मेष-कुल मन्त्र
ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ
वैद्यनाथाय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ नमः स्कन्दाय |
Ø व्रत -षष्ठी –ॐ नागा राजाय नमः
|
चतुर्दशी – ॐ हिरणगर्भाय नम |
Ø सूर्य -ॐ घृणी अंशुमानाय नमः |आदित्याय नमः |
Ø विष्णु- ॐ नारायणाय
नमः |ॐ नराय नमः|
Ø तृतीया- ॐ रत्ये
नम |
Ø एकादशी - ॐ अनंगाय नमः |कामदेवाय
नमः |
Ø * व्रत दान आदि हेतु – ज्येष्ठ
माह |
Ø गंधर्व -चित्रसेनाय नमः
|
Ø राक्षस -विद्युतचतुर्वे नमः
|
Ø यक्ष- तार्क्ष्याय नमः
|
Ø सर्प-महाशंखाय नमः |
Ø अप्सरा -उर्वशयै नमः |
Ø ऋषि -कश्यपाय नमः |*
Ø अंशुमानाय स
Ø
Ø
Ø 1मेष –उपाय
Ø बाधा शमन पुत्र आनन्द सर्व सुख के लिए जब मघा नक्षत्र हो
Ø मंत्र- पितृभेय नमः पढ़े।
Ø दान - तेल भरा बर्तन।
Ø विजय के लिए - जब पूर्वफाल्गुनी नक्षत्र हो
Ø मंत्र- पूषायै नमः पढ़े।
Ø दान एवं उपवास- मक्खन मिश्रित
पदार्थ।
Ø सौभाग्य / विवाह व संपदा के लिए- जब उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र हो
Ø मंत्र -पूषायै नमः पढ़े।
Ø दान करे - भांग ।
Ø यश प्रसिद्धि प्राप्त-
Ø सूर्य को पुष्प अर्पण एवं
खखोल्काय नमः
Ø दान करे - घृत
और दुग्ध युक्त साठी के चावल से बने भात दानं करे।
Pt. V.K.Tiwari
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Ø वृष-कुल
मन्त्र दैनिक
Ø * व्रत दान
आदि हेतु - वैदिक माह वैशाख*
Ø प्रतिदिन
मंत्र *
Ø ज्योतिर्लिंग मंत्र - ॐ रामेश्वराय नमः
Ø राशी मंत्र – ॐ नमः
स्कन्दाय |
Ø व्रत -
प्रतिपदा तिथि – ॐ विष्णवे नमः , ॐ सूर्याय नमः |
नवमी – ॐ रामाय नमः |
राशी- सूर्य -ॐ घृणी अर्यमा आदित्याय नमः
|
Ø विष्णु मंत्र - ॐ विष्णवे नमः |
Ø तृतीया- ॐ रत्ये नमः |
Ø एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
Ø गंधर्व नारदाय नमः |
Ø *राक्षस प्रहेतये नमः |
Ø *यक्ष ऊर्जाये नमः |
Ø *सर्प -कच्चानिराय नमः
Ø *अप्सरा - पुंजिकस्थलाये नमः |
Ø * ऋषि - पुलह नमः|
Ø * सूर्य-
अर्यमाये नमः|
Ø
मेष
राशि –
ज्योतिर्लिंग मंत्र - ॐ रामेश्वराय
नमः
राशी मंत्र – ॐ नमः स्कन्दाय
व्रत -
प्रतिपदा
तिथि – ॐ विष्णवे नमः , ॐ सूर्याय नमः
नवमी
– ॐ रामाय नम
राशी- सूर्य एवं विष्णु मंत्र - ॐ घृणी
अर्यमा आदित्य ॐ विष्णवे नमः
तृतीया-
ॐ रत्ये नम
एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
* व्रत दान आदि हेतु
- वैदिक माह वैशाख*
प्रतिदिन मंत्र *
गंधर्व
नारदाय नमः *राक्षस प्रहेतये नमः
*यक्ष ऊर्जाये नमः
*सर्प -कच्चानिराय नमः *अप्सरा -
पुंजिकस्थलाये नमः
* ऋषि - पुलह नमः * सूर्य- अर्यमाये नमः
वृषभ
राशि – कुल मन्त्र दैनिक
ज्योतिर्लिंग मंत्र – ॐ सोम् नाथाय नमः
राशी मंत्र – ॐ गौर्ये नमः *श्रीम नमः
व्रत
प्रतिपदा
तिथि – ॐ विष्णवे नमः , ॐ सूर्याय नमः
