सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

06 .03.2025-भविष्य (Bilingual - Hindi English) 🔹 नक्षत्र, नाम एवं राशि पर्व , नए वस्त्र| उपाय –( सनातन एवं जैन धर्म)_- Horoscope, Remedies , Festival | New Clothes | Remedies – (Sanatan & Jain Dharma Puja) V.K.Tiwari

 

🔱 -ज्योतिष शिरोमणि वी.के. तिवारी 🔱

🔮 ज्योतिष 🏡 वास्तु हस्तरेखा

📜 विशेष संदर्भ:📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛 वास्तु विशेषज्ञ 📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष

📧 ईमेल:  tiwaridixitastro@gmail.com
📞 📱 संपर्क: 📲 +91 9424446706

    कुंडली निर्माण )   रत्न परामर्श *Vastu*

    विवाह मिलान (Result+8Printable Pages-Nadi 44GUN

--------------------------------------------------------

  • नक्षत्र: रोहिणी (Rohini)
  • तिथि: सप्तमी (Saptami)
  • चंद्रमा: वृष राशि में भ्रमण (Moon in Taurus)
  • दिन: गुरुवार (Thursday)
  • कार्य: भद्र, रोहिणी व्रत

  • *आज नए वस्त्र.आभूषण धारण/पहनने./प्रयोग करने के संभावित प्रभाव-keval is samy avdhi me prayog karne par.07:31-11:57;22:5000:48;

    जब भी इस वस्त्र या  आभूषण को भविष्य में पहनेगे तो –

    व्यापर से लाभ, धन बचत, आय वृध्दि, संपत्ति, वाहन, भवन सुख प्राप्ति में  सहायक होगा ।

    Effects of using new clothes and ornaments today.time- 07:31-11:57;22:5000:48;

    Whenever you will wear this garment or ornament in the future –

    Profit from business, money savings, increase in income, property,

    Vehicles, -and buildings will be helpful in getting happiness.

    आज के दिन नए वस्त्र और आभूषण धारण करने के प्रभाव:

    समय:

    • 08:41 से 09:41
    • 12:51 से 14:23
    • उत्तम: 17:49 से 19:01
    • श्रेष्ठ: 19:24 से 21:11

    लाभ:
    जब भी आप भविष्य में इस वस्त्र या आभूषण को धारण करेंगे, तो व्यापार में लाभ, धन संचय, आय में वृद्धि, संपत्ति और वाहन से संबंधित सुख प्राप्त होंगे। इसके अलावा, यह खुशी पाने और भवन से जुड़े कार्यों में मददगार होगा। रूद्र अभिषेक नियमानुसार विशेष मनोकामना पूरक सिद्ध होगा . .

    वर्जित कार्य  शुक्ल पक्ष में शुभ, त्याज्य - मसूर है।

    तैल मर्दन नए घर का निर्माण, नए घर में प्रवेश तथा यात्रा प्रारंभ त्याग करना चाहिए ।(विशेष मिथुन,कर्क  राशी या ह,,,,घ अक्षर से जिनका नाम हो ) ।

    कार्य के पूर्व  या घर से प्रस्थान पूर्व    विष्णवे नम:  तुलसी पत्ता ,खीर भोजन में शामिल करे ।

    वर्जितAvoidable

    मसूर, कांसे के बरतन, शहद, मांस, तैल,दो या अधिक बार भोजन, पान, तंबाकू, पराया भोजन पूतिका(पोई) तुलसी तोडना ,मांसाहार,सेम,मटर,शहद ,खीरा,ककड़ी,तेल, आवला. व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे ।

    कार्य के पूर्व  या घर से प्रस्थान पूर्व मन्त्र Before step out

      नारायणाय  नम:।। विष्णवे नम:।

    विष्णु की पूजा ,ॐ विष्णवे नम: -कठिनाइयों पर  विजय प्राप्त होती है 

     


    v  निम्न नक्षत्र में जन्म लेने वालो का दिन सुखद अनुकूल होगा

    •  (भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.
    • अनुकूल होगा
    • अश्विनी कृत्तिका मॄगशिरा आर्द्रा पुष्य मघा उत्तराफाल्गुनी चित्रा स्वाती अनुराधा मूल उत्तराषाढा धनिष्ठा शतभिषा उत्तर भाद्रपद
    • -------------------
    • प्रचलित नाम के प्रथम अक्षर को
    •  -नौकरी,गृह प्रवेश,शहर,मुल्ल्ला,रहने का स्थान,दैनिक कार्य,व्यापारिक कार्य,,आदि कार्य में सफलता मिलेगी-
    • चू, चे, चो ,ला; अ इ , ऊ . ऐ; ओ वे , वो , का ,की;कु
    • ,, ; हु , हे, हो, डा; म़ा, मी , मू, मे; टे टा, टी , टू; पे , पो , रा , री; रू, रे , रो ता; ना , नी , नू , ने; ये , यो , भा , भी; भे भो , जा , जी; , गी गू , गे; गो , सा , सी , सू; दू ,, ,
    • ----------------------------------------------------------
    • नाम के पहले अक्षर: जिनके नाम (व्यक्ति, वस्तु, कंपनी, या स्थान) का पहला अक्षर सी, सू, से, सो, , रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते, का, की, कू, , , , के, को, है, उनके लिए आज का दिन व्यस्तता, विवाद, या सुख में बाधा ला सकता है।

    राशियों के अनुसार भविष्यफल:

    • तुला, कुम्भ, मिथुन: इन राशियों के लिए आज का दिन सुख में बाधक हो सकता है।
    • कर्क और सिंह: इन राशियों के लिए आज का दिन श्रेष्ठ रहेगा।

    -      ================

    .,तुला,कुम्भ, मिथुन –,- राशी के लिए सुख बाधक एवं  कर्क ,सिंहराशी  के लिए श्रेष्ठ .

