मेष राशि –
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र - ॐ रामेश्वराय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ नमः स्कन्दाय
Ø व्रत -
प्रतिपदा तिथि – ॐ विष्णवे नमः , ॐ सूर्याय नमः
नवमी – ॐ रामाय नम
Ø राशी- सूर्य एवं विष्णु मंत्र - ॐ घृणी अर्यमा आदित्य ॐ विष्णवे नमः
Ø तृतीया- ॐ रत्ये
नम
Ø एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
Ø * व्रत दान
आदि हेतु
Ø - वैदिक माह
वैशाख*
Ø प्रतिदिन
मंत्र *
Ø गंधर्व नारदाय नमः *राक्षस प्रहेतये नमः *यक्ष ऊर्जाये नमः
Ø *सर्प -कच्चानिराय नमः *अप्सरा - पुंजिकस्थलाये नमः
Ø * ऋषि - पुलह नमः * सूर्य- अर्यमाये
नमः
Ø
वृषभ राशि –
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र – ॐ सोम् नाथाय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ गौर्ये नमः *श्रीम नमः
Ø व्रत
प्रतिपदा तिथि – ॐ विष्णवे नमः , ॐ सूर्याय नमः
नवमी – ॐ रामाय नम
Ø राशी- सूर्य एवं विष्णु मंत्र - ॐ घृणी मित्र आदित्य ॐ वासुदेवाय नमः
Ø तृतीया- ॐ रत्ये
नम
Ø एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
* व्रत दान आदि हेतु - जेष्ठ महीना*
प्रतिदिन मंत्र* गंधर्व हा हा नमः
*राक्षस- पौरुषेय नमः * यक्ष - रथस्वानाय नमः *सर्प - तक्षकाय नमः
*अप्सरा- मेनकायै नमः * ऋषि- अत्रियै नमः * सूर्य - मित्राय नमः
मिथुन –
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र – ॐ नागेश्व्रराय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ विष्णवे नमः
Ø व्रत
अष्टमी- ॐ कृष्णाय नमः
अमावस्या – महा काल्यै नमः
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र - ॐ घृणी वरुण आदित्य ॐ केशवाय नमः
Ø चतुर्थी –ॐ गणपतये नम
Ø पंचमी – श्रीम ह्रीं नम
Ø
* व्रत दान आदि हेतु - वेदिक माह आशाढ* *
Ø
प्रतिदिन मंत्र*
Ø
गंधर्व -- हूहू नमः *राक्षस - शुकाय नमः * यक्ष - चित्ररसवानाय नमः
Ø * सर्प - सहजन्ययै नमः *अप्सरा - रंभायै नमः
Ø *ऋषि- वाशिष्ठाय
नमः *अरुण- सूर्याय नमः
Ø
कर्क राशि –
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र – ॐ ओमकारेश्व्राय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ विष्णवे नमः ॐ गौर्यै नमः
Ø व्रत
पंचमी –ॐ
श्रीम नमः त्रयोदशी – ॐ ब्रह्स्पतये नमः
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी इंद्र आदित्य ॐ राधा कृष्णाय नमः|
Ø द्वितीया- ॐभुवनेश्वर्य्रै नम
Ø दशमी – ॐ चामुंडाये नम
Ø ** व्रत दान आदि हेतु - वैदिक माह श्रवण नमः
Ø * प्रतिदिन मंत्र*
Ø *गंधर्व विश्वावसवे नमः
* राक्षस सर्यायै नमः *
Ø यक्ष श्रोताय नमः *सर्प
इला पुत्रय नमः * अप्सरा परमिओचायै नमः *
Ø ऋषि अंगिरसाय नमः *सूर्य
इन्द्राय नमः
सिंह राशि-
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ
धुश्नेश्व्राराय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ नमः शिवाय ॐ ब्रह्माय नमः
Ø व्रत
– पंचमी –ॐ श्रीम
नमः त्रयोदशी – ॐ ब्रह्स्पतये नमः
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी विश्वस्वान आदित्य ॐ
हरि हराय बालमुकुंदाय नमः
Ø प्रतिपदा तिथि - ॐ विष्णवे नमः *सूर्याय नमः
Ø नवमी – ॐ रामाय नम
Ø राशि वेदिक माह भाद्रपद *
Ø प्रतिदिन
मंत्र*
Ø *गंधर्व उग्रसेनाय नमः *राक्षस व्याघ्र नमः
Ø *यक्ष आसारण
नमः * सर्प शंखपालाय नमः
