सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

DAY remedy to get more success or protection from hidden problems bilingwal-hindi english

 

 

रविवार –

 - Sunday-

1. Avoid Eating Lentils, Ginger, and Red Leafy Vegetables

English: According to the Brahma Vaivarta Purana (Shri Krishna Khanda: 75.90), consuming lentils, ginger, and red leafy vegetables on Sundays is believed to have negative effects on health and spiritual energy. Avoiding these foods is considered beneficial for maintaining balance and positivity.
हिन्दी: ब्रह्मवैवर्त पुराण (श्रीकृष्ण खंड: 75.90) के अनुसार, रविवार के दिन दाल, अदरक और लाल रंग की पत्तेदार सब्जियां खाने से स्वास्थ्य और आध्यात्मिक ऊर्जा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन खाद्य पदार्थों से बचना संतुलन और सकारात्मकता बनाए रखने के लिए लाभकारी माना जाता है।

2. Do Not Use Bronze Utensils for Meals

English: Eating from bronze utensils on Sundays is discouraged due to planetary influences. It is believed that using bronze intensifies the effects of the sun’s energy, which may not always be favorable.
हिन्दी: रविवार को कांसे के बर्तनों में भोजन करने से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसका संबंध ग्रहों के प्रभाव से है। ऐसा माना जाता है कि कांसे का उपयोग सूर्य की ऊर्जा के प्रभाव को बढ़ा सकता है, जो हमेशा अनुकूल नहीं होता।

3. Worship the Bilva Tree

English: The Skanda Purana states that worshiping the Bilva (Bael) tree on Sundays helps in removing even severe sins, including Brahmahatya (the sin of harming a Brahmin). Offering water and prayers to the tree is considered highly auspicious.
हिन्दी: स्कंद पुराण के अनुसार, रविवार को बिल्व (बेल) वृक्ष की पूजा करने से गंभीर से गंभीर पाप, जैसे कि ब्रह्महत्या का दोष भी समाप्त हो सकता है। इस वृक्ष को जल अर्पित करना और प्रार्थना करना अत्यंत शुभ माना जाता है।1    सूर्य गायत्री मंत्र (पंचपद मंत्र)

🔸 संस्कृत (Romanized)
🕉 "Om Sapta Turangaya Vidmahe Sahasra Kiranaya Dhimahi |
Tanno Suryah Prachodayat | Aapo Jyoti Rasa Amritam |
Paro Rajasay Savadom |"

🔸 हिंदी अर्थ
"
हम सप्त-अश्वयुक्त सूर्यदेव को जानते हैं, सहस्रों किरणों वाले सूर्य को हम ध्यान में रखते हैं। वे सूर्यदेव हमें प्रकाशमान करें।"

🔹 लाभ: यह मंत्र सूर्य देव की ऊर्जा को जागृत करता है, जिससे ज्ञान, स्पष्टता और सफलता प्राप्त होती है।


2️   सूर्य बीज मंत्र

🔸 संस्कृत (Romanized)
🕉 "Om Hram Hreem Hroum Sah Suryaya Namah ||"

🔸 हिंदी अर्थ
"
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।"

🔹 प्रभाव: यह मंत्र ऊर्जा, स्वास्थ्य और समग्र सफलता को बढ़ाता है।


3️     जैन मंत्र (शांति और ग्रह संतुलन हेतु)

🔸 संस्कृत (Romanized)
🕉 "Om Hreem Arham Surya Graharishta Nivaraka |
Shri Padma Prabhu Jinendraya Namah Sarvashantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Apna Naam) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarvashantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🔸 हिंदी अर्थ
"
ॐ ह्रीं अर्हं सूर्य ग्रह अरिष्ट निवारक।
श्री पद्मप्रभु जिनेन्द्राय नमः। संपूर्ण शांति प्रदान करें।
(
अपना नाम लें) के सभी ग्रह दोष, रोग और कष्टों को समाप्त करें।
हे प्रभु, संपूर्ण शांति प्रदान करें। हूँ फट् स्वाहा।"

सुख और सौभाग्य वृद्धि के लिए उपाय

1. विशेष स्नान करें

👉 English: For enhancing fortune and happiness, mix Kaner flowers, saffron, khus (vetiver), and cardamom in your bathing water. This purifies the aura and attracts positive energy.
👉 हिन्दी: सुख और सौभाग्य बढ़ाने के लिए स्नान जल में कनेर पुष्प, केसर, खस और इलायची मिलाकर स्नान करें। यह ऊर्जा को शुद्ध करता है और सकारात्मकता को आकर्षित करता है।

2. सूर्य देव को जल अर्पण करें

👉 English: Offer water to Lord Surya (Sun God) every morning to receive blessings of vitality, success, and good fortune.
👉 हिन्दी: प्रतिदिन प्रातः सूर्य देव को जल अर्पित करें, जिससे ऊर्जा, सफलता और सौभाग्य की प्राप्ति होगी।

