नए वस्त्र, आभूषण एवं घरेलू वस्तुओं की खरीद 30.5.2025विशिष्ट प्रभाव (Bilingual Granth) दान /Donations दिशा, रंग, देवता Direction, Color, Deity मंत्र Mantra आहार Food
नए वस्त्र, आभूषण एवं घरेलू वस्तुओं की खरीद 30.5.2025विशिष्ट प्रभाव (Bilingual Granth)
शुक्रवार + चतुर्थी + पुनर्वसु नक्षत्र का
तिथि, वार, नक्षत्र परिचय / Date, Day and Nakshatra Overview
शुक्रवार को चतुर्थी तिथि एवं पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग विशेष रूप से शुभ माना गया है।
यह संयोजन नए वस्त्र, आभूषण एवं घरेलू वस्तुओं की खरीद के लिए शुभ है।
The combination of Friday with Chaturthi Tithi and Punarvasu Nakshatra is considered especially auspicious. It is favorable for purchasing new clothes, ornaments, and household items.
रंग व दिशा / Color and Direction
इस योग में सफेद, हल्का नीला, व पीला रंग शुभ होते हैं।
पूरब दिशा की ओर क्रय या यात्रा लाभकारी रहती है।
White, light blue, and yellow colors are auspicious during this combination. Facing or traveling towards the East brings prosperity.
देवता व पूजन / Deity and Worship
पुनर्वसु नक्षत्र के अधिष्ठाता देवता अदिति हैं, जबकि शुक्रवार की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। चतुर्थी तिथि गणेश पूजन हेतु उत्तम मानी जाती है।
The presiding deity of Punarvasu Nakshatra is Aditi, Friday is ruled by Goddess Lakshmi, and Chaturthi Tithi is ideal for worshiping Lord Ganesha.
मंत्र (शाबर, तांत्रिक, वैदिक, जैन, पुराण) / Mantras (Shabar, Tantric, Vedic, Jain, Puranic)
🔹 वैदिक मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
🔹 शाबर मंत्र: ॐ नमो गणपतये सर्वकार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा।
🔹 तांत्रिक मंत्र: ॐ ह्रीं ग्रीं क्लीं नमः भगवती लक्ष्म्यै।
🔹 जैन मंत्र: णमो अरिहंताणं, गणेश वंदना सहित।
🔹 पुराण मंत्र: ॐ वसुधायै नमः।
🔹
Vedic Mantra: Om Shreem Hreem Kleem Mahalakshmyai Namah.
🔹 Shabar Mantra: Om Namo Ganapataye Sarva Karya Siddhi Kuru Kuru Swaha.
🔹 Tantric Mantra: Om Hreem Greem Kleem Namah Bhagavati Lakshmyai.
🔹 Jain Mantra: Namo Arihantanam (along with Ganesh invocation).
🔹 Puranic Mantra: Om Vasudhayai Namah.
भोजन व दान / Food and Donations
इस दिन चने की दाल, दूध से बने पकवान, सफेद मिठाई, नारियल व मिश्री का दान विशेष फलदायक है।
On this day, donating Bengal gram (chana dal), milk-based sweets, coconut, and rock sugar (mishri) yields special merit.
प्रमुख शास्त्र प्रमाण / Scriptural References
📖
निर्णयसिन्धु में शुक्रवार को लक्ष्मी पूजन एवं व्रत विशेष फलदायी बताए गए हैं।
📖 भद्रबाहु संहिता अनुसार पुनर्वसु नक्षत्र में नए वस्त्र शुभ माने जाते हैं।
📖 महाभारत के अनुशासन पर्व में चतुर्थी तिथि को गणेश पूजन का उल्लेख है।
📖 मुहूर्त चिंतामणि में चतुर्थी और पुनर्वसु में यात्रा व नूतन कार्य हेतु निषेध है परन्तु शुक्रवार यह दोष शमन करता है।
📖
In 'Nirnaya Sindhu', worshipping Goddess Lakshmi and fasting on Friday is
highly praised.
