सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

20.10.2025 - Daily Fortune , Focus Remedy& ReliefTips (bilingual).”भविष्य (Bilingual - Hindi English) नए वस्त्र ,उपाय शुभ समय Today’s fortune with remedies to calm your mind and handle troubles.”Daily success tips to control tension and attract luck

 

Tips (bilingual).”भविष्य  (Bilingual - Hindi English) नए वस्त्र ,उपाय शुभ समय

Today’s fortune with remedies to calm your mind and handle troubles.”Daily success tips to control tension and attract luck

 V.K. TIWARI 📞 9424446706- Special Consultation - Dr. R. Dixit (Vastu), | Dr. S. Tiwari (Vedic Astrology)


दीपावलीलक्ष्मी पूजन 2025 (Bilingual Classical Note) ✨


🔸 सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 – चतुर्दशी उपरांत अमावस्या संक्रमण 15:45 से आरंभ
🔸 (Monday, 20 October 2025 – Amavasya begins after Chaturdashi at 15:45 PM)


🕉 तिथि विवरण | Tithi Details:
🔹 लक्ष्मी पूजन (Laxmi Puja): सूर्यास्त के पश्चात 17:54 बजे से उन नगरों में जहाँ सूर्यास्त के समय अमावस्या विद्यमान हो।
🔹 दिन (Day): सोमवार (Somvar)
🔹 तिथि (Tithi): कार्तिक अमावस्या (Kartik Amavasya)
🔹 दीपदान मुहूर्त (Deepdan Muhurat): 17:54 PM – 20:25 PM (प्रदोषकाल)
🔹 दीपक (Lamp): पंचवर्तिका (Five-faced Lamp) — पाँच रंगों की ज्योति सहित।
🌿 फल (Result): शत्रु-नाश, भय-निवारण, ग्रहदोष शमन, आत्मबल एवं कीर्तिवृद्धि।
(Victory over enemies, fear removal, planetary peace, mental strength & fame enhancement.)


⚠️ वर्जित कार्य | Prohibited Activities:
🚫 चतुर्दशी तिथि में नए वस्त्र, आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन या धातु की वस्तुओं का प्रयोग या क्रय नहीं करना चाहिए।
(Avoid purchasing or using new clothes, ornaments, cosmetics, or metal items during Chaturdashi.)

🪔 संध्याकाल में हनुमान पूजा, काली पूजन, दीपदान एवं जप-तप शुभ एवं फलदायी रहते हैं।
(Evening worship of Hanuman or Goddess Kali, lighting lamps, and meditation bring auspicious results.)


🪔 पूजन समय | Puja Muhurat:
🌙 अमावस्या आरंभ: 15:44 (19 अक्टूबर दोपहर 1:52 PM से)
🌙 अमावस्या मुख्य काल: 20 अक्टूबर, संध्या 17:45 PM – 20:30 PM
🕯 कुल वर्तिकाएँ: 5 (पंचमुखी दीपक / Five-faced Lamp)
💫 प्रत्येक दिशा से भिन्न रंग की ज्योतिअलग दिव्य फल प्रदान करती है।
(Each directional flame has a distinct color and energy outcome.)


🌼 पंचवर्तिका दीपक की दिशानुसार ज्योति और फल | Five Directional Lights & Effects:

🔹 पूर्व (East):
वर्तिका रंगकेसरिया / नारंगी (Orange Saffron)
प्रकाश रंगनारंगी (Orange)
फलशत्रु-विजय, आत्म-बल वृद्धि।
(Victory over enemies, increase in self-confidence and strength.)

🔹 पश्चिम (West):
वर्तिका रंगनीला (Blue)
प्रकाश रंगनीला (Blue)
फलमन की शांति, भय-नाश।
(Mental peace and removal of fear.)

🔹 उत्तर (North):
वर्तिका रंगलाल (Red)
प्रकाश रंगगाढ़ा लाल (Deep Red)
फलधन-सिद्धि, इच्छापूर्ति।
(Wealth attainment and wish fulfillment.)

