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22.2.2025-भविष्य(Bilingual - Hindi English)(नक्षत्र, नाम एवं राशि पर्व, नए वस्त्र, उपाय) Horoscope, Clothing - Item Usage, Remedies – and Remedies for Misfortune ;

22.2.2025-भविष्य(Bilingual - Hindi English)(नक्षत्र, नाम एवं राशि पर्व, नए वस्त्र, उपाय) Horoscope, Clothing - Item Usage, Remedies – and Remedies for Misfortune ;

Jyotish Shiromani – V.K Tiwari –Astrologer,Vastu ,Palmist

विशेष संदर्भ -संबंधित - डॉ. आर. दीक्षित वास्तु , डॉ. एस. तिवारी -वैदिक ज्योतिष

Email: tiwaridixitastro@gmail.com
Services: Horoscope creation, Matchmaking, and Gem Suggestion
Contact: 9424446706

🌙 तिथि, नक्षत्र और ग्रह स्थिति 🪐

  • 📅 तिथि: नवमीकार्य आरंभ हेतु अशुभ
  • नक्षत्र: ज्येष्ठा
  • 🌕 चंद्रमा: वृश्चिक राशि में स्थित
  • 📆 दिन: शनिवार

-आज नए वस्त्र.आभूषण प्रयोग करने के प्रभाव-

भविष्य में जब भी इस वस्तु,वस्त्र,आभूषण का प्रयोग करेंगे-

 - नाम के प्रथम अक्षर की राशी के लिए दिन अच्छा होने पर  -

-       गृह,प्रवेश ,ज्वाइनिंग,आवेदन,परामर्श लेना-देना,जोखिम,विवाद के कार्य करना चाहिए ,सफल होते हैं .इन कार्यों में जन्म राशी का महत्त्व नहीं होता है प्रचलित नाम की राशी ही उपयोगी होती है  l

भविष्य - नाम के प्रथम अक्षर से-

-      नाम के  प्रथम  अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन व्यय,व्यस्तता ,विवाद या सुख बाधक सिद्ध हो सकता है –

-ये यो भ,भी भू ध,,,भे. मा मी,मू,मे,मो,टा,टी,टू, टे ,चू,चे,चो ला ली लू ले लो अ.

शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l-

v  Nimn nakshtr me janm lene walo ka din sukhd anukool vyatit hoga

v  अश्विनीभरणीरोहिणीआर्द्रापुष्यमघापूर्वाफाल्गुनीहस्तस्वातीअनुराधामूलपूर्वाषाढाश्रवणशतभिषाउत्तर भाद्रपद

कष्ट, सभी कार्य में बिलंब, असफलता की संभावनाएं होसकती हैं.

सिंह,धनु,मेष राशी के लिए सुख बाधक .

-        मेष राशि (Ari es) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आरोग्य और पराक्रम में वृद्धि होगी। प्रत्येक कार्य में सफलता के संयोग हैं। धन और नौकरी के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। विरोधियों पर विजय प्राप्त होगी। कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र से जुड़े वर्ग के लिए विशेष अनुकूल दिन है। दैनिक या रोज के नित्य कार्य सफल होंगे। भूमि या स्थाई संपत्ति के प्रकरण में सफलता प्राप्त होगी।- Unexpected, inconvenient, uncomfortable situations can also be created. It would be appropriate not to rush to make an opinion or decision after thinking carefully.

वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

अकारण विवाद की स्थिति बन सकती है। स्वजनों से मतभेद विरोध विवाद हो सकता है। धन के अपव्यय की संभावनाएं प्रबल हैं। कार्यों की सफलता मुश्किल से होगी। शारीरिक दृष्टि से भी ऊर्जा में कमी रहेगी। दांपत्य साथी को शारीरिक कष्ट रहेगा। यात्रा के योग बन सकते हैं। किसी भी प्रकार की जोखिम महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व लेने में चूक होगी।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।-The beginning of new tasks (meeting, buying and selling, decision, travel, signing important forms, presentations, giving suggestions, consulting consultation) is doubtful to be favorable to the expectation.

मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.

नए समाचार या प्रिय आत्मीय से मिलन, तथा सुखद स्थितियाँ आनंदित करेंगी। शरीर एवं मन दोनों में तेजस्विता रहेगी। मानसिक और शारीरिक स्थिति उत्तम रहेगी। भाइयों तथा दांपत्य साथी से अच्छे संपर्क के सुख मिलेंगे। यात्रा के योग हैं। मित्रों से सहयोग मिलेगा। महत्वपूर्ण समाचार सुखद सिद्ध होंगे। नए काम हाथ में लेने का अच्छा अवसर है।

कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

परिवार के सुख में कमी या घर से बाहर रहने रहने के योग बनेंगे ।कार्य की अधिकता रहेगी। महत्वपूर्ण लोगों से मतभेद रहेगा। आकस्मिक धन के व्यय की योजना बनेगी। स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखना उचित होगा। लंबी यात्रा के योग हैं। जिसमें उद्देश्य की सफलता संदिग्ध है। भाग्य साथ नहीं देता प्रतीत होगा। संतान के लिए भी दिन विशेष उपयोगी नहीं है। यात्रा या नए कार्य की सफलता संदिग्ध है।

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

समग्र दृष्टि से, ग्रह सर्व सुख शांति सफलता देने के लिए तत्पर हैं। इस माह इतना अनुकूल समय अब तक नही  मिला है। प्रत्येक कार्य आपके अनुकूल होगा। स्त्री वर्ग से विशेष सहयोग मिलेगा। सौन्दर्य प्रसाधन सामग्री, ब्युटि पार्लर एवं लोहा, भूमि, मशीनरी, पत्थर सीमेंट कोयला चमड़ा आदि से जुड़े वर्ग या जिनकी आजीविका इन पर निर्भर है, उनके लिए दिन बहुत अच्छा सिद्ध होगा। आरोग्य रहेगा। सेवा में पदोन्नति यश प्रतिष्ठा मिलेगी। कनिष्ठ वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। जनसम्पर्क एवं राजनीतिक क्षेत्र में विशेष सहयोग रहेगा। यश बढ़ेगा। आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी रहेगी।

कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

पुरुष वर्ग हेतु तुलनात्मक रूप से कम शुभ। माह की सर्वश्रेष्ठ अवधि का सर्वाधिक, बिना समय का अपव्यय कर,अधिकतम उपयोग प्रयोग करिए। जिस कार्य को भी प्रारम्भ करेंगे, उसकी पूर्णता सुनिश्चित समझिए। व्यापार में विशेष लाभ होगा। विघ्न बाधाओं में कमी आएगी। धन के आगमन से प्रसन्नता रहेगी। मनोबल उच्च रहेगा। गृह सुख उत्तम है। जनसंपर्क या जनसेवा वाले वर्ग को विशेष उत्तम सिद्ध होगा। दांपत्य साथी से विशेष सहयोग मिलेगा। प्रेम संबंधों में अनुकूल कार्य होंगे। Unexpected, inconvenient, uncomfortable situations can also be created. It would be appropriate not to rush to make an opinion or decision after thinking carefully

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

मानसिक कष्ट किन्ही कारणों से बढ़ेगा। शत्रु या मित्र वर्ग से मतभेद होगा। धार्मिक कार्यों में रूचि कम होगी। यात्रा के योग प्रबल है। परंतु उनका उद्देश्य पूर्ण नहीं होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। मित्र अपने दिए हुए वचन का पालन नहीं कर सकेंगे। व्यापार के लाभ में कमी आएगी। सहयोगी या कनिष्ठ वर्ग अपेक्षित कार्य नहीं करेंगे। अपयश, आरोप की स्थिति भी बन सकती है। इसलिए कोई जोखिम ना लें। भाग्य एवं संतान सुख बाधा विघ्न, बाधा, कष्ट, स्वागत करने को आतुर हैं। अपनी भावनाओ पर नियंत्रण रखिएl आपके प्रयासो को सफलता के पंख  लगने ही वाले हैं।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

