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भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-9 जनवरी 2025


 

भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-9 जनवरी 2025

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ज्योतिष शिरोमणि “पंडित वी. के. तिवारी”-1972 से चर्चित ज्योतिष हस्ताक्षर

डॉ आर.दीक्षित(वास्तु)डॉ एस.तिवारी(वैदिक ज्योतिष)9424446706;बैंगलोर

  •                   मम शुभकामना: प्रार्थयामहे -
  •                  सुदिनं सुदिनं अद्यदिनं तव।
  •                  चिरञ्जीव कुरु कीर्ति वर्धनम् ।।

                              ----------------------------------------------------------------------

तिथि नक्षत्र व्रत –पर्व

:मासिक-विश्वेदेव ,सावित्री पूजा;

पौष शुक्ल गुरुवार ,

दशमी -;

भरणी-वर्जित ;

चंद्रमा: मेष राशी;


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  भरणी नक्षत्र, मेष चंद्र राशि।

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2-आज का भविष्य ,नाम के  प्रथम  अक्षर से(व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम) -

1.    से, सो, द, रा, री रू,रे ,रो, ता,ती, तू ते. का, की, कू,,,,के, को, ह.

2.      शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l

*3-जन्म नक्षत्र – निम्न हो तो भविष्य परिणाम या  नए कार्य  सफल  -

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.

v भरणी रोहिणी मृगशिरा पुनर्वसु अश्लेशा पूर्वाफाल्गुनी हस्त चित्रा विशाखा ज्येष्ठा पूर्वाषाढा श्रवण धनिष्ठा पूर्व भाद्रपद रेवती

v *********************

v 4-प्रचलित नाम के प्रथम अक्षर को  -दैनिक व्यव्हार में सफलता

v नौकरी,गृह प्रवेश,शहर,मुल्ल्ला,रहने का स्थान,दैनिक कार्य,व्यापारिक कार्य,आदि कार्य में सफलता मिलेगी-

चू, चे, चो ,ला; अ इ , ऊ . ऐ; ओ , , वि , वू;कु

v ,, ; हु , हे, हो, डा; म़ा, मी , मू, मे; टे टा, टी , टू; पू , , , ; रू, रे , रो ता; ना , नी , नू , ने; ये , यो , भा , भी; भे भो , जा , जी; खी , खू , खे , खो; गो , सा , सी , सू; दू ,, ,

v 08:00बजे पश्चात् –

v ली , लू , ले, लो; अ इ , ऊ . ऐ ; , , वि , वू;  के , को , , हि ; मो, टा, टी, टू;  पू , , , ; पे , पो , रा , री ; ती, तू, ते , तो ; नो , या , यी , यू; भू,धा,धि ,धू,ढे,ढो,फा,फी,फु,फे.फ़ो.ढ; ,खी , खू , खे , खो; , गी गू , गे ; दू.दे,दो, ,थी,थू,थे,थो झ,झी,झो,झे,राशियों के लिए विशेष उपाय:

v ==============================

वृष,कन्या,मकर,- राशी के लिए सुख बाधक एवं  मिथुन,कर्क राशी  के लिए श्रेष्ठ .

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ:

  • सौभाग्य: आज का दिन आपके लिए बेहद सौभाग्यशाली साबित हो सकता है। आपके जीवन में न केवल व्यक्तिगत सफलता मिलेगी बल्कि परिवार के सदस्य भी खुश और स्वस्थ रहेंगे।
  • स्वास्थ्य: इस समय आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, जिससे आप दिनभर ऊर्जावान और सक्रिय महसूस करेंगे। परिवार के अन्य सदस्यों का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा, जिससे घर में शांति बनी रहेगी।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में उन्नति के संकेत मिल रहे हैं। यह समय आपके लिए पुराने कर्जों की वसूली और आर्थिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए अनुकूल है। आपके प्रयासों से आपको सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
  • सावधानी: भावनाओं में बहने से बचें और किसी भी बड़े निर्णय को सोच-समझकर लें, ताकि आप बाद में पछतावा न करें।

वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो:

  • यात्रा: अनायास यात्रा के योग बन रहे हैं, जो कुछ हद तक असुविधाजनक हो सकती है। इन यात्राओं में सावधानी बरतें और आवश्यक तैयारी करें।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में आज आपको अपने परिश्रम का फल अवश्य मिलेगा। हालांकि, कार्यभार बढ़ सकता है, लेकिन आप अपनी मेहनत से सभी काम सफलतापूर्वक पूरे कर लेंगे।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य संबंधी कुछ छोटी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए खुद का और अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें।
  • सफलता: व्यापार में धन प्राप्ति के योग हैं। रोजगार में आपकी पद-प्रतिष्ठा बढ़ सकती है और शत्रु पराजित होंगे, जिससे आपको मानसिक शांति मिलेगी।

मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह:

  • दाम्पत्य सुख: आज का दिन आपके वैवाहिक जीवन के लिए बेहद सुखद रहेगा। जीवनसाथी के साथ आपके संबंध और भी मधुर होंगे, जिससे आप मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, जिससे आप अपनी दिनचर्या में ऊर्जा और उत्साह महसूस करेंगे।
  • कार्य: व्यापार और राजनीतिक क्षेत्र में आपकी स्थिति मजबूत होगी। आप अपने पद का लाभ उठाकर समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे।
  • सुख: आज का दिन परिवार और मित्रों के साथ बिताने के लिए उत्तम रहेगा। आपको सुख-सुविधाओं का पूर्ण आनंद मिलेगा, जिससे आपका दिन और भी आनंदमय बनेगा।

कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो:

  • लक्ष्य प्राप्ति: आज आप अपने निर्धारित लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त कर सकते हैं। आपकी मेहनत और प्रयासों का फल आपको मिलेगा, जिससे आप संतुष्ट महसूस करेंगे।
  • स्वास्थ्य: सामान्य रूप से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। इस अवधि में आपको स्वादिष्ट और रुचिकर भोजन का आनंद भी मिल सकता है।
  • सफलता: कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी, और समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपको नए और अच्छे लोगों से मिलने का अवसर भी मिल सकता है, जिससे आपके नेटवर्क का विस्तार होगा।
  • सामाजिक प्रतिष्ठा: आपके सामाजिक जीवन में भी उन्नति होगी। राजनीति या समाजसेवा से जुड़े लोग विशेष सफलता प्राप्त करेंगे।

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे:

  • प्रसिद्धि: आज समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ सकती है। आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी और लोग आपकी प्रशंसा करेंगे।
  • सावधानी: धन खर्च में विशेष सतर्कता बरतें। अनावश्यक खर्चों से बचें और शत्रुओं से सावधान रहें, क्योंकि वे आपको हानि पहुंचा सकते हैं।
  • स्वास्थ्य: मानसिक चिंता और कार्यभार के कारण आप तनाव महसूस कर सकते हैं। इसलिए खुद को शांत रखने की कोशिश करें और अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
  • संतान: संतान या परचित  विवाद या झगड़े की संभावना है, इसलिए संयम और समझदारी से काम लें।

कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो:

  • कार्य: आज कार्यक्षेत्र में आपकी सफलता संदिग्ध हो सकती है। विरोधी बढ़ सकते हैं और आपकी योजनाओं में अड़चनें आ सकती हैं।
  • सावधानी: राजनीति में छल का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए किसी भी प्रकार के षड्यंत्र या विवाद से दूर रहें।
  • स्वास्थ्य: दांपत्य जीवन में साथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है। इसलिए उनका ध्यान रखें और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराएं।
  • वित्त: आवश्यक खर्चों में वृद्धि होगी, जिससे आपका बजट प्रभावित हो सकता है। आर्थिक मामलों में सावधानी बरतें।

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते:

