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14.10.2025 - Daily Fortune , FocusRemedy& Relief Tips (bilingual) .”भविष्य (Bilingual - Hindi English) नए वस्त्र ,उपाय

 

14.10.2025 - Daily Fortune , FocusRemedy& Relief Tips (bilingual) 
.”
भविष्य  (Bilingual - Hindi English) नए वस्त्र ,उपाय 

Today’s fortune with remedies to calm your mind and handle troubles.”Daily success tips to control tension and attract luck

 V.K. TIWARI 📞 9424446706- Special Consultation - Dr. R. Dixit (Vastu), | Dr. S. Tiwari (Vedic Astrology)

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📅 Date (तिथि) / Date & Panchang

📿 🌞 दिन: मंगलवार (Mangalwar)

🔹 अष्टमी (till 11:09 AM)इसके बाद नवमी प्रारंभ (from 11:10 AM)
🔹 पक्ष: आश्विन शुक्ल पक्ष

🪔 अष्टमी तिथि फल – Granthokta Reference

"अष्टम्यां रक्तवस्त्रं धार्यं नापि कारयेत्।
रोगदं चाप्रयच्छन्ति दुःखं ददाति निःसंशयम्॥"
(
मूहूर्त चिन्तामणि, वस्त्राध्याय)

अष्टमी तिथि में नए लाल या चमकीले वस्त्र धारण या क्रय करने से रोग एवं मानसिक अशांति की संभावना रहती है। विशेषकर स्त्रियों के लिए अष्टमी में वस्त्र-क्रय वर्जित माना गया है।


🌙 नक्षत्र (Nakshatra):

  • पुनर्वसु (till 11:54 AM)इसके बाद पुष्य नक्षत्र प्रारंभ (from 11:55 AM)

🌼 पुनर्वसु नक्षत्र में वस्त्र क्रय प्रभाव:

"पुनर्वसु वस्त्रग्रहणं सुभं ददाति सदा नरैः।
गृहं धनं वर्धेत स्वल्पदोषं संशयः॥"
(
भद्रबाहु संहिता, नक्षत्राध्याय)
पुनर्वसु नक्षत्र में वस्त्र, आभूषण या गृह-सामग्री का क्रय सामान्यतः शुभ होता हैपरंतु यदि यह तिथि अष्टमी हो, तो यह फल स्त्रियों के लिए दोषदायक और पुरुषों के लिए मध्यम शुभ माना गया है।


🌿 पुष्य नक्षत्र आरंभ (11:55 AM से):

"पुष्ये कृतं कर्म नश्यति कदाचन।
धनधान्यसमृद्धिश्च सर्वकार्येषु सिद्धिदा॥"
(
स्कन्दपुराण, पुष्य माहात्म्य)

पुष्य नक्षत्र में किया गया प्रत्येक कार्य स्थिरता और समृद्धि प्रदान करता है। यह विशेषतः राज्यकार्य, वाणिज्य, सोना, वस्त्र, वाहन, भूमि एवं औषधि क्रय के लिए परम शुभ माना गया है

- 👚 वस्त्र क्रय (Clothing Purchase) निषेध-निर्णय:

समय

तिथि

नक्षत्र

महिलाओं हेतु

पुरुषों हेतु

शास्त्रीय निर्णय

06:45 AM – 11:09 AM

अष्टमी

पुनर्वसु

वर्जित (अशुभ)

⚠️ मध्यम

अष्टमी दोष + पुनर्वसु मध्यम

11:10 AM – 11:54 AM

नवमी प्रारंभ

पुनर्वसु

⚠️ मध्यम

शुभ

नवमी शुभता आरंभ

11:55 AM – रात्रि

नवमी

पुष्य

अत्यंत शुभ

अत्यंत शुभ

मंगल + पुष्य योगराजयोगीय फल


🔱 मंगलवार + पुष्य योग फल (Mangal Pushya Yoga)