🔱 Mantra (मंत्र):
🕉 "खखोलकाय नमः"
👉 Meaning: This mantra invokes the blessings of the Sun God for strength, prosperity, and clarity in life.
👉 अर्थ: यह मंत्र सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने और जीवन में शक्ति, समृद्धि और स्पष्टता हेतु जपा जाता है।


बाधा मुक्ति के लिए दान (Obstacle Removal Donations)

👉 English: To remove obstacles and negative energies, donate jaggery, red cloth, flowers, copper, orange-colored items, red sandalwood, and red Kaner flowers.
👉 हिन्दी: बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए गुड़, लाल वस्त्र, पुष्प, तांबा, नारंगी वस्त्र, लाल चंदन और लाल कनेर पुष्प का दान करें।

📌 Best Places for Donation (दान के श्रेष्ठ स्थान):
Red Cow (लाल गाय)
Sun Temples (सूर्य मंदिर)
Children under 10 years (10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे)
Lord Vishnu & Krishna Temples (विष्णु एवं कृष्ण मंदिर)


दिन दोष एवं आपत्ति निवारण (Prevention of Day-related Obstacles)

👉 English: Before leaving home, consume any of the following to avoid misfortune—Mango, Ghee, Betel Leaf (Paan), or any juicy fruit (Rasaal).
👉 हिन्दी: घर से निकलने से पहले रसाल (रसीला फल), आम, घी या पान में से कोई एक ग्रहण करें, जिससे दिन में आने वाली बाधाओं से बचा जा सके।

----------------------------------------------

---------------------------------------------------------------

सुख,सौभाग्य वृद्धि के लिए –

स्नान जल मे कनेर पुष्प ,केस,खस, इलायची मिला कर स्नान करे |

-सूर्य देव को जल अर्पण करे |

मंत्र -खखोलकाय नमः |

-  बाधा मुक्ति के लिए दान-

गुड,लाल,वस्त्र,पुष्प, तांबा नारंगी वस्तु,लाल चन्दन कनेर लाल पुष्प |

दान -लाल गाय ,सूर्य मंदिर, 10 वर्ष तक के बच्चे,विष्णु,कृष्ण मंदिर मे  दे सकते है||

दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं–रसाल,आम,घी,पान मे से कोई भी पदार्थ |

सफलता के लिए –

आज के मंत्र-

सूर्य देव का गायत्री पंचपाद मंत्र-

ओम सप्त तुरंगाय विद्महे सहस्त्र किरणाय धीमहि

तन्नो सूर्यः प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः ॥ 

जैन मंत्र-

ऊँ ह्रीं अर्हं सूर्य ग्रहारिष्ट निवारक।

श्री पद्म प्रभु जिनेन्द्राय नमः सर्वशांतिं कुरू कुरू स्वाहा।

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

 

सोमवार - अनिष्ट नाशक एवं 🔅 Monday – Remedies for Removing Obstacles & Success 🔅

🔅 सोमवार - अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय 🔅

1️ For Health, Happiness, and Prosperity

Bathing Ritual:

  • Mix holy river water, Panchagavya, milk, white sandalwood, and cow urine in your bathwater and take a bath.
    आरोग्य सुख, सौभाग्य वृद्धि के लिए:
  • स्नान जल में पवित्र नदी का जल, पंचगव्य, दूध, सफेद चंदन और गोमूत्र मिलाकर स्नान करें।

2️ Charity (Donation) for Removing Obstacles

  • Donate: Rice and white flowers.
  • Offer Water: To a girl child, a white cow, or in a Shiva temple.

2️ बाधा मुक्ति के लिए दान

  • दान करें: चावल और सफेद पुष्प।
  • जल दान करें: किसी कन्या को, सफेद गाय को, या शिव मंदिर में।

3️ What to Eat Before Leaving Home (To Remove Daily Doshas)

  • Eat Kheer (sweet rice pudding with milk) or just milk before stepping out.

3️ दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं

  • खीर (दूध-चावल) या केवल दूध ग्रहण करें।

4️ Remedy for Daily Doshas (Negative Effects)

  • Look at your face in a mirror before leaving the house.

4️ दिन दोष उपाय

  • घर से निकलने से पहले दर्पण (आईना) में अपना मुख देखें।

🔹 For Success and Spiritual Growth

  • Worship Chandra Dev (Moon God) and Lord Shiva.
  • Chant the following powerful mantras:

🔹 सफलता एवं आध्यात्मिक उन्नति के लिए

  • चंद्र देव एवं भगवान शिव की पूजा करें।
  • निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:

🌙 Chandra Dev Beej Mantra | चंद्र देव बीज मंत्र

🕉 "Om Chandramase Namah ||"
🕉 "ॐ चंद्रमसे नमः ||"


🌙 Chandra Dev Gayatri Mantra | चंद्र देव गायत्री मंत्र

🕉 "Om Amritangaya Vidmahe, Kalaroopaya Dhimahi |
Tanno Somah Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam | Paro Rajase Savadom ||"

🕉 "ॐ अमृतअंगाय विद्महे, कलारूपाय धीमहि |
तन्नो सोमः प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रस अमृतम | परो रजसे सावदोम ||"


