"मंगलवार, अनुराधा नक्षत्र, कृष्ण प्रतिपदा तिथि – नये वस्त्र, प्रयोग (चार प्रयोग) के प्रभाव, ग्रंथों से श्लोक, अर्थ व प्रमाण दें।"
— शास्त्रसम्मत रूप में: 🔚 संक्षिप्त निष्कर्ष:
तत्व मूल्यांकन
तिथि (कृष्ण प्रतिपदा) शुभ – प्रारंभ योग्य
वार (मंगलवार)- उग्र, पर मृदु नक्षत्र के साथ संतुलन
नक्षत्र (अनुराधा)- ✅ मृदु, शुभ – वस्त्र प्रयोग हेतु उत्तम
नव वस्त्र प्रयोग- ✔️ शुभ
ग्रंथ प्रमाण- मुहूर्त चिंतामणि, नक्षत्राध्याय
🔴 तिथि, वार, नक्षत्र संयोग:
📅 मंगलवार + अनुराधा नक्षत्र + कृष्ण पक्ष प्रतिपदा
🔹 अनुराधा नक्षत्र का स्वभाव (मुहूर्त चिंतामणि):
"मृदु नक्षत्रेषु अनुराधा..."
मृदु नक्षत्रों में शुभ कार्य — जैसे वस्त्र धारण, सज्जा, श्रृंगार, मित्रता, संगीत, पूजा — अनुकूल माने गए हैं।
👘 नव वस्त्र प्रयोग – क्या यह दिन शुभ है?
📖 मुहूर्त चिंतामणि, अध्याय: वस्त्रधारण मुहूर्त:
"मृदु नक्षत्रे शुभे वार योगे च प्रतिपदायां शुभदिने च नूतनवस्त्रधारणं शुभम्।"
📌 अर्थ:
मृदु
नक्षत्र, शुभ वार और
प्रतिपदा तिथि पर नवीन वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ होता है।
👉 अनुराधा मृदु है, प्रतिपदा शुभ मानी गई है, केवल मंगलवार उग्र होने से कुछ कार्यों के लिए संयम की सलाह होती है, पर वस्त्र-धारण जैसे मृदु कार्य में बाधा नहीं।
✅ निष्कर्ष: आज नव वस्त्र धारण करना शुभ है।
🔁 चतुः प्रयोग (चार प्रकार के प्रयोग) – इनका शास्त्रार्थ:
यहाँ "चतु: प्रयोग" से आशय चार प्रकार के प्रमुख आरंभिक कार्यों से है, जैसे:
- नूतन वस्त्र या अलंकार धारण
- नई वस्तु या व्यापार प्रारंभ
- यात्रा आरंभ
- मंत्र दीक्षा/आराधना
अब शास्त्रीय संदर्भ दें:
🕉️ श्लोक प्रमाण (मुहूर्त चिंतामणि):
"मृदु नक्षत्रे विवाहं दीक्षां वस्त्रधारणं च
कुर्यात्।"
(मु.चिं., नक्षत्राध्याय)
📌 अर्थ: मृदु नक्षत्र (जैसे अनुराधा) में विवाह, दीक्षा, वस्त्रधारण आदि कार्य श्रेष्ठ होते हैं।
🔥 मंगलवार का प्रभाव:
मंगलवार उग्र स्वभाव का है, इसलिए:
- यज्ञ, युद्ध, अग्नि कार्य, जमीन-केंद्रित कार्य शुभ हैं
- परंतु मृदु कार्य जैसे शांति, सज्जा, वस्त्र प्रयोग मंगल के दिन में अनुशासनपूर्वक करें — कोई दोष नहीं, विशेष रूप से यदि नक्षत्र मृदु हो।
🔚 संक्षिप्त निष्कर्ष:
तत्व |
मूल्यांकन |
तिथि (कृष्ण प्रतिपदा) |
शुभ – प्रारंभ योग्य |
वार (मंगलवार) |
उग्र, पर मृदु नक्षत्र के साथ संतुलन |
नक्षत्र (अनुराधा) |
✅ मृदु, शुभ – वस्त्र प्रयोग हेतु उत्तम |
नव वस्त्र प्रयोग |
✔️ शुभ |
ग्रंथ प्रमाण |
मुहूर्त चिंतामणि, नक्षत्राध्याय |
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