    राशिफल:
    मिथुन, तुला, कुम्भ सुख में बाधा; कर्क, सिंह सर्वाधिक शुभ

    1. मेष राशि (Aries) – चु, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,
    सामान्य दृष्टिकोण: यह समय आपके लिए अत्यंत शुभकारी है, जहां सफलता और इच्छाओं की पूर्ति सुनिश्चित है। नए कार्यों में हाथ डालने का यह उचित समय है, क्योंकि सफलता लगभग निश्चित है।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय लाभकारी है। आपकी आय में वृद्धि हो सकती है या कोई लाभकारी अवसर प्राप्त हो सकता है। इस अवधि में किए गए निवेश सकारात्मक परिणाम देंगे।
    सामाजिक जीवन: सामाजिक रूप से यह समय सुखद रहेगा। आपके व्यक्तिगत और पेशेवर रिश्ते मजबूत होंगे। आपको सम्मान, प्रशंसा और शायद पदोन्नति भी मिल सकती है।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, आप और आपका परिवार सामान्य रूप से स्वस्थ रहेंगे। किसी भी छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं का आसानी से समाधान हो जाएगा।

    2. वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो
    सामान्य दृष्टिकोण: यह समय विशेष रूप से आराम और विलासिता के दृष्टिकोण से आनंदमय होगा। आपको अपने पसंदीदा कार्यों में लिप्त होने का अवसर मिलेगा, विशेषकर भोजन और जीवनशैली से संबंधित।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय स्थिर रहेगा। आपके पास भौतिक सुख-सुविधाओं का आनंद लेने के लिए संसाधन होंगे, और छोटे लाभ या अप्रत्याशित बोनस मिलने की संभावना है।
    सामाजिक जीवन: आपके सामाजिक संबंध सुखद रहेंगे। आप पुराने मित्रों से फिर से मिल सकते हैं या नए, महत्वपूर्ण रिश्ते बना सकते हैं। पारिवारिक जीवन खुशहाल रहेगा, और आपके प्रेम जीवन में स्नेह की वृद्धि होगी।
    स्वास्थ्य: इस अवधि में आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, विशेषकर शारीरिक आराम का आनंद लेने में। आप ऊर्जावान और जीवंत महसूस करेंगे।

    3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कु, , , , के, को, हा
    सामान्य दृष्टिकोण: यह अवधि आपके लिए चुनौतियां ला सकती है, विशेष रूप से वित्तीय प्रबंधन से संबंधित। खर्चों और निवेशों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अप्रत्याशित खर्चों या नुकसान का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए बजट को सावधानी से प्रबंधित करें। जोखिम भरे निवेशों से बचें।
    सामाजिक जीवन: दूसरों के साथ बातचीत में सावधानी बरतें। गलतफहमियों या संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है, विशेषकर यदि आपने अपने शब्दों में सावधानी नहीं बरती। विवादों में उलझने से बचें और बिना मांगे सलाह न दें।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, जीवन के अन्य क्षेत्रों में चुनौतियों के कारण आप थोड़ा तनावग्रस्त या चिंतित महसूस कर सकते हैं। तनाव प्रबंधन पर ध्यान दें और ऐसी स्थितियों से बचें जो आपकी भलाई को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

    4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
    सामान्य दृष्टिकोण: यह समय आपके लिए सकारात्मक और पूर्णता का है। यह आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने और आपकी मेहनत का फल भोगने का समय है।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय बहुत ही शुभकारी है। नए कार्यों या निवेशों में सफलता मिलने की संभावना है, जो अच्छे रिटर्न देंगे। काम में पदोन्नति या मान्यता मिलने की भी संभावना है, जिससे आपकी आय में वृद्धि हो सकती है।
    सामाजिक जीवन: आपका सामाजिक जीवन फलदायी रहेगा। पारिवारिक रिश्ते सौहार्दपूर्ण रहेंगे, और आपके घरेलू जीवन में आनंद और संतोष रहेगा। समुदाय या कार्यस्थल में आपको सम्मान और प्रशंसा मिल सकती है।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय अनुकूल रहेगा। आप मजबूत और स्वस्थ महसूस करेंगे, और छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं का आसानी से समाधान हो जाएगा।