🕉 Jain Chandra Mantra | जैन धर्म का चंद्र मंत्र

🕉 "Om Namo Arhate Bhavate Shrimate Chandra Prabhu Tirthankaraya |
Vijay Yaksha Jwala-Malini Yakshi Sahitaya |
Om Aam Kraun Hreem Hyah Som Maha Grah!
Mam Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ नमोर्हते भवते श्रीमते चन्द्र प्रभु तीर्थंकराय |
विजय यक्ष ज्वाला-मालिनी यक्षी सहिताय |
ॐ आं क्रौं ह्रीं ह्यः सोम महा ग्रह!
मम दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

🕉 "Om Hreem Som Graharishta Nivaraka |
Shri Chandra Prabhu Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं सोम ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री चन्द्र प्रभु जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरू कुरू स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्व शांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"


Following these remedies will remove Chandra Dosha and bring happiness, success, and peace into life. 🌙
इन उपायों को करने से चंद्र दोष समाप्त होगा और जीवन में सुख-समृद्धि आएगी। 🌙

 सफलता के उपाय-

-    आरोग्य सुख,सौभाग्य वृद्धि के लिए

1-स्नान जल मे नदी या तीर्थ जल,पंचगव्य ,

दूध , सफेद चंदन ,गोमूत्र,मिला कर स्नान करे | |

2--बाधा मुक्ति के लिए दान-

दान चावल,श्वेत पुष्प।जल दान किसी भी कन्या

को या सफ़ेद गाय,शिव मंदिर मे करे |

3-दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं––

खीर या दूध चावल ,दूध |

4-दिन दोष उपाय- दर्पण मे मिरर मे मुह देख कर प्रस्थान करे |

सफलता के लिए

आज के मंत्र-

चंद्र देव एवं शिव की पूजा करे |

मंत्र -ॐ चंद्रमसे नमः |

चन्द्र्देव का  गायत्री मंत्र-

ओम अमृतअंगाय विद्महे कलारूपाय धीमहि तन्नो सोमः प्रचोद्यात् ।|

आपो ज्योति रस अमृतम |परो राजसे सावदोम  |

जैन धर्म का मंत्र-

ऊँ नमोर्हते भवते श्रीमते चन्द्र प्रभु तीर्थंकराय विजय

यक्ष ज्वाला-मालिनी यक्षी सहिताय ऊँ आं क्रौं ह्रीं ह्यः

सोम महा ग्रह! मम दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं

सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

. ॐ ह्रीं सोम ग्रहारिष्ट निवारक-श्री चन्द्र प्रभु जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरुकुरु स्वाहा।
मम (अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

🔴 Tuesday – Remedies for Prosperity & Success 🔴

🔴 मंगलवार - सुख, सौभाग्य वृद्धि एवं सफलता के उपाय 🔴

1️ For Happiness & Prosperity | सुख, सौभाग्य वृद्धि के लिए

Bathing Ritual:

  • Mix Jatamansi (spikenard), Maulshree (bakul tree), and red flowers in bathwater and take a bath.
    स्नान विधि:
  • स्नान जल में जटामांसी, मौलश्री और लाल पुष्प मिलाकर स्नान करें।

2️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति हेतु दान

  • Donate: Jaggery, masoor dal (red lentils), copper, red sandalwood, young men’s necessities, red Kaner flowers.

2️ दान करें:

  • गुड़, मसूर, तांबा, लाल चंदन, युवा पुरुषों की आवश्यक वस्तुएं, और लाल कनेर पुष्प।

3️ Whom to Donate To? | दान किसे दें?

  • Young men, a red bull, young boys, warriors, security personnel, and watchmen.

3️ दान प्राप्तकर्ता:

  • युवा लड़के, लाल बैल, क्षत्रिय, सुरक्षा कर्मी और चौकीदार।

4️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

  • Consume Kanji (fermented rice water) before leaving the house.

4️ उपाय:

  • घर से निकलने से पहले कांजी का सेवन करें।

🔹 For Success and Spiritual Growth | सफलता एवं आध्यात्मिक उन्नति के लिए

  • Worship Mars (Mangal) and chant the following powerful mantras.
  • मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Nakshatra Mantra for Mangal | नक्षत्र मंत्र

🕉 "Om Bhagay Namah ||"
🕉 "ॐ भगाय नमः ||"


🔥 Mangal Gayatri Mantra (Panchapada) | मंगल ग्रह गायत्री मंत्र पंचपाद 🔥

🕉 "Om Angarakaya Vidmahe Shakti Hastaya Dhimahi |
Tanno Bhaumya Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam | Paro Rajase Savadom ||"

🕉 "ॐ अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि |
तन्नो भौम्य प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रसोंमृतम | परो रजसे साव दोम ||"


🔥 Mangal Beej Mantra | मंगल बीज मंत्र 🔥

🕉 "Om Kraam Kreem Kroum Sah Bhaumaya Namah ||"
🕉 "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः ||"


🔹 Jain Mangal Mantra | जैन मंगल मंत्र 🔹

🕉 "Om Hreem Namo Siddhanam ||"
🕉 "ॐ ह्रीं णमो सिद्धाणं ||"

