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16.09.2025 – भविष्य (Bhavishya) Bilingual 🌞 जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & उपाय (Remedies)

 


16.09.2025 – भविष्य (Bhavishya) Bilingual 🌞

जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & उपाय (Remedies)

Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today’s Remedies

🪔 By Renowned Astrologer, Vastu Expert & Palmist – V.K. Tiwari (Since 1972)

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📜 विशेष संदर्भ (Special Reference)

📌 डॉ. आर. दीक्षित – 🏛️ वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)

📌 डॉ. एस. तिवारी – 📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)

📧 Email: ✨ tiwaridixitastro@gmail.com

📞 Contact: 📲 +91 9424446706

✅ कुंडली निर्माण (Horoscope Making)

✅ विवाह मिलान (Marriage Matching – Not only Birth Star, but Complete Kundli)

✅ रत्न परामर्श (Gemstone Consultation)

✅ हस्तरेखा एवं वास्तु परामर्श (Palmistry & Vastu Consultation)

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🌸 पंचांग स्थिति / Panchang Details

• 🗓️ दिन / Day: मंगलवार / Tuesday

• 🌙 चंद्र राशि / Moon Sign: मिथुन / Mithun (Gemini)

• ✨ नक्षत्र / Nakshatra: पुनर्वसु / Punarvasu

• 📖 तिथि / Tithi: दशमी / Dashami

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🌸 विशेष / Special: दशमी श्राद्ध / Dashami Shraddh

दशमी तिथि को गुरुजन, आचार्य और आशीर्वाद देने वाले बड़ों, धर्मपत्नी (पत्नी) के निमित्त श्राद्ध करना श्रेष्ठ है।

तर्पण करने से विद्या, कीर्ति और आयु की वृद्धि होती है।

दशमी श्राद्ध से कुल की प्रतिष्ठा और वंश की उन्नति, व्यवसाय/कर्म में सफलता मिलती है।

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👶 बच्चों के लिए नए वस्त्र पहनने के नियम / Special Rules for Children Wearing New Clothes

नक्षत्र पुनर्वसु (Punarvasu) और मंगलवार / Tuesday होने पर Dashami तिथि में बच्चों (बालक–बालिका) के लिए नए वस्त्र पहनना शुभ है।

इस समय धन, विद्या और स्वास्थ्य वृद्धि के संकेत होते हैं।

वस्त्र का रंग हल्का पीला, सफ़ेद या हल्का नीला होना चाहिए।

नए वस्त्र पहनते समय संतान को गुरू/बड़ों का आशीर्वाद अवश्य लें।

वस्त्र पहनते समय साफ-सुथरा और शांत वातावरण बनाएँ, ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

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💡 Summary / सारांश:

दशमी तिथि, पुनर्वसु नक्षत्र और मंगलवार का मेल शुभ और उत्तम कार्यों हेतु सर्वोत्तम समय है। इस दिन श्राद्ध और बच्चों के नए वस्त्र पहनने का कार्य विशेष रूप से लाभकारी है।

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📜 शास्त्रीय आधार (नूतन वस्त्र–वस्तु धारण का प्रभाव)

🔹 श्राद्ध पक्ष में वयस्कों के लिए:

शास्त्र स्पष्ट कहते हैं कि श्राद्ध पक्ष में नये वस्त्र, अलंकार, विलास सामग्रियों का उपयोग वर्जित है।

कारण: यह काल पितरों के निमित्त है, न कि व्यक्तिगत सुख–विलास के लिए।

धर्मसिन्धु (श्राद्धप्रकरण):

"श्राद्धकाले न नूतनवसनं, न भूषणं, न च गानवाद्यादिकम्।"

👉 श्राद्ध पक्ष में नये वस्त्र, आभूषण, गान-वाद्य आदि वर्जित हैं।

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🔹 बच्चों (बालक–बालिका) के लिए विशेष नियम:

बच्चों के लिए अपवाद है –

श्लोक:

"नूतनवसनधारणेन बालकानां द्वयं फलम्।

पितॄणां तृप्तिरस्ति च जीवन्मातृपितोः श्रियः॥"

अर्थ:

बच्चे जब नये वस्त्र पहनते हैं तो—

1. पितरों की तृप्ति होती है क्योंकि वे वंशवृद्धि से प्रसन्न होते हैं।

2. जीवित माता–पिता का आशीर्वाद मिलता है जिससे सौभाग्य और दीर्घायु प्राप्त होती है।


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आज इन नक्षत्रों में जन्मे जातकों के लिए विशेष शुभता (सुख, शांति, सफलता, विजय के योग) 

