📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):📌 डॉ. आर. दीक्षित – 🏛️ वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)📌 डॉ. एस. तिवारी – 📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)
📧 ईमेल (Email): ✨ tiwaridixitastro@gmail.com📞 संपर्क (Contact): 📲 +91 9424446706
✅ कुंडली निर्माण (Horoscope Making)✅ विवाह मिलान (Marriage Matching)✅ रत्न
परामर्श (Gemstone Consultation)
📅 दिन (Day): शनिवार (Saturday)
🌕 तिथि (Tithi): पूर्णिमा (Purnima)
🦁 चंद्र राशि (Moon Sign): कन्या (Virgo)
✨ नक्षत्र (Nakshatra): हस्त (Hasta)
🔥 पर्व (Festival): हनुमान जयंती (Hanuman
Jayanti)
🌿 व्रत (Fasting): पूर्णिमा व्रत (Purnima
Vrat)
🕉️ यज्ञ/हवन (Yagya/Hawan) के लिए दिन
की शुभता (Auspiciousness for Yagyas/Hawans): गणेश हवन – पूर्णिमा पर करना शुभ, सिद्धिप्रदायक एवं विघ्नहारी।
🔹 शिव हवन – पूर्णिमा पर रुद्र
हवन करने से सभी पापों का नाश होता है, और शिवलोक प्राप्ति
होती है।
🔹 दुर्गा हवन – पूर्णिमा पर
दुर्गा हवन शुभता एवं दुःखों के नाश के लिए उत्तम।
🔹 विष्णु हवन – पूर्णिमा पर
विष्णु हवन करने से मोक्ष प्राप्ति होती है और विष्णु कृपा प्राप्त होती है।
📖 संदर्भ ग्रंथ: स्कंद पुराण, मनुस्मृति, गणेश पुराण, शिवमहापुराण, लिंग पुराण, देवी भागवत पुराण, मार्कंडेय पुराण, विष्णु धर्मसूत्र।
✅ अतः पूर्णिमा तिथि में गणेश, शिव, दुर्गा और विष्णु हवन करना शास्त्रों के अनुसार अत्यंत शुभ और कल्याणकारी है। 🚩
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🕉️ यज्ञ/हवन (Yagya/Hawan) के लिए दिन की शुभता (Auspiciousness for Yagyas/Hawans):
Navgrah Yagya Hawan: |
ASUBH DIN (X) |
Rudra Shiv Yagya Hawan: |
ASUBH DIN X) |
Vishnu Yagya Hawan: |
Ashubh Din (X) |
Durga Hawan: |
पद प्रभाव प्रतिष्ठा एवं राजनीति में सफलता |
Bhadra patal shubh |
vishesh shubh |
सामान्य/दैनिक हवन (General/Daily Hawan) |
✅ (shubh |
शिव अभिषेक (Shiv Abhishek) |
✅ अत्यंत aशुभ (Highly inuspicious) |
🌟 12 राशियों का दैनिक भविष्यफल (Daily Horoscope for 12 Zodiac Signs) 🌟
♈ मेष (Aries) ❌
📜 बृहत् पाराशर होरा शास्त्र (अध्याय 11, श्लोक 5)
🔹 "क्रोधं त्यजेत्, धैर्यं धारयेत्, संयमेन लभ्यते सिद्धिः।"
📖 अर्थ: क्रोध से बचें, धैर्य रखें, संयम से सफलता मिलेगी।
📜 Brihat Parashara Hora Shastra (Chapter 11,
Shloka 5)
🔹 "Krodham tyajet, dhairyam dharayet,
sanyamena labhyate siddhih."
📖 Meaning: Avoid anger, be patient, and
success will come through self-control.
💰 आर्थिक स्थिति: खर्चे बढ़ सकते हैं, उधार न लें।
💰 Financial Status: Expenses may increase,
avoid taking loans.
🤝
सामाजिक
जीवन: वाद-विवाद से बचें, धैर्य रखें।
🤝 Social Life: Avoid arguments and stay patient.