🕉 "Om Hreem Mangal Graharishta Nivaraka |
Shri Vasu Pujya Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं मंगल ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री वासु पूज्य जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरू कुरू स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"


By following these remedies, one can remove the negative effects of Mangal (Mars) and attain happiness, success, and protection. 🔴
इन उपायों को करने से मंगल दोष समाप्त होगा और जीवन में सुख, समृद्धि एवं सुरक्षा प्राप्त होगी। 🔴

 

 

मंगलवार

1-सुख,सौभाग्य वृद्धि के लिए

जटामांसी ,मौलश्री , लाल पुष्प जल मे मिला कर स्नान करे | |

2-दान- गुड,मसूर, तांबा ,लाल चन्दन युवा पुरुष,

रक्षक,कनेर लाल पुष्प |

3-दान किसे दे   युवा अवश्यक -लाल बैल,युवा लड़का,कष्ट्रीय,

सुरक्षा कर्मी ,चौकीदार को दे| |

4- दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं––कांजी |

सफलता के लिए -आज के मंत्र-

नक्षत्र  मंत्र--ॐ भगाय नम: ।

मंगल ग्रह गायत्री मंत्र पंचपाद-

ओम अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि तन्नो भौम्य प्रचोदयात्

आपो ज्योति रसोंमृतम ,परो रजसे साव दोम |

ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः|

जैन मंत्र-

ॐ ह्रीं णमो सिद्धाणं ।

ॐ ह्रीं मंगल ग्रहारिष्ट निवारक श्री वासु पूज्य जिनेन्द्राय नम।

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (..अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

=================================================

Wednesday – Remedies for Prosperity & Success 🟢

🟢 बुधवार - अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय 🟢

1️ For Good Fortune & Prosperity | सौभाग्य वृद्धि के लिए

Bathing Ritual:

  • Mix river or pilgrimage water, rice, pearls, honey, nutmeg, and long pepper (Pipramool) in bathwater and take a bath.
    स्नान विधि:
  • स्नान जल में नदी या तीर्थ जल, चावल, मोती, शहद, जायफल, पिपरामूल मिलाकर स्नान करें।

2️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति हेतु दान

  • Donate: Green gram (moong dal), green clothes, green bangles, spinach, fruits, camphor.
  • Whom to Donate To? Girls, traders, and transgender individuals.

2️ दान करें:

  • मूंग, हरा वस्त्र, हरी चूड़ी, पालक, फल, कपूर।
  • दान प्राप्तकर्ता: कन्या, व्यापारी, किन्नर।

3️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

  • Consume moong, sesame seeds, coriander, or milk.
  • If Mercury (Budh) is favorable in your chart, you may also have curd.

3️ उपाय:

  • घर से निकलने से पहले मूंग, तिल, धनिया, दूध में से कोई पदार्थ खाएं।
  • जिनका बुध अनुकूल हो वे दही अवश्य लें।

🔹 For Stress Relief & Success | तनाव, परेशानी रोकने एवं सफलता के लिए

  • Worship Mercury (Budh) and chant the following powerful mantras.
  • बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Mercury Gayatri Mantra | बुध ग्रह गायत्री मंत्र

🕉 "Om Saumyarupaya Vidmahe |
Banesaya Dhimahi |
Tanno Budhah Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam ||"

🕉 "ओम सौम्यरूपाय विद्महे |
बाणेशाय धीमहि |
तन्नो बुध प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रस अमृतम ||"


🕉 Budh Beej Mantra | बुध बीज मंत्र

🕉 "Om Bram Breem Broum Sah Budhaya Namah ||"
🕉 "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ||"


🔹 Jain Mantra for Mercury | जैन बुध ग्रह मंत्र 🔹

  • Remember Lord Vimalnath or Lord Mallinath for protection from Mercury afflictions.
  • श्री विमलनाथ या श्री मल्लिनाथ भगवान का स्मरण करें।

🕉 "Om Hreem Namo Uvajjhayanam ||"
🕉 "ॐ ह्रीं णमो उवज्झायाणं ||"

🕉 "Om Hreem Budhagraha Arishta Nivaraka |
Shri Mallinath Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं बुधग्रह अरिष्ट निवारक |
श्री मल्लिनाथ जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरू कुरू स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"


By following these remedies, one can neutralize Mercury’s negative effects and attain intelligence, financial success, and peace. 🟢✨
इन उपायों को करने से बुध ग्रह की अशुभता दूर होगी और बुद्धि, व्यापार में सफलता एवं शांति प्राप्त होगी। 🟢✨

 

बुधवार

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

सौभाग्य वृद्धि के लिए

1-स्नान जल मे नदी या तीर्थ जल,चावल,मोती  शहद,

जायफल ,पिपरामुल ,नदी या तीर्थ जल; मिला कर स्नान करे ||

 2- बाधा मुक्ति के लिए दान- मूंग ,हरा वस्त्र ,हरी चूड़ी,पालक ,फल कपूर |         

  दान दे -कन्या,व्यापारी, किन्नर को दे    |

3-दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं––मूंग ,तिल,धनिया ,दूध मे से कोई पदार्थ || जिनका बुध अनुकूल हो वे दही Curd अवश्य ले सकते हैं |