प्रत्येक दृष्टि से बाधक,समय को शांति पूर्वक निकालिए। किसी भी प्रकार के जोखिम या निर्णय का परामर्श नहीं दिया जा सकता। शारीरिक कष्ट, यात्रा एवं वाहन से कष्ट संभव है। कार्य की सफलता नहीं होने से क्रोध एवं चिड़चिड़ाहट बढ़ेगी। अपयश, अपमान या अवहेलना की स्थिति रहेगी। कार्यालय में कार्य की अधिकता या उच्च अधिकारी वर्ग के क्रोध का शिकार हो सकते हैं। पुत्रों से मतभेद या उनके सुख में कमी होगी। दांपत्य साथी के लिए भी दिन उत्तम नहीं है।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

- धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे.

गृह सुख उत्तम है। यात्रा के उद्देश्य पूर्ण होंगे। दांपत्य साथी का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। व्यापार में लाभ होगा। मनोबल अच्छा रहेगा। रोजगार एवं व्यापार में अपेक्षा से अधिक अच्छी स्थितियां बनेंगी। नए कार्य हाथ में लिए जा सकते हैं। सफलताएं एवं प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। विवाद या महत्वपूर्ण निर्णय से दूर रहे।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.

पारिवारिक सुख उत्तम रहेगा। प्रेम संबंधों में वृद्धि होगी। शत्रु पर विजय प्राप्त होगी। बहुत दिन बाद प्रत्येक स्थिति आपके अनुकूल होती दिखेगी। हर स्थिति पर आपका नियंत्रण स्थापित होगा। स्थाई संपत्ति से सुख एवं उसकी योजना पूर्ण होगी। आपके सोचे हुए कार्य पूर्ण होंगे। उदर कष्ट संभव है। रोजगार, व्यवसाय मे आशा के अनुरूप सफलता की प्रबल संभावनाएं है। शत्रु वर्ग के विरुद्ध सफलता का उत्तम अवसर है। विवादास्पद मामलों मे प्रयासो के सुपरिणाम अवश्य ही मिलेंगे।

कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

स्त्री वर्ग के लिए तुलनात्मक रूप से अशुभ। दांपत्य साथी के स्वास्थ्य में कमी आएगी। संतान को कष्ट होगा। या उससे सुख में कमी होगी। व्यापार में मंदी की स्थिति रहेगी। प्रेम संबंधों में विरोध विवाद की स्थिति बनेगी। अच्छे लोगों के साथ समय व्यतीत होना कठिन है। छल कपट भी आपके साथ संभव है। योजनाएं सफल नहीं होंगी। मन में भ्रम या अनीर्णय की स्थिति रह सकती है।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

विरोधियों पर विजय एवं लंबित कार्य मे सफलता मिलेगी। शारीरिक मानसिक कम से कम सक्रिय रहे। पूर्ण मनोयोग, धैर्य, शांति एवं भावनाओं पर नियंत्रण रखिए। सक्रियता, विनियोजन, विपणन, लेनदेन, महत्वपूर्ण कार्य लंबित/स्थगित, रखना ही श्रेयष्कर होगा। आकस्मिक रूप से स्वास्थ्य बाधा होगी। शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होगी। यात्रा या स्थान परिवर्तन की संभावना होगी। आत्मीय वर्गी  या संबंधियों से दूरी होगी। धन की कमी प्रतीत होगी। यात्रा में कष्ट होगा। सुखों में कमी एवं उपेक्षा की स्थिति बनेगी। जनसंपर्क तथा राजनीतिक वर्ग के लिए यह दिन प्रतिकूल सिद्ध होगा। अनावश्यक कुटिलता का विचार त्याग देना उचित होगा।

-       * उपाय :

-       नक्षत्र के मन्त्र  से अनिष्ट प्रभाव में कमी से दिन सुख, शांति एवं सफलता में वृद्धि  होती है।

