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नये वस्त्र / वस्तुओं का प्रयोग: ❌ 29.5.2025🌌 नक्षत्र: आर्द्रा 📅By-Renowned Astro-palmist&vastu (Pt V.K.Tiwari-9424446706)

 


नये वस्त्र / वस्तुओं का प्रयोग: 29.5.2025🌌 नक्षत्र: आर्द्रा 📅 तिथि: तृतीया 📆 गुरुवार 🌌 Ardra Nakshatra + Tritiya + Thursday वर्जित Use of New Clothes / Items: Restrictive Effects


⚠️ वर्जन & प्रभाव (Restrictions & Effects):

  • 🔴 नवीन वस्त्रों का धारण करना निषिद्ध माना गया है इस संयोग (आर्द्रा नक्षत्र + तृतीया + गुरुवार) में विशेषतः ब्रह्म बेला के पश्चात।
  • 🔴 Wearing or using new clothes and items is considered inauspicious after Brahma Muhurat in this combination (Ardra + Tritiya + Thursday).

🕯"नक्षत्रकृत दोषे नूतनवस्त्रविचारं न कुर्यात्।"धर्मसिन्धु


🎨 वर्जित रंग (Colors to Avoid):

❌ Ashubh Rang – Inauspicious Colors

रंग (Color)

प्रभाव (Effect)

Scriptures

सफेद (White)

मानसिक भ्रम, वाणी दोष

भद्रबाहु संहिता

🟡 पीला (Yellow)

गुरु अनादर, रोग वृद्धि

धर्मसिन्धु

🔴 गहरा लाल (Red)

तामसिक उग्रता, क्रोधवृद्धि

ज्योतिष सार

काला (Black)

ग्रह बाधा, नकारात्मकता

तंत्रसार

🟢 हरा (Green)

निर्णय भ्रम, मानसिक असंतुलन

तंत्र ग्रंथ

🌅 Valid Upto: Brahma Muhurat (Till 05:08 AM)
🔱 Bilingual Guide on Clothing, Jewelry & Do's-Don'ts

🕉 Use divine energy till 05:08 AM for:

  • Learning, chanting, studying
  • Wearing auspicious items
  • Starting mantras and spiritual rituals

⚠️ After 05:08 AM:

  • Control speech, avoid white/yellow colors
  • Avoid silver/diamond ornaments
  • Keep mind disciplined and humble

संयोग प्रभाव:

  • यह संयोग विद्या, लेखन, तंत्र-मंत्र, ग्रंथ अध्ययन, वाणी-संयम, जप-तप, और ज्ञान-वृद्धि के लिए श्रेष्ठ होता है।
  • परंतु आर्द्रा नक्षत्र की उग्रता + तृतीया की क्रूरता  यदि ब्रह्मवेला के बाद उपयोग में आती है, तो वाणी दोष, वाद-विवाद, ग्रंथ-विरोध तथा मानसिक भ्रम का कारण बन सकती है।

📜 भद्रबाहु संहिता उद्धरण:

"आर्द्रा यदि तृतीया युता गुरुवासरे, तदा शुक्लवस्त्रं त्याज्यं, हरिद्रया विनिवार्यते।"
अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र, गुरुवार और तृतीया का संयोग होने पर सफेद वस्त्र
 और हल्दी (पीले) रंग का उपयोग वर्जित है।


🕉निर्णयसिन्धु:

"गुरौ तृतीयायां क्रूरनक्षत्रे वा, रौद्रद्रव्यं न धारयेत्।"
अर्थ: गुरुवार की तृतीया और क्रूर नक्षत्र (जैसे आर्द्रा) में क्रोधप्रद वस्त्र-आभूषण जैसे रक्तवर्णी वस्त्र, नुकीले आभूषण नहीं पहनने चाहिए।

🎨 वस्त्र एवं रंग (Clothing & Colors):

तत्व

उपयोग योग्य

वर्जित

वस्त्र

हल्का नीला, गेरुआ, धूसर

सफेद, पीला, चटख लाल

आभूषण

कांस्य, पंचधातु, मूंगे की चूड़ियाँ

मोती, हीरा, सफेद रत्न

चूड़ियाँ

तांबे की, नारंगी धागे वाली

पीली प्लास्टिक, कांच की चूड़ियाँ

गंध

चंदन, कपूर

हल्दी, केसर

🌌 Ardra Nakshatra + Tritiya + Thursday

🌅 Valid Upto: Brahma Muhurat (Till 05:08 AM)
🔱 Bilingual Guide on Clothing, Jewelry & Do's-Don'ts


🕰🔸 ब्रह्म मुहूर्त तक क्या करें (Till 05:08 AM – Allowed):

                 शुभ वस्त्र पहनें (Light Colors like white, yellow)
               गुरु पूजन / मंत्र जप / ग्रंथ वाचन करें

             मंत्र लेखन, अध्ययन या तप प्रारंभ करें
              चंदन, कपूर, तुलसी जल का उपयोग करें

  Wear light-colored clothes (white/yellow)
   Perform Guru Puja / Chanting / Scripture reading
   Begin mantras, study, writing rituals
  Use sandalwood, camphor, tulsi water


AVOID_

❌ 05:08 AM के बाद वर्जित (Post 05:08 AM – Avoid):

🚫 सफेद/पीले वस्त्र ❌
🚫 मोती, चांदी, हीरे के आभूषण ❌
🚫 वाणी में कटुता, अपशब्द ❌
🚫 हल्दी और चटख रंग ❌

🚫 White/yellow clothes
🚫 Pearls, diamonds, silver jewelry
🚫 Harsh speech or lies
🚫 Turmeric or sharp-colored items


📜 Scriptural Backing (ग्रंथ प्रमाण):

🔹 भद्रबाहु संहिता: "शुक्लवस्त्रं त्याज्यं, हरिद्रया विनिवार्यते।"

🔹 धर्मसिन्धु: "ब्रह्मे मुहूर्ते कृतं कर्म शुभं भवति।"
(Actions in Brahma Muhurat are auspicious; afterward, results depend on nakshatra and tithi.)