तनाव ,परेशानी रोकने एवं सफलता के लिए मंत्र-

बुध ग्रह का गायत्री मंत्र-

ओम सौम्यरूपाय विद्महे बाणेशाय धीमहि

तन्नो बुध प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |

ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ॥

जैन मंत्र-

श्री विमलनाथ या श्री मल्लिनाथ भगवान का स्मरण करे-

ॐ ह्रीं णमो उवज्झायाणं |

ॐ ह्रीं बुधग्रह अरिष्ट निवारक-श्री मल्लिनाथ जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरुकुरु स्वाहा।

मम (.अपना नाम.) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

Thursday – Remedies for Removing Negativity & Success 🟡

🟡 गुरुवार अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय 🟡

1️ For Fortune & Success | सौभाग्य व सफलता वृद्धि के लिए

Bathing Ritual:

  • Mix river or pilgrimage water, jasmine flowers (or yellow mustard in absence of jasmine), cluster fig (Goolar), and licorice (Mulethi) in bathwater and take a bath.

स्नान विधि:

  • स्नान जल में नदी या तीर्थ जल, चमेली पुष्प (या पीली सरसों), गूलर, मुलेठी मिलाकर स्नान करें।

2️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति हेतु दान

  • Donate: Yellow grains (chana), sugar, yellow flowers (marigold, cassia, amaltas, peepal leaves), yellow clothes, yellow fruits (banana, papaya).

2️ दान करें:

  • पीला अनाज (चना), शक्कर, पीले पुष्प (गेंदा, केसरी, कैला, पीपल), पीला वस्त्र, पीले फल (पपीता, केला) आदि।

3️ Whom to Donate To? | दान किसे दें?

  • To Guru, wise scholars, Brahmins, teachers, or those involved in knowledge and education.
  • Donation can also be made at Vishnu, Krishna, or Ram temples.

3️ दान प्राप्तकर्ता:

  • गुरु, ज्ञानी पुरुष, ब्राह्मण, शिक्षा कर्म करने वाले व्यक्ति।
  • दान विष्णु, कृष्ण, राम मंदिर में करना चाहिए।

4️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

  • Consume curd (yogurt) and cumin seeds before leaving home.

4️ उपाय:

  • घर से निकलने से पहले दही (Curd) और जीरा (Cumin) खाएं।

🔹 For Stress Relief & Success | तनाव, परेशानी रोकने एवं सफलता के लिए

  • Worship Jupiter (Guru) and chant the following powerful mantras.
  • गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Guru Gayatri Mantra | गुरु ग्रह गायत्री मंत्र

🕉 "Om Angirasaya Vidmahe |
Divya Devataya Dhimahi |
Tanno Jivah Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam ||"

🕉 "ओम अंगिरसाय विद्महे |
दिव्य देवताय धीमहि |
तन्नो जीवः प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रस अमृतम ||"


🕉 Guru Beej Mantra | गुरु बीज मंत्र

🕉 "Om Gram Greem Groum Sah Gurave Namah ||"
🕉 "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरूवे नमः ||"


🔹 Jain Mantra for Jupiter | जैन गुरु ग्रह मंत्र 🔹

  • Remember Lord Mahavir for protection from Jupiter afflictions.
  • श्री महावीर भगवान का स्मरण करें।

🕉 "Om Hreem Namo Ayariyanam ||"
🕉 "ॐ ह्रीं णमो आयरियाणं ||"

🕉 "Om Hreem Guru Graharishta Nivaraka |
Shri Mahavir Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं गुरु ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री महावीर जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरू कुरू स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

📿 Chant 11, 31, or 54 times for maximum benefits.
📿 (11, 31 या 54 जाप करें)।


By following these remedies, one can neutralize Jupiter’s negative effects and attain wisdom, success, and prosperity. 🟡✨
इन उपायों को करने से गुरु ग्रह की अशुभता दूर होगी और ज्ञान, सफलता एवं समृद्धि प्राप्त होगी। 🟡✨

 

गुरुवार के अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

1-- सौभाग्य सफलता वृद्धि के लिए

स्नान जल मे मिला नदी

या तीर्थ जल,-चमेली पुष्प ,सफेद के अभाव मे

 पीली सरसों ,गूलर ,मुलेठी ,मिला कर स्नान करे |

    

2-बाधा मुक्ति के लिए दान-

पीला अनाज ,चना, शकर, पीले पुष्प gYnh] dslj] dsyk] ixMh] ihiy

पीला वस्त्र पीला फल पपीता केला आदि दान करे|

3-दान किसको दे -

गुरु,ज्ञानी पुरुष,ब्राह्मण या ज्ञान,शिक्षा कर्म करने वाले को या विष्णु,कृष्ण,राम मंदिर मे दान H

phaVh] iqtkjh Lo.kZ foØsrk /keZ LFkku मे करना चाहिए |

गुरु ग्रह का गायत्री मंत्र-

ओम अंगिरसाय विद्महे दिव्य देताय धीमहि

तन्नो जीवः प्रचोद्यात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरूवे नमः ॥

जैन मंत्र-

ॐ ह्रीं णमो आयरियाणं 

ॐ ह्रीं गुरु ग्रहारिष्ट निवारकश्री महावीर जिनेन्द्राय नम

सर्वशांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (.अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

(11,31 या 54 जाप्य)

दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व खाएं––दही curd,जीरा |

=============================================================

Friday – Remedies for Venus (Shukra) for Removing Negativity & Success ⚪

शुक्रवार शुक्र ग्रह हेतु अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय


1️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति के लिए दान

What to Donate?