    5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
    सामान्य दृष्टिकोण: इस समय में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, विशेष रूप से स्वास्थ्य और रिश्तों के मामले में। मानसिक और शारीरिक तनाव हो सकता है।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय चुनौतीपूर्ण है। अप्रत्याशित खर्चों का सामना करना पड़ सकता है, जो आपके बजट पर दबाव डाल सकते हैं। अपने वित्त को सावधानीपूर्वक प्रबंधित करना और अनावश्यक खर्चों से बचना महत्वपूर्ण है।
    सामाजिक जीवन: सामाजिक दृष्टि से, यह समय कुछ असंतोष ला सकता है। आपके आस-पास के लोगों के व्यवहार से निराशा हो सकती है, जिससे संभावित संघर्ष उत्पन्न हो सकते हैं। शांत रहें और विवादों से बचें।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय कठिन हो सकता है। आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिससे तनाव और चिंता हो सकती है। अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।

    6. कन्या राशि (Virgo) – टो, पा, पी, पू, , , , पे, पो
    सामान्य दृष्टिकोण: यह समय सफलताओं और चुनौतियों का मिश्रण लाएगा। धैर्य और दृढ़ता बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय मिश्रित रहेगा। लाभ के अवसर मिल सकते हैं, लेकिन वे चुनौतियों के साथ आ सकते हैं। निवेश और खर्चों में सतर्कता बरतना आवश्यक है।
    सामाजिक जीवन: सामाजिक रूप से, आपको कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। छोटे-मोटे विवाद या गलतफहमियां हो सकती हैं, इसलिए स्पष्ट रूप से संवाद करें और अनावश्यक तर्क-वितर्क से बचें।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आप थोड़ी थकान या तनाव महसूस कर सकते हैं। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और अधिक काम से बचें।

    7. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते
    सामान्य दृष्टिकोण: यह समय असुविधा और अप्रत्याशित स्थितियों को ला सकता है। अपनी अपेक्षाओं का प्रबंधन करना और लचीला बने रहना महत्वपूर्ण है।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से, यह समय अधिक अनुकूल नहीं है। आपके लिए धन एकत्रित करना या लाभप्रद लेन-देन करना कठिन हो सकता है। जोखिम भरे वित्तीय निर्णयों से बचें।
    सामाजिक जीवन: सामाजिक रूप से आपको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। दूसरों से सहयोग या समर्थन की कमी हो सकती है, जिससे संभावित संघर्ष उत्पन्न हो सकते हैं। शांत और धैर्यवान दृष्टिकोण बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय मामूली समस्याएं ला सकता है, विशेष रूप से पाचन या श्वसन तंत्र से संबंधित। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और तनाव से बचें।
    विशेष: महत्वपूर्ण कार्य, उपदेश, एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।

    8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू
    सामान्य दृष्टिकोण: इस समय सकारात्मक परिवर्तन संभव हैं। विशेष रूप से चुनौतियों को पार करने में सफलता मिलेगी।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय लाभकारी है। आप लंबित धन की प्राप्ति कर सकते हैं, और आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा। इस समय किए गए निवेशों से अच्छे लाभ मिलने की संभावना है।
    सामाजिक जीवन: सामाजिक दृष्टि से, यह समय अनुकूल है। आपके रिश्तों में सामंजस्य रहेगा, और आनंद और मनोरंजन के अवसर मिलेंगे। आपके प्रेम जीवन में भी सुधार होगा, जिसमें स्नेह और समझ की वृद्धि होगी।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय अच्छा है। आप मजबूत और ऊर्जावान महसूस करेंगे, और आपकी समग्र भलाई में सुधार होगा।

    9. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे
    सामान्य दृष्टिकोण: इस अवधि में आपका आत्मविश्वास और मनोबल उच्च रहेगा। राजनीति या जनसंपर्क में आपके संपर्कों से लाभ मिलेगा।
    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से यह समय अनुकूल है। आपके प्रयासों में सफलता मिलेगी, और आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा। वित्तीय लाभ के अवसर मजबूत हैं।
    सामाजिक जीवन: सामाजिक रूप से आपको अधिक पहचान और सम्मान मिलेगा। आपके प्रयासों की सराहना की जाएगी, और आपकी प्रतिष्ठा में सुधार होगा।
    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ बाधाएं आ सकती हैं, लेकिन समग्र रूप से आप मजबूत रहेंगे। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना .

    10. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी

    समग्र दृष्टिकोण: यह समय खुशियों और चुनौतियों का मिश्रण लेकर आएगा। अपने प्रयासों में धैर्यवान और दृढ़ बने रहना महत्वपूर्ण है।

    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से, यह समय चुनौतीपूर्ण रहेगा। आपको आर्थिक लाभ प्राप्त करने में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए अपने खर्चों को सावधानीपूर्वक प्रबंधित करना आवश्यक है। हालाँकि, यदि आप धैर्य रखते हैं, तो दीर्घकालिक लाभ के अवसर भी मिल सकते हैं।

    सामाजिक जीवन: सामाजिक रूप से, आपको कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन धैर्य और समझदारी से आप इन्हें पार कर सकते हैं। स्पष्ट संवाद बनाए रखना और अनावश्यक विवादों से बचना महत्वपूर्ण है।

    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय स्थिर रहेगा। आप स्वस्थ महसूस करेंगे, लेकिन अपने समग्र स्वास्थ्य का ध्यान रखना और अत्यधिक परिश्रम से बचना आवश्यक है।
    विशेष: महत्वपूर्ण कार्य, उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की संभावना अल्प है।