नवमी
– ॐ रामाय नम
राशी- सूर्य एवं विष्णु मंत्र - ॐ घृणी
मित्र आदित्य ॐ वासुदेवाय नमः
तृतीया-
ॐ रत्ये नम
एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
* व्रत दान आदि हेतु - जेष्ठ महीना*
प्रतिदिन मंत्र* गंधर्व हा हा नमः
*राक्षस-
पौरुषेय नमः * यक्ष - रथस्वानाय नमः *सर्प - तक्षकाय नमः
*अप्सरा-
मेनकायै नमः * ऋषि- अत्रियै नमः *
सूर्य - मित्राय नमः
2 –उपाय
धन संपदा के लिये उपाय जब हस्त नक्षत्र हो तो
मंत्र
- सवित्रे नम वासुदेवाये नम
दाने
करें - गंध पुष्प एवं ध्वजा पताका
मिथुन
–
ज्योतिर्लिंग मंत्र – ॐ नागेश्व्रराय नमः
राशी मंत्र – ॐ विष्णवे नमः
व्रत
अष्टमी-
ॐ कृष्णाय नमः अमावस्या – महा काल्यै नमः
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र - ॐ घृणी
वरुण आदित्य ॐ केशवाय नमः
चतुर्थी –ॐ गणपतये नम
पंचमी – श्रीम ह्रीं नम
* व्रत दान आदि हेतु - वेदिक माह आशाढ* *
प्रतिदिन मंत्र*
गंधर्व -- हूहू नमः *राक्षस - शुकाय नमः *
यक्ष - चित्ररसवानाय नमः
* सर्प - सहजन्ययै नमः *अप्सरा - रंभायै
नमः
*ऋषि-
वाशिष्ठाय नमः *अरुण- सूर्याय नमः
3 मिथुन उपाय
यश वृधि शक्ति एवं क्षमता वृधि के लिये
उपाय जब स्वाति- नक्षत्र हो तो मत्र पढे –
मंत्र
- वायवे नमः
दाने
करें - प्रिय वस्तु का दान
धन एवं सुख के लिये उपाय जब विषाखा नक्षत्र
हो तो
मंत्र
- इंद्राग्न्यिै नमः
कर्क
राशि –
ज्योतिर्लिंग मंत्र – ॐ ओमकारेश्व्राय नमः
राशी मंत्र – ॐ विष्णवे नमः ॐ गौर्यै
नमः
व्रत
पंचमी
–ॐ श्रीम नमः त्रयोदशी – ॐ ब्रह्स्पतये
नमः
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी
इंद्र आदित्य ॐ राधा कृष्णाय नमः|
द्वितीया- ॐभुवनेश्वर्य्रै नम
दशमी – ॐ चामुंडाये नम
** व्रत दान आदि हेतु - वैदिक माह श्रवण नमः
* प्रतिदिन मंत्र*
*गंधर्व
विश्वावसवे नमः * राक्षस सर्यायै
नमः *
यक्ष
श्रोताय नमः *सर्प इला पुत्रय नमः * अप्सरा परमिओचायै नमः *
ऋषि
अंगिरसाय नमः *सूर्य इन्द्राय नमः
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पूर्ण सुख
लक्ष्मी एवं आयु वृधि लिये उपाय जब अनुराधा नक्षत्र हो तो मंत्र पढे
मंत्र
- मित्रदेवाय नमः
दाने
करें - लाल पुष्प ओढ़ने का वस्त्र और अन्न्।
ज्येष्ठा नक्षत्र हो तो मंत्र पढ़े
मंत्र
- इंद्राय नमः
दान करें-
शाक और मूली
सिंह
राशि-
ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ धुश्नेश्व्राराय नमः
राशी मंत्र – ॐ नमः शिवाय ॐ ब्रह्माय नमः
व्रत
–
पंचमी –ॐ श्रीम नमः त्रयोदशी – ॐ
ब्रह्स्पतये नमः
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी
विश्वस्वान आदित्य ॐ हरि हराय बालमुकुंदाय
नमः
प्रतिपदा तिथि - ॐ विष्णवे नमः *सूर्याय
नमः
नवमी – ॐ रामाय नम
राशि
वेदिक माह भाद्रपद *
प्रतिदिन मंत्र*
*गंधर्व
उग्रसेनाय नमः *राक्षस व्याघ्र नमः