📖 According to Bhadra Bahu Samhita, purchasing new clothes under
Punarvasu Nakshatra is auspicious.
📖 In the Anushasana Parva of Mahabharata, Chaturthi is mentioned for
Ganesh worship.
📖 Muhurta Chintamani warns against starting new works on Chaturthi and
Punarvasu, but Friday nullifies this dosha.
निष्कर्ष / Conclusion
यह संयोग (शुक्रवार+चतुर्थी+पुनर्वसु) नए वस्त्र, वाहन, गहनों की खरीद एवं आर्थिक आरंभ हेतु अत्युत्तम माना गया है
। परंतु चतुर्थी का दोष शिव पूजा में बाधक हो सकता है।
अतः कार्य आरंभ से पूर्व मुहूर्त का चयन आवश्यक है।
This combination (Friday + Chaturthi + Punarvasu) is highly auspicious for purchasing clothes, vehicles, ornaments, and initiating financial ventures. However, Chaturthi may restrict Shiva worship; thus, selecting a proper muhurta is essential before commencing any activity.
नए वस्त्र, आभूषण एवं घरेलू वस्तुओं
की खरीद
30.5.2025विशिष्ट प्रभाव
(Bilingual Granth) दान /Donations दिशा, रंग,
देवता Direction, Color, Deity मंत्र Mantra आहार निर्देश
(Food
शुक्रवार + चतुर्थी + पुनर्वसु नक्षत्र का शुक्रवार + चतुर्थी + पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग:
- ✅ देवी पूजन, वस्त्रधारण, स्त्री संबंधी कार्यों हेतु शुभ।
- ❌ नवीन व्यापार, वास्तु, शिव पूजन या यात्रा हेतु अशुभ।
- 📿 अदिति व लक्ष्मी पूजन हेतु विशेष योग।
- 🧘 मानसिक शांति, संयम, दान और सात्त्विक आहार से लाभ।
तिथि, वार, नक्षत्र /
Date, Day and Nakshatra Overview
शुक्रवार को चतुर्थी तिथि एवं पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग विशेष रूप से शुभ माना गया है।
यह संयोजन नए वस्त्र, आभूषण एवं घरेलू वस्तुओं की खरीद के लिए शुभ है।
The combination of Friday with Chaturthi Tithi and Punarvasu Nakshatra is considered especially auspicious. It is favorable for purchasing new clothes, ornaments, and household items.
रंग व दिशा / Color and Direction
इस योग में सफेद, हल्का नीला, व पीला रंग शुभ होते हैं।
पूरब दिशा की ओर क्रय या यात्रा लाभकारी रहती है।
White, light blue, and yellow colors are auspicious during this combination. Facing or traveling towards the East brings prosperity.
देवता व पूजन / Deity and Worship
पुनर्वसु नक्षत्र के अधिष्ठाता देवता अदिति हैं, जबकि शुक्रवार की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। चतुर्थी तिथि गणेश पूजन हेतु उत्तम मानी जाती है।
The presiding deity of Punarvasu Nakshatra is Aditi, Friday is ruled by Goddess Lakshmi, and Chaturthi Tithi is ideal for worshiping Lord Ganesha.
मंत्र (शाबर, तांत्रिक, वैदिक, जैन, पुराण) / Mantras (Shabar, Tantric, Vedic, Jain, Puranic)
🔹 वैदिक मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
🔹 शाबर मंत्र: ॐ नमो गणपतये सर्वकार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा।
🔹 तांत्रिक मंत्र: ॐ ह्रीं ग्रीं क्लीं नमः भगवती लक्ष्म्यै।
🔹 जैन मंत्र: णमो अरिहंताणं, गणेश वंदना सहित।
🔹 पुराण मंत्र: ॐ वसुधायै नमः।
🔹 Vedic Mantra: Om
Shreem Hreem Kleem Mahalakshmyai Namah.
🔹 Shabar Mantra: Om Namo Ganapataye Sarva Karya Siddhi Kuru Kuru Swaha.