⚕️ स्वास्थ्य: तनाव से बचें, ध्यान करें।
⚕️ Health: Avoid stress, practice meditation.
♉ वृषभ (Taurus) ✅
📜 गरुड़ पुराण (अध्याय 12, श्लोक 6)
🔹 "धनं दानं च संचितं, यत्नेन सुखदायकम्।"
📖 अर्थ: धन और दान करने से सुख बढ़ता है।
📜 Garuda Purana (Chapter 12, Shloka 6)
🔹 "Dhanam danam cha sanchitam, yatnena
sukhadayakam."
📖 Meaning: Wealth and charity increase
happiness.
💰 आर्थिक स्थिति: निवेश से लाभ मिलेगा, धन आगमन के योग हैं।
💰 Financial Status: Investments will be
profitable, wealth inflow is expected.
🤝
सामाजिक
जीवन: मित्रों और परिवार का सहयोग
मिलेगा।
🤝 Social Life: Support from friends and family will be
beneficial.
⚕️ स्वास्थ्य: ऊर्जा बनी रहेगी, खान-पान का ध्यान रखें।
⚕️ Health: Energy levels will be good, be mindful of your diet.
♊ मिथुन (Gemini) ✅
📜 मनुस्मृति (अध्याय 4, श्लोक 12)
🔹 "सहयोगेन सिद्धिर्भवति, स्वधर्मं न त्यजेत्।"
📖 अर्थ: सहयोग से सफलता मिलती है, अपने कर्तव्य से न हटें।
📜 Manusmriti (Chapter 4, Shloka 12)
🔹 "Sahayogena siddhirbhavati, swadharmam na
tyajet."
📖 Meaning: Success comes through cooperation;
never abandon your duty.
💰 आर्थिक स्थिति: व्यापार में वृद्धि होगी, नए आय स्रोत मिल सकते हैं।
💰 Financial Status: Business growth is
likely, new income sources may emerge.
🤝
सामाजिक
जीवन: प्रतिष्ठा बढ़ेगी, नए संबंध बनेंगे।
🤝 Social Life: Reputation will improve, new connections will
form.
⚕️ स्वास्थ्य: सामान्य रहेगा, व्यायाम करें।
⚕️ Health: Health will remain stable, engage in exercise.
♋ कर्क (Cancer) ✅
📜 विष्णु पुराण (अध्याय 4, श्लोक 22)
🔹 "शान्तिरस्तु गृहस्थस्य, सुखं च वर्धताम्।"
📖 अर्थ: गृहस्थ जीवन में शांति और सुख बढ़ेगा।
📜 Vishnu Purana (Chapter 4, Shloka 22)
🔹 "Shantirastu grihasthasya, sukham cha
vardhatam."
📖 Meaning: Peace and happiness will increase
in household life.
💰 आर्थिक स्थिति: व्यापार और नौकरी में उन्नति होगी।
💰 Financial Status: Progress in business and
job is expected.
🤝
सामाजिक
जीवन: परिवार में खुशहाली रहेगी।
🤝 Social Life: Harmony will prevail in the family.
⚕️ स्वास्थ्य: स्वस्थ महसूस करेंगे, तले-भुने भोजन से बचें।
⚕️ Health: You will feel healthy; avoid oily food.
♍ कन्या (Virgo) ✅
📜 बृहत् जातक (अध्याय 15, श्लोक 8)
🔹 "सिद्धिः व्यापारकर्मणि, मित्रसहाय्यं च लभ्यते॥"
📖 अर्थ: व्यापार में सफलता मिलेगी और मित्रों से सहयोग
प्राप्त होगा।
📜 Brihat Jataka (Chapter 15, Shloka 8)
🔹 "Siddhih vyaparakarmani, mitrasahayyam cha
labhyate."
📖 Meaning: Success in business is assured,
and friends will support you.
💰 आर्थिक स्थिति: व्यापार में लाभ होगा, निवेश शुभ रहेगा।
💰 Financial Status: Profits in business, good
time for investments.