🔹 दक्षिण (South):
वर्तिका रंगसफेद (White)
प्रकाश रंगसफेद (White)
फलदोष-निवारण, पितृ-शांति।
(Removal of planetary doshas and blessings from ancestors.)

🔹 दक्षिण-पश्चिम (South-West):
वर्तिका रंगकाला (Black)
प्रकाश रंगकाला (Black)
फलनकारात्मक शक्तियों का दमन।
(Protection from evil and suppression of dark energies.)


सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को कार्तिक अमावस्या प्रदोषकाल में विद्यमान होने से यही दिन शास्त्रानुसार मुख्य लक्ष्मी पूजन दिवस है।
इस दिन सूर्यास्त के पश्चात पंचवर्तिका दीपक से दीपदान, श्रीसूक्त-पाठ, लक्ष्मी-कुबेर आवाहन एवं कोषागार दीप सज्जा अत्यंत शुभ मानी गई है।

🔆 फल: धन, कीर्ति, समृद्धि, मानसिक शांति एवं स्थायी सौभाग्य की प्राप्ति।
(Brings wealth, fame, prosperity, peace, and lasting fortune.)

सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को कार्तिक अमावस्या प्रदोषकाल में विद्यमान होने से यही दिन शास्त्रानुसार मुख्य लक्ष्मी पूजन दिवस है।
इस दिन सूर्यास्त के पश्चात पंचवर्तिका दीपक से दीपदान, श्रीसूक्त-पाठ, लक्ष्मी-कुबेर आवाहन एवं कोषागार दीप सज्जा अत्यंत शुभ मानी गई है।

🔆 फल: धन, कीर्ति, समृद्धि, मानसिक शांति एवं स्थायी सौभाग्य की प्राप्ति।
(Brings wealth, fame, prosperity, peace, and lasting fortune.

 

जब आकाश में ग्रह करते हैं चाल,
कुछ 🌌 ग्रहों का असर... By Lingwal

राशियों पर बरसाते हैं खुशियों की धार...
...
तो कुछ के सुखों में
खड़ी कर देते हैं दीवार।

🔮 मिथुन, तुला और कुम्भ...
इन पर ग्रहों की दृष्टि
बन सकती है बाधा का कारण।
संयम रखें...
निर्णय सोच-समझकर लें।

🌟 कर्क, वृश्चिक और धनु...
इनके लिए ये समय
वरदान समान हो सकता है।
समृद्धि... सफलता... और आत्मबल
बनेगा इनका साथी।

🪐 ग्रहों की चाल है रहस्यमय,
पर संकेत हमेशा देते हैं...
सुनिए, समझिए...
और अपने कर्म से उसे अनुकूल बनाइए।

---------------------------------------------------

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

आर्थिक स्थिति: आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से असंतोषजनक रह सकता है। खर्चों में वृद्धि होगी, जिससे वित्तीय दबाव महसूस हो सकता है।
सामाजिक-राजनीतिक स्थिति: सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यों में आपको निराशा मिल सकती है। आपके निर्णयों में असंतोष रहेगा, जिससे आप अपने सामाजिक संबंधों में असहजता महसूस करेंगे।
मानसिक और शारीरिक स्थिति: शारीरिक स्वास्थ्य में गिरावट होगी और मानसिक तनाव रहेगा। दिनभर मन में असंतोष रहेगा, जिससे आपके कार्यों में रूचि कम हो सकती है।
प्रेम और संबंध: आज के दिन प्रेम संबंधों में संघर्ष की संभावना है। आपसी समझ में कमी सकती है।
सफलता: आज किसी महत्वपूर्ण कार्य को टालना उचित होगा क्योंकि सफलता संदिग्ध है।
उपाय: आज के दिन शांत रहें और विवाद से बचें।

12 राशियों का दैनिक भविष्यफल (Daily Horoscope for 12 Zodiac Signs)

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

आर्थिक स्थिति:
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से असंतोषजनक रह सकता है।
Today may be financially unsatisfactory.