"मङ्गले पुष्यसंयुक्ते स्वर्णवस्त्रक्रयादिकम्।
दीर्घायुष्यं यशः श्रीश्च प्रजासौख्यं लभ्यते॥"
(
मूहूर्त चिन्तामणि, पुष्याध्याय)

जब मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र आता है, तब धन, वस्त्र, सोना, गाड़ी, औषधि या भूमि का क्रय दीर्घकालिक सुख, यश और आरोग्य देने वाला होता है।
यह योग राजयोग-सदृश होता हैजिसे मंगल-पुष्य योग कहा जाता है।


🧧 निष्कर्ष (Conclusion):

  • स्त्रियों हेतु:
    सुबह 11:09 तक (अष्टमी + पुनर्वसु) नए वस्त्र खरीदेंपुरुषों हेतु:
  • पुनर्वसु (till 11:54) में भी मध्यम शुभ है,
    परंतु 11:55 AM के बाद पुष्य नक्षत्र में वस्त्र, औजार, भूमि, या व्यापार आरंभ करना *****************************************************************************🙏
  • -   -जन्म राशी के अनुसार किये जाने वाले कार्य-
  • अनुष्ठान,पूजा,दान,क्रय,विक्रय,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,जन सम्पर्क, कष्ट,रोग,हानि,कार्य.
  • *आज नए वस्त्र.आभूषण करने के संभावित प्रभाव-जब भी इस वस्त्र या  आभूषण को भविष्य में योग करेंगे तो- सभी कार्यों में सफ़लता,धन वृद्धि, लम्बित कार्य पूर्ण -प्रगति में सहायक होंगे
  • नारी वर्ग के लिए वर्जित
  • *Future possible consequences of using new clothes/jewelry today –
  • Whenever using this clothes or jewelry in future –it will be helpful in success in all works, increase in wealth, completion of pending work.
  • नाम के  प्रथम  अक्षर,(व्यक्ति,कम्पनी,स्थान ,संसथान )के लिए दिन बाधक सिद्ध हो सकता है
  • -ये यो ,भी भू ,,,भे. मा मी,मू,मे,मो,टा,टी,टू, टे ,चू,चे,चो ला ली लू ले लो शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l कर्क,वृश्चिक,मीन  रशिवालो को बाधा नाश के लिए तिथि दोष के उपाय चाहिये
  • - For those with the first letter of the name (name of person, thing, company, place), the day can prove to be a hindrance to expenses, busyness, disputes, or happiness.
  • - Yo, Bh, F, Dh, M, T, Chu, Cho, la, Lu, and THE   Rest OF The names will be good for THE alphabet.
  • ***********************************************************************************************
  •          12:00बजे दिन तक-निम्न नक्षत्र के लिए उत्तम
  • अश्विनी कृत्तिका मॄगशिरा पुनर्वसु अश्लेशा मघा उत्तराफाल्गुनी चित्रा विशाखा ज्येष्ठा मूल उत्तराषाढा धनिष्ठा पूर्व भाद्रपद रेवती;
  •          -शेष जन्म नक्षत्र के लिए- किसी भी प्रकार के महत्वपूर्ण या नए कार्य का परामर्श नहीं दिया जा सकता है.
  • ---------------------------------------------------------

