्यापार में लाभ और नए अवसर मिलेंगे।

😊 Social | सामाजिक: A favorable environment at the workplace.
😊 कार्यस्थल पर अनुकूल माहौल रहेगा।

🏋Health | स्वास्थ्य: Good health will prevail.
🏋स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Favorable for business travel.
व्यापारिक यात्राओं के लिए शुभ।


Gemini (मिथुन) 🌀

"Vidya Vivadaya Dhanam Madaya, Shaktih Paresham Paripeedanaya." (Hitopadesha)
"विद्या विवादाय धनं मदाय, शक्तिः परेषां परिपीडनाय।" (हितोपदेश)
👉 Meaning | अर्थ: Knowledge without wisdom leads to arguments, and wealth may cause arrogance.
👉 अर्थ: ज्ञान बिना विवेक के विवाद में बदल जाता है, और धन अहंकार बढ़ा सकता है।

💵 Financial | वित्तीय: Financial gains and success in work.
💵 आर्थिक लाभ और कार्यों में सफलता मिलेगी।

🤝 Social | सामाजिक: Support from friends.
🤝 मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

💪 Health | स्वास्थ्य: You will remain mentally and physically strong.
💪 मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत रहेंगे।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Travel and new initiatives will be successful.
यात्रा और नए प्रयास सफल होंगे।


Cancer (कर्क) 🌊

"Chinta Chittasya Shatruh Syat." (Mahabharata)
"चिन्ता चित्तस्य शत्रुः स्यात्।" (महाभारत)
👉 Meaning | अर्थ: Worry is the greatest enemy of the mind.
👉 अर्थ: चिंता मन की सबसे बड़ी शत्रु है।

📉 Financial | वित्तीय: You may face financial challenges.
📉 आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

🎭 Social | सामाजिक: Success for those in public relations.
🎭 जनसंपर्क से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी।

⚠️ Health | स्वास्थ्य: Insomnia and fatigue may occur.
⚠️ अनिद्रा और थकान महसूस हो सकती है।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Avoid travel, maintain mental peace.
यात्रा टालें, मानसिक शांति बनाए रखें।

Leo (सिंह) 🔥

"Na jatu kamah kamanamupabhogena shamyati." (Bhagavad Gita 3.39)
"न जातु कामः कामानामुपभोगेन शाम्यति।" (भगवद गीता 3.39)
👉 Meaning | अर्थ: Desires are never satisfied by indulgence, they only increase.
👉 अर्थ: इच्छाएँ भोग से कभी समाप्त नहीं होतीं, बल्कि और बढ़ती हैं।

💼 Financial | वित्तीय: More effort is required for livelihood.
💼 आजीविका के लिए अधिक मेहनत करनी होगी।

⚠️ Social | सामाजिक: Tension in love relationships is possible.
⚠️ प्रेम संबंधों में तनाव हो सकता है।

🩺 Health | स्वास्थ्य: Mental and physical fatigue will persist.
🩺 मानसिक और शारीरिक थकान रहेगी।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Avoid conflicts; travel only if necessary.
विवादों से बचें; केवल आवश्यक यात्रा करें।


Virgo (कन्या) 🌿


"Udyamenahi Siddhyanti Karyani Na Manorathaih." (Panchatantra)
"उद्यमेन हि सिद्ध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।" (पंचतंत्र)
👉 Meaning | अर्थ: Success is achieved through effort, not mere wishes.
👉 अर्थ: सफलता प्रयास से मिलती है, केवल इच्छाओं से नहीं।

💰 Financial | वित्तीय: Opportunities for wealth accumulation.
💰 धन-संपत्ति अर्जित करने के योग हैं।

🏡 Social | सामाजिक: Increased bonding with family and friends.
🏡 परिवार और मित्रों से मेल-जोल बढ़ेगा।

😊 Health | स्वास्थ्य: Mental peace will be maintained.
😊 मानसिक शांति बनी रहेगी।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Good for starting new ventures.
नए कार्य शुरू करने के लिए शुभ।


Libra (तुला) ⚖️

"Yato Dharmastato Jayah." (Mahabharata)
"यतो धर्मस्ततो जयः।" (महाभारत)
👉 Meaning | अर्थ: Where there is righteousness, there is victory.
👉 अर्थ: जहाँ धर्म होता है, वहाँ विजय होती है।

📈 Financial | वित्तीय: Business will be profitable.
📈 व्यापार में लाभ होगा।

⚔️ Social | सामाजिक: Victory over enemies.
⚔️ शत्रुओं पर विजय मिलेगी।

⚠️ Health | स्वास्थ्य: Marital stress is possible.
⚠️ दांपत्य जीवन में तनाव संभव है।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Travel should be well-planned.
यात्रा की पूर्व योजना बनाएं।