खर्चों में वृद्धि होगी, जिससे वित्तीय दबाव महसूस हो सकता है।
Expenses may rise, causing financial stress.

सामाजिक-राजनीतिक स्थिति:
सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यों में आपको निराशा मिल सकती है।
You may face disappointment in social and political activities.

आपके निर्णयों में असंतोष रहेगा, जिससे सामाजिक संबंधों में असहजता होगी।
There might be dissatisfaction with your decisions, leading to discomfort in relationships.

मानसिक और शारीरिक स्थिति:
शारीरिक स्वास्थ्य में गिरावट होगी और मानसिक तनाव रहेगा।
Physical health may decline and mental stress is likely.

दिनभर मन में असंतोष रहेगा, जिससे कार्यों में रूचि कम होगी।
A sense of dissatisfaction may lower your interest in tasks.

प्रेम और संबंध:
प्रेम संबंधों में संघर्ष की संभावना है।
There may be conflicts in love relationships.

आपसी समझ में कमी सकती है।
Lack of mutual understanding may occur.

सफलता:
कोई भी महत्वपूर्ण कार्य टालना उचित रहेगा।
It’s better to postpone important work today.

उपाय:
शांत रहें और विवाद से बचें।
Stay calm and avoid conflicts.


वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो

आर्थिक स्थिति:
आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
Your financial condition will be good.

वित्तीय लेन-देन में सफलता मिलेगी।
You’ll succeed in financial dealings.

सामाजिक-राजनीतिक स्थिति:
सामाजिक और राजनीतिक संबंध सुधरेंगे।
Social and political relations will improve.

दोस्तों के साथ अच्छा समय बितेगा।
You’ll enjoy quality time with friends.

मानसिक और शारीरिक स्थिति:
मानसिक संतोष और अच्छा स्वास्थ्य रहेगा।
Mental peace and good health will prevail.

आप रुचिकर भोजन का आनंद लेंगे।
You’ll enjoy delicious food.

प्रेम और संबंध:
रिश्तों में मिठास रहेगी।
Relationships will be harmonious.

परिवार के साथ समय बिताने का उत्तम समय है।
It’s a good time to be with family.

सफलता:
दिन भर सफलता मिलेगी।
Success will follow throughout the day.

उपाय:
नए वस्त्र और आभूषण धारण करना शुभ रहेगा।
Wearing new clothes or jewelry is auspicious today.


मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को,

आर्थिक स्थिति:
व्यापार में वृद्धि होगी, आय के नए स्रोत मिल सकते हैं।
Business will grow and new income sources may emerge.

सामाजिक-राजनीतिक स्थिति:
राजनीतिक-सामाजिक क्षेत्र में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
Your reputation will rise in social and political circles.

मानसिक और शारीरिक स्थिति:
मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
Your mind will be stable, and confidence will grow.

प्रेम और संबंध:
प्रेम संबंध संतोषजनक रहेंगे, महिलाओं को यात्रा टालनी चाहिए।
Love life will be satisfying, though women should avoid travel.

सफलता:
कार्य में सफलता मिलेगी।
You will succeed in your tasks.

उपाय:
महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर लें और विवाद से बचें।
Take decisions wisely and avoid arguments.


कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

आर्थिक स्थिति:
व्यापार में लाभ होगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
Profits in business will strengthen your financial status.

सामाजिक-राजनीतिक स्थिति:
समाज और राजनीति में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
You’ll gain respect socially and politically.

मानसिक और शारीरिक स्थिति:
मानसिक शांति और अच्छा स्वास्थ्य रहेगा।
Mental calmness and good health will support you.

प्रेम और संबंध:
रिश्तों में संतुलन बनाए रखें, विवाद से बचें।
Maintain balance in relationships and avoid unnecessary arguments.