  • Rice, silver, sugar crystals (mishri), white flowers, curd, white clothes, white sandalwood, and fragrant substances.

दान क्या करें?

  • चावल, चांदी, मिश्री, सफेद पुष्प, दही, सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य।

Whom to Donate To?

  • Donate to a white cow, a girl (kanya), or at a Goddess temple.

दान किसे दें?

  • सफेद गाय, कन्या या देवी मंदिर में दान करें।

2️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

Consume raw milk or barley before stepping out.
If Venus is favorable in the birth chart, consuming curd (yogurt) is highly beneficial.

क्या खाएं?

  • कच्चा दूध, जौ (Barley)
  • यदि जन्म कुंडली में शुक्र अच्छा हो, तो दही का सेवन अवश्य करें।

🔹 For Prosperity & Success | समृद्धि व सफलता के लिए 🔹

  • Worship Lord Venus (Shukra) and chant the following powerful mantras.
  • शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Venus Gayatri Mantra | शुक्र ग्रह गायत्री मंत्र

🕉 "Om Bhrugujaya Vidmahe |
Divya Dehaya Dhimahi |
Tanno Shukrah Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam |
Paro Rajasay Savadom ||"

🕉 "ओम भृगुजाय विद्महे |
दिव्यदेहाय धीमहि |
तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रस अमृतम |
परो रजसे सावादोंम ||"


🕉 Venus Beej Mantra | शुक्र बीज मंत्र

🕉 "Om Dram Dreem Droum Sah Shukraya Namah ||"
🕉 "ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ||"


🔹 Jain Mantra for Venus | जैन शुक्र ग्रह मंत्र 🔹

  • Remember Lord Suvidhinath or Lord Pushpadanta for planetary peace.
  • श्री सुविधिनाथ या श्री पुष्पदंत भगवान का स्मरण करें।

🕉 "Om Hreem Shukra Graharishta Nivaraka |
Shri Pushpadanta Nath Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

📿 Chant 11, 31, or 54 times for maximum benefits.
📿 (11, 31 या 54 जाप करें)।


By following these remedies, one can neutralize Venus’s negative effects and attain beauty, wealth, luxury, and happiness. ⚪✨
इन उपायों को करने से शुक्र ग्रह की अशुभता दूर होगी और सौंदर्य, धन, ऐश्वर्य एवं सुख की प्राप्ति होगी। ⚪✨

 

शुक्रग्रह हेतु   -

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

शुक्र गायत्री मंत्र-

ओम भृगुजाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि

तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ॥

जैन मंत्र-

श्री सुविधिनाथ भगवान या श्री पुष्पदंत भगवान

ॐ ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक-श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा। | 

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

बाधा मुक्ति के लिए दान- चावल ,चांदी मिश्री ,सफेद पुष्प,

1-दही ,सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य दान करे | |

2-दान किसे दे - सफ़ेद गाय कन्या या देवी मंदिर मे दान करे ||

3-दिन के दोष निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं

कच्चा दूध ,जौ barly | यदि जन्म कुंडली मे शुक्र अच्छा हो उनको दही अवश्य उपयोग करना चाहिए |

=============================================================

Saturday – Remedies for Saturn (Shani) for Removing Negativity & Success ⚫

शनिवार शनि ग्रह हेतु अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय


1️ For Prosperity & Fortune | सुख, सौभाग्य वृद्धि के लिए

Take a bath by adding black sesame seeds to the water.
Light an oil lamp near the root of a Peepal tree while chanting the mantra:

🕉 "Om Pippalada Rishaye Namah ||"

स्नान जल में काले तिल मिलाकर स्नान करें।
पीपल वृक्ष की जड़ के समीप तैल का दीपक जलाएं और मंत्र बोलें:

🕉 "ॐ पिप्पलाद ऋषये नमः ||"


2️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति के लिए दान

What to Donate?

  • Black gram (urad dal), sesame (til), black clothes, blue flowers, and loban (benzoin resin).

दान क्या करें?

  • उड़द, तिल, काले वस्त्र, नीले पुष्प, लोबान।

Whom to Donate To?

  • Donate to a black cow, an elderly person, or a servant.

दान किसे दें?

  • काली गाय, वृद्ध, सेवक।

3️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

Consume sesame rice, urad dal, or ginger before stepping out.
If Saturn is unfavorable in your birth chart, avoid eating urad dal.

क्या खाएं?