भरणी (Bharani), रोहिणी (Rohini), आर्द्रा (Ardra), पुष्य (Pushya), अश्लेषा (Ashlesha), पूर्वाफाल्गुनी (Purva Phalguni), हस्त (Hasta), स्वाती (Swati), अनुराधा (Anuradha), ज्येष्ठा (Jyeshtha), पूर्वाषाढ़ा (Purva Ashadha), श्रवण (Shravana), शतभिषा (Shatabhisha), उत्तर भाद्रपद (Uttara Bhadrapada), रेवती (Revati)।❌ सफलता संदिग्ध नाम-अक्षर: प, फ, ब, भ, म

आज का राशिफल (राशि भविष्य) –

1. मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ

आज का दिन: सामान्य रूप से विशेष लाभकारी नहीं होगा।

Today may not be particularly beneficial.

आर्थिक स्थिति: कमजोर।

Financial condition may be weak.

व्यस्तता एवं समस्याएँ: उत्पन्न हो सकती हैं।

Workload and problems may arise.

कार्य सफलता: आशा के अनुसार नहीं मिलेगी।

Success in work may not be as expected.

व्यापार और राजनीति: प्रतिकूल स्थिति।

Unfavorable conditions in business and politics.

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2. वृष राशि (Taurus) – ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो

व्यापार में सफलता: उत्तम योग हैं।

Good success in business.

मनोबल: अच्छा रहेगा।

Strong confidence.

रुके हुए कार्यों की प्रगति: संतोषजनक।

Pending tasks will progress satisfactorily.

नए कार्य एवं निर्णय: उत्तम दिन है।

A favorable day for new projects and decisions.

व्यापार में लाभ: स्थिति उत्कृष्ट।

Excellent business profits.

विवाद और मुकदमे: विजय होगी।

Success in disputes and legal matters.

प्रयासों के परिणाम: सुखद रहेंगे।

Efforts will bring pleasant results.

सुझाव: 

o राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,

महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।

(Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

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3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, घ, ड, छ, के, को, ह

नए समाचार या प्रिय आत्मीय से मिलन: आनंदित करने वाला।

Meeting with a loved one will bring joy.

आर्थिक स्थिति: कमजोर।

Weak financial condition.

पारिवारिक चिंता एवं कष्ट: रहेगा।

Family concerns and difficulties may arise.

कार्य की प्रगति: आशा के अनुरूप नहीं होगी।

Work progress may not meet expectations.

व्यापार में सफलता: मिलेगी।

Business success is likely.

रोजगार: सामान्य स्थिति।

Stable job condition.

विशेष कार्य, उपदेश एवं यात्रा: अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।

Low chances of desired outcomes in travel or special projects.

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4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

नए कार्य में सफलता: उत्तम।

Great success in new ventures.

महत्वपूर्ण सूचनाएँ: प्राप्त होंगी।

You will receive important news.

राजनीतिक और सामाजिक वर्ग के लिए: विशेष दिन।

A special day for politicians and social workers.

लंबी यात्रा: स्थगित रखें।

Postpone long travel plans.

आर्थिक स्थिति: उत्तम।

Strong financial condition.

पारिवारिक सुख: यथेष्ट।

Good family happiness.

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5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

विजय और सफलता: सामान्य रूप से मिलेगी।

Moderate success and victory.

यात्रा के योग: प्रबल हैं।

Strong chances of travel.

आकस्मिक खर्च: संभव है।

Unexpected expenses may arise.

अनावश्यक विवाद: से बचें।

Avoid unnecessary arguments.

शारीरिक कष्ट: बढ़ सकता है।

Health problems may increase.

दैनिक दिनचर्या: कठिनाई हो सकती है।

Daily routine may be challenging.

सुझाव: 

o सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,

महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।

(Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

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6. कन्या राशि (Virgo) – टो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

सफलता के योग: प्रत्येक दृष्टि से।

Success is likely in all aspects.

राजनीति और समाज: श्रेष्ठ दिन।

A great day for political and social activities.

महत्वपूर्ण विवाद में विजय: मिलेगी।

Success in legal or important disputes.

व्यापारिक लाभ: उत्कृष्ट स्थिति।

Excellent business profits.

सुझाव: 

o सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,

महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।

(Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

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7. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

दैनिक गतिविधियाँ: सफलता मिलेगी।

Success in daily activities.

कार्य की प्रगति: प्रसन्नता होगी।

Work progress will bring happiness.

यश और प्रतिष्ठा: वृद्धि होगी।

Fame and reputation will increase.

