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राशि-भविष्य | Horoscope (Bilingual)पापांकुशा एकादशी वस्त्र नई वस्तु/धन/गृह प्रयोग 03.10.2025

 

🔮 प्रसिद्ध ज्योतिषी | Renowned Astrologer
(Palmist, Vastu, Astrology – Since 1972)
V.’K. TIWARI –
📞 9424446706
विशेष संदर्भ संबंधित - डॉ. आर. दीक्षित (वास्तु), डॉ. एस. तिवारी (वैदिक ज्योतिष)📍 560102, Bangalore

03.10.2025  दैनिक पंचांग

  • चंद्र राशि: मकर
  • नक्षत्र: धनिष्ठा (सुबह 09:34 से)
  • तिथि: आश्विन शुक्ल एकादशीपापांकुशा एकादशी
  • वार: शुक्रवार

अब इस दिन का संक्षिप्त व्रत एवं पर्व नोट और पापांकुशा एकादशी का महत्व + एक पंक्ति मंत्र प्रस्तुत है।


🕉व्रत एवं पर्व नोटपापांकुशा एकादशी

🔹 महत्व:
पापांकुशा एकादशी का व्रत करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और विष्णु लोक की प्राप्ति होती है। यह एकादशी विशेष रूप से धन, सुख, और पितृमोक्ष देने वाली मानी गई है।

"पापांकुशा एकादश्यां व्रतेन पापनाशनम्।
विष्णुलोकप्राप्तिश्च नात्र कार्या विचारणा॥"

अर्थ: पापांकुशा एकादशी का व्रत करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और विष्णु लोक की प्राप्ति होती है।


📿 पापांकुशा एकादशी मंत्र (एक पंक्ति)

नमो भगवते वासुदेवाय पापांकुशहराय नमः

👉 इस मंत्र का जाप करने से पापों का क्षय, विष्णु-कृपा, और मानसिक शांति प्राप्त होती है।


🎁 आज के विशेष संयोग का फल📅

 03 अक्टूबर 2025
👉 वस्त्र, आभूषण, गृह-सामान का प्रयोग अत्यंत शुभ
👉 फल: धन, यश, सौभाग्य और लक्ष्मी स्थिरता।

https://ptvktiwari.blogspot.com/2025/10/03-2025.html

·  नए वस्त्र पहनना: यश, राजकीय सम्मान, लक्ष्मी कृपा।

·  आभूषण धारण: वैवाहिक सुख, सौंदर्य, व्यापार में विजय।

·  नई वस्तु/धन/गृह प्रयोग: स्थायी संपत्ति, समृद्धि, स्त्री-सुख।

·  एकादशी योग (पापांकुशा): पापक्षय, विष्णु लोक की प्राप्ति, धर्मबल।

 Ekadashi +dhanishtha+shukrvar=stree purash ke liye prabhv granth nam ;

प्रचलित नाम के अनुसार भविष्यफल

Prediction Based on the First Letter of Your Name

यदि आपका नाम 'भविष्य' के पहले अक्षर से शुरू होता है, तो आज का दिन विघ्नकारी हो सकता है।
If your name starts with the first letter of "Bhavishya," today may bring obstacles.

खर्च, व्यस्तता, विवाद या खुशी में रुकावट आ सकती है।
You may face expenses, busyness, disputes, or delays in happiness.

🔹 उपाय (Remedies):
मिथुन, तुला, और कुंभ राशियों के लिए विशेष उपाय किए जाने की आवश्यकता है।
Special remedies are needed for Gemini, Libra, and Aquarius signs.


जन्म नक्षत्र होने पर संभावित भविष्यफल

Predictions Based on Birth Nakshatra

सुखद और अनुकूल दिन (A Pleasant and Favorable Day):
यदि आपका जन्म निम्न नक्षत्रों में हुआ है, तो आपका दिन विशेष रूप से शुभ रहेगा।
If you were born under the following Nakshatras, today will be especially favorable:

👉 शुभ नक्षत्र (Auspicious Nakshatras):
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेशा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, रेवती।
Bharani, Rohini, Ardra, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Swati, Vishakha, Jyeshtha, Purvashadha, Shravana, Shatabhisha, Purva Bhadrapada, Revati.