  • तिल-भात, उड़द, अदरक में से कोई या सभी पदार्थ।
  • जिनका शनि ठीक न हो, वे उड़द का प्रयोग न करें।

🔹 For Success & Removing Saturn’s Negative Effects | सफलता के लिए 🔹

  • Worship Lord Shani and chant the following powerful mantras.
  • शनि देव की पूजा करें और निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Shani Gayatri Mantra | शनि गायत्री मंत्र

🕉 "Om Surya Putraya Vidmahe |
Mrityu Rupaya Dhimahi |
Tanno Saurih Prachodayat ||"

🕉 "ॐ सूर्य पुत्राय विद्महे |
मृत्यु रूपाय धीमहि |
तन्नो सौरिः प्रचोदयात् ||"

🔹 Alternative Mantra
🕉 "Om Bhagabhavaya Vidmahe |
Mrityu Rupaya Dhimahi |
Tanno Shanih Prachodayat ||"

🕉 "ऊँ भगभवाय विद्महे |
मृत्युरूपाय धीमहि |
तन्नो शनिः प्रचोदयात् ||"

🕉 "Om Pram Preem Proum Sah Shanaischaraya Namah ||"
🕉 "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ||"


🔹 Jain Mantra for Saturn | जैन शनि ग्रह मंत्र 🔹

  • For planetary peace, remember Lord Shitalnath or Lord Munisuvrat Nath.
  • श्री शीतलनाथ या श्री मुनिसुव्रतनाथ भगवान का स्मरण करें।

🕉 "Om Hreem Shani Graharishta Nivaraka |
Shri Munisuvrat Nath Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 "ॐ ह्रीं शनि ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री मुनिसुव्रत नाथ जिनेन्द्राय नमः |
सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

📿 Chant 11, 31, or 54 times for maximum benefits.
📿 (11, 31 या 54 जाप करें)।


By following these remedies, one can pacify Saturn’s negative effects and achieve stability, discipline, and success in life. ⚫✨
इन उपायों को करने से शनि ग्रह की अशुभता दूर होगी और जीवन में स्थिरता, अनुशासन एवं सफलता प्राप्त होगी। ⚫✨

 

 शनिवार

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

-सुख,सौभाग्य वृद्धि के लिए –

स्नान जल मे काले तिल मिला कर स्नान करे | |

-पीपल वृक्ष की जड़ के समीप तैल का दीपक लगाए |

मंत्र बोले-ॐपिप्पलाद ऋषये नमः |

-  बाधा मुक्ति के लिए दान-उड़द ,तिल,काला,वस्त्र,,

नीले पुष्प,लोभान,करे |

दान -काली गाय,वृद्ध,सेवक,को दे सकते है||

घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए –तिल,भात ,उड़द,अदरख मे सेकोई या सभी पदार्थ उपयोग करना चाहिए |जिन का शनि ठीक न हो वे उड़द प्रयोग न करे |

सफलता के लिए -आज के मंत्र-

शनि का गायत्री मंत्र-

त्रिपद मंत्र की तुलना मे श्रेष्ठ पंच पाद गायत्री मंत्र प्रयोग करे  -

ॐ सूर्य पुत्राय विद्महे ,मृत्यु रुपाय धीमहि ,तन्नो सौरिः प्रचोदयात् ॥

आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |  या

ऊॅ भगभवाय विद्महे मृत्युरूपाय धीमहि तन्नौ शनिः प्रचोदयात् ।

|आपो ज्योति रस अमृतम | आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥

जैन मंत्र-

णमो लोए सव्वसाहूणं|

ॐ ह्रीं शनि ग्रहा अरिष्ट निवारक णमो लोए सव्वसाहूणं|

श्री मुनि सुव्रत नाथ जिनेन्द्राय नम: सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

 

===========================


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्राद्ध की गूढ़ बाते ,किसकी श्राद्ध कब करे

श्राद्ध क्यों कैसे करे? पितृ दोष ,राहू ,सर्प दोष शांति ?तर्पण? विधि             श्राद्ध नामा - पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी श्राद्ध कब नहीं करें :   १. मृत्यु के प्रथम वर्ष श्राद्ध नहीं करे ।   २. पूर्वान्ह में शुक्ल्पक्ष में रात्री में और अपने जन्मदिन में श्राद्ध नहीं करना चाहिए ।   ३. कुर्म पुराण के अनुसार जो व्यक्ति अग्नि विष आदि के द्वारा आत्महत्या करता है उसके निमित्त श्राद्ध नहीं तर्पण का विधान नहीं है । ४. चतुदर्शी तिथि की श्राद्ध नहीं करना चाहिए , इस तिथि को मृत्यु प्राप्त पितरों का श्राद्ध दूसरे दिन अमावस्या को करने का विधान है । ५. जिनके पितृ युद्ध में शस्त्र से मारे गए हों उनका श्राद्ध चतुर्दशी को करने से वे प्रसन्न होते हैं और परिवारजनों पर आशीर्वाद बनाए रखते हैं ।           श्राद्ध कब , क्या और कैसे करे जानने योग्य बाते           किस तिथि की श्राद्ध नहीं -  १. जिस तिथी को जिसकी मृत्यु हुई है , उस तिथि को ही श्राद्ध किया जाना चा...

