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07 .03.2025-भविष्य (Bilingual - Hindi English) 🔹 नक्षत्र, नाम एवं राशि पर्व , नए वस्त्र| उपाय –( सनातन एवं जैन धर्म)_- Horoscope, Remedies , Festival | New Clothes | Remedies – (Sanatan & Jain Dharma Puja) V.K.Tiwari


07 .03.2025-भविष्य  (Bilingual - Hindi English) 🔹 नक्षत्र, नाम एवं राशि पर्व , नए वस्त्र| उपाय –( सनातन एवं जैन धर्म)_- Horoscope, Remedies , Festival | New Clothes | Remedies – (Sanatan & Jain Dharma Puja) V.K.Tiwari

🔱 -ज्योतिष शिरोमणि वी.के. तिवारी 🔱

📜 विशेष संदर्भ:📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛 वास्तु विशेषज्ञ 📌 डॉ. एस. तिवारी📖 वैदिक ज्योतिष

🔮 ज्योतिष 🏡 वास्तु हस्तरेखा

📧 ईमेल:  tiwaridixitastro@gmail.com📞 📱 संपर्क: 📲 +91 9424446706

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मासिक दुर्गाष्टमी विशेष

🔹 नक्षत्रमृगशिरा
📅 तिथिअष्टमी
🌙 चंद्रमावृष राशि में भ्रमण
🔴 दिनशुक्रवार
विशेष कार्यपर्व मासिक दुर्गाष्टमी पूजा, शुभ कार्य हेतु उत्तम दिन

🔱 महत्वपूर्ण मंत्र:
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे

माँ दुर्गा की कृपा से सभी भक्तों को सुख, समृद्धि और विजय प्राप्त हो। 🙏🔥

आज से आगामी 8 दिन होलाष्टक प्रारंभ।
From today, the next 8 days mark the beginning of Holashtak.

इस अवधि में 14 मार्च तक कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ नहीं करना चाहिए,
During this period, until March 14, no auspicious work should be started.

ग्रह-नक्षत्र असंतुलन के कारण परंपरागत वर्जना स्थापित है।
Due to planetary and celestial imbalances, a traditional prohibition is observed.


TO DAY- क्या न करें (Things to Avoid):

1-नारियल, तिल का तेल, लाल रंग (जैसे चुकंदर, लाल पत्ते की भाजी) का उपयोग न करें। आवला, नमक, और बेल पत्र का प्रयोग न करें।

2-कांसे के बर्तन में भोजन करने से बचें, क्योंकि कांसा ताम्र धातु से बना होता है, जो नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।

क्या करें (Good Practices):

कार्य प्रारंभ से पहले और घर से प्रस्थान से पूर्व (Before Starting Any Task or Leaving Home):

भगवान शिव की पूजा से कार्यों में सफलता, सुख, और समृद्धि मिलती है।

भगवान शिव की पूजा करें, विशेष रूप से सदाशिव रूप में, क्योंकि वे जीवन के संकटों को दूर करते हैं ।

शिव मंत्र:

ॐ सदाशिवाय नमः

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात शुभ मुहूर्त-कार्य आरम्भ के लिए:

आज नए वस्त्र और आभूषण पहनने के संभावित प्रभाव

जब भी इस वस्त्र या आभूषण को भविष्य में पहना जाएगा, तो यह लाभदायक सिद्ध होगा। यह व्यापार में लाभ, धन बचत, आय वृद्धि, संपत्ति, वाहन, और भवन सुख प्राप्ति में सहायक होगा।

     निम्न नक्षत्र में जन्म लेने वालो का दिन सुखद अनुकूल होगा

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.

     भरणी रोहिणी आर्द्रा पुनर्वसु अश्लेशा पूर्वाफाल्गुनी हस्त स्वाती विशाखा ज्येष्ठा पूर्वाषाढा श्रवण शतभिषा पूर्व भाद्रपद रेवती

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नाम का प्रथम अक्षर है तो आज दैनिक व्यावहारिक कार्य-जेसे  स्थान प्रवेश,मित्रता,सहयोग,व्यापारिक कार्य,,आदि कार्य में सफलता मिलेगी-

ली , लू , ले, लो; , , वि , वू; कू, ,, ; के , को , , हि ; डी, डु, डे, ड़ो;

