ज्योतिष उपाधि : वाचस्पति, भूषण, महर्षि, शिरोमणि, मनीषी,रत्नाकर, मार्तण्ड, महर्षि वेदव्यास1(1990 तक),विशेषज्ञता :(1976 से) वास्तु, जन्म कुण्डली, मुहूर्त,
रत्न परामर्श, हस्तरेखा, पंचांग संपादक |
लेखक-वर्ष 1976 से 1990 तक ज्योतिष विद्वता हेतु अनेक बार सम्मानित यथा: ज्योतिष वाचस्पति, भूषण, महर्षि, शिरोमणि, मनीषी,
रत्नाकर, मार्तण्ड, महर्षि वेदव्यास1 ज्योतिष क्षेत्र अनुभव-48 वर्ष |
रत्न परामर्श, हस्तरेखा, पंचांग संपादक |
लेखक-वर्ष 1976 से 1990 तक ज्योतिष विद्वता हेतु अनेक बार सम्मानित यथा: ज्योतिष वाचस्पति, भूषण, महर्षि, शिरोमणि, मनीषी,
रत्नाकर, मार्तण्ड, महर्षि वेदव्यास1 ज्योतिष क्षेत्र अनुभव-48 वर्ष |
मेष
यह समय
इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति तथा सांसारिक व भौतिक सुख
प्राप्त करने का है । यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त
समय है क्योंकि इसमें सफलता निश्चित है । इस काल के अनुकूल होने के कारण आप व आपका
परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे । यह
समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है । आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं । इस समय आप सत्ता में
अधिकारी के पद पर आसीन हो सकते हैं तथा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं । इस
विशेष समय में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी । स्वास्थ्य इस अवधि में सामान्यत: अच्छा रहेगा ।
इस अवधि में आपके अति उत्तम, सुस्वादु
भोजन का आनन्द लेने की संभावना है ।
वृष
यह किसी
आशंका का सूचक है। आपको अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक
परिश्रम करना पड़ सकता है । पेट की गड़बड़ अथवा छाती का कष्ट हो सकता है अत:
स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें । अनिद्रा की बीमारी भी हो सकती है । मानसिक रुप से आप थकान महसूस कर सकते हैं व अकर्मण्यता
या आलस्य भी आप पर हावी हो सकता है । यह
सब कुछ होते हुए भी इस अवधि में कुछ आलोकमय भी है । आप किसी धार्मिक अनुष्ठान अथवा
दान जैसा पुण्य कार्य सफलतापूर्वक करेंगे । आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की
संभावना है । व्यर्थ के टकराव में न पड़कर
समाज में अपनी प्रतिष्ठा व सम्मान बचाए रखें । मानसिक रुप से आप चिन्ता व अत्यधिक
कार्यभार के कारण पीडि़त हो सकते हैं ।
मिथुन
यह
चिन्तापूर्ण समय है अत: किसी शुभ समाचार की आशा मत कीजिए । यह रोजमर्रा के जीवन
में परेशानियों व बाधाओं का द्योतक है । दुखद घटनाएँ व खतरे भी हो सकते हैं । आर्थिक दृष्टि से भी यह काल चुन्नौतीपूर्ण है ।
आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की भी आवश्यकता है
। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें क्योंकि पाचन तंत्र व श्वसन तंत्र में समस्या हो
सकती है । व्यर्थ की चिन्ता व भय को पास न फटकने दें क्योंकि इनसे मानसिक तनाव
उत्पन्न हो सकता है । अच्छे भोजन का लोभ संवरण करने का प्रयत्न करें । इपने जीवन
के प्रति कोई खतरा मोल न लें ।
कर्क
यह समय
सुख व कार्यों में सफलता का द्योतक है । यदि आप कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो
यही उचित समय है । यह खगोलीय गति सम्मान, सांसारिक
सुख व सुस्वादु भोजन का आनन्द मिलने का सूचक है ।
यह अवधि आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी । इसके
अतिरिक्त नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने
हेतु यह समय अनुकूल है । दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के
साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे । संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि
करेगी । ।
सिंह
। यह समय
आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है क्योंकि आप सफल हो सकते हैं । यह समय आपके
लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है । आप शत्रुओं पर विजय
पाएँगे, नए मित्र भी बनाएँगे, विशेष रुप से विरीत लिंग वालों को ।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे । कुल मिलाकर इस
अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे ।
कन्या
इस अवधि
में चन्द्रमा आपके पंचम भाव में होता हुआ गोचर करेगा । इसमें कुछ मिले जुले
नकारात्मक विरोधी) परिणाम आते हैं । यदि चन्द्रमा क्षीण चन्द्राकृति वाला) है तो
आपको अपने द्वारा ली गई जिम्मेदारी अथवा कार्य में निराशा ही हाथ लगेगी । अपने कार्य
इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण आप मानसिक रुप से अशांत रहेंगे । जो भी हो आपको
इस कटु सत्य को झेलना ही पड़ेगा जबकि आपके मित्रों को मनचाही सराहना मिलेगी, और इस सबसे आप और भी त्रस्त होंगे ।
वित्तीय दृष्टि से भी अपके लिए ये कठिन समय है । आप कुछ रुपया गँवा सकते
हैं अथवा आपको हानि हो सकती है अत: धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें । स्वास्थ्य की ओ सदा से अधिक ध्यान देने की
