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19.04.2025 - - राशी भविष्य, स्वास्थ्य,सुख , सफलता, कष्ट नियंत्रण -दुर्लभ उपाय - Zodiac Forecast, Happiness, Health Peace, Success, Control Over Challenges & Rare Remedies - Detailed Insights

 

19.4.2025Bilingual Horoscope , Remedies & What to do today (Hindi-English)) )

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference):📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)📧 ईमेल (Email): ✨ tiwaridixitastro@gmail.com📞 संपर्क (Contact): 📲 +91 9424446706
    कुंडली निर्माण (Horoscope Making)✅        विवाह मिलान (Marriage Matching)✅      Muhurt. रत्न परामर्श


📅 माह (Month): वैशाख | Maah: Vaishakh
🌑 पक्ष (Paksha): कृष्ण पक्ष | Krushna paksha

-🔶 19 अप्रैल 2025 (शनिवार) = 19 April 2025 (Saturday)
🔷 तिथि: वैशाख कृष्ण षष्ठी = Tithi: Vaishakh Krishna Shashthi
🔷 नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा = Nakshatra: Purvashada
🔷 शुभ समय: सुबह 6:50 – शाम 6:21 = Auspicious Time: 6:50 AM – 6:21 PM


🌟 पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र विशेष = Purvashada Nakshatra Special
यह नक्षत्र कर्मफल, समृद्धि और सफलता का प्रतीक है = This nakshatra symbolizes karmic results, prosperity, and success.
शुभ कार्य, निवेश और यात्रा के लिए उत्तम दिन = An ideal day for good deeds, investment, and travel.
धार्मिक कार्यों और दान का फल शीघ्र मिलता है = Religious acts and charity give quick results.
मानसिक स्पष्टता और निर्णायक क्षमता में वृद्धि होगी = Mental clarity and decisiveness will improve.


       उपाय = Remedies
दान: नमक, तिल, मिश्री = Donate: Salt, sesame, rock sugar
सेवन योग्य: नींबू, आंवला, चावल = Eatables: Lemon, amla, rice
परहेज: इलायची, मक्खन, भारी भोजन = Avoid: Cardamom, butter, heavy food


📌 सुखद दिन इन नक्षत्र वालों के लिए = Favorable day for these Nakshatra-borns
अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, श्रवण, उत्तराषाढ़ा, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद = Ashwini, Krittika, Rohini, Ardra, Pushya, Magha, Hasta, Swati, Anuradha, Moola, Shravana, Uttarashada, Shatabhisha, Uttarabhadrapada

📌 सुख, सफलता इन नाम अक्षरों वालों को = Success and peace for names beginning with:
चू चे चो ला | अ इ ऊ ऐ | ओ व वि वू | कु घ ड छ | हु हे हो डा | म़ा मी मू मे | टे टा टी टू | पू ष ण ठ | रू रे रो ता | ना नी नू ने | ये यो भा भी | भे भो जा जी | खी खू खे खो | गो सा सी सू | दू थ झ
= Chu Che Cho La | A I U Ai | O Va Vi Vu | Ku Gha Da Cha | Hu He Ho Da | Maa Mee Moo Me | Te Ta Tee Tu | Poo Sha Na Tha | Roo Re Ro Ta | Na Nee No Ne | Ye Yo Bha Bhee | Bhe Bho Ja Jee | Khee Khoo Khe Kho | Go Saa See Soo | Doo Tha Jha

🔶 नववस्त्र आदि प्रयोगशास्त्रीय निषेध:
पूर्वाषाढायां न वस्त्राणि न रत्नं नालंकारिकम्।”— मुहूर्त चिंतामणिः, नक्षत्राध्यायः
अर्थ: पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में वस्त्र, रत्न, और आभूषण धारण नहीं करने चाहिए।

🔴 मेष (Aries) – संयम और सतर्कता आवश्यक | Caution and Patience Required

आज का दिन आपके लिए मिश्रित फल देने वाला रहेगा।
Today will bring mixed results for you.
कार्यों में कुछ रुकावटें आ सकती हैं, जिससे अधिक प्रयास की आवश्यकता होगी।
There may be obstacles in work, requiring more effort.
जोखिम से बचें, अन्यथा हानि हो सकती है।
Avoid risks, or you may face losses.
व्यापार में लाभ सीमित रहेगा, धैर्य रखें।
Profits in business may be limited, so stay patient.
स्वास्थ्य: मानसिक तनाव बढ़ सकता है योग और ध्यान करें।
Health: Mental stress may rise – practice yoga and meditation.
करियर-व्यापार: मेहनत का फल मिलेगा, निवेश सोच-समझकर करें।
Career-Business: Hard work will pay off, invest wisely.
यात्रा: वाहन सावधानी से चलाएँ दुर्घटना के योग हैं।
Travel: Drive carefully – accident chances exist.
परिवार: थोड़ी अशांति संभव धैर्य से स्थिति सुधरेगी।
Family: Minor tensions possible – patience will restore peace.


