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25अप्रैल 2025 –राशि भविष्यफल; – अप्रत्याशित समस्याओं से मुक्ति के रहस्यमय उपाय ,Mystic Remedies for Unexpected Life Challenges"Not just a Zodiac Horoscope prediction, but understanding how to reduce suffering, and invite prosperity and success into life – this is also a rare and valuable guidance."

 

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Bilingual Horoscope , Remedies & What to do today ,)

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)📧 ईमेल (Email): ✨   tiwaridixitastro@gmail.com📞 संपर्क (Contact): 📲 +91 9424446706
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25 अप्रैल 2025 (शुक्रवार)

🔹 नक्षत्र: उत्तराभाद्रपदा (उत्तरभाद्र) अहिरबुध्न्य देवता
🔹 चंद्र राशि: मीन (Pisces)
🔹 तिथि: त्रयोदशी (कृष्ण पक्ष)
🔹 तिथि आरंभ: 11:45:04 AM से
🔹 वार: शुक्रवार


👚 नए वस्त्र, आभूषण, आभरण प्रयोग शुभ या अशुभ?

उत्तराभाद्रपदा नक्षत्र में मीन राशि के चंद्रमा के संयोग के साथ शुक्रवार का दिन मिलकर वस्त्र, आभूषण प्रयोग के लिए मिश्रित फल देते हैं, लेकिन त्रयोदशी तिथि होने के कारण विशेष सावधानी आवश्यक है। उपाय (Remedy):

📖 "शुक्रवार वस्त्रधारणे त्रयोदश्यां यदि दोषतः।
शुक्रस्तु संतोषं ददाति मन्त्रेण पूज्यते।"वस्त्र-आभूषण प्रयोग से पहले शुक्र बीज मंत्र का जप करें:ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः।Om Draam Dreem Draum Sah Shukraya Namah.🪔 पूजन के बाद ही वस्त्र-आभूषण प्रयोग करें।


1. त्रयोदशी तिथि का प्रभाव:

📜 "त्रयोदश्यां शुभं वस्त्रं न धारणीयं बुधैः क्वचित्।"
📖 (uhurta Chintamani)

अर्थ: त्रयोदशी तिथि में नए वस्त्रों का प्रयोग शुभ नहीं माना गया है। इससे रोग, दरिद्रता, या क्लेश संभव है।


2. नक्षत्रचंद्रमा की दृष्टि से:

📜 "उत्तराभाद्रपदा यदा मीनराशिस्थ चन्द्रमा, शुभकार्ये युक्तं शयन-वस्त्रादि व्यवहारम्।"
📖 (Brihat Samhita, अध्याय 13)

अर्थ: यदि उत्तराभाद्रपदा नक्षत्र मीन राशि में स्थित हो, तो वस्त्र या शयन-संबंधी क्रियाएँ युक्तिफलदायक होती हैं।

⚠️ लेकिन शुक्रवार को शुक्र का प्रभाव आभूषणों पर अधिक होता है। यदि तिथि और योग प्रतिकूल हों, तो यह विलासिता, व्यर्थ खर्च या स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है।