*यक्ष
आसारण नमः * सर्प शंखपालाय नमः
*अप्सरा अनुमलोचायै नमः * ऋषि भृगु नमः
*
सूर्य विवस्वानाय नमः
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पितरों को तृप्त एवं मनोकामना पूर्ण सर्व
सुख एवं कल्यण के लिये उपाय जब मूल नक्षत्र हो तो मंत्र पढ़े मंत्र - सर्वदेवेभ्य
नम
मंत्र
- सर्वपितृभ्ये नमः
दान
करें - मूल-फल
उच्च कुल में जन्म एवं चिंता कष्ट के
लिये उपाय जब पूषा नक्षत्र हो तो मंत्र
मंत्र
- अपदेवाय नमः और मंत्र से 11 आहूति दे
दान
करें - दही भरा पात्र
कन्या
-
ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ मल्लिकार्जुनाय नमः
राशी मंत्र – ॐ विष्णवे नमः
व्रत
तृतीया- ॐ रत्ये नम
एकादशी - ॐ कामदेवाय नमः
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र –ॐ घृणी
पूषा आदित्य ॐ ह्रीम पीताम्बराय परमात्मने नमः
चतुर्थी –ॐ गणपतये नम
पंचमी – श्रीम ह्रीं नम
* व्रत दान आदि हेतु - अश्वनी माह*
* प्रतिदिन मंत्र* गंधर्व
सुरुचियै नमः * राक्षस धातायै नमः
* यक्ष सुषे नमः *धनंजयाय स्वरप नमः * अप्सरा घृताच्यै
* ऋषि गौमाय नमः * आदित्य पूषायै नमः
उपलब्धि
प्राप्ति के लिये उपाय जब उषा नक्षत्र हो तो
मंत्र पढ़े
मंत्र
- नमः अद्भ्यो नम
अर्पण करें पुष्प श्वेत नीले पीले वस्तु घी और मक्खन
दान करें
- मानोवांछित भोग
धन के लिये उपाय
जब श्रवण नक्षत्र हो तो मंत्र पढ़े –
मंत्र
- विष्णवे नमः और पुष्प अर्पण करें
दान करें
- मधु घी युक्त दूध ।
यश/कीर्ति/ भय चिंता एवं मुक्त के लिए उपाय जब घनिष्ठा नक्षत्र हो तो मंत्र पढ़े
मंत्र
- वसुकये नमः गंध पुष्प अर्पण
दान करें
- वस्त्र कंबल
तुला
ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ महाकालाय नमः
राशी मंत्र – * ॐ गौर्ये नम * ॐ लक्ष्म्ये
नमः
व्रत
षष्ठी
–ॐ नागा राजाय नमः चतुर्दशी – ॐ
हिरणगर्भाय नम
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी
पर्जन्य आदित्य ओम श्री राम दशरथए नमः
तृतीया-
ॐ रत्ये नम
एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
* व्रत दान आदि हेतु - कार्तिक माह
* प्रतिदिन मंत्र*
*वर्चायै गंधर्व *सर्प विश्वा राक्षस
*सत्यजित्यै यक्ष
*एरावताय सर्प * क्रतुर्वर्चायै अप्सरा
*भारद्वाजाय ऋषि *पर्जजन्याय सूर्य
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दीर्घायु
के लिए उपाय अनुराधा नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ मित्राय नमः
दान करें
- इष्ट देवी -देव को अर्पित करे- हवन- हवन-घी/
तिल/जो/चावल
दान करे
&घी
खाए- फल
नाश्ते में या घर से निकलते समय खाएं
परिवार सुख के लिए उपाय उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के दिन या समय -
मंत्र पढ़े -ॐ अर्यमने नमः
इष्ट देवी -देव
को अर्पित करे- सूर्य को जल अर्पण करे
दान करे