मो, टा, टी, टू;  पू , , , ; रू, रे , रो ता; ती, तू, ते , तो ; नो , या , यी , यू; भू,धा,धि ,धू,ढे,ढो,फा,फी,फु,फे.फ़ो.ढ; ,खी , खू , खे , खो ; गो , सा , सी , सू; से , सो , दा दी दे, दो, चा, ची

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12 राशि फल

1. मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.
प्रेम/परिवार: आर्थिक एवं पारिवारिक सुख में कमी होगी।
स्वास्थ्य: शारीरिक रूप से स्वास्थ्य में गिरावट महसूस होगी। मानसिक रूप से असंतोष अनुभव करेंगे।
आर्थिक/सफलता: कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं, लेकिन विश्वास रखें, परिश्रम का फल अवश्य मिलेगा।
सामाजिक/राजनीतिक: दिन में असंतोष और उदासीनता का प्रभाव रहेगा।

2. वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.
प्रेम/परिवार: नए समाचार या प्रिय आत्मीय परिचित से मिलन होगा, जिससे सुखद स्थिति आनंदित करेगी।
स्वास्थ्य: रोगों से मुक्त रहने का सुयोग है। जीवन में सुख शांति का मनोभाव संतोष प्रदान करेगा।
आर्थिक/सफलता: आर्थिक रूप से यह समय अच्छा है। पुराने ऋणों की प्राप्ति और कार्य में उन्नति की संभावना है।
सामाजिक/राजनीतिक: भावनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील न बनें।

3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.
प्रेम/परिवार: यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य और मीटिंग, परामर्श लंबित रखिए।
स्वास्थ्य: मानसिक रूप से आप व्यथा और बेचैनी अनुभव कर सकते हैं।
आर्थिक/सफलता: योजनाओं को क्रियान्वित करने से पहले सोचें।
सामाजिक/राजनीतिक: घर पर सावधान रहें, सगे-सम्बंधियों से व्यर्थ की शत्रुता संभव है।

4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.
प्रेम/परिवार: विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, और आप मानसिक रूप से प्रसन्न व शांतचित्त रहेंगे।
आर्थिक/सफलता: व्यापार में लाभदायक समय रहेगा।
सामाजिक/राजनीतिक: राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े वर्ग के लिए उत्तम दिन है।

5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.
प्रेम/परिवार: माह की सर्वश्रेष्ठ अवधि का अधिकतम उपयोग करें।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप सुस्वादु भोजन का आनंद ले सकेंगे।
आर्थिक/सफलता: आप सम्मान, पदोन्नति और प्रशंसा की उम्मीद कर सकते हैं।
सामाजिक/राजनीतिक: आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।

6. कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.
प्रेम/परिवार: भाग्य और संतान सुख में बाधा, कष्ट का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य: शत्रुओं पर विशेष नजर रखें क्योंकि उन्हीं के कारण हानि होने की संभावना है।
आर्थिक/सफलता: धन व्यय के समय विशेष सचेत रहें।
सामाजिक/राजनीतिक: समाज में अपनी प्रतिष्ठा व सम्मान बचाए रखें।

7. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.
प्रेम/परिवार: शारीरिक कष्ट, यात्रा और वाहन से कष्ट संभव है।
स्वास्थ्य: पाचन तंत्र और श्वसन तंत्र में समस्या हो सकती है।
आर्थिक/सफलता: आर्थिक दृष्टि से यह काल लाभपूर्ण नहीं है।
सामाजिक/राजनीतिक: वरिष्ठ जनों या उच्च अधिकारियों से विवाद से बचें।

8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.
प्रेम/परिवार: दाम्पत्य जीवन में सुख समन्वय रहेगा।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और मन की शांति होगी।
आर्थिक/सफलता: संतान आपके जीवन के सुख में वृद्धि करेगी।
सामाजिक/राजनीतिक: मित्रों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा।

9. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे.
प्रेम/परिवार: प्रेम संबंध सुखपूर्ण रहेंगे।
स्वास्थ्य: रोग या शारीरिक कष्ट संभव है, लेकिन आप नीरोग काया का आनंद उठाएँगे।
आर्थिक/सफलता: रोजगार, व्यवसाय में सफलता की प्रबल संभावनाएं हैं।
सामाजिक/राजनीतिक: मित्रों से सहयोग मिलेगा और विजयश्री आपके साथ होगी।

10. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.
प्रेम/परिवार: वित्तीय दृष्टि से कठिन समय है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य का अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
आर्थिक/सफलता: धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें।
सामाजिक/राजनीतिक: सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान बनाए रखें।

11. कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.
प्रेम/परिवार: शारीरिक और मानसिक रूप से कम सक्रिय रहें।
स्वास्थ्य: मनोयोग, धैर्य, शांति और भावनाओं पर नियंत्रण रखें।
आर्थिक/सफलता: आर्थिक दृष्टि से कठिन समय है, खर्चे बढ़ सकते हैं।
सामाजिक/राजनीतिक: आत्मीयजनों से मधुर संबंध बनाए रखने में सतर्क रहें।

12. मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.
प्रेम/परिवार: घर के लिए सुखद समय है।
स्वास्थ्य: रुचिकर भोजन और वस्त्र सुख योग है।
आर्थिक/सफलता: विरोधियों पर विजय और लंबित कार्य में सफलता मिलेगी।
सामाजिक/राजनीतिक: मित्र और परिचितों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा।


आज के उपाय

-व्यापार, विवाह, स्वास्थ्य, निर्माण, कपड़े सिलना, सजावट, अग्नि, आभूषण, व्यवसाय संबंधित कार्य शुभ होते हैं।

1. नए कपड़ों का प्रभाव :

स्थिरता और शुभता में वृद्धि होती है। : नए कपड़ों का प्रयोग करने से जीवन में नुकसान हो सकता है और वस्तु जल्दी खराब हो सकती है।

दान करें: दही.

कार्य प्राथमिकता: यात्रा एवं विदेश संबंधी कार्य।

नक्षत्र भोजन : गुड़, केला, दही लाभकारी है।

निषिद्ध भोजन: कड़वा भोजन, लहसुन और हरी पत्तेदार सब्जियाँ

बाधा कम करने एवं सफलता के लिए नक्षत्र कृत अरिष्ट नक्षत्र बाहर निकलने से पहले

- ॐ  नारायणाय  नम:।। विष्णवे नम:।

मंत्र

पौराणिक मंत्र :श्वेतवर्ण आकृतीः सोमो व्दिभुजो वर दण्ड भृत्l दशाश्व रथमारूढो मृगशिर्षोस्तु मे मुदेll
नक्षत्र देवता मंत्र :-अ) ॐ चंद्रमसे नमःlआ) ॐ सोमाय नमःl
नक्षत्र मंत्र :- ॐ मृगशीर्षाय नमःl ॐ चन्द्रमसे नम:। आरोग्य वर्धक।
वेद मंत्र :ॐ सोमधेनु गवं सोमा अवन्तुमाशु गवं सोमोवीर: कर्मणयन्ददाति यदत्यविदध्य गवं सभेयम्पितृ श्रवणयोम।

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

शुक्र गायत्री मंत्र-

ओम भृगुजाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि

तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ॥

जैन मंत्र-

श्री सुविधिनाथ भगवान या श्री पुष्पदंत भगवान

ॐ ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक-श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा। | 

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

बाधा मुक्ति के लिए दान- चावल ,चांदी मिश्री ,सफेद पुष्प,

1-दही ,सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य दान करे | |

2-दान किसे दे - सफ़ेद गाय कन्या या देवी मंदिर मे दान करे ||

3-दिन के दोष निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं

कच्चा दूध ,जौ barly | यदि जन्म कुंडली मे शुक्र अच्छा हो उनको दही अवश्य उपयोग करना चाहिए |

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·         Astrologer: Jyotish Shiromani Pandit V.K. Tiwari
Email: tiwaridixitastro@gmail.com
Contact: 9424446706
(Kundali Making, Vastu, and Palmistry
.Gem Suggestion  +50 years of experience)

Possible Effects of Wearing New Clothes and Ornaments Today
Whenever you wear these garments or ornaments in the future, they will bring benefits. This includes profit in business, savings, income growth, property acquisition, vehicles, and overall happiness in life.


Horoscope

1. Aries (मेष) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.
Love/Family: There will be a lack of financial and familial happiness.
Health: You may feel a decline in physical health and mental dissatisfaction.
Finance/Success: Obstacles might arise in the workplace, but trust that hard work will pay off.
Social/Political: The day may bring discontent and indifference.

