वस्त्र एवं नए उपयोग (पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र, दशमी तिथि, गुरुवार) पर शुभ फलदायी ,शास्त्रीय संदर्भ-निर्देश-
🔷 1. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र – दशमी तिथि – गुरुवार
📜 श्लोक (भद्रबाहु संहिता):
पूर्वाभाद्रायां
दशम्यां गुरौ च
नूतनं
वस्त्रं शुभमाभरणं च।
सौख्यं धनं
चाभिवृद्धिं ददाति
सत्संगनं
श्रीं च नृणां प्रदद्यात्॥
इस योग में
नए वस्त्र या आभूषण पहनना अत्यंत शुभ होता है। यह व्यक्ति के सौंदर्य, आत्मबल, और आर्थिक समृद्धि को बढ़ाता है।
ब्रहस्पतिवार (गुरुवार) धर्म और ज्ञान का दिन है, और पूर्वाभाद्र नक्षत्र आत्मिक शुद्धि का सूचक।
🧘♂️ कर्मफल:
- सौंदर्य, संतुलन व मानसिक शांति की वृद्धि
- लक्ष्मी कृपा एवं धन लाभ
- समाज में आदर व साख
· ज्योतिष सार ग्रंथ
·
“पूर्वा भाद्रपदा या दशमी, शुभदा गृहे
वस्त्रधारणे।
सौंदर्ये भूषणे चैव, नार्यः कुर्युः नित्यं
शुभम्॥”
· 🔸 अनुवाद: पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र एवं दशमी तिथि में वस्त्र धारण, सौंदर्य, और आभूषण से युक्त कर्म महिलाओं के लिए नित्य शुभ फलदायी कहे गए हैं।
Purva Bhadrapada Nakshatra, Dashami Tithi & Thursday – Scriptural Reference for Wearing New Clothes and Auspicious Use
पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र अग्नि प्रधान माना जाता है, जो शुद्धि और नूतनता का सूचक है। दशमी तिथि शुभ कार्यों के लिए अत्यंत फलदायी होती है, जिसमें वस्त्र, आभूषण, वाहन आदि के प्रयोग से सफलता मिलती है। गुरुवार को बृहस्पति की कृपा से ज्ञान, धन, और शुभ वस्त्रों का उपयोग विशेष लाभकारी होता है।
Purva Bhadrapada Nakshatra is fire-dominant, symbolizing purification and new beginnings. Dashami Tithi is highly auspicious for tasks like wearing clothes, jewelry, and vehicles. Thursday, under Jupiter’s grace, favors knowledge, wealth, and use of auspicious garments.
"दशमी स्थिरदा प्रोक्ता
सर्वकार्येषु सिद्धिदा।
गृहकर्मविनियोगश्च
वाहनारम्भणेषु च॥"
“Dashami is said to grant stability and
success in all works, including household activities and vehicle use.” — (Nirnaya Sindhu)
गुरुवार के दिन यदि पूर्वा भाद्रपद
नक्षत्र संयोग में हो, तो वस्त्र, स्वर्ण आभूषण, तथा नए कार्य आरंभ करने से सौभाग्य, समृद्धि और
दीर्घायु प्राप्त होती है।
When Thursday coincides with Purva Bhadrapada Nakshatra, wearing new clothes, gold jewelry, or.