सफलता:
दोपहर के बाद सफलता की संभावना अधिक है।
Chances of success are higher post noon.

सिंह (Leo)

आर्थिक स्थिति: अनावश्यक खर्चों से बचें, वित्तीय असंतुलन हो सकता है।
Avoid unnecessary expenses, as financial imbalance is possible.

सामाजिक-राजनीतिक: अपने विचारों को सावधानी से प्रस्तुत करें, विरोध हो सकता है।
Present your ideas carefully, as opposition may arise.

कन्या (Virgo)

आर्थिक स्थिति: व्यापार में लाभ होगा, नए कार्यों के लिए दिन उत्तम है।
Business profits will be favorable, and it's a good day for new ventures.

सामाजिक-राजनीतिक: मित्रों और सहयोगियों से समर्थन मिलेगा।
Support from friends and colleagues will be beneficial.

तुला (Libra)

आर्थिक स्थिति: धन लाभ के योग हैं, निवेश में सफलता मिल सकती है।
Financial gains are possible, and investments may be successful.

सामाजिक-राजनीतिक: विरोधियों पर विजय मिलेगी, मान-सम्मान बढ़ेगा।
You will triumph over opponents, and respect will increase.

वृश्चिक (Scorpio)

आर्थिक स्थिति: निवेश में सतर्क रहें, हानि हो सकती है।
Be cautious with investments, as losses are possible.

सामाजिक-राजनीतिक: मित्रों से मतभेद हो सकते हैं, विवाद से बचें।
Disagreements with friends may arise; avoid conflicts.

धनु (Sagittarius)

आर्थिक स्थिति: वित्तीय निर्णयों को टालें, खर्चों पर नियंत्रण रखें।
Postpone financial decisions and control unnecessary expenses.

सामाजिक-राजनीतिक: सामाजिक प्रयासों में मनचाहा परिणाम नहीं मिलेगा।
Your social efforts may not yield desired results.

मकर (Capricorn)

आर्थिक स्थिति: आर्थिक लाभ होगा, पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
Financial gains are likely, and your status will improve.

सामाजिक-राजनीतिक: समाज में सम्मान बढ़ेगा, नए अवसर मिल सकते हैं।
Respect in society will grow, and new opportunities may arise.

कुंभ (Aquarius)

आर्थिक स्थिति: अनावश्यक खर्चों से बचें, वित्तीय संकट हो सकता है।
Avoid unnecessary expenses, as financial trouble is possible.

सामाजिक-राजनीतिक: सामाजिक जीवन में कठिनाइयाँ सकती हैं।
Difficulties in social life may arise.

मीन (Pisces)

आर्थिक स्थिति: आय में सुधार होगा, निवेश से लाभ मिल सकता है।
Income will improve, and investments may bring profits.

सामाजिक-राजनीतिक: सामाजिक संबंध मजबूत होंगे, सहयोग मिलेगा।
Social relations will strengthen, and support will be available.

--------------------------------------------------------------------------------------------------------------

 

जन्म राशी से भविष्य फल उत्तम तो प्रत्येक दैनिक कार्य में सफलता ।

नाम के  प्रथम  अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन व्यय,व्यस्तता ,विवाद या सुख बाधक सिद्ध हो सकता है सी, सू,से, सो, , रा, री रू,रे ,रो, ता,ती, तू ते. का, की, कू,,,,के, को, . शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l-

------------------------------------------.

आज के उपाय  -

🌟 Nakshatra Upay (नक्षत्र उपाय) – Hindi & English 🌟

🔹 Nakshatra Vriksha Poojan (नक्षत्र वृक्ष पूजन):
Chameli (Jasmine)
और Reetha (Soapnut) के पौधों की सेवा करें जल, खाद, और पोषण दें।
Serve the sacred plants of Chameli (Jasmine) and Reetha (Soapnut) by watering, nourishing, and caring for them.