2. Taurus (वृष) , , , , वा, वी, वू, वे, वो.
Love/Family: You will receive pleasant news or meet a dear acquaintance, bringing joy.
Health: There's a good chance of remaining disease-free and experiencing peace in life.
Finance/Success: Financially, this is a good time. There's potential for recovering old debts and advancement in work.
Social/Political: Avoid being overly sensitive to emotions.

3. Gemini (मिथुन) का, की, कू, , , , के, को, ह.
Love/Family: Postpone travel, expenses, disputes, risky tasks, and meetings or consultations.
Health: Mentally, you may feel troubled and restless.
Finance/Success: Think carefully before executing your plans.
Social/Political: Be cautious at home; unnecessary conflicts with relatives are possible.

4. Cancer (कर्क) ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.
Love/Family: Married people are likely to experience happiness in their married life.
Health: Health will be good, and you will feel mentally pleased and calm.
Finance/Success: This is a favorable time for business profits.
Social/Political: It is an excellent day for those involved in politics.

5. Leo (सिंह) मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.
Love/Family: Utilize the best period of the month to the fullest.
Health: Your health will be good, and you'll enjoy delicious food.
Finance/Success: Expect recognition, promotion, and praise.
Social/Political: Your social reputation will also increase.

6. Virgo (कन्या) टो, , पी, पू, , , , पे, पो.
Love/Family: You may face obstacles and difficulties related to luck and child happiness.
Health: Keep a close watch on enemies, as they may cause harm.
Finance/Success: Be especially cautious with expenditures.
Social/Political: Maintain your social prestige and respect.

7. Libra (तुला) रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.
Love/Family: Physical discomfort, travel, and vehicle-related issues are possible.
Health: There might be problems with the digestive and respiratory systems.
Finance/Success: Financially, this period is not profitable.
Social/Political: Avoid disputes with seniors or higher authorities.

8. Scorpio (वृश्चिक) तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.
Love/Family: There will be harmony in married life.
Health: Health will be good, and there will be peace of mind.
Finance/Success: Children will enhance your happiness in life.
Social/Political: You will spend quality time with friends.

9. Sagittarius (धनु) ये, यो, , भी, भू, , , , भे.
Love/Family: Love relationships will be pleasant.
Health: Physical ailments or discomforts are possible, but overall good health will prevail.
Finance/Success: There are strong chances of success in employment and business.
Social/Political: Support from friends will be forthcoming, and you will achieve victory.

10. Capricorn (मकर) भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.
Love/Family: Financially, it is a challenging time.
Health: Pay extra attention to your health.
Finance/Success: Control expenses.
Social/Political: Maintain your social reputation and respect.

11. Aquarius (कुंभ) गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.
Love/Family: Remain less active physically and mentally.
Health: Keep calm, patient, and in control of your emotions.
Finance/Success: Financially, it is a tough period; expenses may rise.
Social/Political: Be cautious in maintaining good relations with close ones.

12. Pisces (मीन) दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.
Love/Family: It is a happy time for the home.
Health: You will enjoy delicious food and the joy of new clothing.
Finance/Success: Victory over opponents and success in pending work is likely.
Social/Political: You will spend quality time with friends and acquaintances.


Aaj ke Upay
Badha kam karne evam safalta ke liye – Nakshatra Krit Arisht Naashak Before step out:

  • "Om Narayanaya Namah।। Vishnave Namah।"

Mantra

Pauranik Mantra:
"Shvetavarna Akrutiḥ Somo Dvibhujo Vara Daṇḍa Bhritl
Dashashva Rathamaruḍho Mṛgashīrṣostu Me Mude
॥"

Nakshatra Devata Mantra:

  • "Om Chandramase Namah।"
  • "Om Somaya Namah।"

Nakshatra Mantra:

  • "Om Mrigashirshaya Namah।"
  • "Om Chandramase Namah।" (Aarogya Vardhak)

Ved Mantra:

  • "Om Somadhenu Gavṃ Soma Avantumashu Gavṃ Somovīraḥ Karmaṇayandadāti Yadatyavidadhya Gavṃ Sabheyampitṛ Shravana Yoma।"

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Ekadashi – Essential Considerations

For Householders with Sons:

·         Prohibited Days: Observing fasts on Krishna Ekadashi, Sundays, Sankranti, or during eclipses is considered inauspicious. However, bathing and charity are necessary on these days (according to Narada).

