11 बिल्व पत्रम पत्र अर्पण ./ चढाने के मन्त्र –
(प्रस्तुति
एवं सरलीकृत पंडित वी के तिवारी"ज्योतिष शिरोमणि")
त्रि दलं ,त्रिगुण आकारं ,त्रिनेत्रं च त्रिय आयुधम् । त्रि जन्म, पाप संहारं , बिल्व पत्रम शिव अर्पणम्
अक्ष माला धरं ,रुद्रं पार्वती प्रिय वल्लभम् |चन्द्रशेखरम ,ईशानं , बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥2॥
त्रि लोचनं ,दश भुजं दुर्गा देहार्ध धारिणम् । विभूत्य अभ्य अर्चितं, देवं बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥3॥
गङ्गाधर ,अम्बिका नाथं ,फणि कुण्डल मण्डितम् । काल ,कालं ,गिरीशं च
बिल्व पत्रम शिव अर्पणम्
सच्चिदानन्द रूपं च परानन्द मयं शिवम् । वागीश्वरं, चिदाकाशं, बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥5॥
नील कण्ठं ,जगद् वन्द्यं ,दीन नाथं महेश्वरम् । महा पाप संहारं, बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥6॥
दारिद्र्य, दुःख हरणं ,रवि चन्द्रानलेक्षणम् ।मृग पाणिं ,चन्द्र मौळिं , बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥7॥
सम्पूर्ण कामदं सौख्यं, भक्त ईष्ट फल कारणम् । सौभाग्यदं, हितकरं , बिल्व पत्रम शिव अर्पणम्
जटाधरं ,पावक अक्षं ,वृक्षेशं ,भूमि नायकम् । कामदं ,सर्वदा अगम्यं, बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥9
शरणागत ,दीनार्त ,परित्राण परायणम् ।गम्भीरं च वषट कारं
बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥10॥
निधन ईशं ,धन अधीशं ,अपमृत्यु विनाशनम् ।लिङ्ग मूर्तिम लिङ्गात्मं बिल्व पत्रम शिव अर्पणम् ॥11॥
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