🔹 Daan Punya (दान पुण्य):
भैंस को भोजन कराएं।
Feed a buffalo as an act of spiritual charity.

🔹 Surya Mantra (सूर्य मंत्र):
🕉️ " सवित्रे नमः। हस्ताय नमः।"
“Om Savitre Namah. Om Hastaya Namah.”
Chant for Sun blessings and peace in Hasta Nakshatra.


📜 Pauranik Mantra (पौराणिक मंत्र) – With Translation 📜

🔹
वितरहं वन्दे पताश्चरथ वाहनम्।
पद्मनस्थं छायेेशानं हस्त नक्षत्र देवतम्।।

“Vitaraham Vande Ptaashcharatha Vahanam,
Padmanastham Chayeshan Hasta Nakshatra Devatam.”

🪷 Salutations to the divine being who rides a celestial chariot,
seated on a lotus, the lord of shadow and protector of Hasta Nakshatra.


🙏 इन उपायों को करने से मानसिक शांति और ग्रह दोषों से मुक्ति संभव है।
By following these remedies, one may attain peace of mind and relief from planetary afflictions
Top of Form

Bottom of Form

 

 

*********************************************************************

यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।


कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email:
tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्राद्ध की गूढ़ बाते ,किसकी श्राद्ध कब करे

श्राद्ध क्यों कैसे करे? पितृ दोष ,राहू ,सर्प दोष शांति ?तर्पण? विधि             श्राद्ध नामा - पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी श्राद्ध कब नहीं करें :   १. मृत्यु के प्रथम वर्ष श्राद्ध नहीं करे ।   २. पूर्वान्ह में शुक्ल्पक्ष में रात्री में और अपने जन्मदिन में श्राद्ध नहीं करना चाहिए ।   ३. कुर्म पुराण के अनुसार जो व्यक्ति अग्नि विष आदि के द्वारा आत्महत्या करता है उसके निमित्त श्राद्ध नहीं तर्पण का विधान नहीं है । ४. चतुदर्शी तिथि की श्राद्ध नहीं करना चाहिए , इस तिथि को मृत्यु प्राप्त पितरों का श्राद्ध दूसरे दिन अमावस्या को करने का विधान है । ५. जिनके पितृ युद्ध में शस्त्र से मारे गए हों उनका श्राद्ध चतुर्दशी को करने से वे प्रसन्न होते हैं और परिवारजनों पर आशीर्वाद बनाए रखते हैं ।           श्राद्ध कब , क्या और कैसे करे जानने योग्य बाते           किस तिथि की श्राद्ध नहीं -  १. जिस तिथी को जिसकी मृत्यु हुई है , उस तिथि को ही श्राद्ध किया जाना चा...

रामचरितमानस की चौपाईयाँ-मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक (ramayan)

*****मनोकामना पूरक सरल मंत्रात्मक रामचरितमानस की चौपाईयाँ-       रामचरितमानस के एक एक शब्द को मंत्रमय आशुतोष भगवान् शिव ने बना दिया |इसलिए किसी भी प्रकार की समस्या के लिए सुन्दरकाण्ड या कार्य उद्देश्य के लिए लिखित चौपाई का सम्पुट लगा कर रामचरितमानस का पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होती हैं | -सोमवार,बुधवार,गुरूवार,शुक्रवार शुक्ल पक्ष अथवा शुक्ल पक्ष दशमी से कृष्ण पक्ष पंचमी तक के काल में (चतुर्थी, चतुर्दशी तिथि छोड़कर )प्रारंभ करे -   वाराणसी में भगवान् शंकरजी ने मानस की चौपाइयों को मन्त्र-शक्ति प्रदान की है-इसलिये वाराणसी की ओर मुख करके शंकरजी को स्मरण कर  इनका सम्पुट लगा कर पढ़े या जप १०८ प्रतिदिन करते हैं तो ११वे दिन १०८आहुति दे | अष्टांग हवन सामग्री १॰ चन्दन का बुरादा , २॰ तिल , ३॰ शुद्ध घी , ४॰ चीनी , ५॰ अगर , ६॰ तगर , ७॰ कपूर , ८॰ शुद्ध केसर , ९॰ नागरमोथा , १०॰ पञ्चमेवा , ११॰ जौ और १२॰ चावल। १॰ विपत्ति-नाश - “ राजिव नयन धरें धनु सायक। भगत बिपति भंजन सुखदायक।। ” २॰ संकट-नाश - “ जौं प्रभु दीन दयालु कहावा। आरति हरन बेद जसु गावा।। जपहिं ना...

