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24.9.2025 – भविष्य (Bhavishya) & उपाय (Remedies)Bilingual 🌞

 

जन्म नक्षत्र, नाम, राशि & उपाय (Remedies)

Birth Star, Name Syllables, Sign, Use/Wear New Items & Today’s Remedies

📜 विशेष संदर्भ (Special Reference)

📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛️ वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert)
📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology)
📧 Email: ✨ tiwaridixitastro@gmail.com
📞 Contact: 📲 +91 9424446706

✅ कुंडली निर्माण (Horoscope Making)
        विवाह मिलान (Marriage Matching – Not only Birth Star, but Complete Kundli)
        रत्न परामर्श (Gemstone Consultation)
✅ हस्तरेखा एवं वास्तु परामर्श (Palmistry & Vastu Consultation)


पंचांग स्थिति (Panchang Details)

  • 🗓 Day / दिन: बुधवार
  • 🌙 Moon Sign / चंद्र राशि: तुला
  • Nakshatra / नक्षत्र: चित्रा (16:16 तक), तत्पश्चात Swati आरंभ
  • 📖 Tithi / तिथि: आश्विन शुक्ल तृतीया

1-👗 नये वस्त्र, वस्तु एवं आभूषण (New clothes, items & ornaments)

1    चित्रा नक्षत्र + तृतीया + बुधवार (Up to 16:16) एवं आभूषण प्रयोग हेतु दीर्घकालिक शुभ संयोग समय

  • ⏰ 08:10 – 09:50

🔹 शास्त्रीय प्रमाण:

  • चित्रा तृतीया वस्त्राभरण-दानभोगेषु शुभः — (ज्योतिषार्णव, मुहूर्त चन्द्रिका)
  • चित्रा नक्षत्र का सम्बन्ध वस्त्राभरण, अलंकार, आभूषण और भवन निर्माण से माना गया है।
  • तृतीया तिथि का स्वभाव उमादेवी का है, और इसे आभरण तिथिकहा गया है।

👉 परिणाम:
इस संयोग में नये वस्त्र, चूड़ी, आभूषण या सौंदर्य सामग्री का प्रयोग दीर्घकालिक शुभ एवं स्थायी लाभदायक होता है।

शास्त्रीय प्रमाण

  • मुहूर्त चिन्तामणि और निर्णय सिंधु के अनुसार, स्वाती और विशाखा नक्षत्र यद्यपि व्यापार, यात्रा, और सामाजिक कार्यों के लिए शुभ हैं, परन्तु नये वस्त्र, अलंकार और रत्न के लिए उतने श्रेष्ठ नहीं जितने चित्रा।
  • इन नक्षत्रों में वस्त्र-ग्रहण करने पर फल मध्यम एवं शान्तकारी मिलता है।
  • यह स्थिर लाभ तो देता है, परन्तु "आकर्षक चमक, दीर्घ शोभा और उत्तेजक सौभाग्य" का अभाव रहता है, जो चित्रा में मिलता है।

👉 परिणाम
इस संयोग में वस्त्र, अलंकार अथवा नये सामान लेने पर स्थिर लाभ और शान्त फल अवश्य प्राप्त होते हैं। किन्तु, शुभता का प्रभाव धीमा और मध्यम रहता है। विशेष रूप से रत्न और धातु-आभूषण दीर्घ उपयोग के योग्य तो होते हैं, परन्तु "अत्यधिक तेजस्वी परिणाम" नहीं देते।


2- स्वाती नक्षत्र + तृतीया + बुधवार (After 16:17 onwards)

समय सुझाव (Recommended timings)

  • 16:35 – 17:35 (स्थिर और मध्यम शुभफल)
  • NIGHT- 03:54 – 05:40 ;

📖 शास्त्रीय आधार (Scriptural Basis)

  • तृतीया तिथिसौभाग्य, अलंकार, दीर्घकालिकता के लिए सर्वोत्तम मानी गई है (निर्णयसिन्धु, मुहूर्तचिन्तामणि)
  • बुधवारव्यापार, वाणिज्य, वस्त्र-क्रय, आभूषण-खरीद और बुद्धि-विकास से संबंधित है।
  • स्वाती नक्षत्रव्यापार, लेन-देन, वायु-स्वभाव, शान्ति और संतुलन का सूचक है। इसमें नया वस्त्र अथवा आभूषण लेने से फल स्थिर तो मिलता है, परन्तु उतना तेज़ शुभफल नहीं जितना चित्रा नक्षत्र में।
  • तुला राशि (चन्द्र की स्थिति) → शुक्र-प्रधान, सौंदर्य, परिधान और आभूषणों से संबंधितअतः वस्त्र-आभूषण-रत्न प्रयोग का योग स्वाभाविक रूप से पुष्ट होता है।