शुभ-अशुभ समय व नक्षत्रीय प्रभाव

25 April 2025 (Friday) – Auspicious–Inauspicious Timings & Nakshatra Effects


🔻 अशुभ समय / Inauspicious Periods

  • 🕑 राहुकाल (Rahu Kalam)
    🔸 समय / Time: 10:44 AM – 12:18 PM
    🔸 टिप्पणी / Note: इस समय में कोई भी नया कार्य, शुभारंभ, यात्रा वर्जित है।
    🔸 शास्त्र प्रमाण / Scriptural Reference:
    "
    राहुकालं परिहरेत् सर्वकार्येषु बुद्धिमान्।" (नारद पुराण)
    “A wise person avoids all important tasks during Rahu Kalam.”
  • 🕑 यमगण्ड (Yamaganda)
    🔸 समय / Time: 03:26 PM – 05:00 PM
    🔸 टिप्पणी / Note: यमगण्ड काल में विवाह, यात्रा, संकल्प निषेध है।
    "
    यमगण्डे न कर्तव्यम् मंगलं कार्यमादिकम्।" (धर्मसिंधु)
  • 🕑 गुलिक काल (Gulika Kaal)
    🔸 समय / Time: 07:36 AM – 09:10 AM
    🔸 टिप्पणी / Note: इस काल में अध्यात्म, मृत्यु, तंत्र-जप के कार्य उचित माने जाते हैं।
    "
    गुलिके कार्यमारभ्यं ते च सिद्धिं प्रयान्ति हि।" (ज्योतिषसार संग्रह)

🌟 जनम नक्षत्र आधारित शुभता / Janma Nakshatra–Based Auspiciousness

🔹 आज का दिन जिन जातकों के लिए विशेष शुभ है (Highly Auspicious Day for):
Ashwini, Krittika, Mrigashira, Punarvasu, Ashlesha, Magha, Uttara Phalguni,
Chitra, Vishakha, Jyeshtha, Mula, Uttara Ashadha, Dhanishtha,
Purva Bhadrapada, Revati

यदि आपकी जन्म नक्षत्र उपरोक्त में से कोई है, तो यह दिन व्रत, दान, पूजा, यज्ञ, संपत्ति-निवेश, विवाह वार्ता आदि हेतु उत्तम है।
If your birth nakshatra falls in the above list, the day is excellent for spiritual acts, donations, rituals, investments or marriage proposals.


🧘 विशेष योग योग का नाम: विडाल योग (Vidala Yoga)

  • 🔹 काल / Time: 08:53 AM – 06:01 AM (26 अप्रैल तक)
  • मानसिक भ्रम, अनिर्णय, लेकिन मंत्र-साधना, योग, ध्यान में श्रेष्ठ

"विडालो योगो मोहकृत् संशयो अपि च, जपहोमादिषु सदा शुभः।"

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🔮 आज का राशिफल | Today's Horoscope

मेष (Aries) – (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

🔹 आज का दिन विशेष शुभ रहेगा। (Today will be especially auspicious.)
🔹 व्यापारिक लाभ उत्तम रहेगा, जनसंपर्क में वृद्धि होगी। (Business profits will be good, networking will increase.)
🔹 रोजगार में अनुकूल स्थिति बनेगी, सफलता के योग हैं। (Favorable conditions in employment, chances of success.)

वृषभ (Taurus) – (, , , , वा, वी, वू, वे, वो)

🔹 समाजसेवा व प्रशासनिक कार्यों में सफलता मिलेगी। (Success in social service & administrative work.)
🔹 आज नए कार्यों की शुरुआत से बचें। (Avoid starting new tasks today.)
🔹 आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी, राजनीति में सफलता मिलेगी। (Financial stability & political success are indicated.)

मिथुन (Gemini) – (का, की, कू, , , , के, को, ह)

🔹 कार्यक्षेत्र में अनुकूलता रहेगी, लेकिन पारिवारिक तनाव हो सकता है। (Favorable work conditions, but family stress.)
🔹 मित्र अपने वचन को पूरा नहीं कर पाएंगे। (Friends may not keep their promises.)
🔹 धन का निवेश संभव है, लेकिन यात्रा टालना बेहतर रहेगा। (Investment possible, but avoid travel.)

कर्क (Cancer) – (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

🔹 कार्य की अधिकता के कारण थकान महसूस कर सकते हैं। (Work overload may cause fatigue.)
🔹 महत्वपूर्ण कार्यों में रुकावटें आ सकती हैं। (Obstacles in important work.)
🔹 यात्रा करने से बचें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें। (Avoid travel, take care of health.)