🟤 वृष (Taurus) – धैर्य रखें | Be Patient

आज चुनौतियाँ रहेंगी कार्य में मन नहीं लगेगा।
There will be challenges – you may feel distracted.
परिवार में मतभेद संभव है।
Differences of opinion may arise in family.
स्वास्थ्य: थकान और सिरदर्द आराम ज़रूरी है।
Health: Fatigue and headache – rest is essential.
करियर-व्यापार: उतार-चढ़ाव होंगे धैर्य रखें।
Career-Business: Fluctuations are expected – remain calm.
संतान: पढ़ाई व करियर की चिंता बढ़ेगी।
Children: Concerns about education and career may rise.
परिवार: विवाद टालें सोच-समझकर बोलें।
Family: Avoid conflicts – speak thoughtfully.


🟢 मिथुन (Gemini) – आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी | Financial Strength Will Improve

आज का दिन सुखद रहेगा कार्य में सफलता के योग हैं।
The day will be pleasant – success is likely in work.
स्वास्थ्य: पेट संबंधी समस्या खानपान का ध्यान रखें।
Health: Stomach issues possible – watch your diet.
करियर-व्यापार: अच्छे अवसर व लाभ संभव।
Career-Business: Good opportunities and profits are likely.
परीक्षा: विद्यार्थियों को अच्छे परिणाम मिलेंगे।
Exams: Students will perform well.
परिवार: सुख-शांति का वातावरण रहेगा।
Family: Atmosphere will be peaceful and pleasant.


🔵 कर्क (Cancer) – करियर में प्रगति | Career Progress Possible

आज सकारात्मक दिन रहेगा नए अवसर मिलेंगे।
A positive day – new opportunities ahead.
स्वास्थ्य: मानसिक तनाव से बचें।
Health: Avoid mental stress.
करियर-व्यापार: नई संभावनाएँ बनेंगी निर्णय सोच-समझकर लें।
Career-Business: New possibilities arise – take thoughtful decisions.
प्रेम-विवाह: रिश्ते मधुर होंगे।
Love-Marriage: Relationships will be harmonious.
यात्रा: छोटी यात्रा हो सकती है लाभ सीमित रहेगा।
Travel: Short trip likely – limited benefits.


🟡 सिंह (Leo) – आत्मविश्वास बढ़ेगा | Confidence Will Rise

आज आर्थिक लाभ मिलेगा आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
There will be financial gains – confidence will rise.
स्वास्थ्य: अच्छा रहेगा मानसिक शांति रखें।
Health: Good health – maintain mental peace.
करियर-व्यापार: नई नौकरी या प्रमोशन संभव।
Career-Business: New job or promotion likely.
परिवार: माहौल प्रसन्न रहेगा सहयोग मिलेगा।
Family: Joyful environment – family support is assured.


🟠 कन्या (Virgo) – सोच-समझकर निर्णय लें | Take Thoughtful Decisions

आज परिणाम मिश्रित होंगे आर्थिक परेशानी संभव।
Mixed outcomes today – possible financial trouble.
स्वास्थ्य: तनाव से बचें आराम ज़रूरी है।
Health: Avoid stress – rest is important.
करियर-व्यापार: नया निवेश टालें नुकसान संभव।
Career-Business: Avoid new investments – losses may occur.
परिवार: विवाद से बचें संयम रखें।
Family: Avoid arguments – stay composed.


तुला (Libra) – धैर्य बनाए रखें | Maintain Patience

आज का दिन संतोषजनक रहेगा कोई विशेष उपलब्धि नहीं।
Satisfactory day – no major achievements.
स्वास्थ्य: थकान और सिरदर्द ध्यान दें।
Health: Fatigue and headache – take care.
करियर-व्यापार: खर्च अधिक स्थिति थोड़ी कमजोर।
Career-Business: Expenses high – financial condition may dip.
वरिष्ठ सहयोग: अपेक्षित समर्थन नहीं मिलेगा।
Senior Support: Expected support may be lacking.


🟣 वृश्चिक (Scorpio) – सफलता के संकेत | Signs of Success

दिन अनुकूल रहेगा सफलता मिलेगी।
Favorable day – success is expected.
स्वास्थ्य: स्वस्थ रहेंगे चिंता न करें।
Health: Stay healthy – avoid unnecessary worry.
करियर-व्यापार: नए अवसर व लाभ मिलेंगे।
Career-Business: New opportunities and profits likely.