आवश्यकता है । विशेष सावधानी रहें व कुछ ऐसा न करें जिससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा
अथवा कार्यालय में सम्मान कम हो ।
तुला
इस अवधि
में चन्द्रमा आपके चतुर्थ भाव में होता हुआ गोचर करेगा । यह स्वास्थ्य से
सम्बन्धित कुछ नकारात्मक परिणामों का सूचक है । अत: स्वयं का व परिवार के
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना व सावधानी बरतना आवश्यक है । हो सकता है कि आपको
पेट की गड़बड़ी व छाती में बैचेनी जैसी समस्याएँ झेलनी पड़े । स्वास्थ्य में
गिरावट चिन्ता का विषय बन सकता है । परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी का
स्वास्थ्य चिन्ता का कारण बन सकता है अपने मानसिक संतुलन को स्थिरता प्रदान करके
बनाए रखें । आर्थिक दृष्टि से यह कठिन समय
है, खर्चे बढ़ सकते हैं और आप द्वारा की गई
गलतियाँ कार्य को प्रभावित कर सकती हैं । धन सावधानी पूर्वक खर्च करें । यह एक ऐसा समय है जब आपको अपने आत्मीयजनों से
मधुर सम्बन्ध बनाए रखने में सतर्कता बरतनी है क्योंकि इसमें परस्पर शत्रुता पनप
सकती है ।
वृश्चिक
यह समय
धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है । बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति तथा कार्य के फलस्वरुप आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते
हैं । घर के लिए भी यह समय सुख से
परिपूर्ण है । आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र व
विपरीत लिंग वाले का अन्तरंग शारीरिक सम्पर्क मिल सकता है । आपके सामने आने वाली
हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा । मन में पूर्ण
संतोष का साम्राज्य रहेगा । यदि आप पुरुष हैं स्त्री मित्र और स्त्री हैं तो पुरुष
बनेंगे और उनके साथ अच्छा समय व्यतीत होगा ।
धनु
आप लोगों
से अपने व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें । इन दिनों यदि आप विवाद में भी पड़ें
तो वह व्यर्थ में झगड़े का रुप ले सकता है । आपके सम्मान के लिए ये अत्यंत नाजुक
दौर है । अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बचाए रखें क्योंकि तनिक सी भी असावधानी इन्हें
ठेस पहुँचा सकती है । कार्यालय में बाधाएं
आ सकती हैं परन्तु आप अविचलित रहें क्योंकि ये शीघ्र ही निकल जाएंगी । विश्वास
रखें, परिश्रम का फल अवश्य मिलता है चाहे आप
थकान ही महसूस क्यों ना करें । शारीरिक रुप से आप स्वास्थ्य में गिरावट महसूस
करेंगे, विशेष रुप से आँखों की समस्या हो सकती है
।
मकर
उनमें से
एक है मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द । यह काल निश्चित रुप से आपको सुस्वादु
मनचाहा भोजन, सुविधापूर्वक उपलब्ध कराएगा । साथ ही आपको
शारीरिक सुख-साधन, उत्तम वस्त्र व सुगंध तथा अन्य इच्छित
सांसारिक वस्तुएं मिलेंगी। इस समय सर्वोत्तम मित्र व परिचित निश्चित रुप से
मिलेंगे । विपरीत लिंग वालों से मित्रता का भी पूर्वाभास है । इस प्रकार के
सम्बन्ध आपको शारीरिक एवम् भावनात्मक तुष्टि देंगे । आपके दाम्पत्य जीवन में भी आम
दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा । दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम
में वृद्धि की आशा कर सकते हैं । आर्थिक
रुप से भी यह एक अच्छा समय है । पुराने दिए ऋणों, आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति तथा कार्य में उन्नति भी हो सकती है ।
कुम्भ
अपव्यय
से बचें । अपने द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति विशेष सचेत रहें क्योंकि संभव
है आपको मनवांछित फल न मिले । स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है । इस काल
में आँखों में कोई संक्रमण हो सकता है अत: आँखों का विशेष ध्यान रखें । मानसिक रुप
से आप व्यथा व बैचेनी अनुभव कर सकते हैं । आप अकर्मण्यता अथवा ईर्ष्या की भावना से
भी त्रस्त हो सकते हैं । आप अपने निर्णय लेने में तथा दूसरों से व्यवहार के प्रति
विशेष सतर्क रहें तथा आवेश में न आएँ । अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने से पूर्व
सोच लें क्योंकि संभव है आप अपने पद का
लाभ उठाकर कोई अन्यायपूर्ण कार्य कर बैठें ।
मीन
यह समय
आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा । व्यक्तिगत रुप से
यह समय आपको प्रसन्नता, सुख व
विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है । परिवार के सदस्यों का मेलमिलाप
व पुराने मित्रों के साथ एकत्रित होकर पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं । विवाहित
व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है । यदि आप अविवाहित हैं और विवाह
हेतु उपयुक्त आयु के हैं तो आपको आदर्श साथी मिलने के पूर्ण अवसर हैं । इस समय आपको सुस्वादु भोजन व घर में समस्त
सांसारिक सुख मिलने की संभावना है ।
स्वास्थ्य उत्तम रहेगा व इस पूरे काल में आप मानसिक रुप से प्रसन्न व
शान्तचित्त रहेंगे ।
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