Precautions Before Leaving Home for Travel-related Safety:

·         Sunday: Betel leaves (Tambul)

·         Monday: Milk, water, and viewing the reflection in a mirror

·         Tuesday: Jaggery + coriander, hot milk, and lentils (Masoor)

·         Wednesday: Raw milk and sweets

·         Thursday: Mustard seeds, saffron tilak, and curd

·         Friday: Curd

·         Saturday: Black sesame seeds and black gram (Baidbidging)

Edible Items or Dishes:

·         Sunday: Betel leaves and ghee

·         Monday: Rice pudding (Kheer), water, and tilak

·         Tuesday: Jaggery

·         Wednesday: Coriander, sesame seeds, and mustard seeds

·         Thursday: Curd with sugar

·         Friday: Barley (Jau)

Determining the Day's Prospects

1.      Read the Future Based on the Current Name and Birth Sign:

o    If both are favorable, the day will be successful and prosperous.

o    If the name indicates inauspiciousness, avoid travel, home entry, practical work, joining new positions, applications, consultations, risks, and disputes.

2.      If the Birth Sign is Auspicious:

o    Suitable activities include: Rituals, worship, charity, decision-making, signing important documents, meetings, public relations, medical care, dealing with illnesses, and risk-related tasks.

Important Aspects of Kundli Matching:

·         A: 5 Nadis - 44 Gunas.

·         B: No Nadi Dosha in 13 Nakshatras.

·         C: Exceptions to the rule of 35+ Manglik Dosha.

·         D: D-9 Navamsha, 5 Nadi, 9 planets, Lagna Rashi, matching with four quarters of Nakshatra.

·         E: Consideration of 30 specific traits.

Tasks and Success in Bhadrā Kāla

During Bhadrā Kāla, success is more likely in the following activities:

  1. Chanting, Rituals, Yajna
  2. Meeting with High Officials/Authority
  3. Actions Against Opponents
  4. Attacks
  5. Consulting a Doctor
  6. Enemy Pacification
  7. Tasks Related to Elephant, Deer, Camel, and Dog Breeding
  8. Money Collection / Depositing in Bank / Keeping for Future Use
  9. Engaging in Intimacy or Friendship
  10. Surgery
  11. Buying a Vehicle or Travel-Related Work
  12. Engagement or Marriage
  13. Tilk, Oath, Initiating Competitive Activities (Sports, Education, Exams)
  14. Starting a War or Competition
  15. Construction or Entering a New House
·        

Contact:

·         Email: tiwaridixitastro@gmail.com

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श्राद्ध क्या है ? “ श्रद्धया यत कृतं तात श्राद्धं | “ अर्थात श्रद्धा से किया जाने वाला कर्म श्राद्ध है | अपने माता पिता एवं पूर्वजो की प्रसन्नता के लिए एवं उनके ऋण से मुक्ति की विधि है | श्राद्ध क्यों करना चाहिए   ? पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध किया जाना अति आवश्यक है | श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम ? यदि मानव योनी में समर्थ होते हुए भी हम अपने जन्मदाता के लिए कुछ नहीं करते हैं या जिन पूर्वज के हम अंश ( रक्त , जींस ) है , यदि उनका स्मरण या उनके निमित्त दान आदि नहीं करते हैं , तो उनकी आत्मा   को कष्ट होता है , वे रुष्ट होकर , अपने अंश्जो वंशजों को श्राप देते हैं | जो पीढ़ी दर पीढ़ी संतान में मंद बुद्धि से लेकर सभी प्रकार की प्रगति अवरुद्ध कर देते हैं | ज्योतिष में इस प्रकार के अनेक शाप योग हैं |   कब , क्यों श्राद्ध किया जाना आवश्यक होता है   ? यदि हम   96  अवसर पर   श्राद्ध   नहीं कर सकते हैं तो कम से कम मित्रों के लिए पिता माता की वार्षिक तिथि पर यह अश्वनी मास जिसे क्वांर का माह    भी कहा ज...

श्राद्ध रहस्य प्रश्न शंका समाधान ,श्राद्ध : जानने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?

संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...