    11. कुंभ राशि (Aquarius) – गु, गे, गो, सा, सी, सु, से, सो, दा

    समग्र दृष्टिकोण: यह समय आपके प्रतिष्ठा और सामाजिक स्थिति के लिए अनुकूल है। आप अपने प्रयासों में सफलता प्राप्त करेंगे और आर्थिक लाभ भी मिलेगा।

    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से, यह समय बहुत अनुकूल है। आप लंबित धन प्राप्त कर सकते हैं और आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस समय किए गए निवेश से अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है।

    सामाजिक जीवन: सामाजिक रूप से, यह समय अनुकूल रहेगा। आपके रिश्तों में सामंजस्य होगा, और आनंद और अवकाश के अवसर मिल सकते हैं।

    स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय अच्छा रहेगा। आप मजबूत और ऊर्जावान महसूस करेंगे, और आपका समग्र स्वास्थ्य बेहतर होगा।


    12. मीन राशि (Pisces) – दी, दु, , , दे, दो, चा, ची

    समग्र दृष्टिकोण: यह समय चुनौतियों को लेकर आ सकता है, विशेष रूप से वित्तीय प्रबंधन से संबंधित। आपके खर्चों और निवेशों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

    आर्थिक पक्ष: आर्थिक रूप से, यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आपको अप्रत्याशित खर्चों या नुकसानों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए अपने बजट का सावधानीपूर्वक प्रबंधन करना आवश्यक है। जोखिमपूर्ण निवेश से बचें।

    सामाजिक जीवन: दूसरों के साथ अपने व्यवहार में सावधानी बरतें। गलतफहमियां या विवाद उत्पन्न हो सकते हैं, विशेष रूप से यदि आप अपने शब्दों में सावधानी नहीं रखते हैं।

    ------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

     सफलता के लिए नक्षत्र कृत अरिष्ट नाशक मंत्र

    पौराणिक मंत्र :
    प्रजापतीश्वतुर्बाहुः कमंडल्वक्षसूत्रधृत् l
    वराभयकरः शुध्दौ रोहिणी देवतास्तु मे ll
    नक्षत्र देवता मंत्र :-
    अ) ॐ ब्रम्हणे नमःl
    आ) ॐ प्रजापतये नमःll
    गुरु ग्रह के दोष शांति और सफलता के उपायों के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:

    1. सौभाग्य और सफलता के लिए गुरु ग्रह के दोष शांति के उपाय:

    • स्नान जल में नदी या तीर्थ जल, चमेली के फूल, सफेद के अभाव में पीली सरसों, गूलर, मुलेठी मिलाकर स्नान करें।

    2. बाधा मुक्ति के लिए दान:

    • पीला अनाज, चना, शकर, पीले पुष्प, हल्दी, केसर दान करें। इसके अलावा, पीला वस्त्र, पीला फल (जैसे पपीता, केला) भी दान करने चाहिए।

    3. दान किसे करें:

    • गुरु, ज्ञानी पुरुष, ब्राह्मण या शिक्षा और ज्ञान से संबंधित व्यक्तियों को दान करें, जैसे शिक्षण संस्था, शिक्षक, या मंदिरों में दान।

    4. घर से प्रस्थान से पहले भोजन:

    • दही और जीरा खाएं, यह गुरु ग्रह के दोष और समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।

    5. गुरु ग्रह का गायत्री मंत्र:

    • गायत्री मंत्र:
      "
      ॐ वृषभध्वजाय विद्महे क्रुनिहस्ताय धीमहि तन्नो गुरुः प्रचोदयात्॥"
      "
      ॐ सुराचार्याय विद्महे सुरश्रेष्ठाय धीमहि तन्नो गुरुः प्रचोदयात्॥"
      "
      ॐ अंगिरसाय विद्महे दिव्यदेवताय धीमहि तन्नो जीवः प्रचोदयात्॥"

    6. पौराणिक मंत्र:

    • "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरूवे नमः॥" (108 बार)

    7. शाबर मंत्र:

    • "ॐ गुरूजी बृहस्पतिवार मनमें बसे। पांचो इन्द्रिय बस मे करे। सो निशि घर उग्या भाण। ध्यावो बृहस्पतिवार गंगा का है सिनान।"

    8. जैन मंत्र:

    • "ऊँ ह्रीं श्रीं अर्हम श्री ऋषभ नाथाय नमः मम गुरु ग्रह शांति कुरु कुरु स्वाहा।"

    ये उपाय गुरु ग्रह के दोष शांति और सफलता के लिए उपयोगी हैं। इनका नियमित पालन करने से जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता मिल सकती है।


    नक्षत्र मंत्र :- ॐ रौहिण्यै नमःl
    वेद मंत्र :
    ॐ ब्रहमजज्ञानं प्रथमं पुरस्ताद्विसीमत: सूरुचोवेन आव: सबुधन्या उपमा
    अस्यविष्टा: स्तश्चयोनिम मतश्चविवाह (सतश्चयोनिमस्तश्चविध:)

    -------------------------------------------------------------------------------------