-       वेद मंत्र  ज्येष्ठा वैदिक-

-       ॐ त्राताभिंद्रमबितारमिंद्र गवं हवेसुहव गवं शूरमिंद्रम वहयामि

-       शक्रं पुरुहूतभिंद्र गवं स्वास्ति नो मधवा धात्विन्द्र:

-        ॐ इन्द्राय नम:

-       पौराणिक मंत्र :

-       श्वेत हस्तिनमा आरूढं वज्रांकुशलरत्करम।
सहस्त्र नेत्रं पीताभं इंद्रं ह्रदि विभावये ll

-       नक्षत्र देवता मंत्र :-

 ॐ इंद्राय नमःl

 मंत्र- ‘ हुं नवम्यै स्वाहा हुं

-       नाना माल्य परिच्छिन्नां

-       नक्षत्र मंत्र :-

 ॐ जेष्ठायै नमःl.

नवमी तिथि:

  • वर्जित: मांस, मदिरा।
  • उपयोग: दुर्गा पूजा करें।
  • मंत्र: ॐ दुर्गायै नमः।
  • किये जाने वाले कार्य -
  •  शिकार , विवाद, वसूली , जोखिम, शस्त्र निर्माण , मद्य निर्माण कार्य तथा क्रूर कर्म.
  • कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व
  •  दुर्गा की पूजा लोक व्यवहार में विजय हेतु करे ।
  • या ॐ एम् ह्रीं क्लिम चामुंडाये विच्चे । ११बार ।
  • निषेध-
  • लोकी, बाल नाख़ून काटना, बेल पत्र तोडना नहीं करे ।
  • कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व  मन्त्र
  • . ह्रीं शिवायै नम:।. ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।.: ऐं श्रीं शक्तयै नम:।

-       ऐं ह्री देव्यै नम:।: ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम:।6. क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:।. क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।. श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:। l-. ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये

-      Zodiac Forecasts

🌙 Tithi, Nakshatra & Planetary Position 🪐

-       📅 Tithi: Navami – ❌ Inauspicious for starting new work

-       Nakshatra: Jyeshtha

-       🌕 Moon: Placed in Scorpio (Vrishchik Rashi)

-       📆 Day: Saturday

Guidelines 🔱🚫 Restrictions:

  • Avoid meat & alcohol consumption

🛕 Recommended Practice:

  • Perform Durga Puja for blessings
  • 🔸 Mantra: 🕉"Om Durgāyai Namah॥"

⚔️ Activities Suitable on Navami:

  • Hunting, disputes, debt collection, risk-taking, weapon manufacturing, alcohol production, and intense/cruel activities.

🙏 Before Work or Leaving Home:

  • Worship Goddess Durga for success in dealings
  • Chant: 🕉"Om Aim Hreem Kleem Chāmuṇḍāyai Vichche॥" (11 times)

❌ Prohibitions:

  • Avoid cutting hair, nails, or Bel Patra leaves

🕉Protective Mantras Before Work/Travel:

🔸 🕉"Hreem Shivāyai Namah॥"
🔸 🕉"Hreem Shri Ambikāyai Namah॥"
🔸 🕉"Kleem Aim Shri Kālikāyai Namah॥"
🔸 🕉"Shri Kleem Hreem Varadāyai Namah॥"
🔸 🕉"Hreem Kleem Aim Siddhaye॥"

📿 Chant these mantras for protection, success, and divine blessings before starting any important work. 🔮

=======================================

-      Aries (Mesha) – Chu, Che, Cho, La, Li, Lu, Le, Lo, A

-       ✅ Excellent health and energy
✅ Success in all tasks
✅ Financial and career growth
✅ Victory over rivals
✅ Favorable for agriculture and animal husbandry
⚠️ Unexpected challenges may arise. Avoid hasty decisions.