18:26 pm se-सुझाव: 

o राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,

महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।

(Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

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8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

परिवार में विवाद: आकस्मिक स्थिति बन सकती है।

Sudden family disputes may arise.

कार्य में रुकावटें: आशा के विपरीत।

Obstacles in work contrary to expectations.

आर्थिक स्थिति: सामान्य रहेगी।

Financial condition will remain stable.

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9. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे

परिवार में विवाद: संभव।

Possible family conflicts.

निर्णय लेने का दिन: विशेष उपयोगी नहीं है।

Not a great day for major decisions.

कार्यक्षेत्र, मित्रता, सार्वजनिक संबंध और प्रेम संबंध: अच्छे रहेंगे।

Work, friendships, and public relations will be good.

सुझाव: 

o सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,

महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।

(Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

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10. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी

आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।

Excellent financial condition.

यश और प्रतिष्ठा: वृद्धि होगी।

Increase in fame and reputation.

नए कार्य: शुरू करने के लिए उत्तम दिन।

Good day to start new ventures.

सुझाव: 18:26 to -

राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,

महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।

(Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

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11. कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द

विरोधियों पर विजय: प्राप्त होगी।

Victory over opponents.

सफलता: आशा के अनुरूप मिलेगी।

Success as expected.

आर्थिक स्थिति: उत्तम दिन है।

Good financial day.

सुझाव: 

o राजनेता, सुरक्षा, योजना, यात्रा, नए कार्यों का शुभारंभ,

महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विचार-विमर्श या विवादास्पद मामलों को स्थगित रखें।

(Postpone important political or business decisions, travel, and new ventures

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12. मीन राशि (Pisces) – दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

परिवार में मतभेद: संभव।

Possible family disagreements.

प्रतियोगिता: सफलता मिलेगी।

Success in competitions.

आर्थिक स्थिति: कमजोर रह सकती है।

Financial instability may persist.

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🔮 आज के अशुभ निवारण उपाय (सुख-शांति व सफलता के लिए) 🔮

(Unfavorable Remedies for Peace, Prosperity & 

3️⃣   What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

✅ Consume sesame rice, urad dal, or ginger before stepping out.

✅ If Saturn is unfavorable in your birth chart, avoid eating urad dal.

📖 (Source: Ayurveda texts, Jyotish Shastra, Lal Kitab)

✅ क्या खाएं?

• तिल-भात, उड़द, अदरक में से कोई या सभी पदार्थ।

• जिनका शनि ठीक न हो, वे उड़द का प्रयोग न करें।

📖 (स्रोत: आयुर्वेद ग्रंथ, ज्योतिष शास्त्र, लाल किताब)

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❌ अशुभ दिन: मंगलवार (मसूर), गुरुवार (नमक)

✅ दान: पीला वस्त्र, गुड़

2️⃣ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति हेतु दान

Donate: Jaggery, masoor dal (red lentils), copper, red sandalwood, young men’s necessities, red Kaner flowers.

2️⃣      दान करें:

गुड़, मसूर, तांबा, लाल चंदन, युवा पुरुषों की आवश्यक वस्तुएं, और लाल कनेर पुष्प।


✅ उचित भोजन: खिचड़ी, दूध

✅ मंत्र: “ॐ विष्णवे नमः”

❌ वर्जित भोजन: खटाई, तामसिक भोजन

वर्जित: कलह करना, आंवला, नमक, तिल का तेल, चुकंदर, लाल पत्तेदार सब्जियाँ।

उपयोग: धन और समृद्धि के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें।

मंत्र: ॐ विष्णवे नमः।

--------------------------------------------------------- Success 🔴✅ Following these remedies will remove Chandra Dosha and bring happiness, success, and peace into life. 🌙✨

🔴 मंगलवार - सुख, सौभाग्य वृद्धि एवं सफलता के उपाय 🔴

1️⃣ For Happiness & Prosperity | सुख, सौभाग्य वृद्धि के लिए

✅        Bathing Ritual:

Mix Jatamansi (spikenard), Maulshree (bakul tree), and red flowers in bathwater and take a bath.

✅          स्नान विधि:

स्नान जल में जटामांसी, मौलश्री और लाल पुष्प मिलाकर स्नान करें।

✅ स्नान विधि:

स्नान जल में नदी या तीर्थ जल, चावल, मोती, शहद, जायफल, पिपरामूल मिलाकर स्नान करें।


2️⃣ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति हेतु दान

Donate: Green gram (moong dal), green clothes, green bangles, spinach, fruits, camphor.

Whom to Donate To? Girls, traders, and transgender individuals.