Scorpio (वृश्चिक) 🦂

"Karmaney Vadhikaraste Ma Phaleshu Kadachana." (Bhagavad Gita 2.47)
"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।" (भगवद गीता 2.47)
👉 Meaning | अर्थ: Focus on your work, not just its outcome.
👉 अर्थ: कर्म पर ध्यान दो, फल की चिंता मत करो।

🏡 Financial | वित्तीय: Material and family happiness will be achieved.
🏡 भौतिक और पारिवारिक सुख प्राप्त होगा।

Social | सामाजिक: Love life will be joyful.
प्रेम जीवन सुखमय रहेगा।

🎭 Health | स्वास्थ्य: Mental happiness will continue.
🎭 मानसिक प्रसन्नता बनी रहेगी।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Good time for travel.
यात्रा के लिए शुभ समय।


Sagittarius (धनु) 🏹

"Satyameva Jayate Nanritam." (Mundaka Upanishad 3.1.6)
"सत्यमेव जयते नानृतं।" (मुण्डक उपनिषद 3.1.6)
👉 Meaning | अर्थ: Truth alone triumphs, not falsehood.
👉 अर्थ: केवल सत्य की विजय होती है, असत्य की नहीं।

😔 Financial | वित्तीय: Expenses may rise, leading to dissatisfaction.
😔 खर्च बढ़ सकता है, असंतोष रहेगा।

⚠️ Social | सामाजिक: Avoid anger and disputes.
⚠️ क्रोध और विवाद से बचें।

🚫 Health | स्वास्थ्य: Mental restlessness may occur.
🚫 मानसिक बेचैनी हो सकती है।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Not favorable for long journeys.
लंबी यात्राओं के लिए अनुकूल नहीं।


Capricorn (मकर) 🏔

"Anityani Sharirani Vibhavo Naiva Shashvatah." (Bhagavad Gita 2.22)
"अनित्यानि शरीराणि विभवो नैव शाश्वतः।" (भगवद गीता 2.22)
👉 Meaning | अर्थ: The body is temporary, wealth is not eternal.
👉 अर्थ: शरीर अस्थायी है, संपत्ति शाश्वत नहीं है।

🏠 Financial | वित्तीय: A pleasant time at home and workplace.
🏠 घर और कार्यस्थल पर सुखद समय रहेगा।

😊 Social | सामाजिक: You will spend time with family.
😊 परिवार के साथ समय बिताएंगे।

🍽 Health | स्वास्थ्य: Good food and mental satisfaction.
🍽 अच्छा भोजन और मानसिक संतोष मिलेगा।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Good for personal growth activities.
व्यक्तिगत विकास के लिए शुभ।


Aquarius (कुंभ) 🌊

"Sarve Bhavantu Sukhinah, Sarve Santu Niramayah." (Rigveda)
"सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।" (ऋग्वेद)
👉 Meaning | अर्थ: May all be happy and free from illness.
👉 अर्थ: सब सुखी हों और निरोगी रहें।

🎯 Financial | वित्तीय: Goals will be achieved.
🎯 लक्ष्य प्राप्ति होगी।

🍛 Social | सामाजिक: Enjoy delicious food.
🍛 स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेंगे।

👑 Health | स्वास्थ्य: Success and respect will be gained.
👑 सफलता और सम्मान मिलेगा।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Ideal for social engagements.
सामाजिक कार्यों के लिए अनुकूल।


Pisces (मीन) 🌊

"Jnananam Dhyanam Vishishtam." (Bhagavad Gita 6.46)
"ज्ञानानां ध्यानं विशिष्टम्।" (भगवद गीता 6.46)
👉 Meaning | अर्थ: Meditation is superior to knowledge.
👉 अर्थ: ध्यान ज्ञान से भी श्रेष्ठ है।

🤝 Financial | वित्तीय: Benefits from influential people.
🤝 प्रभावशाली लोगों से लाभ मिलेगा।

📚 Social | सामाजिक: Success in education and politics.
📚 शिक्षा और राजनीति में सफलता मिलेगी।

📈 Health | स्वास्थ्य: Mental peace will be maintained.
📈 मानसिक शांति बनी रहेगी।

New Work/Travel | नए कार्य/यात्रा: Favorable for learning-based journeys.
ज्ञानवर्धक यात्राओं के लिए शुभ।

Have a great day! | आपका दिन शुभ हो! 🚀

🔹 Nakshatra Mantra for Mars

🕉 "Om Bhagay Namah ||"
📖 (Source: Yajurveda)
🕉 "ॐ भगाय नमः ||"
📖 (स्रोत: यजुर्वेद) bhojan shubh-ashubh; daan; bhojan shubh-ashubh; daan;

🔱 स्वाति नक्षत्र मंत्र (Swati Nakshatra Mantra)

पौराणिक मंत्र (Pauranik Mantra):

"ॐ वायुर्वाता वायुवाती स्वाहा।"

अर्थ: वायु देव की महिमा अपरंपार है, वे जीवन का आधार हैं।

शाबर मंत्र (Shabar Mantra):