🟤 धनु (Sagittarius) – आर्थिक सफलता | Financial Success Expected

दिन उत्तम रहेगा लाभ के योग हैं।
Excellent day – signs of gains.
स्वास्थ्य: ऊर्जा बनी रहेगी।
Health: You will feel energetic.
करियर-व्यापार: नया व्यापार शुरू कर सकते हैं।
Career-Business: Good time to start new business.


मकर (Capricorn) – खर्च पर नियंत्रण | Control Your Expenses

सावधानी रखें खर्च बढ़ सकता है।
Be cautious – expenses may rise.
स्वास्थ्य: थकावट हो सकती है।
Health: Fatigue possible.
करियर-व्यापार: सफलता तुरंत नहीं मिलेगी।
Career-Business: Immediate success unlikely.
परिवार: विवाद टालें धैर्य से काम लें।
Family: Avoid disputes – act with patience.


🟣 कुंभ (Aquarius) – सफलता का दिन | Day of Success

शुभ दिन सफलता के योग बन रहे हैं।
Auspicious day – signs of success.
स्वास्थ्य: मानसिक रूप से अच्छा महसूस करेंगे।
Health: Mentally you'll feel positive.
करियर-व्यापार: नए अवसर व पदोन्नति संभव।
Career-Business: New opportunities and promotion possible.


मीन (Pisces) – व्यापार में लाभ | Gains in Business

व्यापारिक दृष्टि से लाभकारी दिन।
Profitable day for business.
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
Health: Good health.
करियर-व्यापार: महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलेगी।
Career-Business: Key tasks will succeed.

 


🔷 🔶 पूर्वाषाढ़ा में वर्जित वस्त्र-वस्तु-दान | Forbidden Items in Purvashada Nakshatra
📜 बृहत्संहिता, अध्याय 27:"पूर्वाषाढायां न वस्त्राणि न धातूनि न भूषणम्। ग्रहपीडां प्रदद्याच्च रोगशोकार्तिमान् भवेत्॥"
👉 अर्थ: पूर्वाषाढ़ा में नये वस्त्र, धातुएं (सोना-चांदी) या आभूषण धारण नहीं करें इससे ग्रहदोष, रोग व मानसिक कष्ट हो सकता है।

📜 नक्षत्रचूड़ामणि से "पूर्वाषाढायां तैलत्यागः, न देयं तण्डुलं घृतम्। न देयं फलमिष्टं च, न वस्त्रं, न सुवर्णकम्॥"
👉 अर्थ: पूर्वाषाढ़ा में तेल, घी, चावल, प्रिय फल, वस्त्र और सोने का दान वर्जित है ये दान करने से पुण्य के बजाय दोष मिलता है।

📌 विशेष वर्जित वस्तुएं:
     वस्त्र (विशेषकर नये) | ❌     तेल-घी | ❌      चावल | ❌      प्रिय फल | ❌      सोना-चांदी | ❌    आभूषण

 आज के कार्यों की प्राथमिकता | Priority Work of the Day
       खुदाई कार्य, घर एवं कल्याणकारी गतिविधियाँ, गणित, ज्योतिष और खुदाई से जुड़े कार्य शुभ रहेंगे।
Excavation-related work, home or welfare activities, mathematics, astrology, and similar tasks will be favorable today.


🔶 नए वस्त्र पहनने का प्रभाव | Effect of Wearing New Clothes
 नए वस्त्र पहनने से अचानक बीमारी या मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है इससे बचें।
Wearing new clothes today may result in sudden illness or mental stress – avoid it.


🔷 दान और सेवन का सुझाव | Donation & Food Recommendations
अनुकूल दाननमक, शक्कर, तिल।
Auspicious Donations – Salt, Sugar, Sesame Seeds.

अनुकूल खाद्य पदार्थनींबू, आंवला, शक्कर, तिल, चावल।
Favorable Foods – Lemon, Indian Gooseberry (Amla), Sugar, Sesame, Rice.

त्यागने योग्य खाद्य पदार्थसिंघाड़ा, इलायची, मक्खन, स्वादिष्ट एवं भारी भोजन।
Avoidable Foods – Water Chestnut, Cardamom, Butter, Rich and Heavy Meals.