-      Taurus (Vrishabha) – I, U, E, O, Va, Vi, Vu, Ve, Vo

-       ⚠️ Risk of unnecessary disputes
⚠️ Possible disagreements with family
⚠️ High chances of financial loss
⚠️ Low energy and health concerns
⚠️ Travel likely but outcomes uncertain
⚠️ Important decisions and new ventures may not be successful today.

-      Gemini (Mithuna) – Ka, Ki, Ku, Gha, Da, Cha, Ke, Ko, Ha

-       ✅ Pleasant news or reunion with loved ones
✅ Mental and physical well-being
✅ Good relations with siblings and spouse
✅ Favorable for travel
✅ Great opportunities for new ventures

-      Cancer (Karka) – Hi, Hu, He, Ho, Da, Di, Du, De, Do

-       ⚠️ Reduced family happiness or staying away from home
⚠️ Work overload
⚠️ Possible financial expenses
⚠️ Health precautions needed
⚠️ Long travel with uncertain results

-      Leo (Simha) – Ma, Mi, Mu, Me, Mo, Ta, Ti, Tu, Te

-       ✅ Highly favorable time
✅ Success in all endeavors
✅ Strong support from women
✅ Excellent financial gains
✅ Promotions and recognition at work
✅ Success in public relations and politics

-      Virgo (Kanya) – To, Pa, Pi, Pu, Sha, Na, Tha, Pe, Po

-       ✅ Favorable time for business and financial gains
✅ All initiated tasks will succeed
✅ Good mental strength and home happiness
⚠️ Unexpected challenges may arise. Avoid rushed decisions.

-      Libra (Tula) – Ra, Ri, Ru, Re, Ro, Ta, Ti, Tu, Te

-       ⚠️ Mental distress
⚠️ Possible disagreements with friends and enemies
⚠️ Reduced interest in religious activities
⚠️ Travel plans may fail
⚠️ Risk of dishonor or accusations

-      Scorpio (Vrishchika) – To, Na, Ni, Nu, Ne, No, Ya, Yi, Yu

-       ⚠️ Obstacles and unfavorable time
⚠️ High workload and stress
⚠️ Risk of accidents and travel troubles
⚠️ Disputes with children and spouse

-      Sagittarius (Dhanu) – Ye, Yo, Bh, Bhi, Bhu, Dh, Ph, Dh, Bhe

-       ✅ Excellent home environment
✅ Successful travel
✅ Business profits
✅ Strong morale
⚠️ Avoid disputes and critical decisions

-      Capricorn (Makara) – Bho, Ja, Ji, Khi, Khu, Khe, Kho, Ga, Gi

-       ✅ Family and romantic life will improve
✅ Victory over enemies
✅ Stability in wealth and property matters
✅ Career success
⚠️ Possible stomach-related issues

-      Aquarius (Kumbha) – Gu, Ge, Go, Sa, Si, Su, Se, So, Da

-       ⚠️ Unfavorable for women
⚠️ Health issues for spouse and children
⚠️ Business slowdown
⚠️ Confusion and indecision may persist

-      Pisces (Meena) – Di, Du, Tha, Jha, Nya, De, Do, Cha, Chi

-       ✅ Victory over rivals
✅ Progress in pending work
⚠️ Health concerns may arise
⚠️ Possible financial shortage
⚠️ Avoid unnecessary manipulations or schemes

-      

-      Remedies & Mantras for Better Luck

-      For reducing negative planetary effects, recite Nakshatra Mantras

-      Vedic Mantra:

-       “Om Trātābhindramabitāramindra Gavam Havesuhava Gavam Shūramindram Vahayāmi”
“Shakram Puruhūtabhindram Gavam Swāsti No Madhvā Dhātvindrah”
“Om Indrāya Namah”

-      Puranic Mantra:

-       “Shveta Hastinam Ārūḍham Vajrāṅkushalaratkaram, Sahasra Netram Pītābham Indram Hṛdi Vibhāvaye”

-      Nakshatra Devata Mantra:

-       “Om Indrāya Namah”

-      Nakshatra Mantra:

-       “Om Jyeshthāyai Namah”


 

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सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...