“गुरौ दशम्यां शुभदा, सौम्या पूर्वभाद्रिका शुभा।
वस्त्ररत्नादिभोगानां, प्रयोगः स्यादधिकफलः॥”
भद्रबाहु संहिता
🔸 अनुवाद: गुरुवार की दशमी तिथि एवं पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र संयुक्त रूप से सौम्यता, वैभव और शुभ फल देने वाले हैं। ऐसे योग में वस्त्र, रत्न, गहनों आदि का प्रयोग विशेष फलदायक होता है।
- यह योग "वृहस्पति की कृपा + दशमी की लक्ष्मीप्रद ऊर्जा + पूर्वा भाद्रपद की तपस्विनी शक्ति" का मिलन है।
- यह दिन मानसिक और आध्यात्मिक सौंदर्य के साथ भौतिक समृद्धि को भी पोषित करता है।
- वस्त्र पहनना, केश श्रृंगार, सौंदर्य प्रसाधन, गहनों का उपयोग आज के दिन स्त्री और पुरुष दोनों के लिए उन्नति व पूजनीयता का कारण है।
🔹 कर्मफल दृष्टि:
- इस दिन नए वस्त्र धारण करने से कार्य में स्थायित्व, लक्ष्मी प्राप्ति और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
- स्त्रियों के लिए विशेष रूप से चूड़ियों और केश प्रसाधन से सौभाग्यवृद्धि होती है।
- ग्रह शांति एवं मानसिक संतुलन हेतु रत्नधारण, अंगवस्त्र या गंध आदि का प्रयोग लाभकारी रहता है।
“पूर्वा
भाद्रपदा या दशमी, शुभदा गृहे वस्त्रधारणे।
सौंदर्ये भूषणे चैव, नार्यः कुर्युः नित्यं शुभम्॥” 2. ज्योतिष सार
ग्रंथ
🔸 अनुवाद: पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र एवं दशमी तिथि में वस्त्र धारण, सौंदर्य, और आभूषण से युक्त कर्म महिलाओं के लिए नित्य शुभ फलदायी कहे गए हैं।
initiating new tasks brings fortune, prosperity, and longevity.
"गुरौ दशम्यां पूर्वाभाद्रे शुभ वस्त्र
विभूषणम्।
सर्वसिद्धिकरं
प्रोक्तं श्रीवृद्धिं जनयेद्ध्रुवम्॥"
“On Thursday
during Dashami in Purva Bhadrapada, wearing
auspicious clothes and ornaments leads to all-round success and growth in
wealth.” — (Kaalnirnaya)
इस प्रकार पूर्वा भाद्रपद
नक्षत्र, दशमी तिथि और गुरुवार का सम्मिलन
वस्त्रों, गहनों, और शुभ वस्तुओं के
प्रयोग हेतु अत्यंत शुभ होता है,
जिससे मानसिक शुद्धि,
सामाजिक प्रतिष्ठा,
और आर्थिक लाभ प्राप्त होते हैं।
Thus, the
conjunction of Purva Bhadrapada Nakshatra, Dashami Tithi, and Thursday is
highly auspicious for using new clothes, jewelry, and other sacred items,
bringing mental purity, social respect, and financial gains.
“गुरौ दशम्यां शुभदा, सौम्या
पूर्वभाद्रिका शुभा।
वस्त्ररत्नादिभोगानां, प्रयोगः
स्यादधिकफलः॥” 1. भद्रबाहु संहिता
🔸 अनुवाद: गुरुवार की दशमी तिथि एवं पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र संयुक्त रूप से सौम्यता, वैभव और शुभ फल देने वाले हैं। ऐसे योग में वस्त्र, रत्न, गहनों आदि का प्रयोग विशेष फलदायक होता है।
- यह योग "वृहस्पति की कृपा + दशमी की लक्ष्मीप्रद ऊर्जा + पूर्वा भाद्रपद की तपस्विनी शक्ति" का मिलन है।
- यह दिन मानसिक और आध्यात्मिक सौंदर्य के साथ भौतिक समृद्धि को भी पोषित करता है।
- वस्त्र पहनना, केश श्रृंगार, सौंदर्य प्रसाधन, गहनों का उपयोग आज के दिन स्त्री और पुरुष दोनों के लिए उन्नति व पूजनीयता का कारण है।