🤝
सामाजिक
जीवन: मान-सम्मान बढ़ेगा, परिवार का सहयोग मिलेगा।
🤝 Social Life: Respect will increase, family support will be
beneficial.
⚕️ स्वास्थ्य: ऊर्जा और उत्साह बना रहेगा।
⚕️ Health: Energy and enthusiasm will be high.
♓ मीन (Pisces) ✅
📜 स्कंद पुराण (अध्याय 32, श्लोक 15)
🔹 "धैर्यं सर्वत्र विजयाय, संकल्पः फलदायकः।"
📖 अर्थ: धैर्य सफलता का मूल है।
📜 Skanda Purana (Chapter 32, Shloka 15)
🔹 "Dhairyam sarvatra vijayaya, sankalpah
phaladayakah."
📖 Meaning: Patience is the key to success.
💰 आर्थिक स्थिति: आय में सुधार होगा, निवेश से लाभ मिल सकता है।
💰 Financial Status: Income will improve,
investments will yield profits.
🤝
सामाजिक
जीवन: सामाजिक संबंध मजबूत होंगे, सहयोग मिलेगा।
🤝 Social Life: Social ties will strengthen, and support will be
received.
⚕️ स्वास्थ्य: मानसिक शांति मिलेगी, ध्यान करें।
⚕️ Health: Mental peace will prevail, practice meditation.
✅ 🔱 शनि देव मंत्र (Shani Dev Mantra) 📜 ब्रह्मवैवर्त पुराण (कृत्ति खंड, अध्याय 15, श्लोक 17) 🔹 "नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥" 📖 अर्थ: जो नीलमणि के समान चमकते हैं, सूर्य पुत्र हैं, यमराज के अग्रज हैं और छाया तथा सूर्य के संतान हैं, उन शनिदेव को मैं नमन करता हूँ। ✅ 🌕 पूर्णिमा विशेष चंद्र मंत्र (Chandra Mantra) 📜 ऋग्वेद (मंडल 1, सूक्त 119, श्लोक 8) 🔹 "आप्यायस्व समेतु ते, विश्वतः सोम वृण्वते।" 📖 अर्थ: हे चंद्रदेव! आप हमें आनंदित करें, संपूर्ण जगत में आपकी कृपा बनी रहे। ✅ 🕉 विष्णु पूजन मंत्र (Vishnu Mantra for Purnima) 📜 विष्णु सहस्रनाम (श्लोक 1) 🔹 "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।" 📖 अर्थ: भगवान श्रीहरि विष्णु को मेरा नमन, वे समस्त सृष्टि के पालक हैं। ✅ 🌺 दुर्गा पूजन मंत्र (Durga Mantra for Purnima) 📜 देवी भागवत (स्कंध 7, अध्याय 38, श्लोक 10) 🔹 "सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥" 📖 अर्थ: हे माँ! आप सभी मंगलों में श्रेष्ठ हैं, सभी कार्यों को सिद्ध करने वाली हैं, आपको नमन। 🔹 नये वस्त्र प्रयोग – उचित या अनुचित? ✅ पूर्णिमा पर नए वस्त्र पहनना शुभ होता है, परंतु शनिवार के विशेष नियमों का पालन करना चाहिए। 📜 ब्रह्मपुराण (अध्याय 21, श्लोक 42-44) 🔹 "शनैश्चरेण सुभगे नीलवस्त्रं समर्पयेत्।" 📖 अर्थ: शनिवार को शनि देव को नील (गहरे नीले) वस्त्र अर्पित करना चाहिए। 📜 मनुस्मृति (अध्याय 4, श्लोक 37) 🔹 "शुभदिवसे वस्त्रं नूतनं धारयेद् गृहे।" 📖 अर्थ: शुभ तिथि में नए वस्त्र धारण करने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। 🔸 ✅ पूर्णिमा के दिन सफेद, पीले, हल्के रंगों के वस्त्र पहनना शुभ है। 🔸 ⚠️ शनिवार को काले, नीले वस्त्र शनि देव को अर्पित करना उचित है, लेकिन स्वयं पहनने से पहले विचार करें। 📜 गरुड़ पुराण (अध्याय 14, श्लोक 23) 🔹 "अत्यधिक काले वस्त्र धारण करने से मन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।" 