🌸 परिणाम (Results)

👉 इस संयोग में नये वस्त्र, चूड़ी, रत्न और आभूषण लेने पर:

  • स्थिर लाभ (Stable gain)वस्त्र और आभूषण दीर्घकाल तक उपयोगी रहेंगे।
  • शान्त फल (Peaceful effects)अत्यधिक चमक-दमक नहीं, बल्कि संतुलित एवं संतोषदायक परिणाम।
  • सौंदर्य-वर्धन (Enhancement of charm/beauty)तुला राशि और बुध-स्वभाव के कारण पहनने वाले के व्यक्तित्व में आकर्षण सौम्यता का वर्धन।
  • वाणिज्यिक लाभ (Commercial benefit)वस्त्र/आभूषण-खरीदने-बेचने वालों के लिए मध्यम लाभदायक।

अनुकूल धातु, रंग और रत्न (Favourable Metals, Colours & Gems)

  • धातु (Metals): चाँदी, सफेद सोना, हल्का स्टील।
  • रंग (Colours): सफेद, हरा, हल्का नीला, पेस्टल टोन।
  • रत्न (Gems): पन्ना (Emerald, बुध का रत्न), हीरा या सफेद पुखराज (शुक्र का प्रभाव बढ़ाने हेतु)

 

🔖 संक्षेप (Summary Note)

हिन्दी:
स्वाती नक्षत्र + तृतीया + बुधवार (16:17 के बाद) में नये वस्त्र, चूड़ी, रत्न और आभूषण ग्रहण करने से स्थिर एवं शान्त लाभ मिलता है। दीर्घकालिक उपयोग हेतु यह संयोग उपयुक्त है, परन्तु चमकदार तेज़ शुभफल चित्रा की अपेक्षा कुछ कम होता है।

English:
“Swati Nakshatra + Tritiya + Wednesday (after 16:17) is favourable for new clothes, bangles, gems and ornaments. It brings stable and peaceful benefits, good for long-term use, though not as intensely auspicious as Chitra Nakshatra.”

 (Auspicious timings for new clothes, items & ornaments)

     नये वस्त्र, वस्तु एवं आभूषण प्रयोग हेतु दीर्घकालिक शुभ संयोग समय

  •      08:10 09:50
  •     16:35 17:35
  •      A>M> 03:54 – 05:40

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👉 यह लेख तैयार किया गया है:
By Pt. V. K. Tiwari ,Dr S.Tiwari & Dr.R. Dixit
📍 Bangalore – 560102, Suncity Apartment, Block 5;ClusterE
📞 9424446706

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Daily Horoscope | दैनिक राशिफ

01🔹 जन्म नक्षत्र (Birth Nakshatra) – यदि निम्नलिखित नक्षत्र हों, तो आज का दिन सुखद और अनुकूल रहेगा।
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेशा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद।
(If the birth Nakshatra is one of the following, today will be favorable and pleasant.)

 (Bharani, Rohini, Ardra, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Vishakha, Jyeshtha, Purvashadha, Shravan, Shatabhisha, Purva Bhadrapada.)

📌 सकारात्मक कार्यों के लिए अनुकूल (Auspicious for Positive Activities):
भविष्य-यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, सभी मंगल शुभ कार्य, देव-देवी दर्शन, संधि, विवाह, बैंक संबंधित नए खाते खोलना आदि।
(Future travel, new work, worship, oath-taking, construction, applications, policy-making, planning, meeting senior officials, donations, all auspicious activities, temple visits, agreements, marriage, opening new bank accounts, etc.)

2-🔹 नाम का प्रथम अक्षर निम्नलिखित है, तो दैनिक व्यावहारिक कार्यों में सफलता मिलेगी।

(If the first letter of your name matches the following, success in daily practical tasks is likely.)
व्यावहारिक कार्य में सफलता -स्थान प्रवेश, मित्रता, सहयोग, व्यापारिक कार्य आदि।
(Housewarming, friendship, cooperation, business activities, etc.)