"ॐ नमो वायुदेवाय स्वाति नक्षत्राय नमः।"

अर्थ: वायुदेव एवं स्वाति नक्षत्र की कृपा प्राप्त हो।

जैन धर्म श्लोक (Jain Dharma Shloka):

"अणं बिंदुं च तं जाणं, पवणं स्वाति संज्ञकम्।"

अर्थ: स्वाति नक्षत्र में प्रवाहित पवन आत्मशुद्धि में सहायक होता है।

🔥 भोजन शुद्ध-अशुद्ध (Shubh-Ashubh Food)

शुभ भोजन: मूंग दाल, हरी सब्जियाँ, शहद, नारियल पानी, मिश्री, तुलसी पत्ते

अशुभ भोजन: अधिक तेलयुक्त या तामसिक भोजन, अत्यधिक मिर्च-मसाले वाले पदार्थ

🎁 दान (Donation Recommendations)

शुभ दान: हरा वस्त्र, तांबा, काले तिल, चावल, मिश्री, घी, सुगंधित तेल, हवन सामग्री

🚀 स्वाति नक्षत्र में किया गया दान वायु तत्व को संतुलित कर व्यक्ति को आध्यात्मिक एवं भौतिक लाभ प्रदान करता है।

📜 स्वाति नक्षत्र, द्वितीया तिथि, सोमवार में नए वस्त्र और वस्तुओं का उपयोग शास्त्रीय प्रमाण सहित

🔹 वेदों और पुराणों के अनुसार: स्वाति नक्षत्र वायु तत्व से जुड़ा हुआ है और इसे "स्वच्छंद गति एवं स्वतंत्रता" का प्रतीक माना जाता है। इसका स्वामी राहु है, जो अप्रत्याशित लाभ और उन्नति का कारक है। "अथर्ववेद" में वायु तत्व से जुड़े कार्यों को शुभ माना गया है।

🔹 द्वितीया तिथि का महत्व (Skanda Purana, Vishnu Dharma Shastra): द्वितीया तिथि को "अभय प्रदायिनी" कहा गया है, जो नए कार्यों की शुरुआत के लिए उत्तम मानी जाती है। विशेष रूप से, इस दिन किए गए वस्त्र एवं संपत्ति के क्रय-विक्रय से दीर्घकालिक लाभ होता है।

🔹 सोमवार (Chandramana Dharma Shastra): चंद्रमा से संबंधित दिन होने के कारण यह दिन मानसिक शांति, सुख, और समृद्धि बढ़ाने वाला है। "शिव महापुराण" में कहा गया है कि सोमवार को खरीदे गए वस्त्र दीर्घायु होते हैं और उनका उपयोग कल्याणकारी होता है।

🔱 क्या करें (Shubh Usage & Purchase)
   नए वस्त्र (New Clothes): इस दिन सफेद, हल्के और सूती वस्त्र खरीदना एवं धारण करना विशेष शुभ माना जाता है।
   नए आभूषण एवं धातु (New Ornaments & Metals): चांदी, तांबा, मोती, सफेद धातु के गहने और बर्तन खरीदने से आर्थिक समृद्धि बढ़ती है।
    नवीन संपत्ति एवं वाहन (New Property & Vehicles): इस दिन भूमि, मकान, तथा नए वाहन की खरीदारी दीर्घकालिक लाभकारी होती है।
   शिक्षा एवं ज्ञान से जुड़े सामान (Educational & Knowledge Items): इस दिन पुस्तकें, लेखन सामग्री, तथा नए व्यवसाय संबंधी वस्तुएँ खरीदना शुभ माना जाता है।

🚫 क्या न करें (Avoid These)
काले रंग के वस्त्र या लोहे से बनी वस्तुओं की खरीद इस दिन वर्जित मानी गई है।
राहु से संबंधित वस्तुएँ जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, काले तिल, कोयला, एवं जूतों की खरीद इस दिन नहीं करनी चाहिए।

📖 शास्त्रीय संदर्भ (Scriptural References):
🔸 "विष्णु धर्मसूत्र"द्वितीया तिथि में धन, वस्त्र एवं स्वर्ण आभूषणों की खरीद अत्यंत शुभ मानी जाती है।
🔸 "शिव महापुराण"सोमवार को शिव पूजन के साथ वस्त्र धारण करने से आयु व प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
🔸 "गृह्यसूत्र"स्वाति नक्षत्र में धन, जल, एवं वायु तत्व से जुड़ी वस्तुओं का क्रय मंगलकारी होता है।

🚀 निष्कर्ष: सोमवार, द्वितीया तिथि और स्वाति नक्षत्र में नए वस्त्र, चांदी के आभूषण, भूमि, वाहन एवं शिक्षा से जुड़े सामान खरीदना शुभ होता है, जबकि काले रंग की वस्तुएँ, लोहे एवं राहु से संबंधित चीजों से बचना चाहिए।

 

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28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...