2️⃣ दान करें:

मूंग, हरा वस्त्र, हरी चूड़ी, पालक, फल, कपूर।

दान प्राप्तकर्ता: कन्या, व्यापारी, किन्नर।


3️⃣ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

Consume moong, sesame seeds, coriander, or milk.

If Mercury (Budh) is favorable in your chart, you may also have curd.


3️⃣     Whom to Donate To? | दान किसे दें?

Young men, a red bull, young boys, warriors, security personnel, and watchmen.

3️⃣    दान प्राप्तकर्ता:

युवा लड़के, लाल बैल, क्षत्रिय, सुरक्षा कर्मी और चौकीदार।

4️⃣ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

Consume Kanji (fermented rice water) before leaving the house.

  🕉 Nakshatra Mantra for Mangal | नक्षत्र मंत्र

🕉 "Om Bhagay Namah ||"

🕉 "ॐ भगाय नमः ||"

🔥 Mangal Gayatri Mantra (Panchapada) | मंगल ग्रह गायत्री मंत्र पंचपाद 🔥

🕉 "Om Angarakaya Vidmahe Shakti Hastaya Dhimahi |

Tanno Bhaumya Prachodayat |

Aapo Jyoti Rasa Amritam | Paro Rajase Savadom ||"

🕉 "ॐ अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि |

तन्नो भौम्य प्रचोदयात् |

आपो ज्योति रसोंमृतम | परो रजसे साव दोम ||"

🔥 Mangal Beej Mantra | मंगल बीज मंत्र 🔥

🕉 "Om Kraam Kreem Kroum Sah Bhaumaya Namah ||"

🕉 "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः ||"

🔹 Jain Mangal Mantra | जैन मंगल मंत्र 🔹

🕉 "Om Hreem Namo Siddhanam ||"

🕉 "ॐ ह्रीं णमो सिद्धाणं ||"

🕉 "Om Hreem Mangal Graharishta Nivaraka |

Shri Vasu Pujya Jinendraya Namah |

Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |

Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |

Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं मंगल ग्रहारिष्ट निवारक |

श्री वासु पूज्य जिनेन्द्राय नम: |

सर्व शांतिं कुरू कुरू स्वाहा |

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |

सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

✅ By following these remedies, one can remove the negative effects of Mangal (Mars) and attain happiness, success, and protection. 🔴✨

✅ इन उपायों को करने से मंगल दोष समाप्त होगा और जीवन में सुख, समृद्धि एवं सुरक्षा प्राप्त होगी। 🔴✨

मंगलवार

1-सुख,सौभाग्य वृद्धि के लिए –

जटामांसी ,मौलश्री , लाल पुष्प जल मे मिला कर स्नान करे | |

2-दान- गुड,मसूर, तांबा ,लाल चन्दन युवा पुरुष,

रक्षक,कनेर लाल पुष्प |

3-दान किसे दे  – युवा अवश्यक -लाल बैल,युवा लड़का,कष्ट्रीय,

सुरक्षा कर्मी ,चौकीदार को दे| |

4- दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं––कांजी |

सफलता के लिए -आज के मंत्र-

नक्षत्र  मंत्र--ॐ भगाय नम: ।

मंगल ग्रह गायत्री मंत्र पंचपाद-

ओम अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि तन्नो भौम्य प्रचोदयात्

आपो ज्योति रसोंमृतम ,परो रजसे साव दोम |

ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः|

जैन मंत्र-

ॐ ह्रीं णमो सिद्धाणं ।

ॐ ह्रीं मंगल ग्रहारिष्ट निवारक श्री वासु पूज्य जिनेन्द्राय नम।

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (..अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

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1️⃣ For Good Fortune & Prosperity | सौभाग्य वृद्धि के लिए

✅ Bathing Ritual:

Mix river or pilgrimage water, rice, pearls, honey, nutmeg, and long pepper (Pipramool) in bathwater and take a bath.

पुनर्वसु-

पौराणिक मंत्र:

अदितीः पीतवर्णाश्च स्त्रुवाक्षकमण्डलून l

दधाना शुभदा मे स्यात पुनर्वसु कृतारव्या ll

नक्षत्र देवता .मंत्र :-

अ) ॐ आदित्यै नमःl

आ)ॐ आदितये नमःl

वेद मंत्र  पुनर्वसु

ॐ अदितिद्योरदितिरन्तरिक्षमदिति र्माता: स पिता स पुत्र:

विश्वेदेवा अदिति: पंचजना अदितिजातम अदितिर्रजनित्वम ।

ॐ आदित्याय नम: ।




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Kundali Matching Expertise

Our expertise includes detailed analysis of Nadi Dosha, Mangal Dosha, Bhakoot Dosha, and Apvaad Niyam (exception rules) for accurate Kundali matching.