सफल कार्य (Successful Tasks):
आज यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, मंगल कार्य, देव दर्शन, संधि, विवाह, बैंक संबंधित कार्य (नया खाता खोलना) शुभ रहेगा।
Today is good for travel, new ventures, prayers, pledges, construction, applications, policy-making, planning, meeting high officials, charity, auspicious events, temple visits, agreements, marriage, and banking tasks (like opening a new account).

दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य सफल होंगे।
Long-term activities will be successful.


भविष्य के अनुसार दैनिक व्यावहारिक कार्य

Daily Practical Activities as per Future Predictions

सफलता (Success):
स्थान प्रवेश, मित्रता, सहयोग, व्यापारिक कार्य सफल होंगे।
Moving to a new place, friendships, cooperation, and business activities will be successful.

अनुकूल अक्षर (Favorable Letters):
ली, लू, ले, लो; , , ; , , वि, वू, कू, के, को, घी, घु, घे, घो, , , , छी, छे, छो, छु।
Le, Lu, La, Lo; A, I, U; O, Va, Vi, Vu, Ku, Ke, Ko, Ghi, Ghu, Ghe, Gho, Gha, D, Chh, Chhi, Chhe, Chho, Chhu.


12 राशियों की कार्य योजना और प्राथमिकता निर्धारण

Work Planning and Prioritization for 12 Zodiac Signs

🔴 मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,
महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता: महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलेगी।
Success in important tasks: You will achieve success in important tasks.

व्यापार: आकस्मिक धन लाभ हो सकता है।
Business: Sudden financial gains are possible.

स्वास्थ्य: सुधार होगा या सुख प्राप्त होगा।
Health: Improvement or relief will be experienced.

विद्या: उत्कृष्ट सफलता की संभावना है।
Education: High chances of great success.


🔵 वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो
राजनीति में सफलता: विशेष सफलता की संभावना है।
Political success: There are chances of significant success.

विद्या और रोजगार: अच्छी सफलताएं प्राप्त होंगी।
Education & Job: You will achieve good success.

व्यापार: लाभकारी रहेगा।
Business: Profitable opportunities are likely.


🟢 मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को,
कार्य की प्रगति: कार्य की प्रगति मन के अनुकूल होगी।
Work progress: Work will proceed as expected.

परिचितों से सहयोग: कुछ कम मिलेगा।
Support from acquaintances: Limited support may be available.

विद्या: सफलता मिलेगी।
Education: Success will be achieved.


🟣 कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
कार्य: कुछ कार्य रुक सकते हैं।
Work: Some tasks may get delayed.

यात्रा योग: प्रबल है।
Travel possibility: Strong indications for travel.

स्वास्थ्य: विशेष ध्यान रखें।
Health: Take special care.


🔶 सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
वाद विवाद में विजय: विजय प्राप्त होगी।
Victory in disputes: You will win in arguments.

आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।
Financial condition: It will remain strong.


🔷 कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो
धन: उत्तम दिन रहेगा।
Wealth: A prosperous day.

नए कार्य प्रारंभ: अच्छा दिन है।
Starting new tasks: A favorable day.


7. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

  • कार्य की स्थिति: आशा के अनुसार कार्य सफल नहीं होंगे।
    Work status: Tasks may not succeed as expected.
  • पारिवारिक सुख: कमी हो सकती है।
    Family happiness: There may be a lack of harmony.
  • दांपत्य जीवन: जीवनसाथी से अनावश्यक परेशानियां हो सकती हैं।
    Marital life: Unnecessary troubles with the spouse may arise.
  • वाद विवाद: विवादों से बचें।
    Disputes: Avoid unnecessary arguments.
  • प्रॉमिस: कोई अपना वादा पूरा नहीं कर सकेगा।
    Promise: Someone may fail to fulfill their commitment.
  • नए कार्य: नए उत्तरदायित्व लेने से बचें।
    New tasks: Avoid taking new responsibilities.
  • रोजगार: किसी भी जोखिम से बचें।
    Employment: Avoid any risks.
  • संतान: संतान से चिंता या दायित्व बढ़ सकता है।
    Children: Concerns or responsibilities regarding children may increase.
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
    Financial status: Favorable conditions.
  • विशेष: परामर्श और प्रेम-मित्रता में सुख की संभावना कम है।
    Special: Less likelihood of success in relationships and consultations.

