🌞 बुधवार (Budhwar)-
"बुधे सौम्यः सदा कार्यो विद्या-वस्त्र-धनादिषु।"
अर्थ: बुधवार को शिक्षा, वस्त्र,
धन एवं शुभ वस्तुओं का प्रयोग करना सौम्य और ब्यूटी प्रोडक्ट्स / श्रृंगार -अत्यंत शुभ है।
कृष्ण पक्ष, द्वितीया तिथि-
"द्वितीयायां
शुभं प्रोक्तं वस्त्र-रत्नादिकं ग्रहणम्।" नारद
पुराण:
अर्थ: द्वितीया
तिथि में वस्त्र, रत्न, आदि का
प्रयोग एवं धारण शुभ है।
ज्येष्ठाnakshtr- नए वस्त्र, आभूषण, और वस्तुओं के प्रयोग/खरीदारी ashubh;
"ज्येष्ठा तु
क्रूरा रात्रौ तामसी चापकर्षिणी।
स्वकीय शक्तियुक्ता
या सुरेन्द्रस्य प्रतिष्ठिता॥"
✅ श्रेष्ठ कार्य -गुप्त कार्य/रहस्य नीति, 🤐 गुप्त कार्य/रहस्य नीति, 🔧 मरम्मत, सुरक्षा-प्रबंधन 🔧 मरम्मत, सुरक्षा-प्रबंधन 🔧
"ज्येष्ठायां
न शुभं कार्यं विवाहे वस्त्रधारणे।
तीक्ष्णकाले प्रवृत्तं तु रोगशोकप्रदं स्मृतम्॥"
- विवाह, वस्त्रधारण, शुभ कार्य
आदि वर्जित हैं। - आरंभ किए गए कार्य रोग ,शोक कारक हो हैं। नया
वस्त्र या रत्न नहीं धारण करना चाहिए। ----------------
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