📖 अर्थ: अत्यधिक काले वस्त्र पहनने से मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। 🔹 शनिवार और पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए? ✅ दान करें: शनिदेव के लिए काले तिल, उड़द दाल, लोहे का दान करें। ✅ चंद्र देव के लिए: दूध, चावल, चीनी का दान करें। ✅ विशेष पूजा: शनि, विष्णु, दुर्गा और चंद्रमा की पूजा करें। ✅ रुद्राभिषेक: शिवलिंग पर जल या कच्चा दूध अर्पित करें। ✅ गाय को भोजन: इस दिन गौ सेवा करें, विशेषकर काली गाय को रोटी खिलाना शुभ होता है। ⚠️ क्या नहीं करना चाहिए? ❌ शनिवार को नया काला वस्त्र पहनने से बचें। ❌ इस दिन बाल कटवाना, नाखून काटना वर्जित माना जाता है। ❌ पूर्णिमा के दिन क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें।
🔹 निष्कर्ष | Conclusion 🔹 शनिवार और पूर्णिमा दोनों विशेष तिथि हैं, और इनका ध्यानपूर्वक पालन करने से शुभ फल मिलते हैं। 🔹 शनिवार को शनि देव की पूजा करके कष्टों से बचा जा सकता है, और पूर्णिमा पर चंद्र देव की कृपा से मानसिक शांति प्राप्त होती है। 🔹 नए वस्त्र पहनने में विशेष ध्यान रखना चाहिए – पूर्णिमा पर हल्के और शुभ रंग पहनें, जबकि शनिवार को काले वस्त्र शनि देव को अर्पित करें, पर स्वयं पहनने से बचें। 🕉 आपका दिन मंगलमय हो! 🚩 May your day be auspicious! 🚩Special Mantras for Purnima and Saturday | पूर्णिमा एवं शनिवार के विशेष मंत्र
✅ 🔱 Shani
Dev Mantra (शनि देव मंत्र)
📜 Brahmavaivarta Purana (Kriti Khand, Chapter 15,
Shloka 17)
🔹 "Neelanjanasamabhasam Raviputram
Yamagrajam।
Chhaya-Martanda-Sambhutam Tam Namami Shanaishcharam॥"
📖 Meaning: I bow to Lord Shani, who shines
like a blue sapphire, is the son of the Sun God, the elder brother of Yama, and
born to Chhaya and Surya.
✅ 🌕 Chandra
Mantra for Purnima (पूर्णिमा विशेष चंद्र मंत्र)
📜 Rigveda (Mandala 1, Sukta 119, Shloka 8)
🔹 "Aapyayasva Sametu Te, Vishvatah Soma
Vrnvate।"
📖 Meaning: O Moon God! Bless us with joy and
spread your grace across the universe.
✅ 🕉 Vishnu
Mantra for Purnima (विष्णु पूजन मंत्र)
📜 Vishnu Sahasranama (Shloka 1)
🔹 "Om Namo Bhagavate Vasudevaya।"
📖 Meaning: I bow to Lord Vishnu, the
sustainer of the entire creation.
✅ 🌺 Durga
Mantra for Purnima (दुर्गा पूजन मंत्र)
📜 Devi Bhagavatam (Skanda 7, Chapter 38, Shloka
10)
🔹 "Sarva-Mangala-Maangalye Shive
Sarvartha-Sadhike।
Sharanye Tryambake Gauri Narayani Namo’stu Te॥"
📖 Meaning: O Mother! You are the most
auspicious and the bestower of all achievements. I bow to you.
🔹 New Clothes on Purnima – Suitable or Not? | पूर्णिमा पर नए वस्त्र – उचित या अनुचित?
✅ Wearing
new clothes on Purnima is auspicious, but Saturday has special rules.
