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17.10.2025 - Daily Fortune , FocusRemedy& Relief Tips (bilingual) .”भविष्य (Bilingual - Hindi English) नए वस्त्र ,उपाय शुभ समय



Today’s fortune with remedies to calm your mind and handle troubles.”Daily success tips to control tension and attract luck

 V.K. TIWARI 📞 9424446706- Special Consultation - Dr. R. Dixit (Vastu), | Dr. S. Tiwari (Vedic Astrology)


🌼 शुक्रवार – कृष्ण एकादशी (17 अक्टूबर 2025, 

मघा पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र संक्रमण के साथ गोवत्स द्वादशी प्रभाव
(Effects of Magha
Purva Phalguni Nakshatra on Friday, Krishna Ekadashi)

🕉️ पंचांग सारांश / Panchang Summary

तत्व / Element

विवरण (Hindi)

Description (English)

वार

शुक्रवार

Friday

तिथि

कृष्ण एकादशी (13:57 तक), तत्पश्चात गोवत्स द्वादशी

Krishna Ekadashi (till 1:57 PM), then Govatsa Dwadashi

नक्षत्र

मघा (13:57 PM तक), तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी

Magha till 1:57 PM then Purva Phalguni

चंद्र राशि

सिंह राशि

Leo sign

 

 

 

 गोवत्स द्वादशी का महत्व / Significance of Govatsa Dwadashi

📜 शास्त्र प्रमाण:
“गोवत्स द्वादश्यां यः पयः सेवनं करोति, तस्य सर्वपापक्षयो भवति।” — स्कंदपुराण, वैष्णव खंड
Meaning: On Govatsa Dwadashi, worshipping the cow and consuming milk destroys all sins and grants prosperity and progeny.

🕉️ मंत्र / Mantra:
“ॐ गोवत्साय नमः।” (Om Govatsāya Namah) — Brings purity and wealth.

💎 वस्त्र, शृंगार, आभूषण, चूड़ी, मेंहदी के प्रयोग का फल / Effects

समय / Time

नक्षत्र / Nakshatra

कार्य / Action

फल / Result

सुबह – 1:57 PM

मघा

वस्त्र, आभूषण, चूड़ी, मेंहदी का प्रयोग

सम्मान, यश, दाम्पत्य सुख

1:57 PM के बाद

पूर्वाफाल्गुनी

वस्त्र, शृंगार, मेंहदी का प्रयोग

प्रेम, आकर्षण, सौंदर्य वृद्धि

वार प्रभाव

शुक्रवार

रूप-सौंदर्य, वस्त्र-आभूषण क्रय

आर्थिक वृद्धि, सौभाग्य, ऐश्वर्य

 “मघा फाल्गुन्योः शुभे कार्यं वस्त्रभूषणधारणम्।
लाभं सौख्यं यशः सिद्धिं सौभाग्यं परमं लभेत्॥”
Meaning: Wearing ornaments and new clothes under Magha or Purva Phalguni brings wealth, happiness, fame, and supreme fortune.

Auspicious time-

9:36 - 10:12 (-48 min)

14:36 - 15:12,  21 - 21:36 (-36 min)

16:48 - 17:12 ( +24min)

जन्म नक्षत्र निम्न हो तो आज  का दिन सुखद अनुकूल होगा

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.

अश्विनी कृत्तिका रोहिणी आर्द्रा पुष्य मघा उत्तराफाल्गुनी हस्त स्वाती अनुराधा मूल उत्तराषाढा श्रवण शतभिषा उत्तर भाद्रपद.

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   प्रचलित नाम के प्रथम अक्षर को  -

नौकरी,गृह प्रवेश,शहर,मुल्ल्ला,रहने का स्थान,दैनिक कार्य,व्यापारिक कार्य,,आदि कार्य में सफलता -विवाह,संस्कार,भविष्य,यात्रा,नया कार्य आरम्भ मिलेगी-

🌟 जिनके नाम के अक्षर शुभ नक्षत्रों से जुड़ते हैं अनुकूलता सफलता का दिन
For names linked to auspicious Nakshatras – Favorable & Successful Day
शुभ अक्षर (Auspicious Initials): , , , , , , , , , , , , , , , , ,
• Associated Nakshatras:
अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद
नए कार्य की शुरुआत, परिवार में आनंद, सौम्यता रहेगी।
• Good time for new beginnings, family peace, harmony.
स्वास्थ्य, प्रयास संवाद में सकारात्मक परिणाम।
• Positive outcomes in health, effort and communication.
उपाय: विजय या अमृत मुहूर्त में प्रमुख कार्य करें।
• Do key tasks in Vijay or Amrit Muhurat.