*****मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक रामचरितमानस की चौपाईयाँ-

*****मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक रामचरितमानस की चौपाईयाँ-       रामचरितमानस के एक एक शब्द को मंत्रमय आशुतोष भगवान् शिव ने बना दिया |इसलिए किसी भी प्रकार की समस्या के लिए सुन्दरकाण्ड या कार्य उद्देश्य के लिए लिखित चौपाई का सम्पुट लगा कर रामचरितमानस का पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होती हैं | -सोमवार,बुधवार,गुरूवार,शुक्रवार शुक्ल पक्ष अथवा शुक्ल पक्ष दशमी से कृष्ण पक्ष पंचमी तक के काल में (चतुर्थी, चतुर्दशी तिथि छोड़कर )प्रारंभ करे -   वाराणसी में भगवान् शंकरजी ने मानस की चौपाइयों को मन्त्र-शक्ति प्रदान की है-इसलिये वाराणसी की ओर मुख करके शंकरजी को स्मरण कर  इनका सम्पुट लगा कर पढ़े या जप १०८ प्रतिदिन करते हैं तो ११वे दिन १०८आहुति दे | अष्टांग हवन सामग्री १॰ चन्दन का बुरादा , २॰ तिल , ३॰ शुद्ध घी , ४॰ चीनी , ५॰ अगर , ६॰ तगर , ७॰ कपूर , ८॰ शुद्ध केसर , ९॰ नागरमोथा , १०॰ पञ्चमेवा , ११॰ जौ और १२॰ चावल। १॰ विपत्ति-नाश - “ राजिव नयन धरें धनु सायक। भगत बिपति भंजन सुखदायक।। ” २॰ संकट-नाश - “ जौं प्रभु दीन दयालु कहावा। आरति हरन बेद जसु गावा।। जपहिं ना...

दुर्गा जी के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए?

दुर्गा जी   के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों   के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए ? अभिषेक किस पदार्थ से करने पर हम किस मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं एवं आपत्ति विपत्ति से सुरक्षा कवच निर्माण कर सकते हैं | दुर्गा जी को अर्पित सामग्री का विशेष महत्व होता है | दुर्गा जी का अभिषेक या दुर्गा की मूर्ति पर किस पदार्थ को अर्पण करने के क्या लाभ होते हैं | दुर्गा जी शक्ति की देवी हैं शीघ्र पूजा या पूजा सामग्री अर्पण करने के शुभ अशुभ फल प्रदान करती हैं | 1- दुर्गा जी को सुगंधित द्रव्य अर्थात ऐसे पदार्थ ऐसे पुष्प जिनमें सुगंध हो उनको अर्पित करने से पारिवारिक सुख शांति एवं मनोबल में वृद्धि होती है | 2- दूध से दुर्गा जी का अभिषेक करने पर कार्यों में सफलता एवं मन में प्रसन्नता बढ़ती है | 3- दही से दुर्गा जी की पूजा करने पर विघ्नों का नाश होता है | परेशानियों में कमी होती है | संभावित आपत्तियों का अवरोध होता है | संकट से व्यक्ति बाहर निकल पाता है | 4- घी के द्वारा अभिषेक करने पर सर्वसामान्य सुख एवं दांपत्य सुख में वृद्धि होती...

श्राद्ध:जानने योग्य महत्वपूर्ण बातें |

श्राद्ध क्या है ? “ श्रद्धया यत कृतं तात श्राद्धं | “ अर्थात श्रद्धा से किया जाने वाला कर्म श्राद्ध है | अपने माता पिता एवं पूर्वजो की प्रसन्नता के लिए एवं उनके ऋण से मुक्ति की विधि है | श्राद्ध क्यों करना चाहिए   ? पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध किया जाना अति आवश्यक है | श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम ? यदि मानव योनी में समर्थ होते हुए भी हम अपने जन्मदाता के लिए कुछ नहीं करते हैं या जिन पूर्वज के हम अंश ( रक्त , जींस ) है , यदि उनका स्मरण या उनके निमित्त दान आदि नहीं करते हैं , तो उनकी आत्मा   को कष्ट होता है , वे रुष्ट होकर , अपने अंश्जो वंशजों को श्राप देते हैं | जो पीढ़ी दर पीढ़ी संतान में मंद बुद्धि से लेकर सभी प्रकार की प्रगति अवरुद्ध कर देते हैं | ज्योतिष में इस प्रकार के अनेक शाप योग हैं |   कब , क्यों श्राद्ध किया जाना आवश्यक होता है   ? यदि हम   96  अवसर पर   श्राद्ध   नहीं कर सकते हैं तो कम से कम मित्रों के लिए पिता माता की वार्षिक तिथि पर यह अश्वनी मास जिसे क्वांर का माह    भी कहा ज...

श्राद्ध रहस्य प्रश्न शंका समाधान ,श्राद्ध : जानने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?

संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...