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श्राद्ध नियम प्रश्नोत्तर / Shraddha Rules Q&A-what to do & not to do

 

📕 श्राद्ध नियम प्रश्नोत्तर / Shraddha Rules Q&A

By Pt. V.K. Tiwari m, R. Dixit & Shishir Tiwari(Astrologer,Palmist,Vastu,Numerology,Terrot,Prashn kundli,fengshui.,)Kundli milan by 9planets horo to horo (Birth star to birth star-Incomplete)
📍 Bangalore – 560102, Suncity Apartment Block 5
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🔴 Q1. ईश्वर को पितामह / प्रपितामह क्यों कहा गया है?

Q1. Why is God considered as Father / Grandfather / Great Grandfather?

उत्तर / Answer:

  • विष्णु को विश्व-पिता माना गया है। | Vishnu is regarded as the Father of the Universe.
  • महीनों को पिता, ऋतुओं को पितामह, और ब्रह्मा को पितामह कहा गया है। | Months are called Fathers, Seasons are called Grandfathers, Brahma is also termed Pitamah.
  • रूद्र को प्रपितामह माना गया है। | Rudra is referred to as Great-Grandfather.
    📖 Hemadri, Nandi Purana, Bhavishya Purana

🔴 Q2. श्राद्ध में किस वेद के ब्राह्मणों को क्या कार्य सौंपा गया है?

Q2. Which Brahmins of different Vedas are given what duties in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • यजुर्वेदीय ब्राह्मणपिंडदान। | Yajurvedi Brahmins → Pind offering.
  • ऋग्वेदीय ब्राह्मणभोजन (अर्चन) | Rigvedi Brahmins → Food & Worship.
  • सामवेदीय ब्राह्मणदोनों कार्य। | Samavedi Brahmins → Both.
    📖 Dharmapradip Granth

🔴 Q3. कितने ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए?

Q3. How many Brahmins should be fed in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • विषम संख्या (1, 3, 5, 7…) में ब्राह्मणों को भोजन कराना श्रेष्ठ है।
    | Odd numbers of Brahmins (1, 3, 5, 7…) should be fed.

🔴 Q4. पितृदोष या पितृकोप से कैसे बचें?

Q4. How to avoid Pitru Dosha or Pitru anger?

उत्तर / Answer:

  • प्रतिदिन दक्षिण दिशा की ओर मुख करके अंगूठातर्जनी के मध्य से जल अर्पण करें। | Daily offer water facing South with thumb–index finger joint.
  • देवताओं को पूर्व दिशा में, ऋषियों को उत्तर दिशा में जल दें। | Offer to Devas in East, to Rishis in North.
    📖 Garuda Purana

🔴 Q5. माता-पिता के श्राद्ध का शास्त्रोक्त समय कौन सा है?

Q5. What is the prescribed time for parents’ Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • माता का श्राद्धप्रातः से दोपहर पूर्व। | Mother’s Shraddha → before noon.
  • पिता का श्राद्धकुतुप काल (11:36–12:25) तथा रोहिणी काल (2:00 तक) | Father’s Shraddha → Kuthup & Rohini kala.

🔴 Q6. सप्ताह के किस दिन श्राद्ध करने से क्या फल मिलता है?

Q6. What are the fruits of doing Shraddha on different weekdays?

उत्तर / Answer:

  • रविवारआरोग्य। | Sunday → Health.
  • सोमवारसौभाग्य। | Monday → Good fortune.
  • मंगलवारशत्रु विजय। | Tuesday → Victory over enemies.
  • बुधवारसभी कामनाएँ पूर्ण। | Wednesday → Fulfilment of desires.
  • गुरुवारज्ञानविद्या। | Thursday → Knowledge & education.
  • शुक्रवारधनसुख। | Friday → Wealth & pleasures.
  • शनिवारदीर्घायु, आकस्मिक मृत्यु से रक्षा। | Saturday → Longevity, safety from accidents.

🔴 Q7. वर्ष भर में श्राद्ध कब करना उपयुक्त है और कब वर्जित?

Q7. When is Shraddha appropriate during the year, and when prohibited?