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🌑 नाम के , , , अक्षर वाले व्यक्तियों के लिए दिन चुनौतिपूर्ण:
For names beginning with ‘B, P, J, KH’ – Challenging Day
यात्रा, ज्वाइनिंग, आवेदन, व्यवहारिक कार्यों में विघ्न संभव।
• Travel, joining, proposals may face delays or rejections.
विवाद या जोखिम से बचाव जरूरी।
• Avoid disputes or taking risky decisions.
मानसिक तनाव और असमर्थता महसूस हो सकती है।
• You may feel mental pressure or indecisiveness.
उपाय: धूमावती जप तिल/नीले वस्त्र का दान करें।
• Remedy: Chant Dhumavati mantra and donate sesame or blue cloth.


नक्षत्र जन्म वाले लोग: सफल

  • सफलता पूर्ण रहेगा: अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद।

बाधा नाश उपाय:

कर्क, वृष, कन्या, मकर राशि वालों के लिए तिथि दोष के उपाय चाहिए।


🌟 1. मेष राशि (Aries) – (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, )

अधिक परिश्रम की आवश्यकता होगी।
नींद तनाव से जुड़ी समस्या संभव।
मानसिक उलझन रह सकती है।
• Extra effort is required today.
• Remedy: Perform religious donation or chanting.


🌟 2. वृषभ राशि (Taurus) – (, , , , वा, वी, वू, वे, वो)

खर्च या धन हानि हो सकती है।
गलत सलाह से बचें।
यात्रा या निवेश टालें।
• Financial loss possible; avoid new suggestions.
• Remedy: Stay silent and avoid decisions.


🌟 3. मिथुन राशि (Gemini) – (का, की, कू, , , , के, को, )

मित्र परिवार का साथ मिलेगा।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
नए विचारों का समर्थन होगा।
• You will get support from close ones.
• Remedy: Start new work; good cooperation likely.


🌟 4. कर्क राशि (Cancer) – (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

विलासितापूर्ण वस्तुएँ मिलेंगी।
नया कार्य लाभ देगा।
पदोन्नति के योग बन रहे हैं।
• Time favors luxury and elevation.
• Remedy: Start fresh tasks for success.


🌟 5. सिंह राशि (Leo) – (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

स्वादिष्ट भोजन और पारिवारिक सुख मिलेगा।
भावनात्मक सहयोग की कमी हो सकती है।
आत्मनिर्भर रहें।
• Emotional detachment may occur.
• Remedy: Lower expectations from others.


🌟 6. कन्या राशि (Virgo) – (टो, , पी, पू, , , , पे, पो)

धन हानि संभव, लेन-देन से बचें।
किसी बात पर झगड़ा हो सकता है।
भावनाओं पर नियंत्रण रखें।
• Financial caution is advised.
• Remedy: Stay calm, avoid conflicts.


🌟 7. तुला राशि (Libra) – (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

प्रतिष्ठा में वृद्धि, यश प्राप्ति।
अटका धन मिलने की संभावना।
पद और प्रभाव बढ़ेगा।
• Recognition and recovery of money possible.
• Remedy: Utilize the day for pending gains.


🌟 8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

इच्छाएँ पूर्ण होंगी।
कार्यों में सराहना मिलेगी।
अनुकूल समय का सदुपयोग करें।
• Wish fulfillment and honor are likely.
• Remedy: Start any new initiative today.


🌟 9. धनु राशि (Sagittarius) – (ये, यो, , भी, भू, , , , भे)

मन अस्थिर रह सकता है।
परिणाम मिश्रित रहेंगे।
यात्राओं से थकान हो सकती है।
• Mixed results, mental unrest likely.
• Remedy: Be patient and composed.