Ø *अप्सरा अनुमलोचायै
नमः * ऋषि भृगु नमः
Ø * सूर्य विवस्वानाय नमः
कन्या -
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ
मल्लिकार्जुनाय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ विष्णवे नमः
Ø व्रत
तृतीया- ॐ रत्ये नम
एकादशी - ॐ कामदेवाय नमः
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र –ॐ घृणी पूषा आदित्य ॐ ह्रीम
पीताम्बराय परमात्मने नमः
Ø चतुर्थी –ॐ गणपतये नम
Ø पंचमी – श्रीम ह्रीं नम
Ø * व्रत दान
आदि हेतु - अश्वनी माह*
Ø * प्रतिदिन
मंत्र* गंधर्व सुरुचियै नमः * राक्षस धातायै नमः
Ø * यक्ष सुषे नमः *धनंजयाय
स्वरप नमः * अप्सरा घृताच्यै
Ø * ऋषि गौमाय
नमः * आदित्य पूषायै नमः
तुला
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ
महाकालाय नमः
Ø राशी मंत्र – * ॐ गौर्ये नम * ॐ लक्ष्म्ये
नमः
Ø व्रत
षष्ठी –ॐ नागा राजाय नमः
चतुर्दशी – ॐ हिरणगर्भाय नम
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी पर्जन्य आदित्य ओम श्री राम दशरथए नमः
Ø तृतीया- ॐ रत्ये
नम
Ø एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
Ø * व्रत दान
आदि हेतु - कार्तिक माह
Ø * प्रतिदिन
मंत्र*
Ø *वर्चायै
गंधर्व *सर्प विश्वा राक्षस *सत्यजित्यै यक्ष
Ø *एरावताय
सर्प * क्रतुर्वर्चायै अप्सरा
Ø *भारद्वाजाय
ऋषि *पर्जजन्याय सूर्य
Ø
व्रुश्चिक -
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ
वैद्यनाथाय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ नमः स्कन्दाय
Ø व्रत
षष्ठी –ॐ नागा राजाय नमः
चतुर्दशी – ॐ हिरणगर्भाय नम
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी अंशुमान आदित्य ॐ नारायणाय नमः ॐ नराय नमः
Ø तृतीया- ॐ रत्ये
नम
Ø एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
Ø * व्रत दान आदि हेतु – ज्येष्ठ
माह
Ø * प्रतिदिन मंत्र*
Ø चित्रसेनाय गंधर्व *विद्युतचतुर्वे राक्षस
Ø *तार्क्ष्य यक्ष* महाशंखाय सर्प*
Ø उर्वशयै अप्सरा *कश्यपाय ऋषि *अंशुमानाय सूर्य
धनु -
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ
विश्वनाथाय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ साम्बशिवाय नमः
Ø व्रत
चतुर्थी –ॐ गं गणपतये नमः
द्वादशी- ॐ विष्णवे नमः
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी भग आदित्य ॐ ह्रीं
श्रीम क्रीम धरण धराय नमः
Ø त्रयोदशी – ब्रह्स्पत्ये नम
Ø * व्रत दान
आदि हेतु - मृगशिरा माह *
Ø * प्रतिदिन
मंत्र*
Ø उरनाय
गंधर्व *स्फूर्जायै राक्षस *आयु यक्ष
Ø *कर्कोटकाय
सर्प *पूर्वा चित्त्यियै अप्सरा
Ø *अरिष्टनेमयै
ऋषि * भगाय सूर्य
Ø
मकर
-
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र
भीमशंकराय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ नमो नारायणाय नमः
Ø व्रत
द्वितीया- ॐभुवनेश्वर्य्रै नम
दशमी – ॐ चामुंडाये नम
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणि त्वष्टा आदित्य ॐ श्रीम
वत्सलाय नमः
Ø
* व्रत दान आदि हेतु - माघ
*
Ø
* प्रतिदिन मंत्र*
Ø
धृतराष्ट्राय
गंधर्व *रूचिकयै राक्षस *सत्यजितय यक्ष
Ø
*कंबलाय सर्प * तिलोत्तमा अप्सरा
Ø
*ब्रहमराटाय
ऋषि *त्वष्टाय सूर्य
Ø
Ø
कुम्भ –
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र
भीमशंकराय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ नमो नारायणाय नमः