सिंह (Leo) – (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

🔹 विरोधियों पर विजय मिलेगी, लेकिन पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। (Victory over opponents, but stomach issues possible.)
🔹 किसी नई योजना की शुरुआत कर सकते हैं। (Can start a new plan.)
🔹 आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। (Financial condition will be stable.)

कन्या (Virgo) – (टो, , पी, पू, , , , पे, पो)

🔹 धन प्राप्ति के प्रबल योग हैं, रुका हुआ पैसा मिल सकता है। (Strong chances of money gain, pending payments may be received.)
🔹 प्रेम और दाम्पत्य जीवन सुखद रहेगा। (Love & married life will be pleasant.)
🔹 मानसिक शांति और संतोष की अनुभूति होगी। (Peace of mind and satisfaction.)

तुला (Libra) – (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

🔹 पारिवारिक जीवन में तनाव रह सकता है, दांपत्य जीवन में वाद-विवाद से बचें।
(Family life may be stressful, avoid arguments in married life.)
🔹 रोजगार में जोखिम लेने से बचें, महत्वपूर्ण दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।
(Avoid taking risks in employment, read important documents carefully.)
🔹 संतान को लेकर चिंता बढ़ सकती है, लेकिन धैर्य बनाए रखें।
(Concerns about children may increase, but stay patient.)

वृश्चिक (Scorpio) – (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

🔹 स्वास्थ्य का ध्यान रखें, मानसिक तनाव हो सकता है।
(Take care of your health, mental stress is possible.)
🔹 विवादों से बचें, अहंकार को चोट लग सकती है।
(Avoid conflicts, your ego may get hurt.)
🔹 नई योजनाओं की शुरुआत करने से बचें, यात्रा स्थगित करना बेहतर रहेगा।
(Avoid starting new plans, postponing travel is advisable.)

धनु (Sagittarius) – (ये, यो, , भी, भू, , , , भे)

🔹 कार्य में सफलता मिलेगी, प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
(Success in work, increase in reputation.)
🔹 भाइयों, सहकर्मियों और कनिष्ठ वर्ग से सहयोग मिलेगा।
(Support from brothers, colleagues, and juniors.)
🔹 कार्य सिद्ध होंगे, लेकिन आज का काम आज ही निपटाना उचित रहेगा।
(Tasks will be completed, but it's best to finish today's work today.)

मकर (Capricorn) – (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी)

🔹 खर्च बढ़ सकते हैं, धन निवेश करने से पहले सोच-विचार करें।
(Expenses may increase, think before investing money.)
🔹 परिवार से जुड़े दायित्व बढ़ सकते हैं, संतान की ओर से चिंता रहेगी।
(Family responsibilities may increase, concerns regarding children.)
🔹 विवादों से दूर रहें, अधिकारी वर्ग से संबंध अच्छे बनाए रखें।
(Stay away from disputes, maintain good relations with superiors.)

कुंभ (Aquarius) – (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

🔹 जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे, मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा।
(Positive changes in life, enjoy your favorite food.)
🔹 उत्तम वस्त्र और भौतिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होंगी।
(Receive fine clothing and material comforts.)
🔹 परिवार और दाम्पत्य जीवन में खुशहाली रहेगी, सौभाग्य और सम्मान मिलेगा।
(Happiness in family and married life, good fortune, and respect.)

मीन (Pisces) – (दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची)

🔹 आर्थिक स्थिति कमजोर रह सकती है, खर्चों पर नियंत्रण रखें।
(Financial situation may be weak, control expenses.)
🔹 ध्यान रखें, कोई बहुमूल्य वस्तु खो सकती है।
(Be careful, you may lose something valuable.)
🔹 स्वास्थ्य पर ध्यान दें, मानसिक अशांति हो सकती है।
(Take care of your health, mental unrest possible.)