🌟 10. मकर राशि (Capricorn) – (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी)

स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
कार्यों में रुकावट संभव।
पैसे की कमी खलेगी।
• Problems and financial tension may rise.
• Remedy: Avoid arguments; focus on health.


🌟 11. कुंभ राशि (Aquarius) – (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, )

मानसिक शांति और घरेलू सुख मिलेगा।
पारिवारिक मेल-जोल बढ़ेगा।
काम में रुचि बनी रहेगी।
• Peaceful mind and comfort at home.
• Remedy: Make most of favorable atmosphere.


🌟 12. मीन राशि (Pisces) – (दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची)

सफलता के अवसर बनेंगे।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी।
• Day of success, romance, and wellness.
• Remedy: Form new friendships, express love.


नियमित पूजा अर्चना के पूर्व निम्न मंत्र अनेक आपत्ति विपत्ति में अल्पता एवं सुख, सफलता, सृजित करेंगे

आज - अरिष्ट नाशक मंत्र
वेद मंत्र पूर्व फाल्गुनी:
भग प्रणेतर्भग सत्यराधो भगे मां धियमुद वाद दन्न:
भग प्रजाननाय गोभिरश्वैर्भग प्रणेतृभिर्नुवन्त: स्याम:
भगाय नम:

पौराणिक मंत्र:
भगं रथवरारुढं व्दिभुंज शंख चक्रकम्।
फाल्गुनी देवतां ध्यायेत् भक्ताभीष्ट वरप्रदाम्।।

नक्षत्र देवता मंत्र:
भगाय नमः।
नक्षत्र मंत्र:
पूर्व फाल्गुनीभ्यां नमः।

 

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📖 मंत्र (Mantras to Chant):

  • "ॐ नमः शिवाय"
  • "ॐ विष्णवे नमः। ॐ देव देवेश्वराय नमः। ॐ वाम देवाय नमः। ॐ अघोराय नमः। ॐ तत्पुरुषाय नमः। ॐ ईशानाय नमः।"

🔥 विशेष उपाय (Special Remedies):

  • आरती के दीपक में लौंग जलाएं।
  • Light cloves in the Aarti lamp.
  • भोजन में भात (rice) शामिल करें।

Include rice in meals.By following these remedies, one can neutralize Jupiter’s negative effects and attain wisdom, success, and prosperity. 🟡✨
इन उपायों को करने से गुरु ग्रह की अशुभता दूर होगी और ज्ञान, सफलता एवं समृद्धि प्राप्त होगी। 🟡✨

गुरुवार के अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

1-- सौभाग्य सफलता वृद्धि के लिए

स्नान जल मे मिला नदी

या तीर्थ जल,-चमेली पुष्प ,सफेद के अभाव मे

पीली सरसों ,गूलर ,मुलेठी ,मिला कर स्नान करे |

2-बाधा मुक्ति के लिए दान-

पीला अनाज ,चना, शकर, पीले पुष्प gYnh] dslj] dsyk] ixMh] ihiy

पीला वस्त्र पीला फल पपीता केला आदि दान करे|

3-दान किसको दे -

गुरु,ज्ञानी पुरुष,ब्राह्मण या ज्ञान,शिक्षा कर्म करने वाले को या विष्णु,कृष्ण,राम मंदिर मे दान H

phaVh] iqtkjh Lo.kZ foØsrk /keZ LFkku मे करना चाहिए |

गुरु ग्रह का गायत्री मंत्र-

ओम अंगिरसाय विद्महे दिव्य देवताय धीमहि

तन्नो जीवः प्रचोद्यात् |आपो ज्योति रस अमृतम |

ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरूवे नमः

जैन मंत्र-

ह्रीं णमो आयरियाणं 

ह्रीं गुरु ग्रहारिष्ट निवारकश्री महावीर जिनेन्द्राय नम

सर्वशांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (.अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

(11,31 या 54 जाप्य)

दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व खाएं––दही curd,जीरा |

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Friday – Remedies for Venus (Shukra) for Removing Negativity & Success ⚪

शुक्रवार शुक्र ग्रह हेतु अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय


1️ Charity (Donation) for Removing Obstacles | बाधा मुक्ति के लिए दान

✅ What to Donate?