  • दाम्पत्य सुख: दाम्पत्य जीवन में सुख और संतोष का अनुभव होगा। जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा और आप दोनों के बीच प्रेम और समझ बढ़ेगी।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में अनुकूल परिस्थितियां रहेंगी, जिससे आपका काम सरलता से पूर्ण होगा। व्यापार में भी लाभ की स्थिति बनी रहेगी।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप मानसिक रूप से शांत और प्रसन्न रहेंगे।
  • संतान: संतान सुख में वृद्धि होगी और उनकी तरफ से भी सहयोग मिलेगा, जिससे आप अपने परिवार के साथ खुशी महसूस करेंगे।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू:

  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य में कुछ बाधाएं आ सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
  • कार्य: आपके द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा होगी और आपको यश प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में आपकी सफलता के योग प्रबल हैं।
  • विरोधी: राजनीति में आपके विरोधी पराजित होंगे और आप अपनी योजनाओं में सफल होंगे। धन संबंधी मामलों में भी अनुकूल स्थिति रहेगी।
  • सावधानी: बाजार के कार्यों और नई परियोजनाओं को आज प्रारंभ न करें। यात्रा से भी बचें, क्योंकि इसमें बाधाएं आ सकती हैं।

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे:

  • वित्तीय स्थिति: यह समय वित्तीय दृष्टि से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। खर्चे बढ़ सकते हैं और धन हानि की संभावना है। इसलिए धन व्यय में विशेष सावधानी बरतें।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। निराशा और उदासी आपके मनोबल को प्रभावित कर सकती है, जिससे जीवन में उत्साह की कमी महसूस होगी।
  • व्यवहार: सामाजिक प्रतिष्ठा पर असर पड़ सकता है। इसलिए अपने व्यवहार में संयम रखें और किसी भी प्रकार के विवाद से बचें।
  • कार्यालय: कार्यक्षेत्र में अहंकार से बचें, क्योंकि यह आपके संबंधों को प्रभावित कर सकता है।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी:

  • वित्त: इस अवधि में आपके खर्चे बढ़ सकते हैं, जिससे आर्थिक स्थिति पर दबाव पड़ेगा। आपको अपने बजट पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है।
  • सावधानी: परिवार में विवाद की स्थिति बन सकती है, इसलिए संयम से काम लें। क्रोध पर नियंत्रण रखें और दांपत्य जीवन में सहयोग की अपेक्षा न करें।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य में गिरावट महसूस हो सकती है, इसलिए समय पर चिकित्सा सलाह लें। मानसिक तनाव को दूर रखने के लिए मेडिटेशन और योग का सहारा लें।
  • कार्य: महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता की संभावना कम है, इसलिए कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह सोचें।

कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द:

  • सुख: आज का दिन आपके लिए सुख और आनंद से भरपूर रहेगा। घर का माहौल सकारात्मक रहेगा और आपको रुचिकर भोजन का आनंद मिलेगा।
  • सफलता: कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। आपका आत्मविश्वास और मनोबल उच्च रहेगा, जिससे आपको यश और सम्मान मिलेगा।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, जिससे आप अपने कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर पाएंगे। परिवार और मित्रों के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा।
  • वित्त: स्थाई संपत्ति में वृद्धि और लाभ के योग हैं। आज का दिन आर्थिक रूप से आपके लिए शुभ साबित होगा।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

शारीरिक रुप से आप स्वास्थ्य में गिरावट महसूस करेंगे।

मानसिक रुप से असंतोष अनुभव करेंगे।

आपको भोजन भी इतना रुचिकर नहीं लगेगा।

दिन में असंतोष सा रहेगा।

मन में उदारता एवं दया भावना की कमी होगी।

अनपेक्षित स्थिति से क्रोध एवं विवाद की स्थिति बन सकती है।

महत्वपूर्ण कार्यों को टालना उचित होगा। खर्च बढ़ेगा।

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कार्य अशुभ परन्तु पूजा शुभ - विषघटी-12:00-12:22; 01:55-03:03;