  • 12 राशी भविष्य- कार्य योजना परामर्श
  •               Leo, Aries, and Sagittarius to take measures
  • सिंह,,धनु,मेष –,- राशी के लिए सुख बाधक (,विवाद ,व्यय या कार्य अधिक्य )स्थिति संभव .
  •  
  • Aries मेष राशि - चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, .
  • अकारण विवाद की स्थिति बन सकती है। स्वजनों से मतभेद विरोध विवाद हो सकता है। धन के अपव्यय की संभावनाएं प्रबल हैं। कार्यों की सफलता मुश्किल से होगी। शारीरिक दृष्टि से भी ऊर्जा में कमी रहेगी। दांपत्य साथी को शारीरिक कष्ट रहेगा। यात्रा के योग बन सकते हैं। किसी भी प्रकार की जोखिम महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व लेने में चूक होगी।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।
  • Taurus वृष राशि - , , , , वा, वी, वू, वे, वो.
  • मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द मिलने का योग है। आपको सुस्वादु मनचाहा भोजन, सुविधापूर्वक उपलब्ध होगा। आपको शारीरिक सुख-साधन, उत्तम वस्त्र सुगंध तथा अन्य इच्छित सांसारिक वस्तुएं मिलेंगी। इस समय सर्वोत्तम मित्र परिचित मिलेंगे। आपके पारिवारिक जीवन में भी आम दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा। प्रेम या दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी से सुखद अनुभूतियों में वृद्धि की आशा कर सकते हैं। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।
  • धार्मिक अथवा दान, पुण्य कार्य मे सफलता मिल सकती है। जनसम्पर्क से जुड़े वर्ग राजनेता, सामाजिक कल्याण, अभिकर्ता आदि को यश, सफलता एवं व्यस्तता की स्थितियाँ मिलने की संभावना है। नया कार्य एवं यात्रा  करे.
  •  
  • Gemini मिथुन राशि - का, की, कू, , , , के, को, .
  • यह मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य से सम्बन्धित नकारात्मक परिणामों का सूचक है। परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी के स्वास्थ्य पर व्यय या व्यस्तता का कारण बन सकता है। मानसिक रुप से आप अशांत आस-पास के व्यक्तियों के व्यवहार के प्रति असंतुष्ट, अप्रसन्न या सशंकित रह सकते हैं। आप विवाद, विषाद, चिंता, तनाव मानसिक संताप को दूर रखने का भरसक
  • Cancer कर्क राशि -ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.
  • यह समय आपको अधिक धन उपार्जन सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा। आपको लेनदारी या उधर दी गयी धनराशि भी प्राप्त हो सकती है। व्यक्तिगत रुप से यह समय आपको प्रसन्नता, सुख व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है। परिवार के सदस्यों का मेलमिलाप होगा। पुराने मित्रों के साथ पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं। विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है। इस समय आपको सुस्वादु भोजन घर में समस्त सांसारिक सुख मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आप मानसिक रुप से प्रसन्न शान्तचित्त रहेंगे। व्यापार के लिए लाभदायक विशेष रहेगा। राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े वर्ग के लिए उत्तम दिन है। विशेष-नए कार्य यथा-यात्रा,सुझाव, शापिंग,जोखिम, निर्णय,मीटिंग, आदि के परिणाम अपेक्षा के अनुसार मिलना संदिग्ध है
  • Leo सिंह राशिमा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.
  • यात्रा एवं खर्च के अनायास योग बनेंगे। कार्य परिश्रम से ही पूर्ण होंगे। कार्यालय में कार्य की अधिकता रहेगी। कठिनाइयां बढ़ सकती हैं। स्वास्थ्य बाधा संभव है। राजनीति के क्षेत्र में कष्ट होगा। सामान्य तौर पर लोगों का व्यवहार सहयोगी या मित्रता पूर्ण नहीं रहेगा।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।
  • Virgo कन्या राशि- टो, , पी, पू, , , , पे, पो.
  • आपके आपके परिवार के लिए रोगों से मुक्त रहने सुयोग है। जीवन में सुख शान्ति का मनोभाव आपको संतोष प्रदान करेगा। भावनाओं के प्रति आवश्यकता से अधिक संवेदनशील बन जाएं। आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है। पुराने दिए ऋणों, आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति होगी। कार्य में उन्नति भी हो सकती है। अच्छे समाचार मिलेंगे। मान सम्मान एवं स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। कार्यों की प्रगति से संतोष मिलेगा। परिवार एवं परिचितों से सहयोग प्राप्त होगा। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। व्यापारिक लाभ होगा। यश प्रताप बढ़ेंगे।