 

 

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🔶 नववस्त्र आदि प्रयोगशास्त्रीय निषेध:
पूर्वाषाढायां न वस्त्राणि न रत्नं नालंकारिकम्।”— मुहूर्त चिंतामणिः, नक्षत्राध्यायः
अर्थ: पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में वस्त्र, रत्न, और आभूषण धारण नहीं करने चाहिए।

षष्ठ्यां न कर्म न व्रतं न दानं शस्तमादिशेत्।”— नारद संहिता
अर्थ: षष्ठी तिथि में विशेष कर्म, व्रत, दान आदि करने की मनाही है।
📛 निष्कर्ष: पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र और षष्ठी तिथि के योग में नए वस्त्र, गहने, या चूड़ी पहनना शास्त्र विरुद्ध है।
🪔 दान/भोजन वर्जन:
न षष्ठ्यां भोजयेद् विप्रं न दद्यात् कनकं क्वचित्।”— शतपथ ब्राह्मण
अर्थ: षष्ठी तिथि में ब्राह्मणों को भोजन कराना या स्वर्ण आदि का दान निषिद्ध है।
🕉देवी पूजा (अपवाद):
षष्ठ्यां षष्ठी देव्या पूजनं कार्यं विशेषतः।स्कन्द पुराण
अर्थ: षष्ठी तिथि में केवल षष्ठी देवी (बाल रक्षा देवी) की पूजा का विधान है।
📚 जैन परंपरा:पूर्वाषाढ़ा में "सन्मति माता" की पूजा और नवकार मंत्र का जाप।
षष्ठी तिथि में सीमित भोजन और ध्यान अनुशंसा की गई है।
निष्कर्ष (संक्षेप):
नववस्त्र, गहना, वस्तुवर्ज्य।
दान, भोज, शाबर प्रयोगवर्ज्य।
पूजनकेवल षष्ठी देवी पूजन अनुमोदित।
🔷 . जैन परंपरासन्मति माता मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं सन्मति मातरै नमः।
सन्मति माता नमो नमः। त्रिलोक्य पालन कारणे नमः।
सर्वरोग प्रशमनं सर्वसिद्धि प्रदायिनीम्।
नमस्ते सन्मते देवि नमस्ते ज्ञानदायिनीम्॥
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🔷 २षष्ठी देवी मंत्र स्कन्द पुराण, ब्राह्मवैवर्त पुराण (कृष्ण जन्म वर्णन)
ॐ षष्ठ्यै नमः॥

ॐ उमायै ह्रीं क्लीं षष्ठ्यै देव्यै नमः॥
बालकानां सुखं दात्री, रोगनाशं करोति या।
षष्ठी देवी नमस्तुभ्यं, त्वं मातैव सदा स्मृता॥


पौराणिक मंत्र:"आषाढदेवता नित्यमापः सन्तु शुभावहाः।

समुद्र गास्तरा गिणोल्हादिन्यः सर्वदेहिनाम्।"

नक्षत्र देवता मंत्र:
"ॐ अद्भयो नमः।""ॐ पूर्वाषाढाभ्यां नमः।"

🔸 शाबर मंत्र (Shabar Mantra)

1.        पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का शाबर मंत्र
शाबर मंत्रों का उपयोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है। पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के प्रभाव को सकारात्मक बनाने के लिए निम्नलिखित शाबर मंत्र का प्रयोग किया जा सकता है:

o    मंत्र:
"ॐ भं भं भं पूराण देवीं महा शक्तिम् क्लीं क्लीं ॐ मंमं समृद्धि दायिनी महाशक्ति स्वाहा।"

o    उपयोग: इस मंत्र का जाप घर की सुख-समृद्धि, मानसिक शांति और कार्यों में सफलता के लिए किया जाता है।

2.       सिद्धि प्राप्ति शाबर मंत्र:
"ॐ ह्लीं ह्लीं महामाया शांतिकारिणी स्वाहा।"
यह मंत्र विशेष रूप से पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में विशेष शांति और मानसिक स्थिति बनाए रखने के लिए लाभकारी माना जाता है।

🔸 जैन मंत्र (Jain Mantra)

1.        ॐ श्री सर्वपाप नाशनं मंत्र:
"ॐ सर्वपाप नाशनं शांति नायकं नमो अरिहंताणं।"

2.    ॐ श्री आदिनाथाय नमः:
🔸 बौद्ध मंत्र (Buddhist Mantra)

1.        ॐ मणि पद्मे हूँ (Om Mani Padme Hum):

2.       ॐ अमोघपाशाय विद्या हुम् फट् (Om Amoghapashaya Vidya Hum Phat):

-       इन मंत्रों का जप और ध्यान करने से आज के दिन की अनिष्ट बाधाओं का निवारण होगा और शुभ फल प्राप्त होंगे।

-       मूल मंत्र- ओम बं

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...