🔹 Tantric Mantra: Om Hreem Greem Kleem Namah Bhagavati Lakshmyai.
🔹 Jain Mantra: Namo Arihantanam (along with Ganesh invocation).
🔹 Puranic Mantra: Om Vasudhayai Namah.
भोजन व दान / Food and Donations
इस दिन चने की दाल, दूध से बने पकवान, सफेद मिठाई, नारियल व मिश्री का दान विशेष फलदायक है।
On this day, donating Bengal gram (chana dal), milk-based sweets, coconut, and rock sugar (mishri) yields special merit.
प्रमुख शास्त्र प्रमाण / Scriptural References
📖 निर्णयसिन्धु में शुक्रवार को लक्ष्मी पूजन एवं व्रत विशेष फलदायी बताए गए हैं।
📖 भद्रबाहु संहिता अनुसार पुनर्वसु नक्षत्र में नए वस्त्र शुभ माने जाते हैं।
📖 महाभारत के अनुशासन पर्व में चतुर्थी तिथि को गणेश पूजन का उल्लेख है।
📖 मुहूर्त चिंतामणि में चतुर्थी और पुनर्वसु में यात्रा व नूतन कार्य हेतु निषेध है परन्तु शुक्रवार यह दोष शमन करता है।
📖 In 'Nirnaya
Sindhu', worshipping Goddess Lakshmi and fasting on Friday is highly praised.
📖 According to Bhadra Bahu Samhita, purchasing new clothes under
Punarvasu Nakshatra is auspicious.
📖 In the Anushasana Parva of Mahabharata, Chaturthi is mentioned for
Ganesh worship.
📖 Muhurta Chintamani warns against starting new works on Chaturthi and
Punarvasu, but Friday nullifies this dosha.
निष्कर्ष / Conclusion
यह संयोग (शुक्रवार+चतुर्थी+पुनर्वसु) नए वस्त्र, वाहन, गहनों की खरीद एवं आर्थिक आरंभ हेतु अत्युत्तम माना गया है
चतुर्थी का दोष शिव पूजा में बाधक हो सकता है।
अतः कार्य आरंभ से पूर्व मुहूर्त का चयन आवश्यक है।
This combination (Friday + Chaturthi + Punarvasu) is highly auspicious for purchasing clothes, vehicles, ornaments, and initiating financial ventures. However, Chaturthi may restrict Shiva worship; thus, selecting a proper muhurta is essential before commencing any activity.
🔷 शुभ-अशुभ विश्लेषण (Auspiciousness Analysis)
तत्व |
निर्णय |
प्रमाण/कारण |
नये वस्त्र/वस्तु की खरीद |
❌ अशुभ |
निर्णयसिन्धु: "चतुर्थ्यां नवकर्म न कर्तव्यं विशेषतः रात्रौ" |
वस्त्र धारण करना |
✅ शुभ |
व्रतराज: "पुनर्वसु सदा सौम्या, वस्त्राभूषण हेतु शुभा" |
लक्ष्मी पूजन |
✅ शुभ |
शुक्रवार विशेष लक्ष्मी कृपा दिन |
शिव पूजन |
❌ वर्जित |
धर्मसिन्धु: चतुर्थी को शिव पूजन निषेध |
🧭 दिशा, रंग, देवता (Direction, Color, Deity)
विषय |
विवरण |
शुभ दिशा |
पूर्व, उत्तर |
निषिद्ध दिशा |
दक्षिण-पश्चिम |
शुभ रंग |
सफेद, चांदी, हल्का नीला |
नक्षत्र देवता |
अदिति (Aditi – Universal Mother) |
वार देवता |
शुक्र (Venus) |
🔔 मंत्र चयन (Mantra Selection)
1. वैदिक मंत्र (Vedic Mantra)
मंत्र: ॐ अदित्यै च विद्महे, विश्वजनन्यै धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
Meaning: We meditate on Aditi, the Universal Mother. May She enlighten
us.