&अन्न / भोजन
*नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं दही खिचड़ी
सर्व इच्छा पूर्ति: के लिए उपाय उत्तराषाढ़ नक्षत्र
के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ अद्भ्यो नमः इष्ट देवी -देव को अर्पित
करे- पुष्प
दान करे
& भोजन सामग्री
खाए- नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं & मूंग /खीर
स्वास्थ्य:
के लिए उपाय शतभिषा नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र पढ़े &ॐ वरुणाय नमः
इष्ट देवी
-देव को अर्पित करे- भोजन पात्र
दान करे
&बर्तन
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं & जो
वृश्चिक
-
ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ वैद्यनाथाय नमः
राशी मंत्र – ॐ नमः स्कन्दाय
व्रत
षष्ठी
–ॐ नागा राजाय नमः चतुर्दशी – ॐ
हिरणगर्भाय नम
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी
अंशुमान आदित्य ॐ नारायणाय नमः ॐ नराय नमः
तृतीया-
ॐ रत्ये नम
एकादशी - ॐ अनगाय /कामदेवाय नमः
* व्रत दान आदि हेतु – ज्येष्ठ माह
* प्रतिदिन मंत्र*
चित्रसेनाय गंधर्व *विद्युतचतुर्वे राक्षस
*तार्क्ष्य यक्ष* महाशंखाय सर्प*
उर्वशयै अप्सरा *कश्यपाय ऋषि
*अंशुमानाय सूर्य
भोग विलास समृद्धि
रोग नाष एवं कष्ट नाष के लिये उपाय
जब अश्वनि
नक्षत्र हो तो
मंत्र
पढ़े - अश्वन्यै नमः और लाल पुष्प अर्पण
धनु -
ज्योतिर्लिंग मंत्र ॐ विश्वनाथाय नमः
राशी मंत्र – ॐ साम्बशिवाय नमः
व्रत
चतुर्थी
–ॐ गं गणपतये नमः द्वादशी- ॐ विष्णवे
नमः
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणी भग
आदित्य ॐ ह्रीं श्रीम क्रीम धरण धराय नमः
त्रयोदशी – ब्रह्स्पत्ये नम
* व्रत दान आदि हेतु - मृगशिरा माह *
* प्रतिदिन मंत्र*
उरनाय गंधर्व *स्फूर्जायै राक्षस *आयु यक्ष
*कर्कोटकाय सर्प *पूर्वा चित्त्यियै अप्सरा
*अरिष्टनेमयै ऋषि * भगाय सूर्य
9
दुर्घटनासे सुरक्षा के लिए उपाय भरणी नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ यमाय नमः
इष्ट देवी
-देव को अर्पित करे -कपूर -दूध
दान करे
- दूध
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं -तिल
विष या फ़ूड पायजन रक्षा के लिएश्लेषा नक्षत्र
के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ सर्पेभ्यो नमः
इष्ट देवी -देव
को अर्पित करे- दूध
दान करे
- गाय /बकरी
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं – दही खिचड़ी
यश/सफलता: के लिए उपाय ज्येष्ठा नक्षत्र के दिन या सम
मकर -
ज्योतिर्लिंग मंत्र भीमशंकराय नमः
राशी मंत्र – ॐ नमो नारायणाय नमः
व्रत
द्वितीया-
ॐभुवनेश्वर्य्रै नम दशमी – ॐ चामुंडाये
नम
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणि
त्वष्टा आदित्य ॐ श्रीम वत्सलाय नमः
* व्रत दान आदि हेतु - माघ *
* प्रतिदिन मंत्र*
