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फरवरी 10-13 - कार्य के शुभ समय(श्रेष्ठ अशुभ दोष मुक्त गणना – मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ के सूत्रों के अनुसार)V.K. Tiwari, Bangalore 📲 9424446706


12.2.2025- अग्निवास पृथ्वी पर सूर्योदय से रात 7ः28 तक। ग्रह मुख आहुति चंद्र सूर्योदय
से रातअंत। शिववास गौरी के समीप रात 7ः28 से रातअंत;

                

 10-13 - कार्य के शुभ समय

(श्रेष्ठ अशुभ दोष मुक्त गणना मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ के सूत्रों के अनुसार)

किसी भी शुभ कार्य में  यदि बलवान लग्न एवं शुभ योग हों, तो हजारों दोषों का नाश संभव है।( मुहूर्त चिंतामणि )

- 24 घंटे में अधिकतम 4 से 8 ही शुभ मुहूर्त होते हैं, जो लग्न कुंडली के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं।

मुहूर्त चिंतामणि में शुभ मुहूर्त निर्धारण -

बली लग्न लग्न के बिना कोई भी शुभ कार्य निष्फल हो जाता है।
🔹
"लग्नवीर्यं विना यत्र यत्कर्म क्रियते बुधैः।
तत्फलं विलयं याति ग्रीष्मे कुसरिता यथा॥"

बलवान लग्न हो तो सभी दोष समाप्त हो जाते हैं।
("सर्वे दोषाः विनश्यन्ति लग्नशुद्धिर्यदा भवेत्।")

२. दोष नाशक - 🔹 बुध, शुक्र और गुरु .केन्द्र या त्रिकोण में हों,2- सूर्य 11वें भाव में हों, लग्न या 3-चंद्र वर्गोत्तम हों, तो समस्त दोष समाप्त हो जाते हैं।चंद्रमा 11वें भाव में हो, तो नवांश दोष भी समाप्त हो जाता है।
4-लग्नेश या नवांशेश 11वें भाव में हो, तो दोष उसी प्रकार नष्ट हो जाते हैं, जैसे अग्नि से रुई का ढेर।
"त्रिकोणे केन्द्र वा मदनरहिते दोषशतकं हरेत्सौम्याः।
शुक्रो द्विगुणमपि लक्षं सुरगुरु भवेदाये॥"

-बुध, गुरु, शुक्र यदि केन्द्र या त्रिकोण में हों, तो लुप्त संवत्सर, अयन, ऋतु, रिक्त तिथि, अधिक/क्षय मास, दग्ध तिथि एवं पापग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं

"अव्दायनर्त्तुतिथि मास भपक्षदग्धतिथ्यन्ध काणवघिरांगमुखाश्च दोषाः।
नश्यन्ति विद्गुरु शितेष्विह केन्द्रकोणो तद्वच्च पापविधुयुक्तनवांशदोषः॥"

निष्कर्ष

📌 मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार, बली शुभ लग्न एवं योगों से हजारों दोष समाप्त कर श्रेष्ठ मुहूर्त निर्मित है।

============ फरवरी 10-13 - कार्य के शुभ समय-==============

📅 फरवरी 10-13 - विशेष कार्यों के लिए शुभ समय

🔹 1️ अस्थिर प्रकृति कार्य (निश्चित समय तक)

📅 शुभ समय: 10:28 - 11:45
📝 कार्य: यात्रा, एग्रीमेंट, नए वस्त्र-आभूषण, भूमि कार्य, जोखिम भरे कार्य, तिलक, अभिनंदन
🚫 निषिद्ध राशियाँ: कन्या, वृष, मकर, मेष, कुम्भ

🔹 2️ अस्थिर प्रकृति कार्य (सेवा और लेखन संबंधित)

📅 शुभ समय: 16:35 - 18:01
📝 कार्य: जलाशय निर्माण, प्रतिष्ठा, चित्रकला, लेखन, CV बनाना, सेवा, दान, आवेदन
🚫 निषिद्ध राशियाँ: सिंह, धनु

🔹 3️ स्थिर कार्य (नौकरी एवं व्यापार संबंधित)

📅 शुभ समय: 18:28 - 20:12
📝 कार्य: नौकरी आवेदन, मार्केटिंग, दुकान, वस्त्र क्रय-विक्रय, सेवा
🚫 निषिद्ध राशियाँ: मकर

🔹 4️ अस्थिर एवं स्थिर कार्य (शिक्षा एवं चिकित्सा संबंधित)

📅 शुभ समय: 20:35 - 22:10
📝 कार्य: विद्यारंभ, औषधि निर्माण, शिक्षा, मंगल कार्य
🚫 निषिद्ध राशियाँ: मिथुन, तुला, कुम्भ

🔹 5️ अस्थिर प्रकृति कार्य (व्यापार एवं यज्ञ संबंधित)

📅 शुभ समय: 22:35 - 00:15
📝 कार्य: कृषि, व्यापार, यज्ञोपवीत, पशुपालन
🚫 निषिद्ध राशियाँ: मीन

🔹 6️ स्थिर लग्न (नौकरी एवं गोपनीय कार्य)

📅 शुभ समय: 00:47 - 02:35
📝 कार्य: तिलक, नौकरी ज्वाइन, गुप्त कार्य, सेवा, दान
🚫 निषिद्ध राशियाँ: मेष, धनु, मकर

🔹 7️ अस्थिर एवं स्थिर कार्य (पशुपालन एवं कृषि)

📅 शुभ समय: 03:01 - 04:45
📝 कार्य: पशुपालन, कृषि, यज्ञ
सभी राशियों के लिए उपयुक्त

🔹 8️ अस्थिर प्रकृति कार्य (अस्त्र-शस्त्र एवं जल संबंधी कार्य)

📅 शुभ समय: 05:05 - 06:37
📝 कार्य: अस्त्र-शस्त्र, बारूद, जल संबंधी कार्य
🚫 निषिद्ध राशियाँ: मिथुन, कुम्भ


📌 निष्कर्ष:
मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार, बलवान लग्न एवं शुभ योगों से हजारों दोष समाप्त कर श्रेष्ठ मुहूर्त निर्मित किया है।

📞 विशेष ज्योतिष परामर्श हेतु:
🪔 V.K. Tiwari, Bangalore
📲 9424446706

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