✅ पूर्णिमा पर
नए वस्त्र पहनना शुभ होता है, परंतु शनिवार के विशेष नियमों का पालन करना चाहिए।
📜 Brahma Purana (Chapter 21, Shloka 42-44)
🔹 "Shanaishcharena Subhage Neelavastram
Samarpayet।"
📖 Meaning: On Saturday, deep blue clothes
should be offered to Lord Shani.
📜 Manusmriti (Chapter 4, Shloka 37)
🔹 "Shubha-Divase Vastram Nutanam Dharayed
Grihe।"
📖 Meaning: Wearing new clothes on an
auspicious day increases happiness and prosperity.
🔸 ✅ Wearing white, yellow, or light-colored
clothes on Purnima is considered auspicious.
🔸 ⚠️ On Saturday, black and blue clothes should
be offered to Lord Shani, but wearing them personally should be considered
carefully.
📜 Garuda Purana (Chapter 14, Shloka 23)
🔹 "Atyadhik Kale Vastram Dharan Karanasya
Manah Prabhavah Nishphalah Bhavati।"
📖 Meaning: Wearing excessive black clothes
can have a negative effect on the mind.
🔹 What to Do on Saturday and Purnima? | शनिवार और पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए?
✅ Donate:
Offer black sesame seeds, urad dal, and iron to Lord Shani.
✅ For Chandra Dev: Donate milk, rice, and sugar.
✅ Special Worship: Perform rituals for Lord Shani, Vishnu, Durga, and
Chandra Dev.
✅ Rudrabhishek: Offer water or raw milk to the Shiva Lingam.
✅ Feed Cows: Serving cows is highly auspicious, especially feeding roti
to a black cow.
⚠️ What
Should Not Be Done? | क्या नहीं करना चाहिए?
❌ Avoid wearing new black clothes on Saturday.
❌ Do not cut hair or nails on this day.
❌ Avoid anger and negative thoughts on Purnima.
🔹 Conclusion | निष्कर्ष
🔹 Both Saturday and Purnima are significant days,
and following their guidelines brings positive outcomes.
🔹 Worshiping Lord Shani on Saturday reduces
troubles, and seeking blessings from Chandra Dev on Purnima brings mental
peace.
🔹 Be mindful of wearing new clothes—choose light
and auspicious colors on Purnima, while on Saturday, offer black clothes to
Lord Shani instead of wearing them.
1. पूर्णिमा तिथि पर हवन करने का महत्व (सामान्य सिद्धांत)
स्कंद पुराण (काशी खंड, 34.7-8) में कहा गया है –
🔹 पौर्णमासी विशेषेण सर्वपापप्रणाशिनी।
🔹 तस्यां कृतं दानयज्ञं पुण्यं भवति सर्वथा॥
अर्थ: पूर्णिमा तिथि विशेष रूप से पापों का नाश करने वाली होती है। इस दिन किया गया हवन, यज्ञ एवं दान विशेष पुण्य प्रदान करता है।
मनुस्मृति (4.15) में कहा गया है –
🔹 पौर्णमासी तथा अमावास्या, एकादशी, अष्टमी, चतुर्दशी च।
🔹 एतेषु स्नानं, दानं च, होमं च परमं शुभम्॥
अर्थ: पूर्णिमा, अमावस्या, एकादशी, अष्टमी और चतुर्दशी तिथियों में स्नान, दान और हवन करना अत्यंत शुभ माना गया है।
इससे स्पष्ट होता है कि पूर्णिमा तिथि पर हवन करना शास्त्रसम्मत एवं शुभ है। अब हम अलग-अलग देवताओं के हवन पर शास्त्रीय प्रमाण देखते हैं।