Key Considerations in Kundali Matching:

1. Nadi Dosha:

o There are 3-5 Nadi types affecting compatibility.

o 13 Nakshatras naturally do not have Nadi Dosha.

2. Mangal Dosha:

o More than 35 exception rules apply for nullifying Mangal Dosha.

3. Navamsa (D-9 Chart) Analysis:

o Includes 5 Nadis, 9 Planets, and Lagna Rashi examination.

o Each Nakshatra’s 4 phases (charanas) are evaluated.

4. Unique Features:

o Our analysis considers 30 key compatibility factors, whereas traditional Ashtakoot matching evaluates only 8 factors.

Marriage Compatibility Report:

A detailed, printable compatibility report of 6-10 pages is provided.

This depth of analysis is rare and not commonly available elsewhere.

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संपर्क करें:

Email: jyotish9999@gmail.com

Phone: 9424446706

Location: Sun City, Bangalore

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एकादशी – आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:

वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है। परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,

सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,

मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,

बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,

गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,

शुक्रवार: दही,

शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:

रविवार: ताम्बूल, घी,

सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,

मंगलवार: गुड़,

बुधवार: धनिया और तिल, राई,

गुरुवार: दही शकर,

शुक्रवार: जौ।

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कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।

B: 13 नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।

C: 35 से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।

D: नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।

E: 30 विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:

Email: tiwaridixitastro@gmail.com

Phone: 9424446706

Location: Bangalore-५६०१०२



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दुर्गा जी   के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों   के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए ? अभिषेक किस पदार्थ से करने पर हम किस मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं एवं आपत्ति विपत्ति से सुरक्षा कवच निर्माण कर सकते हैं | दुर्गा जी को अर्पित सामग्री का विशेष महत्व होता है | दुर्गा जी का अभिषेक या दुर्गा की मूर्ति पर किस पदार्थ को अर्पण करने के क्या लाभ होते हैं | दुर्गा जी शक्ति की देवी हैं शीघ्र पूजा या पूजा सामग्री अर्पण करने के शुभ अशुभ फल प्रदान करती हैं | 1- दुर्गा जी को सुगंधित द्रव्य अर्थात ऐसे पदार्थ ऐसे पुष्प जिनमें सुगंध हो उनको अर्पित करने से पारिवारिक सुख शांति एवं मनोबल में वृद्धि होती है | 2- दूध से दुर्गा जी का अभिषेक करने पर कार्यों में सफलता एवं मन में प्रसन्नता बढ़ती है | 3- दही से दुर्गा जी की पूजा करने पर विघ्नों का नाश होता है | परेशानियों में कमी होती है | संभावित आपत्तियों का अवरोध होता है | संकट से व्यक्ति बाहर निकल पाता है | 4- घी के द्वारा अभिषेक करने पर सर्वसामान्य सुख एवं दांपत्य सुख में वृद्धि होती...

श्राद्ध:जानने योग्य महत्वपूर्ण बातें |

श्राद्ध क्या है ? “ श्रद्धया यत कृतं तात श्राद्धं | “ अर्थात श्रद्धा से किया जाने वाला कर्म श्राद्ध है | अपने माता पिता एवं पूर्वजो की प्रसन्नता के लिए एवं उनके ऋण से मुक्ति की विधि है | श्राद्ध क्यों करना चाहिए   ? पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध किया जाना अति आवश्यक है | श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम ? यदि मानव योनी में समर्थ होते हुए भी हम अपने जन्मदाता के लिए कुछ नहीं करते हैं या जिन पूर्वज के हम अंश ( रक्त , जींस ) है , यदि उनका स्मरण या उनके निमित्त दान आदि नहीं करते हैं , तो उनकी आत्मा   को कष्ट होता है , वे रुष्ट होकर , अपने अंश्जो वंशजों को श्राप देते हैं | जो पीढ़ी दर पीढ़ी संतान में मंद बुद्धि से लेकर सभी प्रकार की प्रगति अवरुद्ध कर देते हैं | ज्योतिष में इस प्रकार के अनेक शाप योग हैं |   कब , क्यों श्राद्ध किया जाना आवश्यक होता है   ? यदि हम   96  अवसर पर   श्राद्ध   नहीं कर सकते हैं तो कम से कम मित्रों के लिए पिता माता की वार्षिक तिथि पर यह अश्वनी मास जिसे क्वांर का माह    भी कहा ज...

श्राद्ध रहस्य प्रश्न शंका समाधान ,श्राद्ध : जानने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?

संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...