उत्तर / Answer:

  • अमावस्या, अष्टमी, संक्रांति, ग्रहण, व्यतिपात, विशेष नक्षत्रों में श्रेष्ठ। | Amavasya, Ashtami, Sankranti, eclipses, Vyatipat – auspicious.
  • चतुर्दशी श्राद्ध निषिद्ध। | Chaturdashi Shraddha – prohibited.

🔴 Q8. श्राद्ध भोजन किस बर्तन में रखना चाहिए?

Q8. In which vessels should Shraddha food be served?

उत्तर / Answer:

  • श्रेष्ठ: चाँदी, सोना, ताम्र, काँसा, पलाश पत्र। | Silver, gold, copper, bell-metal, Palasha leaves.
  • निषिद्ध: पीतल, स्टील, मिट्टी, शीशा। | Brass, steel, clay, glass forbidden.
    📖 Brahma Purana

🔴 Q9. श्राद्ध कार्य में किन वृक्षों के पत्ते मान्य हैं?

Q9. Which leaves are used in Shraddha rituals?

उत्तर / Answer:

  • पलाश, महुआ, पीपल, आम, कटहल, वट, चंपा, नागकेसर। | Palasha, Mahua, Peepal, Mango, Jackfruit, Banyan, Champa.
  • केले का पत्ता निषिद्ध। | Banana leaf forbidden.

🔴 Q10. पुत्र या छोटे भाई का श्राद्ध कौन नहीं कर सकता?

Q10. Who should not perform son’s or younger brother’s Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • पिता अपने पुत्र का श्राद्ध करें। | Father should not perform son’s Shraddha.
  • बड़ा भाई छोटे का श्राद्ध करे। | Elder brother should not do younger’s Shraddha.
    📖 Baudhayana, Katyayana

🔴 Q11. किन ब्राह्मणों को श्राद्ध में नहीं बुलाना चाहिए?

Q11. Which Brahmins should not be invited for Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • जो धन लेकर कर्म करते हैं। | Those who work for money only.
  • अपंग, रोगी, नशेड़ी, जुआरी। | Disabled, sick, drunkards, gamblers.
  • मंदिर पुजारी, ज्योतिषी, चिकित्सक। | Temple priests, astrologers, doctors.
  • गर्भवती पत्नी वाले या समान गोत्र वाले। | Those with pregnant wives or same gotra.
    📖 Dharmasindhu

🔴 Q12. श्राद्ध करते समय खुले बाल वाली स्त्री का क्या प्रभाव होता है?

Q12. What happens if a woman with open hair is present in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • पितर निराश होकर लौट जाते हैं। | Ancestors leave unsatisfied.
    📖 Padma Purana

🔴 Q13. तर्पण में पवित्री (कुशा की अंगूठी) का क्या नियम है?

Q13. What is the rule of Pavitra (ring of Kusha grass) in Tarpana?

उत्तर / Answer:

  • ब्राह्मण के लिए 4 कुश, क्षत्रिय के लिए 3, वैश्य के लिए 2 | 4 blades for Brahmin, 3 for Kshatriya, 2 for Vaishya.
  • दाहिने हाथ की अनामिका में धारण। | On right-hand ring finger.
    📖 Skanda Purana, Hemadri

🔴 Q14. लिंग और शालिग्राम का क्या महत्व है?

Q14. What is the significance of Shiva Linga and Shaligrama in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • जो व्यक्ति शालिग्राम / लिंग के सामने श्राद्ध करता है, उसके पितर कल्प-कोटि वर्षों तक स्वर्ग में रहते हैं। | Shraddha before Shaligrama / Linga grants heavenly stay to Pitrs.
    📖 Padma Purana, Dharmasindhu

🔴 Q15. पितरों को तृप्त करने वाले अन्नवनस्पति कौन से हैं?

Q15. Which foods satisfy the ancestors in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • तिल, गेहूं, मूंग, उड़द, चना, दूध, शहद, दही, केला, मूली, आम, अमलकी, बेल, खीर, गुड़, ककड़ी।
    | Sesame, wheat, green gram, black gram, milk, honey, curd, banana, radish, mango, amla, bael, kheer, jaggery, cucumber.