    कुंडली मिलान विशेषज्ञता

    1.      नाड़ी दोष: कुल 5 नाड़ियाँ होती हैं।

    2.      नक्षत्र: 13 नक्षत्र ऐसे होते हैं जिनमें नाड़ी दोष नहीं होता।

    3.      मंगल दोष: 35 से अधिक अपवाद नियम होते हैं।

    4.      नवांश D-9: 5 नाड़ी, 9 ग्रहों एवं लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।

    5.      विशेषताएँ: 30 विशेषताओं पर विचार किया जाता है, जबकि प्रचलित अष्टकूट केवल 8 विशेषताओं पर विचार करता है।

    संभावित विवाहित जीवन के परिणाम:
    प्रिंटेबल 6 से 10 पृष्ठ, अन्यत्र दुर्लभ।

    संपर्क करें:
    Email: jyotish9999@gmail.com
    Phone: 9424446706
    Location: Sun City, Bangalore


    एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

    गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
    वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है। परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

    घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

    रविवार: ताम्बूल,
    सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
    मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
    बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
    गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
    शुक्रवार: दही,
    शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

    भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
    रविवार: ताम्बूल, घी,
    सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
    मंगलवार: गुड़,
    बुधवार: धनिया और तिल, राई,
    गुरुवार: दही शकर,
    शुक्रवार: जौ।



    कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

    A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
    B: 13
    नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
    C: 35
    से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
    D:
    नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
    E: 30
    विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

    संपर्क करें:
    Email:
    tiwaridixitastro@gmail.com
    Phone: 9424446706
    Location: Bangalore
    -५६०१०२

    ·         दिन का भविष्य जानने की विधि

    ·         प्रचलित नाम और जन्म राशि के भविष्य को पढ़िए।

    ·         दोनों उत्तम हों तो दिन श्रेष्ठ और सफल होगा।

    ·         नाम से अशुभ होने पर यात्रा, गृह प्रवेश, व्यवहारिक कार्य, ज्वाइनिंग, आवेदन, परामर्श देना, जोखिम, विवाद हितकर नहीं होगा।

    ·         जन्म राशि शुभ हो तो करने योग्य कार्य:

    ·         अनुष्ठान, पूजा, दान, निर्णय, महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर, मीटिंग, जन सम्पर्क, चिकित्सा, रोग, जोखिम कार्य।

    - Horoscope, Auspicious Time, and Today's Remedies

    Jyotish Shiromani V.K. Tiwari
    Email: tiwaridixitastro@gmail.com
    Consultant: Astrology, Palmistry, Vastu
    Services: Horoscope Creation, Matchmaking, and Gem Suggestions
    Contact: 9424446706

    ------------------------------------------------------------------------

    Effects of Wearing New Clothes or Ornaments Today

    Time: 07:31 - 11:57; 22:50 - 00:48

    Whenever you wear this garment or ornament in the future, it will bring benefits such as profit in business, savings in money, increase in income, and acquisition of property, vehicles, and building comforts.

    Today's Predictions Based on Birth Sign

    • General: If your birth sign indicates a positive future, success will follow in all endeavors.
    • Specific Advice:
      For individuals whose name (person, object, company, or place) starts with certain letters, today might bring expenses, busyness, disputes, or obstacles to happiness.
      Letters to be cautious of: Si, Su, Se, So, Da, Ra, Ri, Ru, Re, Ro, Ta, Ti, Tu, Te, Ka, Ki, Ku, Gha, D, Ch, Ke, Ko, Ha.
      Other Names: Those with other starting letters will find the day favorable.
      Remedy: Gemini, Libra, and Aquarius signs should consider performing remedies.

    ·         ---------------------------------------------------------

    1. Aries (मेष राशि) – Chu, Che, Cho, La, Li, Lu, Le, Lo, A

    Overall Outlook: This is a highly favorable period for you, marked by success and the fulfillment of desires. It’s an excellent time to pursue new ventures, as success is almost guaranteed.

    Economic Aspect: Financially, this period is beneficial. You may see an increase in income or a profitable opportunity. Investments made during this time are likely to yield positive returns.

    Social Life: Socially, you will enjoy a harmonious period. Your relationships, both personal and professional, will be strengthened. You can expect respect, admiration, and perhaps even a promotion at work.

    Health: Healthwise, you and your family will generally be in good shape. There is a sense of well-being, and any minor health issues will likely be easily managed.

    2. Taurus (वृष राशि) – I, U, E, O, Va, Vi, Vu, Ve, Vo

    Overall Outlook: This is a period of enjoyment, particularly in terms of comfort and luxury. You will have the opportunity to indulge in your favorite activities, especially related to food and lifestyle.

    Economic Aspect: Financially, this is a stable period. You will have the resources to enjoy material comforts, and there may be opportunities for small gains or unexpected bonuses.

    Social Life: Your social interactions will be pleasant. You may reconnect with old friends or make new, meaningful relationships. Family life will be joyful, and there will be an increase in affection in your love life.

    Health: Your health will be good during this period, with a focus on enjoying physical comforts. You will feel vibrant and energetic.