Ø व्रत
द्वितीया- ॐभुवनेश्वर्य्रै नम दशमी – ॐ चामुंडाये नम
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणि त्वष्टा आदित्य ॐ श्रीम
वत्सलाय नमः
Ø * व्रत दान
आदि हेतु - फागुन *
Ø
* प्रतिदिन मंत्र*
Ø सूर्यवर्चायै -गंधर्व *महाप्रेत नमः
Ø - राक्षस *सत्यजित्ये -यक्ष
Ø * अश्वतराय नमः
Ø --सर्प *रंभा नमः
Ø -अप्सरा
Ø * विश्वामि नमः
Ø -ऋषि *विष्णवे नमः -सूर्य
Ø
मीन
Ø ज्योतिर्लिंग ॐ त्रयम्बेकेश्वराय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ साम्ब शिवाय
Ø व्रत
Ø व्रत-सप्तमी- ॐ सूर्याय नमः
पूर्णिमा- हरी ॐ तत्सत / ॐ जगन्नाथाय नमः
Ø राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ओम घृणि धाता आदित्य ॐ क्रीम रथांग चक्राय नमः
** व्रत दान आदि हेतु
- चैत्र माह *
प्रतिदिन मंत्र*
तुम्बुर्वे - गंधर्व *हेती - राक्षस *रथ कृति - यक्ष
*वासुकयै -सर्प क्रितास्टालि -अप्सरा
*पुलस्त्य -ऋषि *धातायै -सूर्य
1
Ø बाधा शमन
पुत्र आनन्द सर्व सुख के
लिए जब मघा
नक्षत्र हो
मंत्र- पितृभेय नमः पढ़े।
दान -
तेल भरा बर्तन।
Ø विजय के
लिए - जब पूर्वफाल्गुनी नक्षत्र हो
मंत्र-
पूषायै नमः पढ़े।
दान एवं उपवास-
मक्खन मिश्रित पदार्थ।
Ø सौभाग्य / विवाह व संपदा के लिए- जब उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र हो
मंत्र -पूषायै नमः पढ़े।
दान करे
- भांग ।
Ø यश
प्रसिद्धि प्राप्त-
सूर्य को पुष्प अर्पण एवं खखोल्काय नमः
दान करे
- घृत और दुग्ध युक्त साठी के चावल से बने भात दानं
करे।
2
Ø धन संपदा
के लिये उपाय जब हस्त नक्षत्र हो तो
मंत्र -
सवित्रे नम वासुदेवाये नम
दाने
करें - गंध पुष्प एवं ध्वजा पताका
3
Ø यश वृधि
शक्ति एवं क्षमता वृधि के लिये उपाय जब स्वाति- नक्षत्र हो तो मत्र पढे –
मंत्र -
वायवे नमः
दाने करें
- प्रिय वस्तु का दान
Ø धन एवं
सुख के लिये उपाय जब विषाखा नक्षत्र हो तो
मंत्र -
इंद्राग्न्यिै नमः
4
Ø पूर्ण
सुख लक्ष्मी एवं आयु वृधि लिये उपाय जब
अनुराधा नक्षत्र हो तो मंत्र पढे
मंत्र -
मित्रदेवाय नमः
दाने
करें - लाल पुष्प ओढ़ने का वस्त्र और अन्न्।
Ø ज्येष्ठा
नक्षत्र हो तो मंत्र पढ़े
मंत्र -
इंद्राय नमः
दान
करें- शाक और मूली
5
Ø पितरों
को तृप्त एवं मनोकामना
पूर्ण सर्व सुख एवं कल्यण के लिये उपाय जब मूल नक्षत्र हो तो मंत्र पढ़े मंत्र - सर्वदेवेभ्य
नम
मंत्र -
सर्वपितृभ्ये नमः
दान करें
- मूल-फल
Ø उच्च कुल
में जन्म एवं चिंता कष्ट के लिये उपाय जब पूषा नक्षत्र हो तो मंत्र
मंत्र - अपदेवाय
नमः और मंत्र
से 11 आहूति दे
दान करें
- दही भरा पात्र
6
Ø उपलब्धि
प्राप्ति के लिये उपाय जब उषा नक्षत्र हो
तो मंत्र पढ़े
मंत्र - नमः अद्भ्यो नम
Ø अर्पण
करें पुष्प श्वेत नीले पीले वस्तु घी और
मक्खन
दान करें
- मानोवांछित भोग
Ø धन के
लिये उपाय जब श्रवण नक्षत्र हो तो मंत्र
पढ़े –
मंत्र - विष्णवे
नमः और पुष्प
अर्पण करें
दान करें
- मधु घी युक्त दूध ।
Ø यश/कीर्ति/ भय चिंता एवं मुक्त के लिए उपाय जब घनिष्ठा नक्षत्र हो तो मंत्र पढ़े
मंत्र - वसुकये
नमः गंध पुष्प अर्पण
दान करें
- वस्त्र कंबल
7
Ø दीर्घायु के लिए उपाय अनुराधा नक्षत्र के दिन या
समय
मंत्र
पढ़े -ॐ मित्राय नमः
दान करें
- इष्ट देवी -देव को अर्पित करे- हवन-
हवन-घी/ तिल/जो/चावल
दान करे &घी