🔴 Q16. श्राद्ध में किन भोज्य पदार्थों को वर्जित किया गया है?

Q16. Which foods are forbidden in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • प्याज, लहसुन, मशरूम, मांस, मदिरा। | Onion, garlic, mushroom, meat, alcohol.
  • मसूर, अरहर, राजमा, पालक, करेला, बैंगन। | Masoor dal, arhar dal, rajma, spinach, bitter gourd, brinjal.
  • इमली, नींबू, बासी भोजन। | Tamarind, lemon, stale food.

🔴 Q17. श्राद्ध किन स्थानों पर नहीं करना चाहिए?

Q17. Where Shraddha should not be done?

उत्तर / Answer:

  • किरात, कलिंग, कोकण, आंध्र देश। | Kirata, Kalinga, Konkan, Andhra.
  • सिंधु के उत्तर और नर्मदा के दक्षिण तट। | North of Sindhu, South of Narmada.

🔴 Q18. घर में श्राद्ध का श्रेष्ठ स्थान कौन सा है?

Q18. What is the best place at home for Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • गृह में श्राद्ध करने पर तीर्थ से 8 गुना अधिक फल मिलता है। | At home Shraddha gives 8 times more fruit than pilgrimage.
    📖 Prabhasa Khand

🔴 Q19. गया में सर्वश्रेष्ठ स्थान कौन सा है?

Q19. Which is the best place in Gaya for Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • "गया शिर" पर शमी पत्र आकार के पिंड देने से 100 कुल और 7 गोत्र उद्धार होते हैं।
    | At "Gaya-shira," offering pind of Shami leaf shape uplifts 100 families and 7 gotras.
    📖 Vayu Purana

🔴 Q20. सात गोत्र कौन से हैं?

Q20. What are the seven gotras considered in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • पिता, माता, पत्नी, बहन, बहनोई, कन्या, दामाद।
    | Father, Mother, Wife, Sister, Brother-in-law, Daughter, Son-in-law.

🔴 Q21. नया अन्न श्राद्ध में कब वर्जित है?

Q21. When is new grain forbidden in Shraddha?

उत्तर / Answer:

  • जन्म तिथि, जन्म नक्षत्र, कृतिका, मूल, जेष्ठा, पूर्वाभाद्र नक्षत्र में।
    | On Janma tithi, Janma nakshatra, Kritika, Moola, Jyeshtha, Purvabhadrapada nakshatra.
  • चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी तिथि, मंगलवार, गुरुवार को भी निषिद्ध। | On Chaturthi, Navami, Chaturdashi, Tuesday, Thursday also forbidden.

🔴 Q22. क्या गया में अन्य के द्वारा श्राद्ध करने से शाश्वत फल मिलता है?

Q22. Does Shraddha at Gaya done by others also give eternal fruit?

उत्तर / Answer:

  • हाँकिसी भी व्यक्ति द्वारा श्राद्ध कराने से पितरों को ब्रह्मपद प्राप्त होता है।
    | Yes ✅, Shraddha at Gaya done by anyone grants Brahma-pada to ancestors.

🔴 Q23. गया में बार-बार श्राद्ध करना उचित है?

Q23. Is it right to perform Shraddha at Gaya multiple times?

उत्तर / Answer:

  • यदि बार-बार जाएँ, तो प्रेतशिला पर करें।
    | If visiting multiple times, don’t do at Pretashila.
  • एक बार जाना हो तो वहीं उचित है। | If once, then Pretashila is apt.

🔴 Q24. जनेऊ और आहुति की दिशा क्या होनी चाहिए?

Q24. What should be the direction of Janeu and offerings?

उत्तर / Answer:

  • पितरों के लिए अर्पण बाएँ ओर से (अपस्वय, अप्रदक्षिणा)
    | Offerings to Pitrs are done from left side.
    📖 Garuda Purana

📌 निष्कर्ष / Conclusion:
श्राद्ध में शुद्ध आहार, उचित पात्र ब्राह्मण, समय और श्रद्धा ही पितृ तृप्ति का मूल है।
किसी भी अशुद्ध वस्तु, निषिद्ध ब्राह्मण या वर्जित स्थान से बचना चाहिए।

 

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