    3. Gemini (मिथुन राशि) – Ka, Ki, Ku, Gha, Da, Cha, Ke, Ko, Ha

    Overall Outlook: This period may bring challenges, particularly related to financial management. There is a need for caution in your spending and investments.

    Economic Aspect: Financially, this period could be challenging. You might face unexpected expenses or losses, so it’s essential to manage your budget carefully. Avoid risky investments.

    Social Life: Be cautious in your interactions with others. Misunderstandings or conflicts may arise, especially if you are not careful with your words. It’s best to avoid getting involved in disputes or giving unsolicited advice.

    Health: Healthwise, you may feel a bit stressed or anxious due to the challenges in other areas of your life. Try to manage stress and avoid situations that could harm your well-being.

    4. Cancer (कर्क राशि) – Hi, Hu, He, Ho, Da, Di, Du, De, Do

    Overall Outlook: This is a positive and fulfilling period for you. It’s a time for achieving goals and enjoying the fruits of your labor.

    Economic Aspect: Financially, this period is very promising. Any new ventures or investments are likely to succeed, bringing in good returns. You might also receive a promotion or recognition at work, leading to an increase in income.

    Social Life: Your social life will flourish. Family relationships will be harmonious, and there will be joy and contentment in your domestic life. You may also receive respect and admiration in your community or workplace.

    Health: Healthwise, this period is favorable. You will feel strong and healthy, and any minor health issues will be easily resolved.

    5. Leo (सिंह राशि) – Ma, Mi, Mu, Me, Mo, Ta, Ti, Tu, Te

    Overall Outlook: This period may bring some challenges, particularly in terms of health and relationships. There could be mental and physical stress.

    Economic Aspect: Financially, this period is challenging. You may face unexpected expenses, which could strain your budget. It’s important to manage your finances carefully and avoid unnecessary expenditures.

    Social Life: Socially, this period may bring some dissatisfaction. You might feel frustrated with the behavior of those around you, leading to potential conflicts. It’s important to remain calm and avoid disputes.

    Health: Healthwise, this period could be difficult. You may have to deal with health issues either for yourself or a family member, which could lead to stress and anxiety. It’s important to take care of your mental and physical well-being.

    6. Virgo (कन्या राशि) – To, Pa, Pi, Pu, Sha, Na, Tha, Pe, Po

    Overall Outlook: This period will bring a mix of successes and challenges. It’s important to remain patient and persistent.

    Economic Aspect: Financially, this period is mixed. There may be opportunities for gains, but they could come with challenges. It’s essential to be cautious with investments and spending.

    Social Life: Socially, you may experience some ups and downs. There might be minor conflicts or misunderstandings, so it’s important to communicate clearly and avoid unnecessary arguments.

    Health: Healthwise, this period could be slightly challenging. You may feel a bit stressed or fatigued. It’s important to take care of your health and avoid overexertion.

    7. Libra (तुला राशि) – Ra, Ri, Ru, Re, Ro, Ta, Ti, Tu, Te

    Overall Outlook: This period may bring inconvenience and situations that are not as expected. It’s important to manage your expectations and remain flexible.

    Economic Aspect: Financially, this period is not very favorable. You may face difficulties in collecting money owed to you or in making profitable transactions. Avoid risky financial decisions.

    Social Life: Socially, you may face some challenges. There could be a lack of cooperation or support from others, leading to potential conflicts. It’s important to maintain a calm and patient attitude.

    Health: Healthwise, this period may bring minor issues, particularly related to digestion or respiratory systems. It’s important to pay attention to your health and avoid stress.

    8. Scorpio (वृश्चिक राशि) – To, Na, Ni, Nu, Ne, No, Ya, Yi, Yu

    Overall Outlook: Positive changes are likely during this period. You will experience success in your endeavors, particularly in overcoming challenges.

    Economic Aspect: Financially, this period is favorable. You may recover pending money, and your financial situation will improve. Investments made during this time are likely to yield good returns.

    Social Life: Socially, this period is favorable. You will experience harmony in your relationships, and there may be opportunities for enjoyment and leisure. Your love life will also see improvement, with an increase in affection and understanding.

    Health: Healthwise, this period is good. You will feel strong and energetic, and your overall well-being will improve.

    9. Sagittarius (धनु राशि) – Ye, Yo, Bha, Bhi, Bhu, Dha, Fa, Dha, Bhe

    Overall Outlook: Your confidence and morale will be high during this period. You will benefit from your connections in politics or public relations.

    Economic Aspect: Financially, this period is favorable. You will see success in your endeavors, and your financial situation will improve. Opportunities for financial gains are strong.

    Social Life: Socially, you will enjoy increased recognition and respect. Your efforts will be appreciated, and your reputation will improve.

    Health: Healthwise, there may be some obstacles, but overall, you will remain strong. It’s important to take care of your health and avoid unnecessary stress.

    10. Capricorn (मकर राशि) – Bho, Ja, Ji, Khi, Khu, Khe, Kho, Ga, Gi

    Overall Outlook: This period will bring a mix of joys and challenges. It’s important to remain patient and persistent in your efforts.

    Economic Aspect: Financially, this period is challenging. You may face obstacles in achieving financial gains, and it’s important to manage your expenses carefully. However, there are opportunities for long-term gains if you remain patient.