ली, लू, ले, लो; , , , , , वि, वू (Li, Lu, Le, Lo; A, I, U, O, Va, Vi, Vu)
कू, के, को, घी, घु, घे, घो, , , , छी, छे, छो, छु

(Ku, Ke, Ko, Ghi, Ghu, Ghe, Gho, Gh, D, Ch, Chi, Che, Cho, Chu)
के, को, , हि, डी, डु, डे, ड़ो (Ke, Ko, H, Hi, Di, Du, De, Do)
मो, टा, टी, टू; पू, , , ; रू, रे, रो, ता (Mo, Ta, Ti, Tu; Pu, Sha, Na, Tha; Ru, Re, Ro, Ta)
ती, तू, ते, तो; नो, या, यी, यू (Ti, Tu, Te, To; No, Ya, Yi, Yu)
भू, धा, धि, धू, ढे, ढो, फा, फी, फु, फे, फ़ो,

(Bhu, Dha, Dhi, Dhu, Dhe, Dho, Pha, Phi, Phu, Phe, Pho, Dha)
, खी, खू, खे, खो; गो, सा, सी, सू; से, सो, दा, दी, दे, दो

Kh, Khi, Khu, Khe, Kho; Go, Sa, Si, Su; Se, So, Da, Di, De, Do)

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दैनिक राशिफल | Daily Horoscope

मेष (Aries)

📉 वित्तीय: खर्च बढ़ सकता है, व्यापार में अनिश्चितता रहेगी।
📉 Financial: Expenses may increase, and business may face uncertainty.
⚠️ सामाजिक: राजनीति में मतभेद संभव हैं।
⚠️ Social: Differences in politics are possible.
😟 स्वास्थ्य: मानसिक तनाव से बचें।
😟 Health: Avoid mental stress.

वृष (Taurus)

💰 वित्तीय: व्यापार में लाभ और नए अवसर मिलेंगे।
💰 Financial: Profits and new opportunities in business.
😊 सामाजिक: कार्यस्थल पर अनुकूल माहौल रहेगा।
😊 Social: A favorable environment at the workplace.
🏋स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
🏋Health: Good health will prevail.

मिथुन (Gemini)

💵 वित्तीय: आर्थिक लाभ और कार्यों में सफलता मिलेगी।
💵 Financial: Financial gains and success in work.
🤝 सामाजिक: मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।
🤝 Social: Support from friends.
💪 स्वास्थ्य: मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत रहेंगे।
💪 Health: You will remain mentally and physically strong.

कर्क (Cancer)

📉 वित्तीय: आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
📉 Financial: You may face financial challenges.
🎭 सामाजिक: जनसंपर्क से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी।
🎭 Social: Success for those in public relations.
⚠️ स्वास्थ्य: अनिद्रा और थकान महसूस हो सकती है।
⚠️ Health: Insomnia and fatigue may occur.

सिंह (Leo)

💼 वित्तीय: आजीविका के लिए अधिक मेहनत करनी होगी।
💼 Financial: More effort is required for livelihood.
⚠️ सामाजिक: प्रेम संबंधों में तनाव हो सकता है।
⚠️ Social: Tension in love relationships is possible.
🩺 स्वास्थ्य: मानसिक और शारीरिक थकान रहेगी।
🩺 Health: Mental and physical fatigue will persist.

कन्या (Virgo)

💰 वित्तीय: धन-संपत्ति अर्जित करने के योग हैं।
💰 Financial: Opportunities for wealth accumulation.
🏡 सामाजिक: परिवार और मित्रों से मेल-जोल बढ़ेगा।
🏡 Social: Increased bonding with family and friends.
😊 स्वास्थ्य: मानसिक शांति बनी रहेगी।
😊 Health: Mental peace will be maintained.

तुला (Libra)

📈 वित्तीय: व्यापार में लाभ होगा।
📈 Financial: Business will be profitable.
⚔️ सामाजिक: शत्रुओं पर विजय मिलेगी।
⚔️ Social: Victory over enemies.
⚠️ स्वास्थ्य: दांपत्य जीवन में तनाव संभव है।
⚠️ Health: Marital stress is possible.

वृश्चिक (Scorpio)

🏡 वित्तीय: भौतिक और पारिवारिक सुख प्राप्त होगा।
🏡 Financial: Material and family happiness will be achieved.
सामाजिक: प्रेम जीवन सुखमय रहेगा।
Social: Love life will be joyful.
🎭 स्वास्थ्य: मानसिक प्रसन्नता बनी रहेगी।
🎭 Health: Mental happiness will continue.