  • नया कार्य एवं यात्रा  करे.
  • Libra तुला राशि - रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.
  • यह माह का अच्छा समय है। यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति का है। सांसारिक भौतिक सुख प्राप्त होंगे। आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है क्योंकि इसमें सफलता निश्चित है। इस काल के अनुकूल होने के कारण आप आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, सफलता  एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।
  • Scorpio वृश्चिक राशि - तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.
  • परिवार के सुख में कमी या घर से बाहर रहने रहने के योग बनेंगे ।कार्य की अधिकता रहेगी। महत्वपूर्ण लोगों से मतभेद रहेगा। आकस्मिक धन के व्यय की योजना बनेगी। स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखना उचित होगा। लंबी यात्रा के योग हैं। जिसमें उद्देश्य की सफलता संदिग्ध है। भाग्य साथ नहीं देता प्रतीत होगा। संतान के लिए भी दिन विशेष उपयोगी नहीं है। यात्रा या नए कार्य की सफलता संदिग्ध है।
  • Sagittarius धनु राशिये, यो, , भी, भू, , , , भे.
  • मानसिक कष्ट किन्ही कारणों से बढ़ेगा। शत्रु या मित्र वर्ग से मतभेद होगा। धार्मिक कार्यों में रूचि कम होगी। यात्रा के योग प्रबल है। परंतु उनका उद्देश्य पूर्ण नहीं होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। मित्र अपने दिए हुए वचन का पालन नहीं कर सकेंगे। व्यापार के लाभ में कमी आएगी। सहयोगी या कनिष्ठ वर्ग अपेक्षित कार्य नहीं करेंगे। अपयश, आरोप की स्थिति भी बन सकती है। इसलिए कोई जोखिम ना लें। भाग्य एवं संतान सुख बाधा विघ्न, बाधा, कष्ट, स्वागत करने को आतुर हैं। अपनी भावनाओ पर नियंत्रण रखिएl आपके प्रयासो को सफलता के पंख  लगने ही वाले हैं।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।
  •  
  • Capricorn मकर राशि - भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.
  • शरीर स्वस्थ रहेगा। लाभ की स्थिति उत्तम है। स्थाई लाभ की योजना बनेगी। आर्थिक खर्च बढ़ेगा। मंगल कार्य में धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। स्त्री वर्ग द्वारा भाग्य की वृद्धि होगी। भाइयों या प्रिय वर्ग पर व्यय अथवा उनसे सहयोग मिलेगा। यात्रा के योग भी प्रबल है। इस अवधि में आपके अति उत्तम, सुस्वादु भोजन का आनन्द लेने की संभावना है।
  • Aquarius कुंभ राशि - गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, .
  • सकारात्मक परिवर्तन होंगे। यह समय सुख कार्यों में सफलता का द्योतक है। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है। अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है। आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी। प्रेम या  नए मित्र, मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है।
  • Pisces मीन राशि -दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.
  • स्त्री वर्ग के लिए तुलनात्मक रूप से अशुभ। दांपत्य साथी के स्वास्थ्य में कमी आएगी। संतान को कष्ट होगा। या उससे सुख में कमी होगी। व्यापार में मंदी की स्थिति रहेगी। प्रेम संबंधों में विरोध विवाद की स्थिति बनेगी। अच्छे लोगों के साथ समय व्यतीत होना कठिन है। छल कपट भी आपके साथ संभव है। योजनाएं सफल नहीं होंगी। मन में भ्रम या अनीर्णय की स्थिति रह सकती है।
  • ************************************************
  • Aaj ke mantr
  • पूज्य ;वृक्ष: पीपल
  • प्राणी को भोजन -- :बकरी ;प्रयोग - :अग्नी  
  • बृहस्पतये नमःl पुष्याय नमःl
  • बृहस्पति पूजा से सद्बुद्धि प्रद;.
  • ऊं बृं बृहस्पतये नम:
  • . अंगि-रसाय विदमहे दण्डायुधाय धीमहि तन्नो जीवः प्रचोदयात आपो ज्योति रस अमृतं ,परो रजसे सावदोम..
  • बृहस्पति - वैदिक मंत्रॐ
  • बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्बिभाति क्रतुमज्जनेषु.यद्दीदयच्छवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविणं ध्हि चित्रम्।

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...