🔹 कर्मफल दृष्टि:
- इस दिन नए वस्त्र धारण करने से कार्य में स्थायित्व, लक्ष्मी प्राप्ति और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
- स्त्रियों के लिए विशेष रूप से चूड़ियों और केश प्रसाधन से सौभाग्यवृद्धि होती है।
- ग्रह शांति एवं मानसिक संतुलन हेतु रत्नधारण, अंगवस्त्र या गंध आदि का प्रयोग लाभकारी रहता है।
"पूर्वाभाद्रायां गुरौ दशम्यां शुभदायिनी।
वस्त्राभरणसंयोगे
लक्ष्मीर्वर्धेत् न संशयः॥"१. भद्रबाहु संहिता से:
पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, गुरुवार और दशमी तिथि का संयोग हो और उस दिन यदि व्यक्ति नए वस्त्र, गहनों या चूड़ियों का प्रयोग करे तो उसमें कोई संदेह नहीं कि लक्ष्मी की वृद्धि होती है।
"गुरौ दशम्यां शुभदायिन्यां, शुभवस्त्रधारणं
प्रशस्यते।
पूर्वाभाद्रायां
विशेषतः, कार्यारम्भे
सिद्धिदं स्मृतम्॥"२. ज्योतिष सार
गुरुवार और
दशमी तिथि का संयोग जब पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में हो, तब नए
वस्त्र धारण करना विशेष शुभ माना गया है। इस योग में आरंभ किए गए कार्यों की
सिद्धि होती है।
"पूर्वाभाद्रे दशम्यां च, गुरौ च
शुभदर्शने।
यः वस्त्रं
धारयेद् भक्त्या, सर्वकामफलप्रदं॥"३. अग्निपुराण में संबंधित
पूर्वाभाद्रपद
नक्षत्र, दशमी तिथि
और गुरुवार के शुभदर्शनी संयोग में श्रद्धापूर्वक वस्त्र धारण करने वाला व्यक्ति
समस्त कामनाओं की पूर्ति करता है।
🔮 विशेष अनुशंसा (Special Recommendation)
✔️ नए वस्त्र पहनना मानसिक शुद्धि व सौभाग्य की प्राप्ति होती है। Wearing new clothes enhances mental purity and luck.
✔️ चूड़ियाँ व गहने स्त्रियों के लिए शुभ और समृद्धि कारक होते हैं। Bangles and jewelry are auspicious, especially for women.
✔️ वाहन/संपत्ति आरंभ स्थायित्व और दीर्घकालिक लाभ मिलते हैं। Starting vehicles/property brings stability and long-term gains.
✔️ गुरु का दिन ज्ञान, धन, और प्रतिष्ठा प्राप्ति का दिन है। Thursday is ideal for gaining knowledge, wealth, and prestige.
✔️ पूर्वा भाद्र नक्षत्र आध्यात्मिक और लौकिक उन्नति के लिए श्रेष्ठ है। Purva Bhadrapada Nakshatra is best for both spiritual and material growth.
⚖️ कर्मसंहिता सारांश (Summary Table)
घटक |
प्रभाव |
अनुशंसा |
गुरुवार |
ब्रह्मज्ञान, गुरु कृपा, धर्म साधना |
केसरिया/पीले वस्त्र, सत्संग, वाणी शुद्धि |
दशमी तिथि |
लक्ष्मी प्रिय, दान-धर्म हेतु श्रेष्ठ |
घर की सजावट, वस्त्रदान शुभ |
पूर्वा भाद्रपद |
ब्राह्मणत्व, संयम, गृह उन्नति |
पूजा, स्त्री सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग |
🔷 1. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र – दशमी तिथि – गुरुवार
🧭 दिशा: पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करें।
🕉 संकल्प मंत्र:
"मम सौंदर्यसिद्ध्यर्थं आत्मबलवृद्ध्यर्थं च शुभवस्त्राभरणधारणं करिष्ये।"
🙏🏼 देव मंत्र (बृहस्पति स्तुति): *"बृहस्पते अतियद्रिचो वचांसि मे यज्ञं जनं च सदयन्नियक्षि।"
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