धृतराष्ट्राय गंधर्व *रूचिकयै राक्षस
*सत्यजितय यक्ष
*कंबलाय सर्प * तिलोत्तमा अप्सरा
*ब्रहमराटाय ऋषि *त्वष्टाय सूर्य
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संकट मुक्ति ज्ञान एवं आरोग्य के लिये उपाय जब रोहणी नक्षत्र
हो तो
मंत्र
-चंद्राय नमः और खीर अर्पण करें
दान करें-
फल अन्न घी तथा पीने येग्य पदार्थ
मंत्र
पढ़े -ॐ इन्द्राय नमः
इष्ट देवी
-देव को अर्पित करे- तिल
दान करे
-तिल
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं उरद / मांस
प्रभाव सफलता विजय: के लिए उपाय रेवती नक्षत्र
के दिन या समय
मंत्र
पढ़े ॐ पूष्णे नमः
इष्ट देवी
-देव को अर्पित करे- श्वेत पुष्प
दान करे
- बैल
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं खिचड़ी
कुम्भ –
ज्योतिर्लिंग मंत्र भीमशंकराय नमः
राशी मंत्र – ॐ नमो नारायणाय नमः
व्रत
द्वितीया-
ॐभुवनेश्वर्य्रै नम दशमी – ॐ चामुंडाये
नम
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ॐ घृणि
त्वष्टा आदित्य ॐ श्रीम वत्सलाय नमः
* व्रत दान आदि हेतु - फागुन *
* प्रतिदिन मंत्र*
सूर्यवर्चायै -गंधर्व *महाप्रेत नमः
- राक्षस *सत्यजित्ये -यक्ष
* अश्वतराय नमः
--सर्प *रंभा नमः
-अप्सरा
* विश्वामि नमः
-ऋषि
*विष्णवे नमः -सूर्य
11
रोग नाश के लिए उपाय अश्वनी नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ अश्वनी कुमारभ्यो नमः
इष्ट देवी
-देव को अर्पित करे -दीपक
दान करे
-भोजन
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं -उड़द
सुरक्षा के लिए उपाय पुनर्वसु नक्षत्र के दिन
या समय
मंत्र
पढ़े -ॐ आदित्याय नमः
-इष्ट देवी -देव को अर्पित करे- दीपक प्रज्वलित करे
दान'करे –पीतल .पीले
पुष्प
नाश्ते
में या घर से निकलते समय -दूध
विजय:
के लिए उपाय पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के दिन या समय
मंत्र पढ़े- ॐ अजैकपदे नमः
इष्ट देवी
-देव को अर्पित करे- प्रकाश
दान करे-
भोजन
नाश्ते
में या घर से निकलते समय खाएं मछली चावल
मीन
ज्योतिर्लिंग ॐ त्रयम्बेकेश्वराय नमः
राशी मंत्र – ॐ साम्ब शिवाय
व्रत
व्रत-सप्तमी- ॐ सूर्याय नमः पूर्णिमा- हरी ॐ तत्सत / ॐ जगन्नाथाय नमः
राशी - सूर्य एवं विष्णु मंत्र – ओम घृणि
धाता आदित्य ॐ क्रीम रथांग चक्राय
नमः
**
व्रत दान आदि हेतु - चैत्र माह *
प्रतिदिन
मंत्र*
तुम्बुर्वे
- गंधर्व *हेती - राक्षस *रथ कृति - यक्ष
*वासुकयै -सर्प क्रितास्टालि -अप्सरा
*पुलस्त्य -ऋषि *धातायै -सूर्य
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उत्तम कुल भय से मुक्ति विष एवं सर्प से सुरक्षा के
लिये उपाय जब अशलेषा नक्षत्र हो तो सर्पाय
नमः मंत्र पढ़े - सर्प और शिव जी पर दूध अर्पण
करें
दान करें
- चांदी अथवा बैल का
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