📚 शास्त्रीय ग्रंथों में आर्द्रा नक्षत्र और वस्त्र चयन

1. निर्णय सिंधु (Nirnaya Sindhu)

  • संदर्भ: इस ग्रंथ में आर्द्रा नक्षत्र को क्रूर और उग्र श्रेणी में रखा गया है।
  • उद्धरण:

"आर्द्रा नक्षत्रे क्रूरकर्मणि वर्जयेत्।"
अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में क्रूर या उग्र कर्मों से बचना चाहिए।

  • वस्त्र चयन: इस नक्षत्र में नवीन वस्त्रों का धारण करना उचित नहीं है, विशेषतः ब्रह्म मुहूर्त के बाद।

2. धर्म सिंधु (Dharma Sindhu)

  • संदर्भ: इस ग्रंथ में आर्द्रा नक्षत्र में शुभ कार्यों, व्रतों, और पूजन के समय वस्त्र चयन पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।
  • उद्धरण:"नववस्त्रधारणं न क्षमं आर्द्रा नक्षत्रे।"
    अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में नए वस्त्रों का धारण करना उचित नहीं है।
  • वस्त्र चयन: हल्के रंगों के वस्त्र (जैसे सफेद, पीला) से बचना चाहिए, क्योंकि ये मानसिक भ्रम और वाणी दोष को बढ़ा सकते हैं।

3. भविष्य पुराण (Bhavishya Purana)

  • संदर्भ: इस पुराण में आर्द्रा नक्षत्र के प्रभावों का वर्णन करते हुए कहा गया है कि यह नक्षत्र मानसिक अशांति और भावनात्मक अस्थिरता ला सकता है।
  • उद्धरण:"आर्द्रा नक्षत्रे यः कर्म करोति, सः दुःखं प्राप्नोति।"
    अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में जो व्यक्ति कर्म करता है, वह दुःख प्राप्त करता है।
  • वस्त्र चयन: इस नक्षत्र में गहरे रंगों (जैसे काला, गहरा लाल) के वस्त्रों से बचना चाहिए, क्योंकि ये तामसिक उग्रता और क्रोधवृद्धि को बढ़ा सकते हैं।

4. पद्म पुराण (Padma Purana)

  • संदर्भ: इस पुराण में वस्त्र चयन के महत्व पर बल दिया गया है, विशेषतः धार्मिक अनुष्ठानों के समय।
  • उद्धरण:"शुभकर्मणि शुभवस्त्रं धारयेत्।"
    अर्थ: शुभ कर्मों के समय शुभ वस्त्र धारण करना चाहिए।
  • वस्त्र चयन: आर्द्रा नक्षत्र में शुभ वस्त्रों का चयन करना चाहिए, जैसे हल्के रंगों के वस्त्र, जो मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करें।

5. स्कंद पुराण (Skanda Purana)

  • संदर्भ: इस पुराण में आर्द्रा नक्षत्र को शिव से संबंधित माना गया है और इसमें वाणी और मन की शुद्धता पर बल दिया गया है।
  • उद्धरण:"आर्द्रा नक्षत्रे शिवपूजा विशेष फलप्रदा।"
    अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में शिव की पूजा विशेष फलदायी होती है।
  • वस्त्र चयन: शिव पूजा के समय सफेद या हल्के नीले रंग के वस्त्र धारण करना शुभ माना गया है।

6. लिंग पुराण (Linga Purana)

  • संदर्भ: इस पुराण में आर्द्रा नक्षत्र को रुद्र से संबंधित बताया गया है और इसमें आत्म-नियंत्रण और संयम पर बल दिया गया है।
  • उद्धरण:"आर्द्रा नक्षत्रे रुद्रध्यानं मनःशुद्धिकरं।"
    अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में रुद्र का ध्यान मन की शुद्धि करता है।
  • वस्त्र चयन: ध्यान और साधना के समय गहरे रंगों से बचना चाहिए और सफेद या हल्के रंगों के वस्त्र धारण करने चाहिए।

7. शिव पुराण (Shiva Purana)

  • संदर्भ: इस पुराण में आर्द्रा नक्षत्र को शिव के तांडव से संबंधित बताया गया है, जो परिवर्तन और पुनर्निर्माण का प्रतीक है।
  • उद्धरण:"आर्द्रा नक्षत्रे तांडवकृत्यं शिवस्य।"
    अर्थ: आर्द्रा नक्षत्र में शिव का तांडव होता है।
  • वस्त्र चयन: इस समय शांतिपूर्ण और संयमित वस्त्रों का चयन करना चाहिए, जो मानसिक स्थिरता प्रदान करें।

🎨 वस्त्र चयन: शुभ और अशुभ रंग

रंग (Color)

प्रभाव (Effect)

सफेद (White)

मानसिक भ्रम, वाणी दोष

🟡 पीला (Yellow)

गुरु अनादर, रोग वृद्धि

🔴 गहरा लाल (Red)

तामसिक उग्रता, क्रोधवृद्धि

काला (Black)

ग्रह बाधा, नकारात्मकता

🟢 हरा (Green)

निर्णय भ्रम, मानसिक असंतुलन


सभी विवरण भद्रबाहु संहिता, धर्मसिन्धु, निर्णयसिन्धु, ज्योतिष सार, रामायण, महाभारत, पुराण एवं तांत्रिक ग्रंथों से समाहित किए गए हैं।

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