    Social Life: Socially, you may face some difficulties, but with patience and understanding, you can overcome them. It’s important to communicate clearly and avoid unnecessary arguments.

    Health: Healthwise, this period is stable. You will feel healthy, but it’s important to take care of your over all well-being and avoid overexertion.

    11. Aquarius (कुंभ राशि) – Gu, Ge, Go, Sa, Si, Su, Se, So, Da

    Overall Outlook: This period is favorable for your reputation and social standing. You will experience success in your endeavors and financial gains.

    Economic Aspect: Financially, this period is very favorable. You may recover pending money, and your financial situation will improve. Investments made during this time are likely to yield good returns.

    Social Life: Socially, this period is favorable. You will experience harmony in your relationships, and there may be opportunities for enjoyment and leisure.

    Health: Healthwise, this period is good. You will feel strong and energetic, and your overall well-being will improve.

    12. Pisces (मीन राशि) – Di, Du, Tha, Jha, Da, De, Do, Cha, Chi

    Overall Outlook: This period may bring challenges, particularly related to financial management. There is a need for caution in your spending and investments.

    Economic Aspect: Financially, this period could be challenging. You might face unexpected expenses or losses, so it’s essential to manage your budget carefully. Avoid risky investments.

    Social Life: Be cautious in your interactions with others. Misunderstandings or conflicts may arise, especially if you are not careful with your words.

    For Success – Nakshatra Krita Arishta Nashak Mantra

    Mythological Mantra:

    Prajāpatīshvaturbāhuḥ Kamaṇḍalvakṣasūtradhṛt.

    Varābhayakaraḥ śuddhau Rohiṇī devatāstu me.

    Nakshatra Deity Mantra:

    a) Om Brahmaṇe Namaḥ.

    b) om Prajāpataye Namaḥ.

    Nakshatra Mantra: Om Rauhiṇyai Namaḥ.

    Vedic Mantra:

    Om Brahmajñānaṃ prathamaṃ purastādvisīmataḥ sūruco vena āvaḥ sabudhanyā upamā

    asyaviṣṭāḥ staścyonim mataścavivāha (sataścyonimastaścavidhā).

    -------------------------------------------------------------------------------------------------

    Ekadashi – Essential Considerations

    For Householders with Sons:

               Prohibited Days: Observing fasts on Krishna Ekadashi, Sundays, Sankranti, or during eclipses is considered inauspicious. However, bathing and charity are necessary on these days (according to Narada).

    Precautions Before Leaving Home for Travel-related Safety:

               Sunday: Betel leaves (Tambul)

               Monday: Milk, water, and viewing the reflection in a mirror

               Tuesday: Jaggery + coriander, hot milk, and lentils (Masoor)

               Wednesday: Raw milk and sweets

               Thursday: Mustard seeds, saffron tilak, and curd

               Friday: Curd

               Saturday: Black sesame seeds and black gram (Baidbidging)

    Edible Items or Dishes:

               Sunday: Betel leaves and ghee

               Monday: Rice pudding (Kheer), water, and tilak

               Tuesday: Jaggery

               Wednesday: Coriander, sesame seeds, and mustard seeds

               Thursday: Curd with sugar

               Friday: Barley (Jau)

    Determining the Day's Prospects

    1.         Read the Future Based on the Current Name and Birth Sign:

    o          If both are favorable, the day will be successful and prosperous.

    o          If the name indicates inauspiciousness, avoid travel, home entry, practical work, joining new positions, applications, consultations, risks, and disputes.

    2.         If the Birth Sign is Auspicious:

    o          Suitable activities include: Rituals, worship, charity, decision-making, signing important documents, meetings, public relations, medical care, dealing with illnesses, and risk-related tasks.

    Important Aspects of Kundli Matching:

               A: 5 Nadis - 44 Gunas.

               B: No Nadi Dosha in 13 Nakshatras

    टिप्पणियाँ

    इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

    श्राद्ध की गूढ़ बाते ,किसकी श्राद्ध कब करे

    श्राद्ध क्यों कैसे करे? पितृ दोष ,राहू ,सर्प दोष शांति ?तर्पण? विधि             श्राद्ध नामा - पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी श्राद्ध कब नहीं करें :   १. मृत्यु के प्रथम वर्ष श्राद्ध नहीं करे ।   २. पूर्वान्ह में शुक्ल्पक्ष में रात्री में और अपने जन्मदिन में श्राद्ध नहीं करना चाहिए ।   ३. कुर्म पुराण के अनुसार जो व्यक्ति अग्नि विष आदि के द्वारा आत्महत्या करता है उसके निमित्त श्राद्ध नहीं तर्पण का विधान नहीं है । ४. चतुदर्शी तिथि की श्राद्ध नहीं करना चाहिए , इस तिथि को मृत्यु प्राप्त पितरों का श्राद्ध दूसरे दिन अमावस्या को करने का विधान है । ५. जिनके पितृ युद्ध में शस्त्र से मारे गए हों उनका श्राद्ध चतुर्दशी को करने से वे प्रसन्न होते हैं और परिवारजनों पर आशीर्वाद बनाए रखते हैं ।           श्राद्ध कब , क्या और कैसे करे जानने योग्य बाते           किस तिथि की श्राद्ध नहीं -  १. जिस तिथी को जिसकी मृत्यु हुई है , उस तिथि को ही श्राद्ध किया जाना चा...