 

3-परामर्श-महत्वपूर्ण कार्य (वार्ता, यात्रा, शॉपिंग निर्णय,परामर्श देने-लेने) से बचें----

A-17:51 – कन्या राशी

 —हस्त,उत्तराफाल्गुनी,के 2.3.4  चरण ,

चित्रा प्रथम 2– चरण;

S-12:22 तक वृष,कन्या ,मीन , राशी;

D-12:23 से -मेष.वृश्चिक ;

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शुभ कार्य:

कार्य: आग, सजावट, लकड़ी, दरवाजे, छत, व्यवसाय, उत्खनन, गणितीय-ज्योतिषीय कार्य शुभ हैं।

दान: नमक।

प्राथमिकता: महिला और मित्र संबंधित कार्य।

आज का भोजन: मूंग को भोजन में शामिल करें। इलायची तिल, तिल का तेल, चावल लाभकारी है। मूंग भोजन में शामिल करे।

वर्जित भोजन: दही, घी, आंवला, केसर।

Avoid निषिद्ध -तुलसी तोडना, बाल नाख़ून काटना, बेल पत्र तोडना, बेल  फल व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे

 तिल का तेल ,लाल रंग (चुकंदर,लाल पत्ते की भाजी,कोई भी लाल रंग की सब्जी ) प्रयोग नहीं करे

निषिद्ध -कृषि कार्य व काँसे के बर्तन में भोजन करना है।

-           मन्त्र- ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च नम: ,स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:,जलं तर्पयामि.

-Ashubh prabhav me kami ke liye    - भगवत गीता का 7 वां अध्याय पढ़ें ।

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1-आज नए वस्त्र.आभूषण ,vastu,प्रयोग करने के प्रभाव-

जब भी इस वस्त्र को भविष्य में पहनेगे तो - अशुभ

नए वस्त्र या आभूषण धारण धन हानि, दिया हुआ धन वापस नहीं मिलना,

विनियोजन से हानि, शेयर में हानि, व्यय अधिक होना।

दुर्लभ शुभ –समय –हवन पूजा (दुर्लभ जानकारी)

विशेष पूजा और कार्य आरम्भ - मुहूर्त:

अभिजित मुहूर्त (12:04-12:50-: सर्व कार्य सफलता ।

शुभ समय- 06:45-15:06 अंत;

दुर्गा पूजा- -13:52-15:18 समय;

शिव अभिषेक:-14.25 तक शुभ ,इसके पश्चात् वर्जित दुखद ;

हवन:आहुति-यज्ञ परामर्श

आवश्यक/दैनिक हवन- शुभ

ग्रह विशेष की अनिष्ट  शान्ति हवन:12:22 के  बाद वर्जित;

रुद्र शिव हवन(:दुःख परेशानी )शुभ;

विष्णु हवन:-अशुभ

दुर्गा हवन:शुभ- (बाधाओं का निवारण और धन-संतान सुख में वृद्धि।)VARJIT

 

वेद मंत्र भरणी :
ॐ यमायत्वा मखायत्वा सूर्य्यस्यत्वा तपसे देवस्यत्वा सवितामध्वानक्तु पृथ्विया स गवं स्पृशस्पाहिअर्चिरसि शोचिरसि तपोसी।
पौराणिक मंत्र :
पाशदण्डं भुजव्दयं यमं महिष वाहनमl
यमं नीलं भजे भीमं सुवर्ण प्रतीमागतम्ll
नक्षत्र देवता मंत्र : ॐ यमाय् नमःl
नक्षत्र मंत्र : ॐ अपभरणीभ्यो नमःl

Purnima-Sesame oil, red color, beetroot, red leaf vegetable, red colored vegetable,Don't use food in bronze utensils

. पितृगण पूजित होने पर सदैव प्रसन्न होकर प्रजा वृद्धि धन-रक्षा आयु तथा बल-शक्ति प्रदान करते हैं।   

-        -

-          मन्त्र- ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...