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🔹 उपाय (Astrological Remedies) शुक्रवार प्रदोष व्रत संध्या पूजा विशेष विवरण
🕓 काल: संध्या प्रदोष सूर्यास्त से पूर्व और गोधूलि बेला तक (लगभग 4:30 PM – 6:30 PM के मध्य)


🪔 1. दीपक / Lamp:

"सन्ध्यायां प्रदोषकाले द्वीपं द्वित्रं समर्पयेत्।
शुद्धघृतं तु शक्रवारे रुद्रपूजाय विशेषतः॥"
📖 (Skanda Purana, Rudra Khanda)

शुक्रवार को शिव प्रदोष में प्रयोग करें:

📿 ॐ सदाशिवाय नम: (Om Sadashivaya Namah)
📿 ॐ साम्ब सदाशिवाय नम: (Om Samba Sadashivaya Namah)
📿 ॐ ऐं ह्रीं शिव गौरीमय ह्रीं ऐं ॐ: (Om Aim Hreem Shiva Gaurimay Hreem Aim Om)

आज के निषिद्ध कार्य (Avoid Today)
🚫 नारियल, आंवला, नमक, तिल का तेल न खाएं। (Avoid coconut, amla, salt, sesame oil.)
🚫 लाल रंग की सब्जी (चुकंदर आदि) खाने से बचें। (Avoid red vegetables like beetroot.)
🚫 कांसे के बर्तन में भोजन न करें। (Avoid eating in bronze utensils.)
🚫 बेल पत्र न तोड़ें। (Do not pluck Bel leaves today.)

अनुकूल कार्य (Auspicious Activities)
लेखन, वास्तु, शिल्प कार्य, आमोद-प्रमोद, अस्त्र-शस्त्र धारण। (Writing, architecture, crafts, entertainment, weapons handling.)
🔥 युद्ध, प्रतियोगिता, निर्माण कार्य के लिए अनुकूल दिन। (Good day for battle, competitions, construction.)


👉 आज पहने गए नए वस्त्र व आभूषण भविष्य में जलरोग, कष्ट या संकट का कारण बन सकते हैं। (New clothes & jewelry worn today may cause water-related health issues or troubles in the f शुक्रवार शिव प्रदोष व्रत - दीपक पूजन विवरण

🕓 पूजा का समय (Puja Timing)

शिव प्रदोष व्रत की पूजा संध्या काल में की जाती है।

समय: सूर्यास्त से लगभग 1.5 घंटे पूर्व और गोधूलि बेला तक (लगभग 4:30 PM – 6:30 PM)🪔 दीपक पूजन विवरण

विवरण

विवरण का सार

दीपक प्रकार

पंचमुखी दीपक या पाँच दीपक

दीपक संख्या

5 दीपक

तेल/घी

देशी गाय का शुद्ध घी

वर्तिका

कपास की सूती बत्तीकुल 5 बत्तियाँ

रंग

दीपक पात्र का रंग: सफेद या चाँदी रंग

दिशा

दीपक को पूर्व दिशा में रखें

📜 शास्त्रीय प्रमाण श्लोक

सन्ध्यायां प्रदोषकाले द्वीपं द्वित्रं समर्पयेत्।
शुद्धघृतं तु शक्रवारे रुद्रपूजाय विशेषतः॥”— स्कन्द पुराण, रुद्र खंड

श्वेतवर्णे तु दीप्ते दीपे सौम्यफलप्रदः।
रुद्रपूजायां पंचदीपं परमं स्मृतम्॥”— अग्नि पुराण, अध्याय 74

📿 दीपार्चना मंत्र (Deeparchana Mantra)

दीपज्योतिर्नमोऽस्तु ते दीपं सन्दर्शयाम्यहम्।
शिवं सन्तुष्टिमायातु प्रदोषे भक्तवत्सलः॥

Deepjyotir namostu te, deepam sandarshayamyaham
Shivam santushtimayatu pradoshe bhaktavatsalah

uture.)आपका दिन मंगलमय हो! | Have a Blessed Day! 🔹 ज्योतिष शिरोमणि – V K Tiwari 9424446706
📞 (9424446706, Astro Vastu & Palmist)
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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...