दुर्गा जी के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए?

दुर्गा जी   के अभिषेक पदार्थ विपत्तियों   के विनाशक एक रहस्य | दुर्गा जी को अपनी समस्या समाधान केलिए क्या अर्पण करना चाहिए ? अभिषेक किस पदार्थ से करने पर हम किस मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं एवं आपत्ति विपत्ति से सुरक्षा कवच निर्माण कर सकते हैं | दुर्गा जी को अर्पित सामग्री का विशेष महत्व होता है | दुर्गा जी का अभिषेक या दुर्गा की मूर्ति पर किस पदार्थ को अर्पण करने के क्या लाभ होते हैं | दुर्गा जी शक्ति की देवी हैं शीघ्र पूजा या पूजा सामग्री अर्पण करने के शुभ अशुभ फल प्रदान करती हैं | 1- दुर्गा जी को सुगंधित द्रव्य अर्थात ऐसे पदार्थ ऐसे पुष्प जिनमें सुगंध हो उनको अर्पित करने से पारिवारिक सुख शांति एवं मनोबल में वृद्धि होती है | 2- दूध से दुर्गा जी का अभिषेक करने पर कार्यों में सफलता एवं मन में प्रसन्नता बढ़ती है | 3- दही से दुर्गा जी की पूजा करने पर विघ्नों का नाश होता है | परेशानियों में कमी होती है | संभावित आपत्तियों का अवरोध होता है | संकट से व्यक्ति बाहर निकल पाता है | 4- घी के द्वारा अभिषेक करने पर सर्वसामान्य सुख एवं दांपत्य सुख में वृद्धि होती...

श्राद्ध:जानने योग्य महत्वपूर्ण बातें |

श्राद्ध क्या है ? “ श्रद्धया यत कृतं तात श्राद्धं | “ अर्थात श्रद्धा से किया जाने वाला कर्म श्राद्ध है | अपने माता पिता एवं पूर्वजो की प्रसन्नता के लिए एवं उनके ऋण से मुक्ति की विधि है | श्राद्ध क्यों करना चाहिए   ? पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध किया जाना अति आवश्यक है | श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम ? यदि मानव योनी में समर्थ होते हुए भी हम अपने जन्मदाता के लिए कुछ नहीं करते हैं या जिन पूर्वज के हम अंश ( रक्त , जींस ) है , यदि उनका स्मरण या उनके निमित्त दान आदि नहीं करते हैं , तो उनकी आत्मा   को कष्ट होता है , वे रुष्ट होकर , अपने अंश्जो वंशजों को श्राप देते हैं | जो पीढ़ी दर पीढ़ी संतान में मंद बुद्धि से लेकर सभी प्रकार की प्रगति अवरुद्ध कर देते हैं | ज्योतिष में इस प्रकार के अनेक शाप योग हैं |   कब , क्यों श्राद्ध किया जाना आवश्यक होता है   ? यदि हम   96  अवसर पर   श्राद्ध   नहीं कर सकते हैं तो कम से कम मित्रों के लिए पिता माता की वार्षिक तिथि पर यह अश्वनी मास जिसे क्वांर का माह    भी कहा ज...

श्राद्ध रहस्य प्रश्न शंका समाधान ,श्राद्ध : जानने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?

संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...