8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

  • दिन की स्थिति: कठिनाइयाँ बढ़ सकती हैं।
    Day status: Challenges may increase.
  • स्वास्थ्य: मानसिक तनाव की संभावना है।
    Health: Chances of mental stress.
  • अहम: अहंकार से चोट लग सकती है।
    Ego: Ego may cause harm.
  • वाद विवाद: टकराव से बचें।
    Disputes: Avoid conflicts.
  • यात्रा: विशेष ध्यान रखें या स्थगित करें।
    Travel: Be cautious or postpone it.
  • नई योजना: पहल न करना बेहतर रहेगा।
    New plans: Avoid initiating anything new.
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
    Financial status: Will remain stable.
  • व्यापार: सामान्य लाभ होगा।
    Business: Moderate profits expected.

9. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे

  • कार्य के प्रयास: प्रसिद्धि प्राप्त होगी।
    Work efforts: You will gain recognition.
  • निर्णय: आपके फैसले सराहे जाएंगे।
    Decisions: Your decisions will be appreciated.
  • सहयोग: भाइयों, सहयोगियों से समर्थन मिलेगा।
    Support: Support from siblings and coworkers.
  • आराम: कुछ राहत महसूस होगी।
    Rest: A sense of relief will be there.
  • मनोबल: अच्छा रहेगा।
    Confidence: Will remain strong.
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
    Financial status: Favorable conditions.
  • व्यापार: नए अनुबंध प्राप्त हो सकते हैं।
    Business: New contracts may come your way.

10. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

  • खर्च: धन की योजना बनेगी।
    Expenses: Financial planning will take place.
  • निवेश: धन का निवेश होगा।
    Investment: Investment opportunities will arise.
  • परिवार: दायित्व बढ़ सकता है।
    Family: Responsibilities may increase.
  • रोजगार: अधिकारी वर्ग की अप्रसन्नता संभव है।
    Employment: Superiors may be displeased.
  • राजनीति: आज का दिन अनुकूल नहीं है।
    Politics: Not a favorable day.
  • यात्रा: टालना बेहतर रहेगा।
    Travel: Better to postpone travel.
  • व्यापार: लाभ सामान्य रहेगा।
    Business: Moderate profits expected.

11. कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

  • महत्वपूर्ण समाचार: खुशखबरी मिल सकती है।
    Important news: You may receive good news.
  • आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।
    Financial status: Will be excellent.
  • व्यापार: लाभ होगा।
    Business: Profits are expected.
  • रोजगार: उच्च अधिकारी आपकी प्रशंसा करेंगे।
    Employment: Higher officials will appreciate your work.
  • स्वास्थ्य: दांपत्य सुख और प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी।
    Health: Marital and romantic relationships will flourish.
  • नए कार्य: कार्य प्रारंभ करने के लिए अच्छा दिन।
    New ventures: A good day to start new work.

12. मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

  • कार्य की स्थिति: कार्य रुक सकते हैं।
    Work status: Tasks may get delayed.
  • यात्रा: स्थगित करना उचित होगा।
    Travel: Better to postpone travel.
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
    Financial status: Will remain stable.
  • स्वास्थ्य: ध्यान रखने की आवश्यकता है।
    Health: Needs extra care.
  • मित्र: मित्र कार्य में रुकावट डाल सकते हैं।
    Friends: May cause interruptions in work.
  • समय प्रबंधन: भविष्य की दृष्टि से उपयोगी रहेगा।
    Time management: Will be beneficial in the long run.