खाए- फल नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं
Ø परिवार
सुख के लिए उपाय उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र
के दिन या समय -
मंत्र पढ़े -ॐ अर्यमने नमः
इष्ट देवी -देव
को अर्पित करे- सूर्य को जल अर्पण करे
दान करे &अन्न / भोजन
*नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं दही खिचड़ी
Ø सर्व
इच्छा पूर्ति: के लिए उपाय उत्तराषाढ़ नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ अद्भ्यो नमः इष्ट देवी -देव को
अर्पित करे- पुष्प
दान करे & भोजन
सामग्री
खाए- नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं & मूंग
/खीर
स्वास्थ्य:
के लिए उपाय शतभिषा नक्षत्र के दिन या
समय
मंत्र पढ़े &ॐ वरुणाय
नमः
इष्ट
देवी -देव को अर्पित करे- भोजन पात्र
दान करे &बर्तन
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं & जो
8
Ø भोग
विलास समृद्धि रोग नाष एवं कष्ट नाष के लिये उपायजब अश्वनि
नक्षत्र हो तो
मंत्र
पढ़े - अश्वन्यै नमः और लाल पुष्प अर्पण
9
Ø दुर्घटनासे
सुरक्षा के लिए उपाय भरणी नक्षत्र के दिन
या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ यमाय नमः
इष्ट
देवी -देव को अर्पित करे -कपूर -दूध
दान करे
- दूध
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं -तिल
Ø विष या
फ़ूड पायजन रक्षा के लिएश्लेषा नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ सर्पेभ्यो नमः
इष्ट देवी -देव
को अर्पित करे- दूध
दान करे - गाय /बकरी
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं – दही खिचड़ी
Ø यश/सफलता:
के लिए उपाय ज्येष्ठा नक्षत्र के दिन या
सम
Ø
Ø
Ø
Ø 10
Ø संकट
मुक्ति ज्ञान एवं आरोग्य के लिये उपाय जब
रोहणी नक्षत्र हो तो
मंत्र
-चंद्राय नमः और खीर अर्पण करें
दान करें-
फल अन्न घी तथा पीने येग्य पदार्थ
मंत्र
पढ़े -ॐ इन्द्राय नमः
इष्ट
देवी -देव को अर्पित करे- तिल
दान करे -तिल
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं उरद / मांस
Ø प्रभाव
सफलता विजय: के लिए उपाय रेवती नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े ॐ पूष्णे नमः
इष्ट
देवी -देव को अर्पित करे- श्वेत पुष्प
दान करे - बैल
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं खिचड़ी
11
Ø रोग नाश
के लिए उपाय अश्वनी नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ अश्वनी कुमारभ्यो नमः
इष्ट
देवी -देव को अर्पित करे -दीपक
दान करे
-भोजन
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं -उड़द
Ø सुरक्षा
के लिए उपाय पुनर्वसु नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ आदित्याय नमः
-इष्ट देवी -देव को अर्पित करे- दीपक प्रज्वलित करे
दान'करे –पीतल
.पीले पुष्प
नाश्ते
में या घर से निकलते समय -दूध
विजय: के
लिए उपाय पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र पढ़े- ॐ अजैकपदे नमः
इष्ट
देवी -देव को अर्पित करे- प्रकाश
दान करे-
भोजन
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं मछली चावल
12
Ø उत्तम
कुल भय से मुक्ति विष एवं सर्प से सुरक्षा के लिये उपाय जब अशलेषा नक्षत्र हो तो सर्पाय नमः मंत्र पढ़े - सर्प और शिव जी पर दूध अर्पण करें
दान करें
- चांदी अथवा बैल का
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