धनु (Sagittarius)

😔 वित्तीय: खर्च बढ़ सकता है, असंतोष रहेगा।
😔 Financial: Expenses may rise, leading to dissatisfaction.
⚠️ सामाजिक: क्रोध और विवाद से बचें।
⚠️ Social: Avoid anger and disputes.
🚫 स्वास्थ्य: मानसिक बेचैनी हो सकती है।
🚫 Health: Mental restlessness may occur.

मकर (Capricorn)

🏠 वित्तीय: घर और कार्यस्थल पर सुखद समय रहेगा।
🏠 Financial: A pleasant time at home and workplace.
😊 सामाजिक: परिवार के साथ समय बिताएंगे।
😊 Social: You will spend time with family.
🍽 स्वास्थ्य: अच्छा भोजन और मानसिक संतोष मिलेगा।
🍽 Health: Good food and mental satisfaction.

कुंभ (Aquarius)

🎯 वित्तीय: लक्ष्य प्राप्ति होगी।
🎯 Financial: Goals will be achieved.
🍛 सामाजिक: स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेंगे।
🍛 Social: Enjoy delicious food.
👑 स्वास्थ्य: सफलता और सम्मान मिलेगा।
👑 Health: Success and respect will be gained.

मीन (Pisces)

🤝 वित्तीय: प्रभावशाली लोगों से लाभ मिलेगा।
🤝 Financial: Benefits from influential people.
📚 सामाजिक: शिक्षा और राजनीति में सफलता मिलेगी।
📚 Social: Success in education and politics.
📈 स्वास्थ्य: मानसिक शांति बनी रहेगी।
📈 Health: Mental peace will be maintained.

आपका दिन शुभ हो! | Have a great day! 🚀

आज का उपाय (Today's Remedy):

परवल खाने से शत्रुओं की वृद्धि होती है।

किये जाने वाले कार्य-

 

तृतीया तिथि में शिल्पकला अथवा शिल्प संबंधी अन्य कार्यों में, सीमन्तोनयन, चूडा़कर्म, अन्नप्राशन, गृह प्रवेश, विवाह, राज-संबंधी कार्य, उपनयन आदि शुभ कार्य सम्पन्न किए जा सकते हैं.

 कार्य के पूर्व   -  कुबेर का पूजन करने से मनुष्य निश्चित ही विपुल धनवान बन जाता है तथा क्रय-विक्रयादि व्यापारिक व्यवहार में उसे अत्यधिक लाभ होता है।

-      सिंह,धनु,कुम्भ  राशी वाले बाधा नाश के लिए अवश्य करे |

-       📖 संदर्भ ग्रंथ: स्कंद पुराण, लिंग पुराण
🌸 देवता: गिरिजा (Girija)
🔮 श्राद्ध फल: शत्रु नाश। (स्कंद पुराण, काशी खंड अध्याय 56)
🚫 वर्जित भोजन: जौ, परवल, आँवला। (लिंग पुराण अध्याय 89)
🍽 अनुशंसित भोजन: चावल और कुबेर पूजन करें। (स्कंद पुराण अध्याय 60)
🎁 अनुशंसित दान: नमक एवं तांबे का दान करें। (लिंग पुराण)
🕉 मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः।

1️ For Good Fortune & Prosperity | सौभाग्य वृद्धि के लिए

     Bathing Ritual:

  • Mix river or pilgrimage water, rice, pearls, honey, nutmeg, and long pepper (Pipramool) in bathwater and take a bath.
          स्नान विधि:
  • स्नान जल में नदी या तीर्थ जल, चावल, मोती, शहद, जायफल, पिपरामूल मिलाकर स्नान करें।

 

2️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति हेतु दान

  • Donate: Green gram (moong dal), green clothes, green bangles, spinach, fruits, camphor.
  • Whom to Donate To? Girls, traders, and transgender individuals.

2️ दान करें:

  • मूंग, हरा वस्त्र, हरी चूड़ी, पालक, फल, कपूर।
  • दान प्राप्तकर्ता: कन्या, व्यापारी, किन्नर।

 

3️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) |

दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

  • Consume moong, sesame seeds, coriander, or milk.
  • If Mercury (Budh) is favorable in your chart, you may also have curd.

3️ उपाय:

  • घर से निकलने से पहले मूंग, तिल, धनिया, दूध में से कोई पदार्थ खाएं।
  • जिनका बुध अनुकूल हो वे दही अवश्य लें।

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

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सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...