  • Rice, silver, sugar crystals (mishri), white flowers, curd, white clothes, white sandalwood, and fragrant substances.

दान क्या करें?

  • चावल, चांदी, मिश्री, सफेद पुष्प, दही, सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य।

✅ Whom to Donate To?

  • Donate to a white cow, a girl (kanya), or at a Goddess temple.

दान किसे दें?

  • सफेद गाय, कन्या या देवी मंदिर में दान करें।

2️ What to Eat Before Leaving Home? (For Daily Dosha Removal) | दिन दोष आपत्ति निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं?

✅ Consume raw milk or barley before stepping out.
✅ If Venus is favorable in the birth chart, consuming curd (yogurt) is highly beneficial.

क्या खाएं?

  • कच्चा दूध, जौ (Barley)
  • यदि जन्म कुंडली में शुक्र अच्छा हो, तो दही का सेवन अवश्य करें।

🔹 For Prosperity & Success | समृद्धि सफलता के लिए 🔹

  • Worship Lord Venus (Shukra) and chant the following powerful mantras.
  • शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें।

🕉 Venus Gayatri Mantra | शुक्र ग्रह गायत्री मंत्र

🕉 "Om Bhrugujaya Vidmahe |
Divya Dehaya Dhimahi |
Tanno Shukrah Prachodayat |
Aapo Jyoti Rasa Amritam |
Paro Rajasay Savadom ||"

🕉 "ओम भृगुजाय विद्महे |
दिव्यदेहाय धीमहि |
तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् |
आपो ज्योति रस अमृतम |
परो रजसे सावादोंम ||"

🕉 Venus Beej Mantra | शुक्र बीज मंत्र

🕉 "Om Dram Dreem Droum Sah Shukraya Namah ||"
🕉 " द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ||"

🔹 Jain Mantra for Venus | जैन शुक्र ग्रह मंत्र 🔹

  • Remember Lord Suvidhinath or Lord Pushpadanta for planetary peace.
  • श्री सुविधिनाथ या श्री पुष्पदंत भगवान का स्मरण करें।

🕉 "Om Hreem Shukra Graharishta Nivaraka |
Shri Pushpadanta Nath Jinendraya Namah |
Sarva Shantim Kuru Kuru Swaha |
Mam (Your Name) Dusht Graha Roga Kashta Nivaranam |
Sarva Shantim Kuru Kuru Hum Phat Swaha ||"

🕉 " ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक |
श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम: |
सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा |
मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं |
सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा ||"

📿 Chant 11, 31, or 54 times for maximum benefits.
📿 (11, 31 या 54 जाप करें)।


By following these remedies, one can neutralize Venus’s negative effects and attain beauty, wealth, luxury, and happiness. ⚪✨
इन उपायों को करने से शुक्र ग्रह की अशुभता दूर होगी और सौंदर्य, धन, ऐश्वर्य एवं सुख की प्राप्ति होगी। ⚪✨

शुक्रग्रह हेतु   -

अनिष्ट नाशक एवं सफलता के उपाय-

शुक्र गायत्री मंत्र-

ओम भृगुजाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि

तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् ।|आपो ज्योति रस अमृतम |परो रजसे सावादोंम |

ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ॥

जैन मंत्र-

श्री सुविधिनाथ भगवान या श्री पुष्पदंत भगवान

ॐ ह्रीं शुक्र ग्रहारिष्ट निवारक-श्री पुष्पदन्त नाथ जिनेन्द्राय नम:

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा। |

मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

बाधा मुक्ति के लिए दान- चावल ,चांदी मिश्री ,सफेद पुष्प,

1-दही ,सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सुगंधित द्रव्य दान करे | |

2-दान किसे दे - सफ़ेद गाय कन्या या देवी मंदिर मे दान करे ||

3-दिन के दोष निराकरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं

कच्चा दूध ,जौ barly | यदि जन्म कुंडली मे शुक्र अच्छा हो उनको दही अवश्य उपयोग करना चाहिए |

·          

 

 

यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...