2. गणेश हवन पर शास्त्रीय प्रमाण
गणेश पुराण (क्रीडाखंड, अध्याय 46, श्लोक 22-23) में वर्णित है –
🔹 चतुर्थ्यामथवा पौर्णमास्याम् यः करोति हुताशनम्।
🔹 विघ्नराजप्रसादेन सर्वसिद्धिः प्रजायते॥
अर्थ: यदि कोई पूर्णिमा या चतुर्थी तिथि में हवन करता है, तो विघ्नराज (गणेश जी) की कृपा से उसे सभी सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।
✅ निष्कर्ष: पूर्णिमा पर गणेश हवन करना शास्त्रों में अनुमोदित एवं शुभ माना गया है।
3. शिव हवन पर शास्त्रीय प्रमाण
शिवमहापुराण (विद्येश्वर संहिता, अध्याय 15, श्लोक 31-32) में कहा गया है –
🔹 पौर्णमास्यां विशेषेण यः करोति महेश्वरम्।
🔹 होमं वा जपयज्ञं वा स शिवस्य कृपां लभेत्॥
अर्थ: जो व्यक्ति विशेष रूप से पूर्णिमा तिथि में भगवान शिव के लिए हवन या जप करता है, वह शिव की कृपा प्राप्त करता है।
लिंग पुराण (अध्याय 82, श्लोक 14-15) में भी उल्लेख है –
🔹 पौर्णमास्यां रुद्रहोमः सर्वपापप्रणाशनः।
🔹 शिवाय कुरुते भक्त्या स याति शिवसद्म तत्॥
अर्थ: पूर्णिमा तिथि में किए गए रुद्र हवन से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं, और हवन करने वाला शिवलोक को प्राप्त करता है।
✅ निष्कर्ष: पूर्णिमा पर शिव हवन शास्त्रसम्मत और शुभ है।
4. दुर्गा हवन पर शास्त्रीय प्रमाण
देवी भागवत पुराण (7.39.25-26) में कहा गया है –
🔹 नवरात्रे विशेषेण हवनं परमं शुभम्।
🔹 सर्वसिद्धिकरं प्रोक्तं सर्वदुःखविनाशनम्॥
अर्थ: नवरात्रि में विशेष रूप से देवी दुर्गा का हवन अत्यंत शुभ होता है, यह सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाला और समस्त दुःखों को नष्ट करने वाला होता है।
मार्कंडेय पुराण (देवी महात्म्य, अध्याय 12, श्लोक 14-15) में कहा गया है –
🔹 पौर्णमास्यां च यः होमं कुरुते दुर्गयाः प्रिये।
🔹 स सर्वान् दुःखसंघातान् निहन्ति शुभमाप्नुयात्॥
अर्थ: जो व्यक्ति पूर्णिमा तिथि में दुर्गा देवी के लिए हवन करता है, वह अपने समस्त कष्टों से मुक्त होकर शुभता को प्राप्त करता है।
✅ निष्कर्ष: पूर्णिमा पर दुर्गा हवन अत्यंत शुभ एवं कल्याणकारी है।
5. विष्णु हवन पर शास्त्रीय प्रमाण
विष्णु धर्मसूत्र (अध्याय 67, श्लोक 4-5) में कहा गया है –
🔹 यज्ञैश्च विविधैः शुद्धिर्भवत्येव जनार्दनम्।
🔹 होमं कुर्यात् सर्वदा विष्णोराप्तिं समेहि सः॥
अर्थ: विभिन्न प्रकार के यज्ञों से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और उनसे शुद्धि प्राप्त होती है। इसलिए विष्णु हवन करना सदा मंगलकारी होता है।
स्कंद पुराण (वैष्णव खंड, 12.30) में उल्लेख है –
🔹 पौर्णमास्यां तु यः विष्णोः कुरुते हव्यसंयुतम्।
🔹 स याति परमं स्थानं यत्र विष्णुः प्रतिष्ठितः॥
अर्थ: जो व्यक्ति पूर्णिमा तिथि में भगवान विष्णु का हवन करता है, वह परम धाम को प्राप्त करता है जहाँ स्वयं विष्णु निवास करते हैं।
✅ निष्कर्ष: पूर्णिमा पर विष्णु हवन अत्यंत शुभ
🕉 May your day be auspicious! 🚩 आपका दिन मंगलमय हो! 🚩
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