📚 ऋग्वेद
1.89.10
2. पुराणिक मंत्र (Puranic Mantra)
मंत्र: नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते। शंखचक्रगदाहस्ते
महालक्ष्मि नमोऽस्तुते॥
Meaning: Salutations to Goddess Mahalakshmi, worshipped by all gods,
holding Shankha, Chakra and Gada.
📚 लक्ष्मी
तंत्र / विष्णु पुराण
3. शाबर मंत्र (Shabar Mantra)
मंत्र: ॐ लक्ष्मी ऐं स्वाहा।
Meaning: A beej mantra invoking wealth and prosperity through Lakshmi.
4. जैन दृष्टिकोण (Jain Perspective)
🔹 "अप्रमत्तो
भव" – Be ever alert.
शुक्रवार + पुनर्वसु संयोजन को अहिंसक विचार, वस्त्रदान
व संयम प्रेरक माना गया है।
5. तांत्रिक दृष्टिकोण (Tantric View)
मंत्र: ॐ क्लीं श्रीं सौम्याय नमः।
उपयोग: शुक्र एवं चंद्र संयोजन हेतु; स्त्री
आकर्षण व दाम्पत्य संतुलन में सहायक। 📚 तंत्रसार
/ सौन्दर्यलहरी भाष्य
🍲 आहार निर्देश (Food Guidelines)
भोजन |
कारण |
खीर, दूध-चावल, घी |
शुक्र व अदिति सौम्य ग्रह– मीठा अनुकूल |
पूआ, हलवा, दूध से बनी चीजें |
मानसिक शांति व चंद्र संतुलन हेतु |
वर्जित: तले-भुने, तीखे पदार्थ |
चतुर्थी में पाचन मंद रहता है |
📚 भावप्रकाश निघण्टु – चंद्र/शुक्र संबन्धित आहार निर्देश
📖 शास्त्र प्रमाण (Scriptural References)
1.
निर्णयसिन्धु: "चतुर्थ्यां
नवकर्म न कर्तव्यं विशेषतः रात्रौ।"
➡️ चतुर्थी
पर नए वस्त्र या व्यापार प्रारंभ अशुभ माना गया है।
2.
व्रतराज
(गीताप्रेस): "पुनर्वसु
सदा सौम्या, वस्त्राभूषण
हेतु शुभा।"
➡️ पुनर्वसु
नक्षत्र में वस्त्र धारण व खरीदारी उत्तम मानी गई है।
3.
बृहज्जातक
– वराहमिहिर: "शुक्रवासरे
अदितेः क्षणे, द्रव्यलाभो
निःसंशयम्।"
➡️ अदिति
व शुक्र के योग में लक्ष्मी का योग है।
4.
भावप्रकाश
निघण्टु (आयुर्वेद): "पुनर्वसु
योगे क्षीरेण व्रणसंधानं, सुखनिद्राय
च।"
➡️ चंद्रयुक्त
सौम्य नक्षत्र में दुग्ध व्रण व चित्त शांति में सहायक।
5. मुहूर्त चिंतामणि: "चतुर्थी विषम कार्येषु निषेधा इति निश्चितम्।" ➡️ निर्माण, यात्रा, वास्तु प्रवेश जैसे कार्य वर्ज्य।
6. भद्रबाहु संहिता: "पुनर्वसु प्रिये देवी, सर्वद्रव्यफलप्रदा। शुक्रे यदि युता देवी, न भूतो न भविष्यति।" ➡️ शुक्र + पुनर्वसु का संयोग अतिश्रेष्ठ, विशेषतः दान, पूजा, वस्त्र क्रय हेतु।
7. महाभारत – अनुशासन पर्व: "शुक्रवासरे पूज्यन्ते स्त्रियो लक्ष्मीसमागता:।" ➡️ शुक्रवार को स्त्रियों द्वारा पूजन विशेष फलदायक।
8. रामायण – बालकाण्ड: "माता अदितिर्दिव्यरूपा, पुण्यश्लोका सनातनी।" ➡️ अदिति – पुनर्वसु की देवी – शुभता, मातृत्व की प्रतीक।
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