दुर्गा - शष्ठ कात्यायनी देवी: शष्ठी तिथि देवी जन्म, स्वरूप, मंत्र विशेषताएँ, राक्षस वध, और दाम्पत्य सुख प्रदाता
दुर्गा - शष्ठ कात्यायनी देवी: शष्ठी तिथि देवी जन्म , स्वरूप , मंत्र विशेषताएँ , राक्षस वध , और दाम्पत्य सुख प्रदाता कात्यायनी देवी का जन्म और उनके रूप का विवरण: दुर्गा - शष्ठ कात्यायनी देवी: शष्ठी तिथि देवी जन्म , स्वरूप , मंत्र विशेषताएँ , राक्षस वध , और दाम्पत्य सुख प्रदाता कात्यायनी देवी का जन्म और उनके रूप का विवरण: शष्ठी देवी का अवतार और जन्म : शष्ठी देवी का अवतार विशेष रूप से द्वापर युग में हुआ था। शास्त्रों के अनुसार , देवी शष्ठी का जन्म ऋषि कात्यायन के तप से हुआ था। वे देवी कात्यायनी के रूप में अवतार लेने के बाद , मुख्य रूप से संतान सुख , संतान की रक्षा और मां के आशीर्वाद के रूप में पूजी जाती हैं। अवतार का कारण: कात्यायनी देवी का जन्म ऋषि कात्यायन की तपस्या से हुआ था , और उनके द्वारा किए गए तप के परिणामस्वरूप , देवी कात्यायनी का अवतार हुआ। देवी कात्यायनी को संतान सुख प्रदान करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है , और यही कारण है कि शष्ठी देवी का जन्म इसी देव रूप से हुआ। शष्ठी देवी का विशेष रूप से द्वापर युग में देवी दुर्गा के रूप में अवतार हुआ...