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सौभाग्य वृद्धि और ग्रह दोष शांति के उपाय

(Enhancing Fortune and Remedies for Planetary Doshas)


शिम्बी(सेम) ,चावल भोजन वर्जित |

किये जाने वाले कार्य-

 

एकादशी तिथि में व्रत, सभी प्रकार के धार्मिक कार्य, देवताओं का उत्सव, सभी प्रकार के उद्यापन, वास्तुकर्म, युद्ध से जुडे़ कर्म, शिल्प, यज्ञोपवीत, गृह आरम्भ करना और यात्रा संबंधी कार्य.

कार्य के पूर्व - विश्वेदेवों की भली प्रकार से पूजा करनी चाहिए। वे भक्त को संतान, धन-धान्य और पृथ्वी प्रदान करते हैं।

-       मेष ,वृश्चिक राशी वाले बाधा नाश के लिए अवश्य करे |

🍚 दान (Donations)

🧂 नमक दान करें।
Donate salt.

·         वर्जित: मटर, चावल।

·         उपयोग: आँवले का स्नान जल में उपयोग करें।

मंत्र: राम रामेति रामेति।


🥗 लाभकारी आहार (Beneficial Foods)

  • कस्तूरी (Musk)इलायची (Cardamom)मूंग (Mung Beans)चावल (Rice)
  • करैला (Bitter Gourd)मूल वाली सब्जियाँ (Root Vegetables)शकरकंद (Sweet Potatoes)

🚫 परहेज करें (Avoid Foods)

  • हरी सब्जियाँ (Green Vegetables)
  • मूंग दाल (Mung Dal)
  • खीर (Kheer - Sweet Rice Pudding)

📿 धनिष्ठा मंत्र (Dhanishta Mantra)
ॐ वसो:पवित्रम असि शतधारं वसो: पवित्रम असि सहत्रधारम।
देवस्त्वा सविता पुनातु वसो: पवित्रेण शतधारेण सुप्वाकामधुक्षः।
Om Vaso: Pavitram Asi Shatadhaaram Vaso: Pavitram Asi Sahasradharam.
Devastva Savita Punaatu Vaso: Pavitrena Shatadhaarena Supvaakaamadhukshah.


📿 नक्षत्र देवता मंत्र (Nakshatra Devata Mantra)
ॐ वसुभ्यो नमः।
Om Vasubhyo Namah.


📿 पौराणिक मंत्र (Pauranik Mantra)
श्राविष्ठा देवतांम वंदे वसुन्वरधर आश्रिताम्।
शंख चक्रांम अकितरां किरीटांम अकित मस्तकाम्।
Shravishta Devataam Vande Vasunvaradhara Aashritaam.
Shankha Chakram Akitaram Kiritam Akita Mastakam.


📿 नक्षत्र मंत्र (Nakshatra Mantra)
ॐ धनिष्ठायै नमः।
Om Dhanishtayai Namah.


यह उपाय और मंत्र आपको सौभाग्य वृद्धि एवं ग्रह दोष शांति में सहायता करेंगे। 🙏

      इन उपायों को करने से शुक्र ग्रह की अशुभता दूर होगी

और सौंदर्य, धन, ऐश्वर्य एवं सुख की प्राप्ति होगी। ⚪✨

शुक्रग्रह हेतु   -

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

शुक्र गायत्री मंत्र-

ओम भृगुजाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि

तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ॥

जैन मंत्र-

श्री सुविधिनाथ भगवान या श्री पुष्पदंत भगवान

ॐ ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक-श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा। |

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

बाधा मुक्ति के लिए दान- चावल ,चांदी मिश्री ,सफेद पुष्प,

1-दही ,सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य दान करे | |

2-दान किसे दे - सफ़ेद गाय कन्या या देवी मंदिर मे दान करे ||

3-दिन के दोष निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं

कच्चा दूध ,जौ barly | यदि जन्म कुंडली मे शुक्र अच्छा हो उनको दही अवश्य उपयोग करना चाहिए |

 

 से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।


कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email:
tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

 

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श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...