    *****मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक रामचरितमानस की चौपाईयाँ-

    *****मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक रामचरितमानस की चौपाईयाँ-       रामचरितमानस के एक एक शब्द को मंत्रमय आशुतोष भगवान् शिव ने बना दिया |इसलिए किसी भी प्रकार की समस्या के लिए सुन्दरकाण्ड या कार्य उद्देश्य के लिए लिखित चौपाई का सम्पुट लगा कर रामचरितमानस का पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होती हैं | -सोमवार,बुधवार,गुरूवार,शुक्रवार शुक्ल पक्ष अथवा शुक्ल पक्ष दशमी से कृष्ण पक्ष पंचमी तक के काल में (चतुर्थी, चतुर्दशी तिथि छोड़कर )प्रारंभ करे -   वाराणसी में भगवान् शंकरजी ने मानस की चौपाइयों को मन्त्र-शक्ति प्रदान की है-इसलिये वाराणसी की ओर मुख करके शंकरजी को स्मरण कर  इनका सम्पुट लगा कर पढ़े या जप १०८ प्रतिदिन करते हैं तो ११वे दिन १०८आहुति दे | अष्टांग हवन सामग्री १॰ चन्दन का बुरादा , २॰ तिल , ३॰ शुद्ध घी , ४॰ चीनी , ५॰ अगर , ६॰ तगर , ७॰ कपूर , ८॰ शुद्ध केसर , ९॰ नागरमोथा , १०॰ पञ्चमेवा , ११॰ जौ और १२॰ चावल। १॰ विपत्ति-नाश - “ राजिव नयन धरें धनु सायक। भगत बिपति भंजन सुखदायक।। ” २॰ संकट-नाश - “ जौं प्रभु दीन दयालु कहावा। आरति हरन बेद जसु गावा।। जपहिं ना...

    दुर्गा जी के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए?

    दुर्गा जी   के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों   के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए ? अभिषेक किस पदार्थ से करने पर हम किस मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं एवं आपत्ति विपत्ति से सुरक्षा कवच निर्माण कर सकते हैं | दुर्गा जी को अर्पित सामग्री का विशेष महत्व होता है | दुर्गा जी का अभिषेक या दुर्गा की मूर्ति पर किस पदार्थ को अर्पण करने के क्या लाभ होते हैं | दुर्गा जी शक्ति की देवी हैं शीघ्र पूजा या पूजा सामग्री अर्पण करने के शुभ अशुभ फल प्रदान करती हैं | 1- दुर्गा जी को सुगंधित द्रव्य अर्थात ऐसे पदार्थ ऐसे पुष्प जिनमें सुगंध हो उनको अर्पित करने से पारिवारिक सुख शांति एवं मनोबल में वृद्धि होती है | 2- दूध से दुर्गा जी का अभिषेक करने पर कार्यों में सफलता एवं मन में प्रसन्नता बढ़ती है | 3- दही से दुर्गा जी की पूजा करने पर विघ्नों का नाश होता है | परेशानियों में कमी होती है | संभावित आपत्तियों का अवरोध होता है | संकट से व्यक्ति बाहर निकल पाता है | 4- घी के द्वारा अभिषेक करने पर सर्वसामान्य सुख एवं दांपत्य सुख में वृद्धि होती...

    श्राद्ध:जानने योग्य महत्वपूर्ण बातें |

    श्राद्ध क्या है ? “ श्रद्धया यत कृतं तात श्राद्धं | “ अर्थात श्रद्धा से किया जाने वाला कर्म श्राद्ध है | अपने माता पिता एवं पूर्वजो की प्रसन्नता के लिए एवं उनके ऋण से मुक्ति की विधि है | श्राद्ध क्यों करना चाहिए   ? पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध किया जाना अति आवश्यक है | श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम ? यदि मानव योनी में समर्थ होते हुए भी हम अपने जन्मदाता के लिए कुछ नहीं करते हैं या जिन पूर्वज के हम अंश ( रक्त , जींस ) है , यदि उनका स्मरण या उनके निमित्त दान आदि नहीं करते हैं , तो उनकी आत्मा   को कष्ट होता है , वे रुष्ट होकर , अपने अंश्जो वंशजों को श्राप देते हैं | जो पीढ़ी दर पीढ़ी संतान में मंद बुद्धि से लेकर सभी प्रकार की प्रगति अवरुद्ध कर देते हैं | ज्योतिष में इस प्रकार के अनेक शाप योग हैं |   कब , क्यों श्राद्ध किया जाना आवश्यक होता है   ? यदि हम   96  अवसर पर   श्राद्ध   नहीं कर सकते हैं तो कम से कम मित्रों के लिए पिता माता की वार्षिक तिथि पर यह अश्वनी मास जिसे क्वांर का माह    भी कहा ज...

    श्राद्ध रहस्य प्रश्न शंका समाधान ,श्राद्ध : जानने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?

    संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

    गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

    28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

    गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

    सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

    श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

    श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

    विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

    विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

    कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

    हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...